हिंदुस्तान

अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा के लिए पीएम आवास पर बड़ी बैठक शुरू

अफगानिस्तान  संकट पर चर्चा के लिए पीएम आवास पर बड़ी बैठक हो रही है. इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और एनएसए अजित डोभाल मौजूद हैं. यहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी हैं. बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अब पूरी दुनिया की नज़र वहां के हालातों पर टिकी है. भारत समेत अन्य देश अपने-अपने नागरिकों को बाहर निकालने की कोशिश में हैं. भारत ने 120 भारतीयों को काबुल ने निकाला है. उनको लेकर ग्लोबमास्टर प्लेन हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ. बीते दिन भी कुछ लोगों को बाहर निकाला गया था.तालिबान अफगानिस्तान में किस तरह सरकार बनाता है और कैसे काम करता है, इसपर भारत वेट एंट वॉच की रणनीति अपनाएगा, सूत्रों ने यह जानकारी दी है. अफगानिस्तान में इस वक्त पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और लश्कर-ए-झांगवी भी मौजूद हैं, जिनको लेकर भारत अलर्ट है.

अफगानिस्तान में फंसे भारतीय लोग या उनके घरवाले विभिन्न नंबर्स पर फोन कर सकते हैं. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि +91-11-49016783, +91-11-49016784, +91-11-49016785 पर फोन किया जा सकता हैं. वहीं +91-8010611290 यह वॉट्सऐप का नंबर है. SituationRoom@mea.gov.in पर ईमेल किया जा सकता है |

और भी

ATMA 2021 September Session: सितंबर सेशन की परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू

एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैनेजमेंट स्कूल्स (AIMS) ने सितंबर सेशन के लिए एआईएमएस टेस्ट फॉर मैनेजमेंट एडमिशंस (ATMA 2021) की आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 15 अगस्त से शुरू है। रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम तिथि 5 सितंबर, 2021 है। इच्छुक और योग्य कैंडिडेट्स, atmaaims.com पर विजिट करके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। बता दें कि सितंबर में आयोजित की जाने वाली परीक्षा में भाग लेने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक उपलब्ध है। रजिस्ट्रेशन करने से पूर्व, उम्मीदवारों को योग्यता मानदंड की ठीक प्रकार से जांच कर लेनी चाहिए। सितंबर सेशन के लिए, एआईएमएस टेस्ट फॉर मैनेजमेंट एडमिशंस 12 सितंबर, 2021 को आयोजित की जानी है। होम-बेस्ड ऑनलाइन मोड में एक पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

इन महत्वपूर्ण तिथियों का रखें ध्यान

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रारंभ होने की तिथि : 15 अगस्त, 2021
फी पेमेंट करने की अंतिम तिथि : 4 सितंबर, 2021
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम तिथि : 5 सितंबर, 2021
आवेदन फॉर्म का प्रिंट निकालने की अंतिम तिथि : 11 सितंबर, 2021
एडमिट कार्ड उपलब्ध होने की तिथि : 8 सितंबर, 2021
परीक्षा की तिथि : 12 सितंबर, 2021
परिणाम घोषित होने की तिथि : 15 सितंबर, 2021

ऐसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए, उम्मीदवारों को AIMS की ऑफिशियल वेबसाइट, atmaaims.com पर जाना होगा। इसके बाद, होमपेज पर उपलब्ध इम्पोर्टेन्ट डेट्स सेक्शन में क्लिक हियर टू रजिस्टर फॉर ATMA Exam लिंक पर क्लिक करें। अब एक नया टैब ओपन होगा। यहां मांगी गई जानकारियां जैसे- नाम, डेट ऑफ बर्थ, सिटी का नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी दर्ज कर फी पेमेंट के लिए प्रोसीड करें। शुल्क का भुगतान करने के बाद, आपको पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर (PID) प्राप्त हो जाएगा। इसके बाद, आप आगे की आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। ऑफिशियल वेबसाइट पर आवेदन से संबंधित गाइडलाइन्स भी जारी किए गए हैं। कैंडिडेट को आवेदन करने से पहले, इसे अच्छी तरह से चेक कर लेना चाहिए।
 
और भी

राजस्थान सहित देश की 12 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू

अजमेर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान सहित देश की 12 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि 1 सितंबर को रात 11 बजकर 50 मिनट तक रखी गई है। परीक्षा शुल्क जमा कराने के लिए 2 सितंबर अंतिम तिथि है। परीक्षा 15, 16, 23 व 24 सितंबर को होगी। परीक्षा की अवधि दो घंटे होगी। परीक्षा कम्प्यूटर आधारित टेस्ट से ऑनलाइन होगी। एंट्रेस एग्जाम का पैटर्न वस्तुनिष्ठ होगा, जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल होंगे। भाषा पाठ्यक्रम को छोड़कर परीक्षा केवल अंग्रेजी भाषा में होगी। 

वरिष्ठ निदेशक परीक्षा डॉ साधना पाराशर की ओर से जारी आदेश में बताया है कि अभ्यर्थी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सीयू.सीईटी 2021 के लिए अभ्यर्थी आवेदन करने के पहले प्रत्येक सहभागी यूनिवर्सिटी में उपलब्ध पाठ्यक्रमों के पात्रता मानदंड की जांच कर लें। परीक्षा शुल्क को डेबिट या क्रेडिट कार्ड, इन्टरनेट बैंकिंग, यूपीआई या पेटीएम का उपयोग करके ऑनलाइन भुगतान करना आवश्यक है। डिग्री व सर्टिफिकेट की अंतिम परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी भी यह एंट्रेंस एग्जाम में भाग ले सकते हैं। प्रवेश इन्टीग्रेटेड, पीजी व यूजी में होंगे।

इन 12 सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ के लिए एंट्रेंस एग्जाम

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान
असम यूनिवर्सिटी, सिलचर
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ आंध्र प्रदेश
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ जम्मू
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कर्नाटक
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ तमिलनाडु
और भी

15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रदेश में सामान्य रहेगा अवकाश

मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में आदिवासियों के नाम पर कांग्रेस पार्टी ने जमकर हंगामा किया था। सदन में विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित नहीं करने पर कांग्रेस ने जमकर नारेबाजी की थी। वहीं, अब शिवराज सरकार ने आदिवासी दिवस पर छुट्टी को लेकर मचे बवाल के बाद बड़ा फैसला लिया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रदेश में सामान्य अवकाश रहेगा। बता दें कि आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित नहीं किए जाने पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार ने आदिवासियों का अपमान किया है।

और भी

पेगासस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को जारी किया नोटिस

पेगासस मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है. केंद्र सरकार को 10 दिनों के अंदर नोटिस का जवाब दाखिल करना होगा सुप्रीम कोर्ट में केंद्र की तरफ से दो पेज का एफिडेविट दाखिल किया गया है. हलफनामे के मुताबिक सरकार विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाएगी जो इस पेगासस विवाद की जांच करेगी.बता दें कि आज सोमवार को पेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी. कोर्ट में केंद्र सरकार ने उसपर लगे सभी आरोपों को नकारा. केंद्र ने आज पेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट भी दायर किया. यह दो पेज का था. केंद्र ने कहा कि उनकी तरफ से कोई जासूसी या अवैध निगरानी नहीं की गई. 

हलफनामे में सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार एन राम और अन्य याचिकाकर्ताओं के लगाए सारे इल्जाम सिरे से नकार दिए हैं. उनकी याचिका में आरोप थे कि सैनिक प्रयोग के इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सरकार ने पत्रकारों, राजनेताओं, एक्टिविस्ट, नौकरशाहों और न्यायपालिका से जुड़े लोगों की जासूसी के लिए किया.इससे पहले 10 अगस्त को मसले पर सुनवाई हुई थी. तब सुप्रीम कोर्ट ने स्वतंत्र जांच का अनुरोध करने वाले कुछ याचिकाकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया पर 'समानांतर कार्यवाही और बहस' पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि अनुशासन और न्याय प्रणाली में विश्वास होना चाहिए.इस बार पूरा का पूरा मॉनसून सत्र पेगासस जासूसी मसले पर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया. संसद में कुछ अहम बिल पास तो हुए लेकिन किसी पर भी चर्चा नहीं हो पाई. विपक्ष के नेताओं की मांग थी कि सबसे पहले पेगासस पर चर्चा होनी चाहिए.| 
 
और भी

VIDEO: परिवहन मंत्री ने की नई लो फ्लोर बसों की शुरुआत

दिल्ली में कोरोना काल की पाबंदियों के बीच बसों के लिए लंबे इंतज़ार से अब थोड़ी राहत मिलने वाली है. राष्ट्रीय राजधानी में भारी उमस वाले मौसम में दिल्ली परिवहन विभाग ने एयर कंडीशन बसों को अपने बेड़े में शामिल किया है. नई क्लस्टर बसों में महिला सुरक्षा के लिहाज़ से सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन की सुविधा दी गई है.दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि इन सभी नई बसों में कम्फर्ट, कंविनेन्स और सेफ्टी की सुविधा दी गई है. उन्होंने कहा कि अगर आप लंदन या अमेरिका जाएं तो वहां भी बसों में इसी तरफ का कम्फर्ट मिलता है. सभी लो फ्लोर बसों में AC लगा हुआ है. साथ ही लाइव CCTV कैमरों के अलावा पैनिक बटन की सुविधा बस की हर 2 सीट छोड़कर दी गई है. यात्री किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना करने पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

जानें नई बसों की खासियत...

1. बसों में लाइव सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जो कश्मीरी गेट स्थित एक सेंट्रल कंट्रोल रूम में 24 घंटे मॉनिटर किए जाएंगे.
2. जीपीएस के माध्यम से गूगल मैप पर भी बसों की लाइव लोकेशन की सुविधा दी गई है.
3. आग लगने की स्थिति में अग्निशमन यंत्र इंस्टॉल किया गया है.
4. बिजली से कंट्रोल होने वाले एंट्री गेट लगाए गए हैं. साथ ही इमरजेंसी एग्जिट गेट भी इंस्टॉल किए गए हैं.
5. बसों में मोबाइल चार्जिंग की सुविधा भी है. 
6. साथ ही अगर कोई यात्री किसी स्टॉप पर रुकना चाहता है, तो स्टॉप रिक्वेस्ट बटन की सुविधा भी दी गई है.
7. बसों के एंट्री और एग्जिट गेट पर व्हीलचेयर रैंप भी बनाया गया है.
8. सबसे अहम पैनिक बटन हैं. महिलाएं असुरक्षित महसूस करने पर पैनिक बटन दबा सकती हैं. बटन दबाते ही कंट्रोल रूम में अलर्ट पहुंच जाता है.

परिवहन मंत्री के मुताबिक मार्च 2020 से अबतक 452 AC बसें दिल्ली की सड़कों पर उतारी जा चुकी हैं. कैलाश गहलोत बताया कि मार्च-अप्रैल 2020 में कोरोना की शुरुआत हो गई थी फिर लॉकडाउन भी था इसलिए बसें फ्लैग ऑफ नहीं हो पाई थीं. कोरोना पाबंदियों की वजह से अधिक बसों की ज़रूरत भी महसूस हुई है, इसलिए आज यानी 16 अगस्त को 32 नई बसों को बेड़े में शामिल किया गया है. आने वाले दिनों में बसों की संख्या बढ़ाने के प्लान पर मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हाल ही में 160 नई बसों के लिए दिल्ली कैबिनेट ने अनुमति दी है. लगातार बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके अलावा 300 इलेक्ट्रिक बसें भी जल्द डीटीसी में जुड़ जाएंगी. इसी हफ़्ते 465 क्लस्टर बसों का टेंडर भी डाल दिया जाएगा.|

 HOP ON! ????
और भी

SBI ने की प्रोसेसिंग फीस पर 100% छूट का किया ऐलान

भारत सरकार, आजादी के 75वें वर्ष को 'अमृत महोत्सव' के रूप में मना रही है। इस खास मौके को ध्यान में रखकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से कार लोन और गोल्ड लोन पर खास ऑफर दिया जा रहा है। आइए जानते हैं कि इन ऑफर्स के जरिए क्या-क्या लाभ मिलेगा। हाल ही में बैंक की तरफ से होम लोन  पर प्रोसेसिंग फीस नहीं लेने का फैसला किया गया था। अब बैंक ने कहा है कि कार लोन  पर भी प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाएगी। 

कस्टमर अपने कार लोन के लिए 90% तक ऑन रोड फाइनेंसिंग की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा अगर आप SBI योनो एप का इस्तेमाल करते हैं तो आपको कार लोन पर 25 बीपीएस की अतिरिक्त छूट मिलेगी। ऐसे में अगर एसीबीआई योनो एप का ग्राहक नई कार खरीदना चाहता है तो उसे कम से कम 7.5% प्रतिवर्ष ब्याज देना होगा।

अगर कोई एसबीआई ग्राहक गोल्ड लोन लेता है तो उसे अब 75 बीपीएस की छूट मिलेगी। बैंक की इस कटौती के बाद अब गोल्ड लोन के लिए 7.5% ब्याज का भुगतान करना होगा। वहीं, योनो एप के ग्राहकों को प्रोसेसिंग फीस भी नहीं देनी। इसके अलावा बैंक पर्सनल और पेंशन लोन कस्टमर्स को भी प्रोसेसिंग फीस पर 100% की छूट का ऐलान किया है।
 
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के रिटेल और डिजिटल बैंकिंग सेक्टर के एमडी सी एस सेट्टी ने कहा, 'त्योहारों के सीजन शुरू होने से पहले हम अपने ग्राहकों के लिए रिटेल लोन पर कई तरह के ऑफर लाए हैं। हमें उम्मीद है इन ऑफर्स के जरिए हमारे ग्राहक ज्यादा बचत कर पाएंगे और यह उनके त्योहारों की खुशी को दोगुना कर देगा। हम हमेशा से ही अपने ग्राहकों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाते हैं।'

 
और भी

सीएम मनोहर लाल खट्टर ने की ई-थ्री व्हीलर स्कीम 'प्रोजेक्ट परिवर्तन' की शुरुआत

हरियाणा:- मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुग्राम में ई-थ्री व्हीलर स्कीम 'प्रोजेक्ट परिवर्तन' की शुरुआत की। उन्होंने कहा,''गुरुग्राम से इस अभियान की शुरुआत की है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को ई-वाहन पर ला रहे हैं ताकि प्रदूषण की समस्या समाप्त हो जाए।इस ज़ोन में केवल ई-रिक्शा चलेगी।''.|

और भी

सुप्रीम कोर्ट के बाहर महिला और पुरुष ने खुद को किया आग के हवाले

सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक महिला और एक पुरुष ने खुद की जान देने की कोशिश की है. मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों ने सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर ही खुद को आग लगा ली. दोनों ने गेट नंबर डी से अंदर घुसने की कोशिश की थी. लेकिन पर्याप्त आईडी के बगैर अंदर जाने पर उनको सुरक्षा कर्मियों ने रोक लिया. इसके बाद ही दोनों ने आग लगा ली. उनको फटाफट पुलिस वैन से हॉस्पिटल लेकर जाया गया |

 
और भी

VIDEO : औरेया DM ने उल्टा फहराया तिरंगा, अब कही ये बात

उत्तर प्रदेश के औरैया में 75वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया, लेकिन जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बिना देखे ही उल्टा झंडा फहरा दिया. कलक्ट्रेट भवन ककोर में हुए ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रीय गान गाया गया और उल्टे झंडे को सलामी दी गई. हैरानी की बात तो ये है कि इस दौरान न तो जिलाधिकारी ने इस ओर ध्यान दिया और ना ही मौके पर मौजूद सैकड़ों लोगों की भीड़ ने. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर लोगों द्वारा कमेंट्स की बारिश की जा रही है. 

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी इस मामले में सफाई देते नजर आ रहे हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि वायरल वीडियो ध्वजारोहण से पहले की गई टेस्टिंग का है. प्रोटोकॉल के तहत सही तरीके से ध्वजारोहण किया गया. वहीं जो वीडियो वायरल हुआ है, उसे लेकर सूचना अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि यह वीडियो भ्रामक है, जो सोशल मीडिया ग्रुप की उपज है. यह वीडियो सुबह आठ बजे से पहले का है, जब ध्वजारोहण से पहले टेस्टिंग की जाती है. उस दौरान देखा गया था कि तिरंगा सही नहीं था, इसके बाद तिरंगे को सीधा कराया गया.

जिलाधिकारी द्वारा जहां उल्टा तिरंगा फहराए जाने को लेकर सफाई दी जा रही है, वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोगों द्वारा इस लापरवाही पर खूब कमेंट किए जा रहे हैं. एक यूजर ने तो ट्विटर पर वायरल हो रहे इस वीडियो पर ये ​तक लिखा है कि "कैसे सिस्टम संभालते होंगे जब राष्ट्रीय ध्वज नहीं संभाल पा रहे" पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा अपने ट्विटर से इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि "DM औरैया सुनील कुमार वर्मा द्वारा राष्ट्रीय ध्वजारोहण में भारी लापरवाही व घोर अपमान." इस वीडियो पर कमेंट्स की भरमार है. हालांकि कुछ लोग इसे मानवीय भूल बताकर डीएम औरैया के पक्ष में भी खड़े नजर आ रहे हैं. एक अन्य यूजर ने लिखा है कि "ये किसी पार्टी का झंडा नहीं है और दिन भी बेहद खास है." एक यूजर ने लिखा है कि ये झंड़ा बांधने वाली की गलती है, तो इसके जवाब में अन्य यूजर ने ​लिखा है कि "ये सही है, तारीफ लेने के लिए अधिकारी और गलती हो तो कर्मचारी."
 

 

और भी

कांग्रेस की पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी

कांग्रेस की पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है, जिसपर कांग्रेस पार्टी के अंदर ही सवाल उठ रहे हैं. कार्ति चिदंबरम इसपर विचार करने की बात कर रहे हैं. वहीं कपिल सिब्बल ने युवा नेताओं के इस तरह कांग्रेस छोड़कर जाने पर सवाल उठाए हैं.कार्ति चिदंबरम ने सुष्मिता देव के इस्तीफे पर लिखा, 'हमें इस बात पर गहन विचार करने की जरूरत है कि सुष्मिता देव जैसे लोग पार्टी छोड़कर क्यों जा रहे हैं. इसपर विचार करने से हटना नहीं चाहिए.

वहीं कपिल सिब्बल ने लिखा, 'सुष्मिता देव ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकत सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. जब युवा नेता छोड़कर जाते हैं तो हम 'बूढ़ों' को इसे मजबूत करने के हमारे प्रयासों के लिए दोषी ठहराया जाता है. पार्टी आगे बढ़ती रहती है. आंख अच्छी तरह बंद करके.' TMC सूत्रों के मुताबिक, सुष्मिता टीएमसी नेतृत्व के संपर्क में हैं और जल्द ही कोलकाता पहुंच कर ममता बनर्जी या अभिषेक बनर्जी से मिल सकती हैं. बता दें कि सुष्मिता देव असम बंगाल के बड़े नेता संतोष मोहन देव की बेटी हैं. सुष्मिता देव असम की सिल्चर सीट से सांसद भी चुनी गई थीं. सुष्मिता देव फिलहाल ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष थीं.

TMC या सुष्मिता की तरफ से अभी कुछ साफ नहीं किया गया है, इस बीच उनके बीजेपी में जाने की भी अटकलें थीं. इसपर असम बीजेपी के महासचिव डॉक्टर राजदीप राय ने कहा है कि ऐसा नहीं है. वह बोले, 'सुष्मिता देव बीजेपी जॉइन नहीं कर रही हैं. वह हमारे किसी सीनियर नेता के संपर्क में नहीं हैं.' वहीं कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने सुष्मिता देव से अपने फैसले पर फिर विचार करने की गुजारिश की है. उन्होंने कहा, 'सुष्मिता देव एक समर्पित कांग्रेस नेता थीं. नहीं सोचा था कि वह ऐसा फैसला लेंगी. हम लोग परिवार की तरह थे. अगर उन्हें कोई दिक्कत थी तो बात करनी चाहिए थी. मैं उनसे गुजारिश करूंगा कि अपने फैसले पर विचार करें.'
और भी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों से की मुलाकात

दिल्ली: - भारत के नए गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा समेत ओलंपिक में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की जय-जयकार कर रहा है। भारत के नवीनतम खेल आइकन बने इन खिलाड़ियों की देशभर में प्रशंसा हो रही है तो मान सम्मान में भी कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज दिल्ली में अपने आवास पर टोक्यो 2020 ओलंपिक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में भारत ने सात पदक जीते। इसमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य शामिल है। यह ओलंपिक से उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी। साथ ही ओलंपिक खिलाड़ियों की तस्वीर साझा की हैं। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ट्वीट में लिखा, 'हमारे टोक्यो 2020 ओलंपियन को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज उनके आवास पर सम्मानित किया जाएगा। यहां देखिए इवेंट के लिए रवाना होने वाले एथलीटों की झलकियां।'

रविवार को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में आईओए ने भी टोक्यो के सितारों को सम्मानित किया। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा, मीराबाई चानू, रवि दहिया, पीवी सिंधु, लवलीना बोरगोहेन, बजरंग पुनिया और भारतीय पुरुष हॉकी टीम को अशोका होटल में सम्मानित किया। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत का लक्ष्य एक खेल महाशक्ति बनना है। हमें सभी हितधारकों को एक साथ आने की जरूरत है। ठाकुर ने कहा कि खेल एक राज्य का विषय है। पीएम मोदी के तहत, हमने टॉप्स योजना शुरू की है। मुझे खुशी है कि आप में से अधिकांश ने महामारी के दौरान भी इसका लाभ उठाया।

इससे पहले दिन में देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में खिलाड़ियों की सराहना करते हुए उन्हें सलाम किया। पीएम मोदी ने देश से अपील की कि 'वे इन एथलीटों की उपलब्धियों के लिए उनकी सराहना करें।' इस दौरान ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा, रजत पदक विजेता मीराबाई चानू, पुरुष और महिला हॉकी टीमें, उनका सहायक स्टाफ और भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारी सहित 240 ओलंपियंस प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने के लिए लाल किले पर मौजूद रहे।

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 अगस्त यानी मंगलवार को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में भाग लेने वाले भारतीय पैरा-एथलीट दल के साथ बातचीत करेंगे। कुल 9 खेल स्पर्धाओं के 54 पैरा-एथलीट देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए टोक्यो जायेंगे। यह पैरालंपिक खेलों में भाग लेने वाला अब तक का सबसे बड़ा भारतीय दल है। इस बातचीत के दौरान केन्द्रीय खेल मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
 
और भी

बस कंडक्टर की बेटी ऐसे बनी IPS

हिमाचल प्रदेश के ऊना के छोटे से गांव ठठ्ठल की रहने वाली शालिनी अग्निहोत्री ने बचपन में ही अपनी मां का अपमान देखकर अफसर बनने का फैसला कर लिया था. पुलिस अफसर बनने के बाद शालिनी ने एक ऐसी पहचान बनाई है कि अपराधी उनके नाम से थर्र-थर्र कांपते हैं. बचपन में एक बार शालिनी अग्निहोत्री अपनी मां के साथ बस में सफर कर रही थी. इस दौरान एक व्यक्ति ने उनकी मां की सीट के पीछे हाथ लगाया हुआ था, जिससे वे ठीक बैठ नहीं पा रही थी. उन्होंने कई बार उस व्यक्ति को हाथ हटाने के लिए कहा, लेकिन उसने एक नहीं सुनी. कई बार कहने के बाद व्यक्ति गुस्सा हो गया और कहा- तुम कहां की डीसी लग रही हो जो तुम्हारी बात मानी जाए. बस यहीं से शालिनी ने तय किया कि वे भी बड़ी होकर अफसर बनेंगी. 

शालिनी अग्निहोत्री ने बताया, 'मुझे 10वीं की परीक्षा में 92 प्रतिशत से ज्यादा नंबर मिले थे, लेकिन 12वीं में सिर्फ 77 प्रतिशत नंबर ही आए. इसके बावजूद मेरे पैरेंट्स ने मुझपर भरोसा जताया और मुझे पढ़ने के लिए प्रेरित किया.'  बेटर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शालिनी अग्निहोत्री  ने धर्मशाला के डीएवी स्कूल से 12वीं करने के बाद पालमपुर स्थित हिमाचल प्रदेश एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कृषि में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. शालिनी ने ग्रेजुएशन के साथ ही यूपीएससी की भी तैयारी शुरू कर दी थी. 

शालिनी अग्निहोत्री कॉलेज के बाद यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करती थीं और उन्होंने इसकी जानकारी अपने घरवालों को भी नहीं दी थी. शालिनी को लगता था कि इतनी कठिन परीक्षा है कि अगर पास नहीं हुई तो कहीं घरवाले निराश न हो जाएं. यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के लिए उन्होंने ना तो कोचिंग ली और ना ही किसी बड़े शहर का रुख किया शालिनी अग्निहोत्री  ने मई 2011 में यूपीएससी की परीक्षा दी और 2012 में इंटरव्यू का परिणाम भी आ गया. शालिनी ने ऑल इंडिया में 285वीं रैंक हासिल की और उन्होंने इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) चुनी.शालिनी अग्निहोत्री  के पिता रमेश अग्निहोत्री बस कंडक्टर थे, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. शालिनी की बड़ी बहन डॉक्टर हैं और भाई एनडीए पास करके आर्मी में हैं.|

 
और भी

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को लगाई लताड़, कही ये बात

देश में ट्रिब्यूनल के सदस्यओं और अध्यक्षों की नियुक्ति में देरी पर सुप्रीम कोर्ट ने फिर गहरी नाराजगी जाहिर की है. सोमवार को एक सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मुझे एक भी ट्रिब्यूनल दिखाइए, जहां नियुक्तियां हुई हो. अदालत ने कहा कि 2017 में ही इस बाबत आदेश आया था तब से ही ये अदालत नियुक्तियों के लिए कई बार आदेश पारित कर चुकी है.  

इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि आखिर संसद में कुछ ट्रिब्यूनल को समाप्त करने का विधेयक लाने के पीछे उसकी मंशा क्या थी? जबकि सुप्रीम कोर्ट ने वैसे ही एक अध्यादेश को खारिज कर दिया था.चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि वो कोर्ट को वो कारण बताएं जो संबंधित मंत्री ने ऐसे विधेयक को सदन के पटल पर रखते हुए बताए थे. सॉलिसिटर जनरल के आग्रह पर कोर्ट ने जवाब दाखिल करने के लिए केंद्र सरकार को हफ्ते की मोहलत दे दी है. सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि प्रशासनिक पंचाट सहित कुछ ट्रिब्यूनल में रिक्त पदों पर नियुक्तियां हो रही हैं, इसलिए वस्तुस्थिति का पता लगाने के लिए दो हफ्ते की मोहलत चाहिए.

न्यायधिकरणों में लंबित पड़ी नियुक्तियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आप ट्रिब्यूनल्स में खाली पदों पर नियुक्तियां कर रहे हैं या नहीं? सीजेआई की पीठ ने कहा कि पिछली सुनवाई में भी हमने कहा था कि सरकार के बनाए आधे से ज्यादा ट्रिब्यूनल सदस्यों और कार्यकारी अधिकारी के खाली पड़े पदों की वजह से निष्क्रिय पड़े हैं.
कोर्ट ने सरकार से कहा कि हम बारह और दिनों की मोहलत आपको दे रहे हैं. कोर्ट के सभी सवालों के समुचित जवाब के साथ आप 31 अगस्त को अगली सुनवाई पर हाजिर रहें |

 

 

और भी

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया ध्वजारोहण

मध्यप्रदेश :- 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इंदौर में गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा, जबलपुर में लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव और ग्वालियर में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ध्वजारोहण करके मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करेंगे। रीवा में ध्वजारोहण विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम करेंगे। 

Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan hoists the national flag at CM residence in Bhopal, on #IndependenceDay pic.twitter.com/J4MEKmdiXg

— ANI (@ANI) August 15, 2021

 

 

सामान्य प्रशासन विभाग ने स्वतंत्रता दिवस पर जिला मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों में ध्वजारोहण के लिए मंत्रियों और बीस जिलों में कलेक्टरों को अधिकृत किया है। मंत्रियों में विजय शाह सतना, जगदीश देवड़ा उज्जैन, बिसाहूलाल सिंह मंडला, यशोधरा राजे सिंधिया देवास, भूपेंद्र सिंह सागर, मीना सिंह मांडवे सीधी, कमल पटेल छिंदवाड़ा, गोविंद सिंह राजपूत दमोह, बृजेंद्र प्रताप सिंह होशंगाबाद, विश्वास सारंग विदिश, डॉ.प्रभुराम चौधरी सीहोर, डॉ.महेंद्र सिंह सिसोदिया शिवपुरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर गुना, प्रेम सिंह पटेल बुरहानपुर, ओम प्रकाश सकलेचा सिवनी, उषा ठाकुर खंडवा, अरविंद भदौरिया रायसेन, डॉ.मोहन यादव राजगढ़, हरदीप सिंह डंग बालाघाट, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव आलीराजपुर, भारत सिंह कुशवाह मुरैना, इंदर सिंह परमार झाबुआ, राम खेलावन पटेल शहडोल, राम किशोर कांवरे उमरिया, बृजेंद्र सिंह यादव शाजापुर, सुरेश धाकड़ दतिया और ओपीएस भदौरिया रतलाम में ध्वजारोहण करके मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करेंगे। अन्य जिलों में कलेक्टर ध्वजारोहण करेंगे।

 

और भी

पाकिस्तान के आजादी वाले दिन पर पीएम नरेंद्र मोदी का बड़ा ऐलान

नई दिल्ली:-  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त का दिन 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया है. ये बात पीएम मोदी ने ट्वीट कर कही है. पीएम मोदी ने इसकी वजह भी बतायी है. उनका कहना है कि इस दिन नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा था. उनकी बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाने का फैसला किया गया है.पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, "देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है. #PartitionHorrorsRemembranceDay का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी."  

आपको याद दिला दें, देश के इतिहास में 14 अगस्त की तारीख आंसुओं से लिखी गई है. यही वह दिन था जब देश का विभाजन हुआ और 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान व 15 अगस्त 1947 को भारत को एक पृथक राष्ट्र घोषित कर दिया गया था. इस विभाजन में न केवल भारतीय उप-महाद्वीप के दो टुकड़े किए गए बल्कि बंगाल का भी विभाजन किया गया और बंगाल के पूर्वी हिस्से को भारत से अलग कर पूर्वी पाकिस्तान बना दिया गया, जो 1971 के युद्ध के बाद बांग्लादेश बना. कहने को तो यह एक देश का बंटवारा था, लेकिन दरअसल यह दिलों का, परिवारों का, रिश्तों का और भावनाओं का बंटवारा था. भारत मां के सीने पर बंटवारे का यह जख्म सदियों तक रिसता रहेगा और आने वाली नस्लें तारीख के इस सबसे दर्दनाक और रक्तरंजित दिन की टीस महसूस करती रहेंगी.
 
और भी

राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट ट्विटर ने किया रिस्टोर

ट्विटर ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का अकाउंट रिस्टोर कर दिया है. दिल्ली की नौ साल की रेप पीड़िता के परिजनों की तस्वीर पोस्ट करने के बाद ट्विटर ने राहुल गांधी का अकाउंट अस्थायी तौर पर सस्पेंड कर दिया था. फिर इसे लॉक कर दिया गया था. सूत्रों के मुताबिक यह तस्वीर साझा करने के लिए कांग्रेस के जिन अन्य नेताओं के ट्विटर हैंडल लॉक किए गए थे, उन्हें भी रिस्टोर कर दिया गया है. 

कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि राहुल गांधी के साथ ही पार्टी के कुछ अन्य नेताओं ने भी यह तस्वीर साझा की थी. इन नेताओं के ट्विटर हैंडल भी ट्विटर ने लॉक कर दिए थे. सभी हैंडल अनलॉक हो गए हैं. गौरतलब है कि राहुल गांधी और अन्य पार्टी नेताओं के हैंडल लॉक होने के बाद कांग्रेस ने भी ट्विटर पर हमला बोला था. कांग्रेस ने राहुल गांधी का ट्विटर हैंडल पहले अस्थायी रूप से सस्पेंड और फिर लॉक किए जाने की जानकारी दी थी |
 
और भी

लालू प्रसाद यादव का इलाज करने वाले डॉक्टर का निधन

 छत्तीसगढ़ :-  रिम्स के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ उमेश प्रसाद का आज अहले सुबह निधन हो गया। डॉ उमेश मल्टीपल मायलोमा बीमारी से जूझ रहे थे। यह एक प्रकार का ब्लड कैंसर है। बीमार होने के बावजूद डॉ उमेश व्हीलचेयर के सहारे हर रोज मरीजों को देखने रिम्स आते थे। डॉ उमेश प्रसाद ने लालू प्रसाद जब रिम्स में थे, तब उनका भी इलाज लंबे समय तक किया था। एम्स रेफर करने से पूर्व भी मेडिकल बोर्ड की टीम में डॉ उमेश प्रसाद का नाम था। डॉ उमेश प्रसाद को एक महीना पूर्व मेडिसिन विभाग का एचओडी बनाया गया था। विभाग के एचओडी डॉ जेके मित्रा के सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई थी। इससे पहले डॉ उमेश मेडिसिन विभाग के यूनिट इंचार्ज थे।  

डॉ प्रसाद की मौत पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, रिम्स के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ उमेश प्रसाद जी के निधन की दुखद सूचना मिली। उनके निधन पर शोक व्यक्त करता हूं, ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को दुख सहने का साहस दे। ऊं शांति। डॉ उमेश प्रसाद के निधन की सूचना मिलते हैं चिकित्सकों में शोक की लहर फैल गयी। उनके साथ काम करने वाले डॉक्टर उनके साथ बिताए हुए पल को याद कर भावुक हो गए। वही उनकी मौत के बाद रिम्स के चिकित्सकों के अलावा अन्य चिकित्सकों ने भी शोक व्यक्त किया है।
 
और भी

Jhutha Sach News

news in hindi

news india

news live

news today

today breaking news

latest news

Aaj ki taaza khabar

Jhootha Sach
Jhootha Sach News
Breaking news
Jhutha Sach news raipur in Chhattisgarh