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अब गणित के छात्र भी ‘डॉक्टर’ बनने दे सकेंगे NEET UG की परीक्षा

  • NMC ने जारी की नई गाइडलाइंस, नीट-यूजी के पाठ्यक्रम को किया छोटा
दिल्ली। 11वीं-12वीं क्लास में मैथ्स लेकर पढ़ाई करने वाले छात्र भी अब डाॅक्टर बनने NEET UG की परीक्षा दे सकेंगे। जी हां, NMC ने नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें 11वीं और 12वीं में मैथ्स लेकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी अब भविष्‍य में मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेने और डॉक्‍टर बनने का मौका मिलेगा। इसके लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल यानी NMC ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं। आपको बता दे कि इससे पहले तक केवल 11वीं और 12वीं क्लास में बाॅयोलाजी विषय लेकर पढ़ाई करने वाले छात्र ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते थे।
क्या है NMC के गाइडलाइन में-
NMC के गाइडलाइन के अनुसार 11वीं-12वीं में फिजिक्‍स, केमेस्‍ट्री और बायोलॉजी या फिर फिजिक्‍स, केमेस्‍ट्री, मैथ्‍स दोनों विषय के छात्र NEET UG की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। हालांकि फिजिक्‍स, केमेस्‍ट्री, मैथ्‍स से 12वीं करने वाले स्‍टूडेंट्स को एडिशनल सब्‍जेक्‍ट के तौर पर बायोटेक्‍नोलॉजी की परीक्षा देनी जरूरी होगी। NMC के नोटिस में बताया गया है कि 12वीं पास करने के बाद एडिशनल सब्‍जेक्‍ट्स के रूप में अंग्रेजी के साथ-साथ फिजिक्‍स, केमेस्‍ट्री, बायोलॉजी, बायोटेक्‍नोलॉजी पढ़ाई करने वाले स्‍टूडेंट्स NEET UG परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे।
योग्यता प्रमाण पत्र दिए जाने पर विचार-
NEET परीक्षा भारत में MBBS और BDS पाठयक्रम में एडमिशन के लिए अनिवार्य है। इसके अलावा ऐसे परीक्षार्थियों को एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट दिए जाने पर भी विचार किया जाएगा। एनएमसी के इस सर्टिफिकेट से स्‍टूडेंट्स विदेश में भी ग्रेजुएट मेडिकल पाठयक्रम में एडमिशन के लिए पात्र हो जाएंगे। NMC के इस नए फैसले से अब उन छात्र-छात्राओं को मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाने का रास्‍ता खुलेगा जो 12वीं में मैथ्‍स स्‍ट्रीम से पढ़ाई करना चाहते हैं। इससे स्‍टूडेंट्स के लिए पहले से और ज्‍यादा करियर ऑप्‍शंस के दरवाजे खुलेंगे।
अगले सत्र से लागू होगा नया नियम-
NEET UG में शामिल होने और विदेश में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए सर्टिफिकेट देने के नियमों में बदलाव का निर्णय 14 जून को किया गया था। NMC ने 12वीं कक्षा में अलग-अलग विषयों के अध्ययन में लचीलेपन का हवाला देते हुए इस कदम को सही ठहराया था। ऐसे में अब ये नया नियम अगले एकेडमिक सेशन से ही लागू हो जायेगा। जिसका सीधा फायदा मैथ्स लेकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी मिल सकेगा।
नीट-यूजी के पाठ्यक्रम को छोटा किया गया-
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के अनुसार, मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा- स्नातक (नीट-यूजी) के पाठ्यक्रम को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और अन्य स्कूल बोर्डों के तहत बनाए गए पाठ्यक्रम के साथ संरेखित करने के लिए कम कर दिया गया है।
देश में मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए सबसे बड़ी परीक्षा का आयोजन अगले वर्ष पांच मई को होगा। एनटीए ने एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा, ‘सभी हितधारकों विशेषकर आकांक्षी परिक्षार्थियों को यह सूचित किया जाता है कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के तहत एक स्वायत्त निकाय स्नातक चिकित्सा शिक्षा बोर्ड ने नीट-यूजी, 2024 के पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया है।’
इसने कहा कि यही अधिसूचना एनएमसी की वेबसाइट पर भी डाली गयी है। हितधारकों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा की तैयारी के लिए नीट-यूजी 2024 के लिए अद्यतन पाठ्यक्रम का संदर्भ लें और शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए नीट-यूजी परिक्षाओं की तैयारी भी इसी के अनुसार करें।
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उत्तराखंड में 7 जनवरी को आयोजित होगी यू-सेट प्रवेश परीक्षा

नैनीताल। उत्तराखंड के कॉलेज में प्रोफेसर आदि के पद पर नौकरी तलाश कर रहे युवाओं के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा एक खुशखबरी प्रेषित की गई है। उत्तराखंड के महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में सहायक प्रध्यापकों के पदों के लिए आयोजित कराई जाने वाली यू– सेट की परीक्षा का जिम्मा इस बार कुमाऊं विवि को सौंपा गया है। कुमाऊं विश्वविद्यालय सात जनवरी 2024 को राज्य पात्रता परीक्षा (यू-सेट) आयोजित कराएगा। यू-सेट के लिए नियुक्त सदस्य सचिव प्रो. एचसीएस बिष्ट ने बताया कि प्रदेश में ये परीक्षा साल 2017 में आयोजित कराई गई थी। वर्ष 2017 के बाद 2024 में इसे दोबारा कराया जा रहा है।
विवि ने जारी की परीक्षा केंद्रों की सूची-
परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए नैनीताल, अल्मोड़ा, पंतनगर, हल्द्वानी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, गोपेश्वर, टिहरी गढ़वाल, श्रीनगर गढ़वाल, देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और कोटद्वार को परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
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ICAR परीक्षा में अचला पनेरू को देश में मिला 8वां स्थान

हल्द्वानी। ICAR परीक्षा के नतीजे घोषित हो गए हैं और हल्द्वानी निवासी अचला पनेरू को भी कामयाबी मिली है। अचला ने पूरे देश में 8वां स्थान हासिल कर शहर का नाम रौशन किया है। उनका चयन चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय हरियाणा में एमएससी (फूड एंड न्यूट्रिशन) में हुआ है।
अचला पनेरू की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने साल 2019 में बियर शिवा स्कूल से इंटर तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उनका दाखिला पंतनगर विश्वविद्यालय में हुआ और वहां से ग्रेजुएशन (2023) पूरा होने के बाद उन्हें इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (आईसीएआर) की प्रवेश परीक्षा में सफलता मिली है।
अचला के पिता का नाम नवीन पनेरू है, जो कि कुमाऊं विश्विद्यालय में अधिवक्ता हैं। वहीं माता डॉ. मंजू सहायक एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी में सहायक प्राध्यापक है। अचला का परिवार मूल रूप से विकासखंड ओखलकांडा का निवासी है और वर्तमान में अमरावती कॉलोनी हल्द्वानी में रहता है। अचला ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है।
अचला एक मेधावी छात्रा रही हैं। विश्वविद्यालय की ओर से मार्च 2023 में फूड साइंस और न्यूट्रिशन पर इंटर्नशिप करने के लिए फ्रांस जाने का मौका मिला था। अचला का लक्ष्य रिसर्च ((फूड एंड न्यूट्रिशन) के क्षेत्र में काम करना है। हल्द्वानी लाइव डॉट कॉम की ओर से अचला पनेरू को बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
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छात्रों को यूएस, यूके, हांगकांग, सिंगापुर और नीदरलैंड से मिले इंटर्नशिप ऑफर : आईआईटी

नई दिल्ली। आईआईटी मद्रास के 2023-24 बैच के विद्यार्थियों को कैंपस इंटर्नशिप ड्राइव के पहले ही दिन 19 प्रतिशत ज्यादा इंटर्नशिप ऑफर मिले। आईआईटी मद्रास के मुताबिक उनके छात्रों को अमेरिका, इंग्लैंड, हांगकांग, सिंगापुर व नीदरलैंड आदि की कंपनियों से इंटरनेशनल इंटर्नशिप ऑफर मिले हैं।
आईआईटी मद्रास का कहना है कि उनके यहां छात्रों को 7 कम्पनियों से 19 इंटरनेशनल इंटर्नशिप ऑफर मिले हैं। पहले के मुकाबले इस बार 17 प्रतिशत ज़्यादा विद्यार्थियों को इंटर्नशिप ऑफर मिले है। कुल मिलाकर 51 प्रतिशत ज़्यादा कम्पनियों से इंटर्नशिप आफर मिले हैं।
आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर सत्यन सुब्बैया ने इंटर्नशिप का महत्व बताते हुए कहा, ‘‘एक अच्छा कॅरियर जिसमें सफलता और संतुष्टि हो, शुरू करने के लिए इंटर्नशिप करने का विशेष महत्व है। विद्यार्थी अपने करिकुलम से जो कौशल और ज्ञान प्राप्त करते हैं, इंटर्नशिप के दौरान वास्तविक काम-काज में उनका व्यावहारिक उपयोग करते हैं। मुझे खुशी है कि आज के कठिन दौर में भी हमारे विद्यार्थी अधिक संख्या में इंटर्नशिप प्राप्त करने में सफल रहे हैं। इसमें सहायक हमारी टीम के प्रयास सराहनीय हैं।’’
प्रोफेसर पी- मुरुगावेल नॆ कहा “इंटर्नशिप से छात्रों को कॉर्पोरेट जगत से जुड़ने और समझने का मौका मिलता है और उन्होंने कक्षा में जो कुछ भी सीखा है, उसका वह वास्तविक काम-काज में सही उपयोग कर पाते हैं। मुझे बहुत खुशी है कि हमारे छात्रों को रिकाॅर्ड संख्या में कम्पनियों से ऑफर मिले हैं। यह दर्शाता है कि हमारे छात्रों पर उद्योग जगत को बहुत भरोसा है।’’
आईआईटी मद्रास में इस वर्ष सर्वाधिक इंटर्नशिप ऑफर देने वाली कम्पनियाें में टेक्सस इंस्ट्रूमेंट्स, जे.पी मॉर्गन चेज एंड कंपनी, एडोब, प्रॉक्टर एंड गैंबल व डॉ- रेड्डीज लैबोरेटरीज शामिल हैं।
आईआईटी मद्रास में विद्यार्थियों के इंटर्नशिप प्रमुख सिद्धेश गतकल ने कहा, “इंटर्नशिप टीम ने कड़ी मेहनत से यह सुनिश्चित किया कि विश्व बाजार की अनिश्चितताओं के बावजूद हमारे छात्रों को उनके सपनों के आफर मिले। नियुक्ति के लिए आई कम्पनियों में अभूतपूर्व वृद्धि ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आईआईटी मद्रास के छात्रों पर सभी का अटूट भरोसा है और हमारी टीम के प्रयास सराहनीय रहे हैं।’’
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कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश हेतु ऑनलाईन आवेदन 16 दिसम्बर तक

  • सैनिक स्कूल अंबिकापुर
रायपुर। सैनिक स्कूल अंबिकापुर में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश के लिए ऑनलाईन आवेदन की अंतिम तिथि 16 दिसम्बर को शाम 5 बजे तक है। ऑनलाईन आवेदन वेबसाईट www.nta.ac.in या https://exams.nta.ac.in/AISSEE/ पर भरे जा सकेंगे। प्रवेश हेतु अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 21 जनवरी 2024 को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा आयोजित की जाएगी।
सैनिक स्कूल में कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए विद्यार्थी की उम्र 31 मार्च 2024 को 10 से 12 वर्ष और कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए विद्यार्थी की उम्र 13 से 15 वर्ष होनी चाहिए। सीट खाली रहने की स्थिति में छात्राओं के लिए कक्षा 6वीं और कक्षा 9वीं में प्रवेश ओपन रखा गया है। छात्राओं के लिए भी उम्र की सीमा छात्रों के समान है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी वेबसाईट www.nta.ac.in पर प्राप्त की जा सकती है।
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CGPSC 2023 के एग्जाम के लिए अधिसूचना जल्द होगी जारी

रायपुर। वर्ष 22 में विवादास्पद तरीके से चयनितों की ज्वाइनिंग पर हाईकोर्ट की रोक के बीच राज्य लोक सेवा आयोग वर्ष- 23 बैच के लिए एक दो दिन में पद विग्याापित करने जा रहा है। इस वर्ष राज्य सेवा के करीब 230 पदों की भर्ती की जानी है।
पीएससी सूत्रों ने बताया कि चूंकि अभी आचार संहिता लगी हुई है और पीएससी हर वर्ष 26 नवंबर को नई भर्ती के पद विज्ञापित करता है। तो उसने जीरो ईयर से बचने चुनाव आयोग से अनुमति मांगी है। आयोग से हरी झंडी मिलते ही आवेदन आमंत्रित करने पद विज्ञापित कर दिए जाएंगे। आयोग के सचिव जेके ध्रुव ने बताया कि बस एक, दो दिन में विज्ञापन जारी कर दिए जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष राज्य स्तरीय प्रथम श्रेणी अफसरों के 230 पद मंजूर किए गए हैं। इनमें डिप्टी कलेक्टरों के मात्र आठ पद बताए गए हैं। इनके लिए आवेदन प्रकिया दिसंबर, जनवरी में पूरी की जाएगी। उसके बाद प्रारंभिक परीक्षा (प्रिलिम्स) फरवरी और अंतिम चयन परीक्षा( मेन्स) जून में लिए जाते हैं। सितंबर में साक्षात्कार के बाद अक्टूबर में अंतिम चयन सूची की घोषणा की जाती है।
 
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गृह मंत्रालय ने निकाली इंटेलीजेंस ब्यूरो में 995 असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलीजेंस ऑफिसर्स की भर्ती

नई दिल्ली। इंटेलीजेंस ब्यूरो में सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने इंटेलीजेंस ब्यूरो में जनरल सेंट्रल सर्विस में ग्रुप सी के पदों के अंतर्गत असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलीजेंस ऑफिसर ग्रेड 2 / एग्जीक्यूटिव के पदों की भर्ती निकाली है। इंटेलीजेंस ब्यूरो द्वारा रोजगार समाचार सप्ताह 25 नवंबर - 1 दिसंबर 2023 में प्रकाशित विज्ञापन के मुताबिक एसीआइओ-2/एग्जीक्यूटिव के कुल 995 पदों पर भर्ती की जानी है। इसमें 377 पद अनारक्षित हैं, जबकि 222 OBC-NCL, 134 SC, 133 ST और 129 EWS उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।
ऑनलाइन आवेदन 25 नवंबर से-
इंटेलीजेंस ब्यूरो में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलीजेंस ऑफिसर ग्रेड 2 / एग्जीक्यूटिव पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित योग्यता रखने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट, mha.gov.in पर एक्टिव किए जाने वाले लिंक के माध्यम से सम्बन्धित अप्लीकेशन पेज पर जाकर अप्लाई कर सकेंगे। आवेदन प्रक्रिया 25 नवंबर से शुरू होनी है और उम्मीदवार 15 दिसंबर तक अपना पंजीकरण और शुल्क भुगतान ऑनलाइन माध्यमों से करना होगा। हालांकि, ऑफलाइन मोड में एसबीआइ चालान के माध्यम से उम्मीदवार परीक्षा शुल्क 19 दिसंबर तक भर सकेंगे।
आइबी एसीआइओ भर्ती के लिए योग्यता-
रोजगार समाचार में प्रकाशित विज्ञापन के मुताबिक इंटेलीजेंस ब्यूरो में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलीजेंस ऑफिसर ग्रेड 2 / एग्जीक्यूटिव भर्ती के लिए वे ही उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक डिग्री उत्तीर्ण की हो और आयु आवेदन की आखिरी तारीख यानी 15 दिसंबर को 18 वर्ष से कम तथा 27 वर्ष से अधिक न हो। हालांकि, आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी, अधिक जानकारी व अन्य विवरणों के लिए IB ACIO Notification 2023 देखें।
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कल तक भरें दिल्ली न्यायिक सेवा परीक्षा फॉर्म

  • प्रीलिम्स की नई तिथि घोषित
नई दिल्ली। दिल्ली न्यायिक सेवा परीक्षा फॉर्म भरने के इच्छुक उम्मीदवारों के पास बस कल तक का मौका है। दिल्ली हाईकोर्ट की ओर से कल, 22 नवंबर, 2023 को परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को समाप्त कर दिया जाएगा। एग्जाम में शामिल होने के इच्छुक और योग्य उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे फौरन आधिकारिक वेबसाइट https://delhihighcourt.nic.in पर जाकर अप्लाई कर दें। कल के बाद उन्हें दूसरा मौका आवेदन करने के लिए नहीं मिलेगा।
दिल्ली उच्च न्यायालय की ओर से जारी सूचना के अनुसार, कुल 53 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। वहीं, अभी हाल ही में हाईकोर्ट की ओर से परीक्षा की तिथि में भी बदलाव किया गया है। दिल्ली हाईकोर्ट की ओर से जारी ताजा अपडेट के मुताबिक, 10 दिसंबर, 2023 को होने वाली परीक्षा अब 17 दिसंबर, 2023 को कंडक्ट किया जाएगा।
इस परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 1500 रुपये और आरक्षित श्रेणी (एससी/एसटी/पीडब्ल्यूबीडी) के उम्मीदवारों के लिए 400 रुपये की फीस (गैर-वापसी योग्य) का भुगतान करना होगा। शुल्क का भुगतान केवल डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/इंटरनेट बैंकिंग/यूपीआई के माध्यम से ही स्वीकार किया जाएगा।
दिल्ली न्यायिक सेवा परीक्षा फॉर्म भरने के लिए सबसे पहले उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट delhihighcourt.nic.in पर जाना होगा। इसके बाद, पब्लिक नोटिस पर जाए। अब यहां न्यायिक सेवा परीक्षा 2023 के लिए आवेदन लिंक पर क्लिक करें। अब रजिस्टर करें और आवेदन प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं। फॉर्म भरें, शुल्क का भुगतान करें और फॉर्म जमा करें। भविष्य के संदर्भ के लिए एक प्रिंटआउट लेकर रख लें। 
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GATE 2024 : खुल गई गेट आवेदन सुधार विंडो

  • इस दिन तक करें करेक्शन, जानें किन विवरणों को कर सकते हैं संपादित
भारतीय विज्ञान संस्थान ने ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE 2024) आवेदन सुधार विंडो खोल दी है। परीक्षा के लिए पंजीकरण कराने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट- gate2024.iisc.ac.in पर जाकर अपने आवेदन पत्र में सुधार कर सकते हैं।
सुधार करने की अंतिम तिथि-
आवेदन पत्र में बदलाव करने के लिए आवेदकों को GOAPS पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और अपने लॉगिन क्रेडेंशियल की मदद से लॉग-इन करना होगा। आधिकारिक नोटिस के अनुसार, सुधार करने की अंतिम तिथि 24 नवंबर, 2023 है। लिहाजा अगर आपको आवदेन पत्र में कोई बदलाव करना है तो समय रहते कर लें।
गेट ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट कर कहा, "आपके एप्लिकेशन को संशोधित करने की विंडो अब खुली है। कृपया यहां तालिका में देखें कि आप क्या-क्या संशोधित कर सकते हैं।"
GATE 2024 आवेदन सुधार-
प्रत्येक परिवर्तन के लिए, उम्मीदवारों को निर्दिष्ट शुल्क का भुगतान करना होगा। आवेदन पत्र में विवरण जिसे संशोधन शुल्क के साथ बदला जा सकता है। किस चीज में बदलाव के लिए कितनी फीस लगेगी इसकी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं।
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GATE 2024 : आवेदन पत्र में सुधार के लिए आज खुल रही विंडो

  • सिर्फ इन विवरणों में कर सकेंगे बदलाव, इतनी होगी फीस
भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु आज यानी 18 नवंबर से ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट फॉर इंजीनियरिंग (GATE 2024) आवेदन सुधार विंडो खोलने के लिए पूरी तरह तैयार है। आधिकारिक नोटिस के अनुसार, उम्मीदवार 18 नवंबर से आधिकारिक वेबसाइट - gate2024.iisc.ac.in पर जाकर आवेदन पत्र में सुधार/बदलाव कर सकते हैं।
अंतिम तिथि और फीस-
शेड्यूल के अनुसार, GATE 2024 सुधार विंडो 24 नवंबर, 2023 को बंद हो जाएगी। GATE 2024 आवेदन पत्र में बदलाव करने के लिए, उम्मीदवारों को 500 रुपये का शुल्क देना होगा।
इस स्थिति में ज्यादा होगा शुल्क-
यदि कोई उम्मीदवार लिंग को महिला से किसी अन्य में, एससी/एसटी वर्ग से किसी अन्य में, और पीडब्ल्यूडी/डिस्लेक्सिक वर्ग से गैर-पीडब्ल्यूडी/डिस्लेक्सिक में बदलना चाहता है, तो शुल्क 1400 रुपये होगा।
परीक्षा की तिथि-
एडमिट कार्ड 3 जनवरी 2024 को जारी किए जाएंगे और परीक्षा 3, 4, 10 और 11 फरवरी 2024 को आयोजित की जाएगी।
महत्वपूर्ण तिथियां-
उम्मीदवारों की प्रतिक्रियाएं 16 फरवरी को और उत्तर कुंजी 21 फरवरी, 2024 को उपलब्ध होंगी। आपत्ति उठाने की अंतिम तिथि 25 फरवरी, 2023 है। GATE 2024 के परिणाम 16 मार्च, 2024 को घोषित किए जाएंगे, और उम्मीदवार इसे डाउनलोड कर सकते हैं। 23 मार्च 2024 को स्कोर कार्ड जारी किया जाएगा।
ऐसे करें बदलाव-
आधिकारिक वेबसाइट gate2024.iisc.ac.in पर जाएं।
होम पेज पर बदलाव के लिए उपलब्ध लिंक पर क्लिक करें।
लॉग इन करें।
आवेदन पत्र में बदलाव करें और प्रोसेसिंग फीस का भुगतान करें।
एक बार हो जाने पर 'सबमिट' पर क्लिक करें।
आगे की आवश्यकता के लिए इसे डाउनलोड करें और प्रिंटआउट ले लें।
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तिरूपति : राज्य सरकार ने गहन डिजिटल शिक्षा अभियान शुरू किया है

तिरूपति। राज्य सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में एक परिवर्तनकारी पहल की है, जिससे विभिन्न स्कूलों में डिजिटल शिक्षा के एक नए युग की शुरुआत हुई है। तिरुपति जिले में, 179 सरकारी स्कूलों ने डिजिटल शिक्षण पद्धतियों को अपनाया, जहां कक्षाओं में इंटरैक्टिव फ्लैट पैनल बोर्ड एक आम दृश्य बन गए हैं। इस प्रगतिशील कदम ने 1110 छात्रों को प्रभावित किया है, जिससे सीखने के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव आया है।
तिरुपति में सरकारी स्कूल अत्याधुनिक तकनीक और आधुनिक शिक्षण विधियों को अपनाने के लिए विकसित हुए हैं। छठी कक्षा से शुरू करके प्रत्येक कक्षा में इंटरैक्टिव फ्लैट पैनल (आईएफपी) का एकीकरण, अधिक आकर्षक और प्रभावी शिक्षण वातावरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग का प्रतीक है। यह पहल केवल तकनीकी प्रगति से आगे तक फैली हुई है, जिसमें छात्रों के समग्र विकास, उनके शारीरिक, मानसिक विकास और एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
बायजू की डिजिटल सामग्री से युक्त टैबलेट के वितरण के माध्यम से, छात्रों के पास अब ऑडियो और वीडियो तत्वों तक पहुंचने की सुविधा है, जिससे वे वस्तुतः कहीं से भी सीखने में सक्षम हो सकते हैं। प्रारंभिक चरण में पूरे तिरुपति के 179 स्कूलों में आईएफपी बोर्ड की स्थापना देखी गई, जिससे 1110 छात्रों को लाभ हुआ। इस डिजिटल शिक्षण परिदृश्य को और बढ़ाने के लिए, अंग्रेजी, गणित और विज्ञान जैसे विषयों में संदेह का समाधान करने वाला एक स्विफ्ट चैट ऐप 14 नवंबर को मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी द्वारा लॉन्च किया जाएगा।
इंटरैक्टिव फ्लैट पैनल और स्मार्ट टीवी के आगमन ने पारंपरिक कंप्यूटरों को पीछे छोड़ दिया है, जिससे काले और हरे बोर्ड अप्रचलित हो गए हैं। डिजिटल स्क्रीन गतिशील प्रस्तुति की अनुमति देती है, जिसमें टेक्स्ट किसी भी चुने हुए रंग में दिखाई देता है और स्लाइड प्रारूप में भविष्य के संदर्भ के लिए सामग्री को सहेजने की क्षमता होती है। क्यूआर कोड शैक्षिक सामग्री को आसानी से साझा करने की सुविधा प्रदान करते हैं, जिसे पीडीएफ प्रारूप में प्रदर्शित किया जा सकता है, जो अधिक इंटरैक्टिव और बहुमुखी सीखने के अनुभव में योगदान देता है।
सरकार का दृष्टिकोण केवल डिजिटलीकरण से परे है, जिसका लक्ष्य शैक्षणिक मानकों को ऊपर उठाने और छात्रों को वैश्विक अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स का लाभ उठाना है। जिला कलेक्टर के वेंकटरमण रेड्डी का मानना है कि ऑडियो-विज़ुअल सामग्री के माध्यम से सीखने से युवा मन में रुचि पैदा होगी, जो उन्हें अधिक प्रौद्योगिकी-संचालित भविष्य के लिए प्रेरित करेगी।
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) डॉ वी शेखर ने कक्षा 3 से 10 तक के छात्रों को बायजू टैब के वितरण पर प्रकाश डाला, जिसमें नाडु-नेडु दूसरे चरण के काम पूरा करने वाले स्कूलों को जियो सिम से लैस इंटरनेट उपकरण प्राप्त हुए।
यह व्यापक दृष्टिकोण नवाचार और पहुंच के माध्यम से शिक्षा को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
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PHD का रिसर्च सेंटर बनेगा हाइड्रो कालेज

बिलासपुर। बिलासपुर की बंदलाधार पर स्थापित हिमाचल प्रदेश का पहला गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज पीएचडी का रिसर्च सेंटर बनेगा। इस संदर्भ में शीघ्र ही हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय (एचपीटीयू) की ओर से रिसर्च सेंटर की अप्रूवल मिलने की उम्मीद है। अप्रूवल मिलने के बाद जनवरी से एडमिशन शुरू करने की योजना है। इससे इंजीनियरिंग के अभ्यर्थी बंदला कालेज से पीएचडी की उपाधि कर सकेंगे। उन्हें पीएचडी के लिए दूसरे कालेजों का रुख नहीं करना पड़ेगा। बिलासपुर जिला के लिए यह वर्ग की बात होगी। बिलासपुर की बंदलाधार पर स्थित राजकीय हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज में इस समय सिविल, इलेक्ट्रिकल और कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विद स्पेशलाइजेशन (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस) ट्रेड चल रहे हैं। इन तीनों ट्रेड में 650 अभ्यर्थी अध्ययनरत हैं। तीसरा ट्रेड कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विद स्पेशलाइजेशन एक तरह की माइनर डिग्री है।
अगले साल से चौथा ट्रेड मेकेनिकल और पांचवां कम्प्यूटर इंजीनियरिंग साइंस शुरू करने की भी योजना है। जानकारी के मुताबिक हाइड्रो कालेज में गल्र्ज और ब्वायज के लिए अलग-अलग होस्टल सुविधा उपलब्ध है। गल्र्ज की ट्यूशन फीस फ्री है। होस्टल में अभ्यर्थियों को ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर की फैसिलिटी प्रदान की जा रही है। हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज में अनुभवी शिक्षण स्टाफ है, जबकि यहां पर पढ़ाई का माहौल अन्य स्थानों की अपेक्षा बहुत अच्छा है। हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज के प्रिंसीपल-कम डायरेक्टर डा. हिमांशु मोंगा ने बताया कि आने वाले समय में हाइड्रो कालेज पीएचडी का रिसर्च सेंटर बनेगा, जिसके लिए शीघ्र ही तकनीकी विश्वविद्यालय से अप्रूवल मिलने की उम्मीद है। अप्रूवल मिलने के बाद नए साल से एडमिशन शुरू कर दी जाएंगी। हाइड्रो कालेज में इस समय सिविल व इलेक्ट्रिकल के अलावा कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विद स्पेशलाइजेशन (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस) कोर्सेज पढ़ाए जा रहे हैं। आने वाले समय में चौथा मैकेनिकल और पांचवां ट्रेड कम्प्यूटर इंजीनियरिंग प्लेन भी शुरू करने की योजना है।
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PHD प्रवेश परीक्षा में आधा अंक पाने वाले परीक्षार्थी को अब दिया जाएगा पूरा एक अंक

  • पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
रायपुर। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित पीएचडी प्रवेश परीक्षा में आधा अंक पाने परीक्षार्थी को अब पूरा एक अंक दिया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से दिशा-निर्देश जारी किया गया है। विश्वविद्यालय की तरफ से पीएचडी में प्रवेश के लिए पिछले महीने ही प्रवेश परीक्षा ली गई थी। इसके नतीजे भी जारी हो चुके हैं। रिजल्ट दशमलव अंक में घोषित किया गया था।
इस परीक्षा को क्वालिफाई करने के लिए सामान्य वर्ग के छात्रों को 50 प्रतिशत और आरक्षित वर्ग के छात्रों को 45 प्रतिशत नंबर लाने थे। जारी नतीजों के अनुसार कई विषयों में एक भी छात्र सफल नहीं हुए हैं। बहुत सारे छात्र आधे नंबर से पासिंग मार्क्स हासिल करने से चूक गए हैं। जिन छात्रों को पासिंग अंक से 0.5 अंक कम मिले हैं वे अब क्वालिफाई कर जाएंगे। हुआ ये की 0.5 अंक को एक अंक माना जाएगा। पीआरएसयू की पीएचडी प्रवेश परीक्षा इस बार हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, बायोटेक्नोलाजी समेत अन्य 35 विषयों के लिए हुई। इसमें 714 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। करीब 140 छात्रों को 45 प्रतिशत से अधिक नंबर मिले हैं।
पीएचडी कोर्स वर्क की कक्षाएं अलग-अलग शोध केंद्रों में शुरू हो गई हैं। ऐसे कालेज जहां शोध केंद्र हैं, वहां कोर्स वर्क की कक्षाएं लगेंगी। इस परीक्षा में क्वालिफाई हुए छात्रों के अलावा पिछले साल की प्रवेश परीक्षा जो क्वालिफाई हुए हैं। नेट और सेट के आधार पर जिन्होंने आवेदन किया था।
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UCEED, CEED 2024 : आगे बढ़ी पंजीकरण की अंतिम तिथि

  • अब इस दिन तक कर सकते हैं अप्लाई
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Bombay) ने अंडरग्रेजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन (UCEED 2024) और CEED 2024 की पंजीकरण की अंतिम तिथियां आगे बढ़ा दी हैं। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट- ceed.iitb.ac.in और uceed.iitb.ac.in पर क्रमशः सीईईडी और यूसीईईडी परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
संशोधित तिथियां
आईआईटी बॉम्बे ने यूसीईईडी और सीईईडी परीक्षाओं के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को 13 नवंबर तक बढ़ा दिया है। अभ्यर्थी दोनों परीक्षाओं के लिए विलंब शुल्क के साथ 20 नवंबर, 2023 तक आवेदन कर सकेंगे। 
छात्रों को 3,800 रुपये का गैर-वापसीयोग्य पंजीकरण शुल्क देना होगा। हालांकि, एससी, एसटी और पीडब्ल्यूडी श्रेणियों के छात्रों और महिला उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के रूप में 1,900 रुपये का भुगतान करना होगा। विलंब शुल्क 500 रुपये है।
क्या है यूसीईईडी और सीईईडी?
यूसीईईडी और सीईईडी राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाएं हैं जो बीडीएस और एमडेस कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आईआईटी बॉम्बे द्वारा आयोजित की जाती हैं। आईआईटी बॉम्बे देश भर के 27 शहरों में प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा
पात्रता मापदंड
सीईईडी के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों के पास तीन साल की डिग्री, डिप्लोमा या स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम होना चाहिए। इन प्रोग्राम की अंतिम परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र भी आवेदन कर सकते हैं। जो उम्मीदवार जुलाई 2024 तक जीडी आर्ट्स डिप्लोमा कार्यक्रम (10+5 स्तर) पास कर लेंगे, वे भी सीईईडी 2024 के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। सीईईडी 2024 के लिए कोई आयु सीमा नहीं है।
यूसीईईडी परीक्षा के लिए आवेदन करने के इच्छुक छात्र कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण होने चाहिए। 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले छात्र भी आवेदन कर सकते हैं।
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BPSC TRE-2 में अभ्यर्थियों के लिए फॉर्म भरने की गाइडलाइन जारी

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग राज्य में दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी कर दिया गया है। इसके बाद फॉर्म भरने की भी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस दफे बीपीएससी के तरफ से कुल 70 हजार पदों पर योग्य अभ्यर्थियों का चयन किया जाना है। बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने शिक्षक भर्ती-2 का ऐलान करते हुए कहा कि टीआरई-1 में रिक्त रह गए पदों को भी नई शिक्षक भर्ती में शामिल किया जा सकता है। बहाली में पदों की संख्या भी बढ़ सकती है। ऐसे में अब इस बहाली को लेकर नया नोटिफिकेशन आयोग की वेबसाइट पर जारी किया गया। जिसमें रिक्तियों की संख्या के अलावा आयोग ने ऑनलाइन चलने वाली आवेदन प्रक्रिया के निर्देश भी जारी किए हैं। आयोग के तरफ से शिक्षक भर्ती आवेदन को लेकर जो निर्देश जारी किया गया है उसमें कहा गया है कि आवेदन से पूर्व अभ्यर्थियों के पास वैलिड और वर्किंग कंडीशन में ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर मौजूद होना चाहिए। यह नंबर फाइनल रिजल्ट तक काम करना चाहिए।
शिक्षक भर्ती में आवेदन करते समय योग्यता/अर्हता संबंधित दी शर्तों के लिए जरूरी दस्तावेज उपलब्ध हों। ऑनलाइन आवेदन करने के वक्त अभ्यर्थियों को अपने दस्तावेजों की स्कैन्ड कॉपी भी अपलोड करनी होगी। जिस कम्प्यूटर डेस्कटॉप/लैपटॉप से आवेदन फॉर्म भरा जाए उसमें अच्छी क्वॉलिटी का वेबकैम भी होना चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि आपका बैक ग्राउंड सफेद या हल्के रंग का हो और पर्याप्त रोशनी भी हो। ऑनलाइन आवेदन में अपलोड किए गए हिन्दी व अंग्रेजी में हस्ताक्षर की स्कैन्ड इमेज जेपीजी फॉर्मेट में हो और अधिकतम साइज 15 केबी हो। नई बिहार शिक्षक भर्ती 2023 में उच्च प्राथमिक वर्ग में सबसे ज्यादा रिक्तियां गणित और विज्ञान के लिए सबसे अधिक रिक्तियां हैं। इसके बाद सामाजिक विज्ञान विषय के लिए करीब 8000 रिक्तियां हैं। अभ्यर्थियों आयोग की वेबसाइट पर जाकर जारी नोटिफिकेशन में कोटिवार रिक्तियां, आवेदन योग्यता, परीक्षा पैटर्न व चयन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वैसे, उच्च प्राथमिक वर्ग- (कक्षा 6-8) 31982, माध्यमिक वर्ग -(कक्षा 9-10) 18877, (कक्षा 9-10) विशेष स्कूल 270 और उच्च माध्यमिक वर्ग (कक्षा 11-12) 18577 पदों पर बहाली निकाली है।
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ओपन स्कूल : हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी परीक्षा परिणाम घोषित

  • हाई स्कूल का परीक्षाफल 24.47 और हायर सेकेण्डरी का 32.52 प्रतिशत
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल द्वारा आयोजित हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा सितम्बर-अक्टूबर 2023 का परीक्षा परिणाम आज घोषित कर दिया गया है। हाई स्कूल का परीक्षाफल 24.47 प्रतिशत और हायर सेकेण्डरी का परीक्षाफल 32.52 प्रतिशत रहा है।
हाई स्कूल की परीक्षा में कुल 16,923 छात्रों का पंजीयन हुआ, जिसमें 15,587 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। सात परीक्षार्थियों का परीक्षाफल विभिन्न कारणों से रोका गया है। 15,580 परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम जारी किया गया। कुल 3813 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए तथा परीक्षाफल 24.47 प्रतिशत रहा है। इसी तरह हायर सेकेण्डरी परीक्षा के लिए 18983 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था, जिसमें से 17841 परीक्षा में शामिल हुए। जिसमें से 2073 छात्र आरटीडी योजना अंतर्गत सम्मिलित हुए। तीन परीक्षार्थियों का परीक्षाफल विभिन्न कारणों से रोका गया। 15801 परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम जारी किया गया। इनमें 5139 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए और परीक्षाफल 32.52 प्रतिशत रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के सचिव ने बताया कि परीक्षा परिणाम छात्र ओपन स्कूल की वेबसाइट http://www.sos.cg.nic.in और https://results.cg.nic.in से प्राप्त कर सकते हैं। अनुत्तीर्ण छात्र परीक्षा के आवेदन फॉर्म अपने अध्ययन केन्द्र से भरकर आगामी परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं।
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सीबीएसई ने जारी किया सब्जेक्ट वाइज मार्क्स ब्रेकअप

नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए सब्जेक्ट वाइज मार्क्स ब्रेकअप जारी किया है। सीबीएसई बोर्ड के मुताबिक, प्रेक्टिकल परीक्षाएं अगले वर्ष जनवरी और थ्योरी की परीक्षाएं फरवरी 2024 में आयोजित की जानी हैं। बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे छात्र मार्क्स ब्रेकअप ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
सीबीएसई द्वारा जारी किए गए इस नोटिस में स्कूलों से कहा गया है कि कई स्कूल प्रैक्टिकल, आंतरिक मूल्यांकन के अंक अपलोड करने में गलतियां कर रहे हैं। यही कारण है कि बोर्ड को स्कूलों की सहायता के लिए सब्जेक्ट वाइज मार्क्स ब्रेकअप जारी करना पड़ा है।
10वीं व 12वीं के प्रत्येक सब्जेक्ट के अधिकतम 100 अंक हैं। यह अंक थ्योरी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट और आंतरिक मूल्यांकन में विभाजित होने है। बोर्ड द्वारा 10वीं, 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए सैंपल पेपर भी जारी कर दिया गया है। अब छात्रों को बोर्ड परीक्षा शेड्यूल का इंतजार है। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा पैटर्न में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सीबीएसई ने यह बदलाव 2024 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में करने का फैसला किया है।
छात्रों को बदलाव के बारे में समझाने के लिए बाकायदा नए सैम्‍पल पेपर भी रिलीज कर दिए गए हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक जो छात्र अगले वर्ष बोर्ड परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, वे छात्र जारी किए गए इन सैम्‍पल पेपर्स की मदद से इन बदलावों को जान सकते हैं। सीबीएसई के यह सैंपल पेपर छात्रों को अभी से जानकारी देंगे कि आने वाली परीक्षा में किस प्रकार के सवाल पूछे जाएंगे।
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मुजफ्फरपुर के खिलाड़ी छात्रों को 10वीं-12वीं परीक्षा में मिलेगी छूट

बिहार। सीबीएसई 10 वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल प्रतियोगिता में शामिल होने वाले छात्रों को छूट देगा. इसके अलावा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ओलंपियाड में शामिल होने वाले छात्रों को भी बोर्ड परीक्षा में राहत दी जाएगी.
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता या ओलंपियाड में चयनित छात्रों की परीक्षा तिथि अगर आयोजन तिथि से मिल जाती है तो उन्हें संबंधित विषय की परीक्षा से राहत दी जाएगी. ऐसे छात्रों के लिए परीक्षा समाप्त होने के 5 दिनों के अंदर बोर्ड संबंधित विषय की परीक्षा लेगा. बता दें कि दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा फरवरी से अप्रैल के पहले सप्ताह तक चलती है. इस बीच ओलंपियाड और विभिन्न खेल प्रतियोगिता का आयोजन होता है. बोर्ड के अनुसार किक्रेट के अलावा 66 खेलों की सूची तैयार कर बोर्ड ने जारी की है. विज्ञान और गणित ओलंपियाड को शामिल किया गया है. बोर्ड ने सभी स्कूलों को इसकी जानकारी 3 दिसंबर तक क्षेत्रीय कार्यालय को देने को कहा है. तिथि खत्म होने के बाद आवेदन मान्य नहीं होगा.
प्रायोगिक परीक्षा और कंपार्टमेंटल में नहीं मिलेगी छूट-
सीबीएसई के अनुसार छात्रों को यह छूट सैद्धांतिक परीक्षा में दी जाएगी. दसवीं के आंतरिक मूल्यांकन और 2वीं के प्रायोगिक परीक्षा में छूट नहीं दी जाएगी. चूंकि जनवरी से 5 फरवरी 2024 तक प्रायोगिक परीक्षा ली जाएगी. वहीं कंपार्टमेंटल परीक्षा जून और जुलाई में होगी. इन नों में छात्रों को छूट नहीं दी जाएगी.
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