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छत्तीसगढ़ की श्वेता जायसवाल बनी मिसेज इंडिया क्वीन ऑफ नेशन 2021, रह चुकी हैं मिसेज वर्ल्ड

झूठा सच @ रायपुर:-  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की रहने वाली श्वेता जायसवाल मिसेज इंडिया क्वीन ऑफ नेशन 2021 चुनी गई हैं। श्वेता ने कांटेस्ट में देशभर की 24 प्रतिभागियों को हराकर यह खिताब अपने नाम किया है। श्वेता जायसवाल की क्राउनिंग इवेंट में मुख्य अतिथि के तौर पर बॉलीवुड की जानीमानी अभिनेत्री डॉ. अदिति गोवित्रिकर मौजूद रहीं। बता दें कि अदिति पहली मिसेज वर्ल्ड भी रह चुकी हैं। प्रतियोगिता का आयोजन नागपुर के होटल में किया गया था। 3 दिनों तक चले इस प्रतियोगिता में पहला दिन टैलेंट राउंड का रहा। जबकि दूसरे दिन प्रतिभागियों की फिटनेस परखी गई। वहीं तीसरे और आखिरी दिन महिलाओं ने रैंप पर अपना जलवा बिखेरा, जिसमें बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए श्वेता ने क्राउन अपने नाम किया।

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कल से हैं Pre B.Ed और डीएलएड की परीक्षाएं

झूठा सच @ रायपुर:- Pre B.Ed और डीएलएड की परीक्षाएं कल यानी रविवार को होगी। परीक्षा को लेकर व्यापमं ने पूरी तैयारी कर ली है। वहीं कोरोना के कारण व्यापमं ने कई नियमों को सख्त किया है। इसके अलावा दूरी बनाने के लिए केंद्रों की संख्या दोगुनी की है। बता दें कि कोरोना के कारण व्यापमं डेढ़ साल बाद किसी परीक्षा का आयोजन कर रहा है। ऐसे में अभ्यार्थियों को सख्ती से कोरोना नियमों का पालन करना होगा। वहीं नियमों का उल्लंघन होने पर अभ्यार्थियों को परीक्षा से वंछित कर दिया जाएगा।  

कोरोना के खतरे के बीच होने जा रही प्री-बीएड और प्री-डीएलएड परीक्षा के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। वहीं परीक्षार्थी को अगर बुखार, सर्दी, खांसी की शिकायत है तो उसके लिए अलग से परीक्षा हॉल में बैठाया जाएगा। बता दें कि प्री- बीएड के लिए 311 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्री-डीएलएड के लिए के लिए 121 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बीएड के 45 हज़ार 494 छात्र, डीएलएड में 28 हज़ार 674 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। प्रदेश में बीएड की 14 हज़ार और डीएलएड की 6500 सीटें हैं।
 
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मुख्यमंत्री ने की स्वेच्छानुदान मद से 03 लाख रूपए की सहायता राशि स्वीकृत

झूठा सच @ जगदलपुर : - मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वेच्छानुदान मद से जगदलपुर जिले के अध्यक्ष 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज बस्तर संभाग, भगवान जगन्नाथ मंदिर परिसर को गोंचा महापर्व के आयोजन हेतु 03 लाख रूपए की सहायता राशि स्वीकृत की है।

 

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राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित,आवेदन जमा करने की अंतिम तिथी 5 अक्टूबर

झूठा सच @ बलौदाबाजार :- जिलें के ऐसे छोटे बालक एवं बालिकाओं ने जिन्होंने अपनें वीरता का साहस मनवाया हैं। उन्हें राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2021 से सम्मानित करनें के लिए आवेदन आमंत्रित किए गये है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग एल आर कच्छप ने बताया कि छत्तीसगढ राज्य बाल कल्याण परिषद रायपुर के द्वारा वर्ष 2021 में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार हेतु नामांकन,आवेदन पत्र वांछित अभिलेखों एवं अनुशंसा के साथ 10 अक्टूबर 2021 तक छत्तीसगढ राज्य बाल कल्याण परिषद रायपुर को प्रेषित किया जाना है।  इसके तहत घटना दिनांक 1 जुलाई 2020 से 30 सितम्बर 2021 तक का उल्लेख कर सकतें है। पुरस्कार के लिए निर्धारित पात्रता एवं मापदण्ड के अनुरूप अनुशंसा सहित जिले के योग्य,पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव,आवेदन 3 प्रतियों में निर्धारित प्रपत्र में जमा किया जाना है। अतः आवेदन संबंधी निर्देश एवं प्रारूप जिला कार्यक्रम अधिकारी,महिला एवं बाल विकास विभाग,जिला- बलौदाबाजार-।भाटापारा के कक्ष क्रमांक 83 से प्राप्त कर सकते है। इच्छुक आवेदक अपना आवेदन 5 अक्टूबर 2021 तक जमा कर सकते है।

 

 

 

 

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JEECUP 2021 Guidelines: संयुक्त प्रवेश परीक्षा 31 अगस्त से होगा शुरू

 संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश (JEECUP) द्वारा पॉलिटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2021 का आयोजन 31 अगस्त से 4 सितंबर तक किया जाना है। इस बार परीक्षा ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 3 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। वहीं, अब परिषद् ने कंप्यूटर आधारित प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए गाइडलाइन जारी किया है। परिषद् द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन सभी उम्मीदवारों को करना होगा।

ये हैं महत्वपूर्ण दिशानिर्देश

उम्मीदवारों को अपने एडमिट कार्ड में अंकित परीक्षा विवरण के अनुसार, निर्धारित परीक्षा केंद्र पर दिए गए समय, यानी परीक्षा शुरू होने से 90 मिनट पहले पहुंचना होगा। कोविड-19 महामारी से सुरक्षा के मद्देनजर, उम्मीदवारों को फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा। बिना फेस मास्क के उम्मीदवारों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। उम्मीदवारों को अपने साथ सैनिटाइजर लाने की सलाह दी गई है। अभ्यर्थियों को अपने एडमिट कार्ड के साथ, एक मूल पहचान पत्र और काला / नीला पेन लेकर परीक्षा केंद्र पर आना होगा। कोई अन्य सामग्री, जैसे- सादा / लिखित / छपा कागज, फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर आने की अनुमति नहीं होगी। केंद्र पर उम्मीदवारों को अपना एडमिट कार्ड और पहचान पत्र दिखाना होगा। इसके बाद, रजिस्ट्रेशन डेस्क पर कंप्यूटर आवंटित किया जाएगा। वास्तविक / मुख्य परीक्षा शुरू होने से पहले, उम्मीदवार को प्रैक्टिस टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। विस्तृत जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर डिटेल इंस्ट्रक्शन चेक कर सकते हैं।

बता दें कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा में भाग लेने के लिए उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड कल, 25 अगस्त को जारी किए जा चुके हैं। जिन उम्मीदवारों ने अबतक अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं किया है, वे आधिकारिक वेबसाइट, jeecup.nic.in पर विजिट कर इसे डाउनलोड कर सकते हैं। एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को अपने एप्लीकेशन नंबर और पासवर्ड का उपयोग करना होगा।
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राज्य सेवा परीक्षा -2019 के अभ्यर्थी आज से 27 अगस्त तक कर सकेंगे अग्र मान्यता में सुधार

झूठा-सच@रायपुर :- राज्य सेवा परीक्षा( पीएससी) 2019 की मुख्य परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद अब अग्र मान्यता के आवेदन में त्रुटि सुधार का एक और अवसर दिया गया है।पहले  24 अगस्त अंतिम तिथि तय हुई थी ,लेकिन अभ्यर्थियों की मांग पर फिर से अवसर देने का फैसला आयोग ने किया है । वहीं आज दोपहर 12:00 से 27 अगस्त रात 11:59 तक मान्यता में सिर्फ एक बार सुधार कर सकते हैं । 242 पदों के लिए 2 सितंबर से इंटरव्यू शुरू होगा |
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बिहार सीईटी बीएड रिजल्ट हुआ जारी, ऐसे करें चेक

बिहार सीईटी बीएड रिजल्ट 2021 घोषित हो गया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा बिहार कॉमन एंट्रेंस टेस्ट रिजल्ट के लिए 136772 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिसमें से 117968 परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे। वहीं इस परीक्षा में कुल 1,12146 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है। बिहार सीईटी बीएड परीक्षा के लिए क्वालीफाई करने वाले कुल उम्मीदवारों में से 47757 महिलाएं हैं और 64383 पुरुष हैं। इसके अलावा काउंसलिंग के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 1 सितंबर, 2021 से शुरू होगी और 12 सितंबर, 2021 को समाप्त होगी। वहीं इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राएं आधिकारिक वेबसाइट bihar-cetbed-lnmu.in पर जाकर अपना स्कोर चेक कर सकते हैं। इसके अलावा बिहार सीईटी बीएड परिणाम 2021 की जांच करने और रैंक कार्ड डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करना होगा।


 बिहार बीएड सीईटी रिजल्ट 2021 चेक करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट bihar-cetbed-lnmu.in पर जाएं। इसके बाद होमपेज पर उपलब्ध लिंक 'बीएड 2021 के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम' पर क्लिक करें। अब लॉग इन करने के लिए एक पॉप-अप विंडो पर रोल नंबर और जन्म तिथि दर्ज करें। इसके बाद बिहार सीईटी बीएड परिणाम 2021 की जांच करें और डाउनलोड करें। परिणाम का एक प्रिंटआउट लेकर रख लें और इसे भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रख लें।

हार सीईटी बीएड रिजल्ट 2021 के अनुसार, बीएड रेग्यूलर कोर्स के लिए 111981 और बीएड शिक्षा शास्त्री के लिए 165 उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है। जारी आधिकारिक नोटिस के अनुसार चयनित उम्मीदवारों को काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए खुद को रजिस्टर्ड करना होगा। बिहार सीईटी बीएड परीक्षा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक राज्य स्तरीय टीचिंग एंट्रेंस एग्जाम है। इस परीक्षा में अर्हता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार नियमित बीएड, दूरस्थ बीएड और शिक्षा शास्त्री बीएड कार्यक्रमों में प्रवेश लेने में सक्षम होंगे।वहीं इस परीक्षा से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए स्टूडेंट्स आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

 

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6 सितंबर से शुरू होगी BS.c नर्सिंग की परीक्षा

झूठा-सच @रायपुर:-   राजधानी में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति विज्ञान और आयुष विश्वविद्यालय ने मंगलवार को बीएससी नर्सिंग प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ वर्ष की परीक्षा को लेकर नई समय सारणी जारी किया गया है । नई समय सारणी के अनुसार बीएससी नर्सिंग की परीक्षाएं 6 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर तक चलेगी । परीक्षा के दौरान परीक्षा कक्ष में छात्रों के लिए मास्क सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोने की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होगी बता दें कि, बीएससी नर्सिंग का पेपर गत दिनों लीक हुआ था उसके बाद से पूरी परीक्षा ही रद्द कर दी गई थी।
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दो दिवसीय किसान सम्मलेन 26-27 को

नई दिल्ली:-  ए .देश भर के किसान संघों के 1500 से अधिक प्रतिनिधि 26- 27 अगस्त को राष्टीय सम्मेलन के दौरान क्रषि कानूनों  के खिलाफ चल रहे आन्दोअन के लिए भविष्य की रणनीति पर चर्चा करेगें |

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लक्ष्य प्रतिस्पर्धा केन्द्र में यू.पी.एस.सी., सी.जी.पी.एस.सी एवं व्यापम के तैयारी हेतु प्रवेश के लिए चयन परीक्षा कल

दंतेवाड़ा : - लक्ष्य प्रतिस्पर्धा परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र दंतेवाड़ा द्वारा 02 अगस्त 2021 से 16 अगस्त 2021 तक चयन परीक्षा हेतु आवेदन स्नातक अंतिम वर्ष व स्नातक के छात्र छात्राओं से ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से मंगाए गए। जिसमें कुल 1115 आवेदन पत्र प्राप्त हुए। जिसके निरंतर पूर्व निर्धारित चयन परीक्षा जो कि 25 अगस्त 2021 को समय सुबह 10%30 से दोपहर 1.00 बजे रखी गयी है, होनी है परीक्षा के प्रवेश पत्र ऑनलाइन माध्यम से छात्र दिए गए लिंक www.ignitedmindsias.com/chhattisgarh पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं, असुविधा की स्थिति में दिए गए नंबर 9752388303 पर फाट्सएप कर सहयोग प्राप्त कर सकते हैं। कोविड-19 की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्रों में समय से पूर्व पहुंचे।

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Tokyo Paralympics 2021 - 57 साल बाद टोक्यो की वापसी

झूठा-सच@जापान.टोक्यो ओलंपिक के बाद अब सभी की निगाहें पैरालंपिक खेलों पर लगी हैं। 57 साल बाद टोक्यो को दूसरी बार पैरालंपिक खेलों की मेजबानी करने का मौका मिला हैं.वही टोक्यो पैरालंपिक का आयोजन दर्शकों के बिना किया जाएगा। कोरोना महामारी की वजह से इन खेलों में स्टेडियम में एंट्री नहीं मिलेगी। स्कूली बच्चों को इसमें जाने की मंजूरी दी गई है लेकिन उसके लिए उन्हें सभी सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। यह फैसला पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सन्स ने लिया।

 

 

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Realme कंपनी अपने पहले लैपटॉप को 18 अगस्त को करेगी लॉन्च

 रियलमी के पहले लैपटॉप यानी Realme Book का इंतजार कर रहे यूजर्स के लिए अच्छी खबर है। कंपनी अपने पहले लैपटॉप को 18 अगस्त को लॉन्च करने वाली है। कंपनी ने यह जानकारी वीबो पर दी। लैपटॉप को कंपनी सबसे पहले चीन में लॉन्च करेगी। चीन में इस लैपटॉप को रियलमी 828 फेस्टिवल के दौरान पेश किया जाएगा। लैपटॉप के साथ कंपनी अपने पहले टैबलेट Realme Pad को भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। हालांकि, अभी कन्फर्म नहीं है कि इस टैब को कब लॉन्च किया जाएगा।


रियलमी बुक के लॉन्च से पहले डिजिटल चैट स्टेशन ने इसके ऑफिशियल पोस्टर को शेयर किया है। शेयर किए गए इस पोस्टर में लैपटॉप के लुक और डिजाइन को अच्छे से देखा जा सकता है। पोस्टर को देख कर कहा जा सकता है कि लैपटॉप में मेटैलिक चेसिस के साथ पतले बेजल दिए गए हैं। यह लैपटॉप बड़े साइज के टचपैड और बैकलिट कीबोर्ड से लैस है। लैपटॉप में कंपनी एक डेडिकेटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर भी ऑफर कर रही है। रियलमी बुक के कितने वेरियंट लॉन्च होंगे इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। रियलमी इंडिया और यूरोप के सीईओ माधव सेठ ने भी रियलमी के एक लैपटॉप मॉडल को टीज किया है। इस लैपटॉप का नाम Realme Book Slim है। एक लीक रिपोर्ट की मानें तो रियलमी के इस लैपटॉप का वजन 1.3 किलोग्राम है।

रियलमी बुक में कंपनी 16जीबी की DDR4 रैम के साथ 512जीबी की PCIe स्टोरेज ऑफर करने वाली है। लैपटॉप में Intel Xe ग्राफिक्स के साथ इंटेल 11th जेनरेशन कोर i5-1135G7 प्रोसेसर मिलेगा। डिस्प्ले की बात करें तो इसमें 14 इंच की 2K स्क्रीन मिलेगी। लैपटॉप में ओएस के तौर पर कंपनी विंडोज 10 होम दे सकती है। बैटरी की जहां तक बात है तो इसमें 54Wh की बैटरी मिलेगी जो 65 वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। लैपटॉप में दमदार साउंड के लिए हार्मन कार्डन के स्पीकर मिल सकते हैं। इसके अलावा कनेक्टिविटी लिए लैपटॉप में ट्रिपल माइक्रोफोन ऐरे, दो यूएसबी C 3.1 स्लॉट, एक यूएसबी 3.2 जेनरेशन 1 पोर्ट और एक 3.5mm ऑडियो जैक दिया जा सकता है। इस लैपटॉप की कीमत भारत में 55 हजार रुपये के आसपास हो सकती है।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 20वीं कड़ी 8 अगस्त को होगा प्रसारण

रायपुर:- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 20वीं कड़ी का प्रसारण 8 अगस्त रविवार को होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार आदिवासी अंचलों की अपेक्षाएं और विकास विषय पर प्रदेशवासियों से बातचीत करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम. रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चौनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के कृषि लघुवनोपज के वेल्यू एडिशन के लिए किया का आव्हान

  •  व्यापारी एवं उद्यमी ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए चैन सिस्टम विकसित करें   
  •  सरकार की मंशा गांव प्रोडक्शन और शहर ट्रेडिंग के केन्द्र बनें 
  •  लाभप्रद व्यवसाय के लिए गांवों और शहरों का एकजुट होना जरूरी 
रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के व्यापारियों एवं उद्यमियों को छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पाद एवं लघुवनोपज के वेल्यूएडिशन और व्यापार के लिए आगे आने का आव्हान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य की नयी औद्योगिक नीति में कई तरह की सहूलियतें दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण अंचल में फूड प्रोसेसिंग यूनिट, लघु वनोपज की प्रसंस्करण यूनिट सहित अन्य सामग्रियों के उत्पाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने व्यापारियों एवं उद्यमियों से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए चैन सिस्टम विकसित करने की भी बात कही। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल आज शाम यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ चेम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि मंडल को सम्बोधित कर रहे थे।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गांवों के गौठानों में इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की जा रही है। यहां ग्रामीणों एवं महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कृषि एवं वनोत्पाद से संबंधित आयमूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि व्यापारी एवं उद्यमी अपनी डिमांड एवं क्वालिटी के आधार पर गांवों में कृषि एवं लघु वनोपज से संबंधित उत्पादों का वैल्यूएडिशन एवं प्रोडक्शन करा सकते हैं। इसके लिए ग्रामीणों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को ट्रेनिंग देकर उन्हें स्किल्ड करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे ग्रामीणों, महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पाद को आसानी से मार्केट उपलब्ध हो सकेगा। ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। व्यापारियों एवं उद्यमियों को वाजिब दाम पर उच्च क्वालिटी के प्रोडक्ट मिलेंगे, जिससे व्यापार में लाभ होगा। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कहा कि अमचूर जो औसतन 80 से 120 रूपए किलो में बिकता है। दंतेवाड़ा में सिर्फ अमचूर कटिंग में स्टेनलेस ब्लेड का उपयोग करने से यह अमचूर 600 रूपए किलो में बिकने लगा है। कोण्डागांव का तिखूर ड्रिंक वियतनाम जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे राज्य के व्यापारी और उद्यमी छत्तीसगढ़ के उत्पाद को देश-दुनिया में ट्रेडिंग करें। मुख्यमंत्री ने व्यापारियों एवं उद्यमियों को इसके लिए शासन की ओर से हर संभव मदद करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मिशन मिलेट शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि गांवों को शहरों से व्यापार-व्यवसाय के मामले में जोड़ने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के के प्रदेश कार्यालय भवन के निर्माण के लिए रायपुर में रियायती दर पर भूमि आबंटित करने, उरला औद्योगिक क्षेत्र को बिरगांव नगर निगम की सीमा से पृथक रखने, प्रदेश के सभी जिलों में थोक व्यापार के लिए होल सेल कारिडोर की स्थापना तथा फ्री होल्ड भूमि के संबंध में आवश्यक कार्यवाही की बात कही।
 
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अमर परवानी ने राज्य के 8 लाख व्यापारियों की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अभिनंदन किया और कहा कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विजन अनुरूप राज्य के चहुंमुखी विकास में सहभागी बने यह हमारा प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि आपके नेतृत्व में उद्योग एवं व्यापार को प्रोत्साहन और बेहतर वातावरण का निर्माण हुआ है। उन्होंने व्यापार-व्यवसाय की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लिए गए फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यही वजह है, कि राज्य को जीएसटी में 33 प्रतिशत की ग्रोथ मिली है। उन्होंने राज्य में फूड प्रोसेसिंग एवं कृषि आधारित उद्योग, कुटीर एवं लघु उद्योग को बढ़ावा देने तथा गांव और गौठानों से व्यापारी और व्यवसायियों को जोड़ने के लिए चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा की जा रही पहल की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चेम्बर इसका भी आंकलन कर रहा है कि छत्तीसगढ़ से कौन-कौन से उत्पाद अन्य राज्यों एवं देशों को जाते हैं, उसे चिन्हित कर इसका राज्य में विपुल पैमाने पर उत्पादन करने की दिशा में चेम्बर परिवार काम करेगा। इस मौके पर चेम्बर ऑफ कॉमर्स की समस्याओं एवं मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर संरक्षक  महेन्द्र धाड़िवाल, सीतामल वाधवानी एवं  गर्ग ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष  रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष  गिरीश देवांगन सहित चेम्बर ऑफ कॉमर्स की कार्यकारणी के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थे। 
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खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने ई-पास मशीन का किया निरीक्षण

रायपुर : - छत्तीसगढ़ सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत ने आज रायपुर के पीडीएस दुकानों का निरीक्षण किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ नगर टिकरापारा उचित मूल्य की दुकान तथा अपना गार्डन के पास अम्लीडीह स्थित उचित मूल्य की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। खाद्य मंत्री ने इस दौरान दुकान संचालकों में हितग्राहियों को अच्छी गुणवत्ता की राशन सामग्री प्रदान करने के निर्देश दिये।


मंत्री अमरजीत भगत आज विशेष तौर पर वन नेशन वन राशन कार्ड के क्रियान्वयन हेतु दुकानों में लगाई गई इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का जायजा लेने निकले थे। उन्होंने उपरोक्त दुकानों में इन्स्टॉल की गई ई-पॉज़(इलेक्ट्रॉनिक पॉइन्ट ऑफ सेल) मशीन की जांच की। यह मशीन ट्रायल के तौर पर धमतरी और रायपुर की उचित मूल्य की दुकानों में लगाई गई हैं।

मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि पहले चरण में शहरी क्षेत्रों में मशीनें लगाने के बाद दूसरे चरण में जल्दी ही यह मशीनें ग्रामीण क्षेत्र की उचित मूल्य की दुकानों में लगाई जाएँगी। उन्होंने बताया “छत्तीसगढ़ में वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का शुभारंभ किया जा रहा है। पहले चरण में इसकी शुरूआत नगरीय क्षेत्रों में हो रही है। इसी के तहत रायपुर और धमतरी की दुकानों में ई-पॉज़ मशीनें लगाई गई हैं। इसका नतीजा कैसा है, यह मशीन क्या परिणाम दे रही हैं, यह देखने हम गए थे। नतीजे संतोषप्रद हैं।’’

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा है कि वे पूरे प्रदेश में वन नेशन वन राशन कार्ड योजना आरंभ करने वाले हैं। इससे छत्तीसगढ़ के हितग्राही जब अन्य प्रदेशों में जाएँगे तो उन्हें राशन प्राप्त करने में आसानी होगी। इस दौरान मंत्रीअमरजीत भगत के साथ खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा, मार्कफेड की एमडी  किरण कौशल सहित जिले के खाद्य अधिकारी उपस्थित थे।
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वर्मी कंपोस्ट और केंचुआ बेचकर महिलाओं ने 6 महीनों में ही कमाए 6 लाख रूपए

  • मनरेगा से बने 30 टांकों में वर्मी कंपोस्ट और केंचुआ का उत्पादन 
  • समूह की महिलाएं ज्यादा कमाई के लिए बकरीपालन भी कर रहीं, 70 हजार रूपए की खरीदी बकरियां

रायपुर :- महिलाएं घर के भीतर और बाहर दोनों जगह मोर्चा संभाल रही हैं। घर के काम निपटाने के बाद वे स्वसहायता समूह बनाकर स्वरोजगार कर आर्थिक तौर पर भी स्वावलंबी बन रही हैं। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़ीं धमतरी जिले के कुरूद विकासखंड की गातापार (को) की महिलाएं अपनी उद्यमिता से सफलता की नई इबारत लिख रही हैं। वहां की कामधेनु कृषक अभिरूचि महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं ने वर्मी कंपोस्ट और केंचुआ उत्पादन का काम शुरू किया और छह महीनों में ही छह लाख रूपए की कमाई कर लीं। गांव में वर्मी कंपोस्ट निर्माण के लिए मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) से बनाए गए 30 टांकों ने उनकी सफलता की बुनियाद रखी। अपनी सीखने की ललक, हुनर और मेहनत से उन्होंने इसे परवान चढ़ाया।

सामान्य बचत से शुरूआत कर समूह के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने वाली इन महिलाओं का सफर वित्तीय वर्ष 2020-21 में तब शुरू हुआ, जब पंचायत की पहल पर मनरेगा से गांव में आठ लाख रूपए की लागत से सामुदायिक वर्मी कम्पोस्ट इकाई का निर्माण हुआ। ग्राम पंचायत ने चरणबद्ध तरीके से 30 टांके बनवाएं। इस काम में 88 मनरेगा श्रमिकों को सीधा रोजगार मिला। इस दौरान 561 मानव दिवसों का सृजन कर श्रमिकों को एक लाख रूपए से अधिक का मजदूरी भुगतान किया गया। टांकों के निर्माण के दौरान ही समूह की महिलाओं ने कृषि विभाग की मदद से जैविक खाद उत्पादन का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर लिया था। टांके बनने के बाद वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के लिए पंचायत ने तत्काल इन्हें कामधेनु कृषक अभिरूचि महिला स्वसहायता समूह को सौंप दिया। समूह ने इसी साल (2021 में) जैविक खाद बनाने का काम शुरू किया और पिछले छह महीनों में ही 295 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री कर एक लाख 33 हजार रूपए कमाए। जैविक खाद के साथ ही महिलाएं इसे तैयार करने में सहयोगी केंचुएं भी बेच रही हैं। बीते छह महीनों में 24 क्विंटल केंचुआ बेचकर महिलाओं ने चार लाख 62 हजार रूपए का शुद्ध मुनाफा कमाया है।

कामधेनु कृषक अभिरूचि महिला स्वसहायता समूह की अध्यक्ष मालती यादव बताती हैं कि उनके 11 सदस्यों वाले समूह ने पंचायत से टांका मिलने के बाद वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन शुरू किया था। प्रत्येक टांका में भराव की क्षमता 30 से 35 क्विंटल की है। समूह ने पिछले छह माह में 320 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बनाया है, जिसमें से 295 क्विंटल बेचा जा चुका है। इससे समूह को दो लाख 95 हजार रूपए मिले हैं। लागत एवं अन्य खर्चों को काटकर एक लाख 33 हजार रूपए की शुद्ध आमदनी हुई है।  

समूह की सचिव  निर्मला साहू बताती हैं कि वे लोग मनरेगा से निर्मित सामुदायिक वर्मी कम्पोस्ट इकाई में जैविक खाद के साथ ही केंचुआ उत्पादन भी कर रही हैं। उन्होंने अब तक 50 क्विंटल केंचुआ का उत्पादन कर लिया है। इनमें से 24 क्विंटल की बिक्री भी हो चुकी है, जिससे समूह को चार लाख 80 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं। इकाई के संधारण एवं केंचुआ खरीदी पर हुए खर्चों को काटने के बाद समूह को इससे चार लाख 62 हजार रूपए की शुद्ध आय हुई है। समूह की सदस्य गौरी ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट से हुई कमाई से समूह ने बकरीपालन शुरू किया है। इसके लिए 70 हजार रूपए की बकरियां खरीदी गई हैं। उनका समूह भविष्य में पशुपालन के काम को आगे बढ़ाना चाहता है। इसके लिए 50 हजार रूपए अलग से रखे गए हैं। वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के लिए गौठान में भी 50 हजार रूपये लगाए हैं।
 
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ग्राम पंचायत बोलबाला के गोठान में मुर्गीपालन हेतु प्रशिक्षण आयोजित

कोण्डागांव  :- जिले के गोठानों में आजीविका की व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देश पर सभी गोठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सूकर पालन जैसी गतिविधियों को करने हेतु बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओं को प्रेरित किया जा रहा है। जिसके तहत् बुधवार को विकासखंड कोण्डागांव के ग्राम पंचायत बोलबाला के गोठान में मुर्गीपालन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।


इस अवसर पर उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाए डॉ शिशिरकान्त पांडेय के मार्गदर्शन में पशुधन विकास विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र कोण्डागांव के संयुक्त तत्वाधान में गोठान में निर्मित मुर्गी शेड में प्रगति स्व सहायता समूह की महिलाओं को मुर्गीपालन हेतु प्रशिक्षण दिया गया। उपरोक्त गोठान में समूह द्वारा ब्रायलर पालन किया जाना प्रस्तावित है। जिसके लिए इस सप्ताह के अंत तक चूजे लाये जाएंगे। प्रशिक्षण में पशु विषय विशेषज्ञ कृषि विज्ञान केंद्र डॉ हितेश मिश्रा ने चूजों के आगमन से लेकर उनके पोषण, रखरखाव एवं नियमित प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि चूजों के लिए उचित तापमान मैनेज करना अतिआवश्यक होता है एवं जिसके कुशल प्रबंधन से मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं विकासखण्ड प्रभारी डॉ नीता मिश्रा ने कुकाडगारकापाल में समूह की दीदियों द्वारा किये जा रहे मुर्गीपालन का उदाहरण देते हुए मुर्गीयो में रोगो की पहचान, रोग नियंत्रण व बचाव हेतु टीकाकरण के महत्व को समझाया तथा प्रायोगिक तौर पर लिटर, ब्रूडर गार्ड, लाइट प्रबंधन, दाना पानी देने का तरीका बताते हुए उत्तम मुर्गीपालन हेतु बायोसेक्युरिटी मापदंडो का पालन करने के संबंध में जानकारी दी गई। उक्त कार्यक्रम में सरपंच ग्राम पंचायत बोलबाला रतनू राम पोयाम, बी पी एम आजीविका मिशन रैनु नेताम, सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्र अधिकारी वारिश नंद, पीआरपी आजीविका मिशन रीता पटेल, पशु सखी यशोदा, हिरदु, बुधराम, प्रगति स्व सहायता समूह के अध्यक्ष कुंबति पोयाम, सचिव रामशिला पोयाम सहित सभी सदस्य उपस्थित रहे।

 

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मनरेगा से बने तालाब ने दिया आजीविका का नया साधन, बेटी की बीमारी में साबित हुई संजीवनी

रायपुर : -  मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) कई रूपों में लोगों का जीवन बदल रहा है। जरूरत के समय सीधा रोजगार देने के साथ ही आजीविका के साधनों को भी मजबूत कर रहा है। ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए रोजगार के वैकल्पिक साधन भी निर्मित कर रहा है। कोरिया जिले के किसान श्री धर्मपाल सिंह के जीवन में मनरेगा हवा का सुखद झोंका लेकर आया है। खेत में मनरेगा से बने तालाब में मछलीपालन कर वे अतिरिक्त कमाई कर रहे हैं। सिंचाई का साधन मिलने से खेती में अब जोखिम कम हो गया है। पैदावार बढ़ गई है और मुनाफा भी। बेहतर हुई माली हालत के कारण बेटी के थैलेसीमिया से पीड़ित होने पर अच्छा उपचार करा पाए। इलाज हेतु आर्थिक मदद के लिए किसी का मुंह नहीं ताकना पड़ा। मुश्किल वक्त में मनरेगा से बना तालाब संजीवनी बना।


मनेन्द्रगढ़ विकासखण्ड के मुसरा ग्राम पंचायत के आश्रित गांव बाही के साढ़े तीन एकड़ जोत के छोटे किसान हैं श्री धर्मपाल सिंह। मनरेगा से खेत में तालाब खुदाई के पहले उनकी कृषि बारिश के भरोसे थी। धान की खेती के बाद आजीविका के लिए वे मनरेगा के अंतर्गत होने वाले कार्यों तथा गांव के दूसरे बड़े किसानों के यहां मिलने वाले कामों पर निर्भर थे। अपनी पत्नी श्रीमती लक्ष्मी के साथ मजदूरी कर परिवार का पेट पालते थे। पांच सदस्यों के परिवार में जब उनकी तीसरी संतान दस साल की पूर्णिमा को थैलेसीमिया नामक रक्त न बनने की बीमारी हुई, तो परिवार परेशानी में आ गया। श्री धर्मपाल सिंह के सामने परिवार के भरण-पोषण के साथ बेटी के लगातार चलने वाले इलाज के लिए पैसों के इंतजाम की भी चुनौती थी।

स कठिन समय में सहायक मत्स्य अधिकारी श्री हिमांचल नाथ वर्मा की सलाह उम्मीद की किरण लेकर आई। उन्होंने आजीविका संवर्धन और आमदनी बढ़ाने के लिए श्री धर्मपाल सिंह को मछलीपालन की सलाह दी। मनरेगा के तहत खेत में तालाब निर्माण के लिए श्री धर्मपाल सिंह के आवेदन के ग्रामसभा में अनुमोदन के बाद वर्ष 2019-20 में इसके लिए तीन लाख रूपए मंजूर किए गए। तालाब खुदाई के लिए मछलीपालन विभाग को निर्माण एजेंसी बनाया गया। तालाब निर्माण के दौरान श्री धर्मपाल सिंह के परिवार को भी 84 मानव दिवस का सीधा रोजगार प्राप्त हुआ, जिसके लिए उन्हें 15 हजार रूपए की मजदूरी मिली।

खेत में तालाब के निर्माण से जहां कम बारिश की स्थिति में फसलों को बचाने का साधन मिल गया, तो वहीं इससे खेतों में नमी भी बनी रहने लगी। तालाब खुदाई के बाद पिछले साल से श्री धर्मपाल सिंह के खेतों में धान की अच्छी उपज होने लगी है। वे धान के बाद अब सब्जी की भी खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त कमाई होने लगी है। पिछले साल रबी सीजन में उन्होंने उड़द लगाकर एक क्विंटल उत्पादन प्राप्त किया था। तालाब में मछलीपालन का धंधा भी अच्छा चल रहा है। पिछले एक साल से बेटी के लगातार चल रहे इलाज में मछलीपालन से हो रही कमाई ने अच्छा संबल दिया है। थैलेसीमिया के कारण उसे हर माह खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। श्री धर्मपाल सिंह के मुश्किल समय में मनरेगा से निर्मित तालाब ने बड़ा सहारा दिया है।  बीते छह महीनों में उन्होंने मछली बेचकर 50 हजार रूपए कमाए हैं। इसकी बदौलत उन्होंने परिवार के भरण-पोषण और बेटी के इलाज के खर्च की चुनौतियों का मजबूती से सामना किया है
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