दुनिया-जगत

NASA ने एक नए एक्स रे मशीन को किया लॉन्च

 

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक नए एक्स रे मिशन (आईएक्सपीई) को आज दोपहर लांच किया है। यह मिशन अंतरिक्ष में होने वाली कई रहस्यमयी घटनाओं को उजागर करने के लिए मददगार साबित होगा। इससे ब्लैक होल, सुपरनोवा और ब्रह्मांड की प्रकृति के बारे में कई अहम जानकारी सामने आने पूरी मदद मिलेगी। आज दोपहर करीब एक बजे स्पेस एक्स कंपनी के फॉल्कन 9 के रॉकेट की मदद से नासा के केनेडी स्पेस सेंटर फ्लोरिडा से लांच किया गया है। यह मिशन नासा और इटली की अंतरिक्ष एजेंसी का संयुक्त कार्यक्रम है।

इस खास अवसर पर नासा की तरफ से जानकारी देते हुए कहा गया कि आईएक्सपीई एक्स-रे मिशन सुबह 1 बजे लांच हो गया है। साथ ही कहा कि यह मिशन अंतरिक्ष में होने वाली रहस्यमयी घटनाओं जेसे ब्लैक होल और न्यूट्रॉन तारे आदि की जानकारी जुटाने में मददगार साबित होगा। हालांकि, आईएक्सपीई नासा के एक्स रे टेलिस्कोप चंद्र एक्स-रे की तरह बड़ा और मजबूत नहीं है। लांच के खास मौके पर आईएक्सपीई के प्रिसिपल इन्वेस्टिगेटर मार्टिन वेसकॉफ ने बताया कि इस मिशन की शुरुआत एक्स-रे एस्ट्रोनॉमी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईएक्सपीई मिशन से अंतरिक्ष में कॉस्मिक एक्स-रे के सटीक प्रकृति और मूल की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
 
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बेकाबू ट्रक ने यात्रियों को रौंदा, 53 की मौत

मैक्सिको। दक्षिणी मैक्सिको में भीषण हादसा हुआ। एक बेकाबू ट्रक ने भीड़ वाली सड़क पर लोगों को रौंद दिया। इस हादसे में अभी तक 53 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। यह दर्दनाक हादसा चियापास राज्य की राजधानी जाने वाली सड़क पर हुआ। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मालवाहक ट्रक जैसे ही पुल पर चढ़ा कि ड्राइवर ने अपना नियंत्रण खो दिया। जिससे सड़क किनारे चल रहे लोगों को रौंदते हुए डिवाइडर से टकरा गया। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।
चियापास राज्य नागरिक सुरक्षा कार्यालय के प्रमुख लुइस मैनुअल मोरेनो ने बताया कि मरने वालों और घायलों में ज्यादातर मध्य अमेरिका के अप्रवासी हैं, हालांकि उनकी राष्ट्रीयता की अभी पुष्टि नहीं हुई। मोरेनो ने बताया कि बचे हुए लोगों में से कुछ ने कहा कि वे पड़ोसी देश ग्वाटेमाला से हैं।

 

 

 

 

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ईरान की परमाणु कूटनीति विफल

वाशिंगटन। ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम में चल रही प्रगति को देखते हुए, राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी प्रशासनिक टीम को कूटनीति विफल होने की स्थिति में तैयार रहने के लिए कहा है और साथ ही कहा कि हमें अन्य विकल्पों की ओर रुख करना चाहिए।
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ओमिक्रान से निपटने के लिए उपयोगी हैं 'लेबोरेटरी डाटा

दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट 'ओमिक्रान' का खतरा लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में इससे निपटने के लिए सभी देश अपने स्तर पर तैयारी में जुटा हुआ है। अब दुनिया भर में ओमिक्रान वैरिएंट प्रसार के बीच संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी की तरफ से कहा गया है कि नए वैरिएंट के खिलाफ प्रारंभिक प्रयोगशाला डेटा उपयोगी है, लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि ये कितने प्रभावी होंगे।

संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के पैनल ने गुरुवार को कहा कि कोरोना के नए वैरिएं के खिलाफ मौजूदा टीकों की प्रभावशीलता पर प्रारंभिक प्रयोगशाला डेटा उपयोगी है, लेकिन यह अभी ये साफ नहीं है कि ये कितने प्रभावी होंगे। गंभीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज कर रहे हैं। बता दें कि यह बयान ऐसे समय में आया है जब कहा जा रहा है जिस शख्स ने कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज ली हुई है उसको छह महीने तक ओमिक्रान का खतरा कम है।
डब्ल्यूएचओ में टीकाकरण, टीके और जैविक विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ केट ओ'ब्रायन ने कहा, 'निष्क्रियता डेटा में एक आधार है, लेकिन यह वास्तव में नैदानिक ​​डेटा है जो ओमिक्रान से लड़ने में सहायता प्रदान कर सकता है।

 
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मिस यूनिवर्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी लीवा मिस की विजेता

मिस यूनिवर्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी लीवा मिस की विजेता, देखे ग्लैमर गर्ल की तस्वीर इस प्रतियोगिता के लिए हरनाज काफी लंबे समय से मॉडलिंग से जुड़ गई थीं.
 
कर रही हैं ये डिग्री
हरनाज संधू पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हैं. वह पढ़ाई में काफी रुचि रखती हैं.

ये है खूबसूरती का राज
अपनी खूबसूरती का राज बताते हुए उन्होंने कहा था कि वह योगा और मेडिटेशन बहुत करती हैं.

काफी फिट हैं हरनाज
इन तस्वरों से साफ पता लग रहा है कि अपने आपको हरनाज ने काफी फिट रखा हुआ है.

करना चाहती हैं ये काम
उन्होंने इस प्रतियोगिता में चुने जाने के बाद कहा था कि वह भारत-इजरायल के संबंधों को मजबूत बनाने की कोशिश करेंगी |
 
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अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को मिला आब्जर्वर का दर्जा

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को आब्जर्वर का दर्जा दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट करके ये जानकारी दी। टी एस तिरुमूर्ति ने इसे ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए कहा कि आइएसए वैश्विक ऊर्जा बढ़ोतरी और विकास के लिए साझेदारी के माध्यम से सकारात्मक वैश्विक जलवायु कार्रवाई का एक उदाहरण बन गया है। 
तिरुमूर्ति ने अपने ट्वीट में लिखा, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को आब्जर्वर का दर्जा देने का संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। छह वर्षों में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन वैश्विक ऊर्जा विकास और वृद्धि के लाभ के लिए साझेदारी के माध्यम से सकारात्मक वैश्विक जलवायु कार्रवाई का एक उदाहरण बन गया है। 

 

 

 

 

 

 

 

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बच्चों को वैक्सीन लगाने के विरोध में कई माता-पिता

दक्षिण कोरिया में कई माता-पिता यूनियन ने किशोरों के बीच COVID-19 के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से बच्चों के लिए पास किए वैक्सीन लगाने के जनादेश के खिलाफ गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया। सरकार ने कहा है कि फरवरी से, 12 साल या उससे अधिक उम्र के किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश करने के लिए वैक्सीन पास दिखाना होगा, जिसमें निजी ट्यूशन सेंटर, पुस्तकालय और अध्ययन कैफे शामिल हैं, जहां अधिकांश छात्र स्कूल के बाद जाते हैं। छूट की आयु वर्तमान में 17 वर्ष निर्धारित की गई है।

हालांकि, जनादेश ने कुछ माता-पिता के बीच माहौल बिगाड़ दिया, जो संभावित दुष्प्रभावों और जो समझते हैं कि टीका लगवाने के बावजूद संक्रमण हो रहा है, तो ऐसी सब रिपोर्ट का हवाला देते हुए अपने बच्चों का टीकाकरण करने से इनकार करते हैं।माता-पिता संघों के कम से कम 70 सदस्य गुरुवार को चेओंगजू शहर में कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी की इमारत के सामने इकट्ठा हुए, जिसमें 'वैक्सीन तानाशाही' लिखा हुआ था।
 
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दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में निर्मला सीतारमण

दुनिया की सबसे चर्चित मैगजीन Forbes ने दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट जारी कर दी है. लिस्ट में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भी जगह मिली है, उन्हें 37वां स्थान दिया गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि Forbes ने निर्मला सीतारमण को लगातार तीसरी बार 'दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं' की लिस्ट में जगह मिली है. बताते चलें कि निर्मला सीतारमण ने इस बार लिस्ट में अपने स्थान में काफी अच्छा सुधार किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, अमेरिका की ट्रेजरी सेक्रेटरी जैनेट येलेन  से भी दो स्थान आगे हैं

Forbes ने 'दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं' की लिस्ट में Nykaa की फाउंडर और सीईओ फाल्गुनी नायर को भी जगह दी है, उन्हें इस लिस्ट में 88वां स्थान मिला है. बताते चलें कि फाल्गुनी नायर, शेयर बाजार में अपनी कंपनी की शानदार शुरुआत के बाद अभी हाल ही में भारत की सातवीं महिला अरबपति और सबसे धनी स्व-निर्मित अरबपति बनी हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और फाल्गुनी नायर के अलावा Forbes ने 'दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं' की लिस्ट में भारत की एक और महिला को स्थान दिया है. जी हां, फोर्ब्स ने HCL Technologies की चेयरपर्सन रोशनी नाडर को 52वां स्थान दिया है. 

बताते चलें कि रोशनी नाडर, देश की किसी आईटी कंपनी को लीड करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं.

फोर्ब्स ने अपनी इस लिस्ट में Biocon की फाउंडर और एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ को भी जगह दी है, उन्हें 72वें स्थान पर रखा गया है. फोर्ब्स ने दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में मैकेंजी स्कॉट को पहला स्थान दिया है. बता दें कि मैकेंजी स्कॉट, दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस (अमेजन ग्रुप के मालिक) की पूर्व पत्नी हैं. साल 2019 में दोनों के बीच तलाक हो गया था. लिस्ट में दूसरे स्थान पर अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस हैं | 

 

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आज WHO के विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह की बैठक

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर पूरी दुनिया दहशत के साए में है। विकसित राष्ट्रों के अलावा कई देशों में बूस्टर खुराक देने की मांग हो रही है। आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों के रणनीतिक सलाहकार समूह की बैठक होने जा रही है। बैठक में बूस्टर खुराक को मंजूरी मिलने की संभावना है। बैठक में इम्यूनोजेनेसिटी, प्रभावशीलता, सुरक्षा, साक्ष्य पर भी चर्चा हो सकती है।

नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों को लेकर सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने केंद्र सरकार से डाक्टर स्वास्थ्यकर्मियों व सफाईकर्मियों सहित सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज देने की मांग की थी। साथ ही इसके अलावा संसद की एक समिति ने मौजूदा वैक्सीन के प्रभाव का मूल्यांकन करने और बूस्टर डोज की आवश्यकता पर शोध करने की सिफारिश की है।

बच्चों के टीकाकरण पर अभी फैसला नहीं
हालांकि अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इसके साथ ही बच्चों के टीककरण को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कुछ दिन पहले कहा था कि वैज्ञानिक सलाह पर सरकार बच्चों के टीकाकरण और बूस्टर डोज पर निर्णय लेगी।

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अमेरिका में 12 हजार लोगों को मिलेगी नौकरी, जानें कैसे ..

अमेरिकी अक्सर ये आरोप लगाते रहते हैं कि विदेशी खासकर भारतीयों के चलते उनका हक मारा जाता है. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  ने तो इसे चुनावी मुद्दा बनाते हुए कई ऐसे नियम बनाए थे, जिससे नौकरियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिले और दूसरे देशों के लोगों के लिए यूएस जाकर काम करना मुश्किल हो जाए. अब एक भारतीय कंपनी अमेरिका में 12 हजार लोगों को नौकरी देने जा रही है. दूसरे शब्दों में कहें तो ये कंपनी हजारों अमेरिकियों का पेट पालेगी.

अगले पांच सालों में मिलेगा मौका
इंफोसिस , टीसीएस , विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसी भारतीय आईटी कंपनियों  ने बीते कुछ सालों के दौरान अमेरिका में हायरिंग तेज की है. यह अमेरिकी नौकरियों को आउटसोर्स किए जाने की बात को गलत साबित करने का एक प्रयास है. 'बिजनेस टुडे' की रिपोर्ट के अनुसार, अब HCL अमेरिका में 12 हजार लोगों को नौकरी देने जा रही है. कंपनी इन लोगों को अगले पांच साल के दौरान नौकरी के मौके देगी.

'राइज एट HCL' प्रोग्राम का हिस्सा
12 हजार लोगों में से करीब दो हजार लोगों को अगले डेढ़ साल के भीतर एचसीएल के साथ काम करने का मौका दिया जाएगा. कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा कि यह हायरिंग अमेरिका में स्थानीय लोगों को रोजगार देने के उसके प्रोग्राम राइज एट एचसीएल का हिस्सा है. HCL टेक्नोलॉजीज के सीईओ एवं एमडी सी विजयकुमार  ने बताया कि 'राइज एट एचसीएल' प्रोग्राम फ्रेशर्स को ट्रेनिंग देने पर फोकस्ड है. इसमें फ्रेशर्स को जॉब लर्निंग से लेकर सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट तक का प्रशिक्षण दिया जाता है.

इन Roles के लिए होगी Hiring
उन्होंने आगे कहा कि हम इस प्रोग्राम के जरिए हाल ही में ग्रेजुएट हुए या जल्दी ही ग्रेजुएट होने जा रहे युवाओं को एचसीएल में काम करने के लिए तैयार करेंगे कंपनी अपने इस प्रोग्राम के माध्यम से ऐप डेवलपमेंट, क्लाउड, आईटी इंफ्रा सर्विस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल इंजीनियरिंग जैसे रोल के लिए हायरिंग करेगी. यह हायरिंग अमेरिका के नॉर्थ कैरोलाइना, टेक्सास, कैलिफोर्निया, मिशीगन, मिनेसोटा और कनेक्टीकट आदि जैसे राज्यों में केंद्रित रहेगी | 
 
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नेपाल के राजतंत्र समर्थक पार्टी में उथल-पुथल

  • कमल थापा के हाथ से नेतृत्व निकला
काठमांडो। नेपाल में हिंदू राष्ट्र और राजतंत्र समर्थक प्रमुख दल- राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के सांगठनिक चुनाव में अप्रत्याशित नतीजे आए हैं। इनसे पार्टी के नेता कमल थापा को तगड़ा झटका है। नतीजों के ऐलान के बाद उनके लिए यह यकीन करना मुश्किल साबित हुआ कि पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव में वे हार गए हैं। इस सदमे का इजहार उनके ट्विट से भी हुआ। अब राजेंद्र लिंग्डेन पार्टी के नए अध्यक्ष चुने गए हैं।
पूर्व राजा ज्ञानेंद्र को दोषी ठहराया
अपने ट्विट में थापा ने अपनी हार के लिए पूर्व राजा ज्ञानेंद्र को दोषी ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि ज्ञानेंद्र ने राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अंदरूनी मामलों में दखल दिया है। अध्यक्ष पद के चुनाव में 65 वर्षीय थापा को 58 वर्षीय लिंग्डेन ने 200 से अधिक वोटों से हरा दिया। पर्यवेक्षकों का कहना है कि जब लिंग्डेन ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, तब यह अनुमान लगाया था कि इस बार थापा को कड़ी चुनौती मिलेगी। लेकिन थापा हार जाएंगे, यह अंदाजा शायद किसी को नहीं था।
पर्यवेक्षकों के मुताबिक वैसे थापा इस बात पर संतोष कर सकते हैं कि पार्टी पदाधिकारियों के चुनाव में ज्यादा उम्मीदवार उनके पैनल के ही जीते हैं। लिंग्डेन नेपाली संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा के सदस्य हैं। 2017 के आम चुनाव में वे चर्चा में आए थे, जब उन्होंने नेपाली कांग्रेस वरिष्ठ नेता कृष्ण प्रसाद सितौला को हरा दिया था। उससे राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी में भी उसकी हैसियत बढ़ी, जिस पर अब तक थापा का पूरा नियंत्रण था।

 

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रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ताइवान पर बढ़ते चीनी खतरे पर दी चेतावनी

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को ताइवान पर बढ़ते चीनी खतरे पर चेतावनी देते हुए कहा कि ताइवान का अमेरिका मजबूती से समर्थन करता रहेगा. ऑस्टिन ने कहा कि ताइवान के पास हाल ही में हुआ चीनी सेना का अभियान काफी हद तक एक 'रिहर्सल' जैसा था. राष्ट्रपति जो बाइडेन के पेंटागन प्रमुख ने कहा कि अमेरिका 'ताइवान की अपनी रक्षा करने की क्षमता' का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है.ऑस्टिन ने अपने भाषण में चीन से मिल रही चुनौतियों पर बात करते हुए बताया कि अमेरिका का उसके साथ किन वजहों से विवाद हो रहा है. ऑस्टिन कैलिफोर्निया के सिमी वैली में रीगन प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी में एक राष्ट्रीय रक्षा फोरम में बोल रहे थे हाल के महीनों में, चीनी सेना ने ताइवान के पास समुद्री और हवाई सैन्य अभियानों में तेजी दिखाई है. उसके ये सभी अभियान बेहद आक्रामक थे. इस बीच चीन के लड़ाकू विमानों ने कई बार ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की. इसपर ऑस्टिन ने कहा, 'ऐसा लगता है कि वे अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं. ये किसी रिहर्सल जैसा है.'

बाइडेन को टेस्ट कर रहा चीन
कुछ विश्लेषकों का कहना है कि चीन जो बाइडेन के काम करने के तरीकों को जानने की कोशिश कर रहा है. कि वह चीन के प्रति कैसी प्रतिक्रिया देते हैं. चीन ताइवान पर अपना दावा करता है उसका कहना है कि वह इसे अपनी मुख्यभूमि में शामिल कर लेगा. जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश बताता है. जिसे अमेरिका का समर्थन प्राप्त है. ऑस्टिन ने कहा, चीन एकमात्र ऐसी शक्ति है, जो अब अपनी 'आर्थिक, राजनयिक, सैन्य और तकनीकी शक्ति का इस्तेमाल कर एक स्थिर और खुली अंतरराष्ट्रीय प्रणाली में निरंतर चुनौती का सामना करने में सक्षम है.'

शीत युद्ध नहीं चाहता अमेरिका
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने बताया कि कैसे चीनी नेता मुखर होकर चीन को वैश्विक शक्ति बनाने और अमेरिका की जगह लेने के लिए बोलते हैं. उन्होंने कहा, 'हम ना तो टकराव चाहते हैं और ना ही संघर्ष… हम एक नए शीत युद्ध या कठोर गुटों में विभाजित दुनिया की तलाश नहीं कर रहे.' ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिका चीनी चुनौती का सामना करने के लिए मित्र देशों के साथ अपने संबंधों को गहरा करेगा. उन्होंने कहा कि 'हम अपनी वन चाइना पॉलिसी पर दृढ़ हैं' लेकिन ताइवान की खुद की रक्षा करने की क्षमता का समर्थन भी करते रहेंगे |
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इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने से अब तक 13 की मौत

इंडोनेशिया के जावा द्वीप के सेमेरू ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद वहां फंसे दस लोगों को निकाल लिया गया है। यह जानकारी देश के आपदा प्रबंधन एजेंसी (BNPB) ने रविवार को दी। बताया जा रहा है कि इस विस्फोट में अभी तक 13 लोगों की हो चुकी है और दर्जनों जख्मी हैं। पिछले कुछ दिनों से इस ज्वालामुखी से राख और धुआं निकल रहा था। ज्वालामुखी से निकले राख और धूल की परत इतनी मोटी है कि पूरे जावा द्वीप पर दिन में ही रात जैसा नजारा दिखने लगा। इस क्षेत्र में आपरेट होने वाली विमानन कंपनियों ने पायलटों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

ज्वालामुखी के फटने के तुरंत बाद पूर्वी जावा प्रांत की आपदा प्रबंधन एजेंसी सक्रिय हो गई थी एजेंसी के प्रमुख बुडी सैंटोसा ने कहा था कि उनकी टीम अब ज्वालामुखी के पास के क्षेत्र में निकासी करने की कोशिश में जुटी है। सरकार ने विस्फोट से विस्थापित लोगों के लिए आवास और भोजन देने के निर्देश जारी कर दिए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि पूर्वी जावा प्रांत के दो जिले इस घटना से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इन जिलों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि विस्फोट के कारण निकले घने धुएं के गुबार से लोगों को निकालने के प्रयास में काफी बाधा आई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ लोग ऐसे क्षेत्रों में फंसे हुए थे जहां बचावकर्मियों का पहुंचना काफी कठिन था।

ज्वालामुखी विस्फोट के कारण आसमान से राख, मिट्टी और पत्थरों की बारिश हुई। इस कारण प्रोनोजीवो और कैंडिपुरो के दो मुख्य गांवों को जोड़ने वाला एक पुल टूट गया। इंडोनेशियाई हवाई क्षेत्र को नियंत्रित करने वाली एजेंसी AirNav इंडोनेशिया ने आसमान में फैले राख और धूल को लेकर एयरलाइंस को चेतावनी जारी की है।
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अमेरिका और चीन के बीच शीत युद्ध की आशंका, सैन्‍य क्षमताओं में हुआ इजाफा

अमेरिका और चीन के बीच शीत युद्ध की आंशका तेज हो गई है। चीन लगातार अपनी सैन्‍य क्षमताओं में इजाफा कर रहा है। अभी तक पीएलए थलसैनिक शक्ति पर आधारित फोर्स रही है, लेकिन अब समुद्र, आकाश और साइबर वर्ल्ड से आ सकने वाली चुनौतियों से जूझने के लिए राष्ट्रपति च‍िनफ‍िंग पीएलए के विभिन्न अंगों में बड़ा बदलाव कर रहे हैं। चीन की इस रणनीति को अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने ड्रैगन की सबसे बड़ी चुनौती बताया है। चीन के हाइपरसोनिक हथ‍ियारों के परीक्षण और पीएलए की संख्‍या में वृद्धि के साथ अमेरिका की चिंता बढ़ गई है। आखिर क्‍या है अमेरिका की बड़ी चुनौती ? सुपरसोनिक मिसाइल के बाद पीएलए को मजबूत करने में क्‍यों जुटा है चीन ?

आखिर ड्रैगन से क्‍यों भयभीत हुआ अमेरिका

1- प्रो. हर्ष वी पंत ने कहा कि अमेरिका भलीभांति चीन के इरादे भांप चुका है। सुपरसोनिक मिसाइल के बाद पीएलए को सुदृढ़ करने के चीनी रणनीत‍ि से अमेरिका की यह चिंता जायज है। चीन के हाइपरसोनिक मिसाइल के परीक्षण के बाद अमेरिका की चिंता बढ़ गई थी। यह मिसाइल अपने लक्ष्‍य भेदने में माहिर है। प्रो. पंत का कहना है कि चीन का यह हथियार स्‍पष्‍ट रूप से अमेरिकी मिसाइल डिफेंस से बचने के उद्देश्‍य से तैयार किया गया है। हालांकि, चीन ने अमेरिकी तर्क का खंडन किया है, लेकिन अमेरिका चीन के चाल को जानता है। इसलिए वह सावधान हो गया है।

2- उन्‍होंने कहा कि चीन अपनी भावी रणनीति के तहत यह काम कर रहा है। वह मिसाइल परीक्षण के साथ अपनी सैन्‍य क्षमता में इजाफा कर रहा है। चीनी सेना में व्‍यापक बदलाव किए गए हैं। पीएलए ने अपने फ्रंटलाइन के आक्रमणकारी सैनिकों की संख्‍या में इजाफा किया है। चीनी सेना में यह बदलाव ड्रैगन की सोची समझी रणनीति का हिस्‍सा है। वह दूनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था के अलावा वह सबसे बड़ी ताकत बन चुका है। धनी होने के मामले में चीन ने तो अमेरिका को पछाड़ दिया है।

3- बता दें कि 1950 के दशक में कोरियन युद्ध के दौरान चीनी सेना में लगभग 60 लाख सैन्‍यकर्मी हुआ करते थे, लेकिन राष्‍ट्रपति शी चिनफ‍िंग के ताजा कटौती के बाद पीएलए के सैनिकों की संख्या लगभग 20 लाख हो गई है। पीएल अब फौज को इस प्रकार से व्यवस्थित कर रहा है कि चीनी सेना में काम करने वाले सैनिकों का सबसे बेहतर यानि आप्टिमम लाभ पीएलए को मिल सके। इसी मकसद से काम्बैट यानि लड़ाकू दस्तों में ज्‍यादा सैनिकों को शामिल किया जा रहा है। अब अधिक से अधिक युवाओं को लड़ाकू दस्तों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ऐसे युवाओं की संख्या करीब तीन लाख तक है, जिनकी बहाली के लिए चीनी रक्षा बजट में प्रावधान किया जा चुका है।
 
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न्यूयॉर्क में 5 लोग ओमिक्रॉन से हुए संक्रमित

दुनिया में एक ओर कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सभी देशों ने एहतियाती उपाय करना शुरू कर दिया है। अमेरिकी मीडिया ने गवर्नर कैथी होचुल के हवाले से रिपोर्ट दी कि न्यूयॉर्क में ओमिक्रॉन कोरोनावायरस वैरिएंट के पांच मामलों की पुष्टि हुई है। इससे पहले अमेरिका में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का तीसरा मामला कोलोराडो में सामने आया था।

इसी क्रम में अमेरिका ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड-19 की जांच अनिवार्य कर दी है। इसके साथ ही अगले सप्ताह से कोरोना की जांच से जुड़े नए नियम लागू होने की बात भी कही है।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि यूएस आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को भले ही वे टीकाकरण करा चुके हों या किसी भी देश के हों, अपनी यात्रा शुरू करने से एक दिन पहले कोविड-19 की जांच करानी होगी। जबकि इससे पहले तीन दिन यानी 72 घंटे के भीतर की जांच रिपोर्ट दिखाने की अनिवार्यता थी।इसके अलावा व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि घरेलू उड़ानों में सफर करने वाले विदेशियों और अमेरिकी नागरिकों के लिए नए जांच नियम अगले सप्ताह की शुरुआत से लागू किए जाएंगे।

अमेरिका में ओमिक्रॉन के दूसरे मामले की पुष्टि

अमेरिका में गुरुवार को ओमिक्रॉन के दूसरे मामले की पुष्टि हो गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, मिनेसोटा के रहने वाले एक शख्स को ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित पाया गया है। विभाग ने कहा है कि पूर्ण टीकाकरण के बाद भी उक्त शख्स को संक्रमण हुआ है, उसने हाल ही में न्यूयॉर्क शहर की दो दिन की यात्रा की थी।
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तालिबान ने एक बार फिर वाशिंगटन से मदद की अपील

दोहा में तालिबान और अमेरिका के बीच जारी बातचीत के दौरान तालिबान ने एक बार फिर वाशिंगटन से मदद की अपील की है। तालिबान ने अमेरिका से कहा है कि वह अफगानिस्तान में आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं, ऐसे में फ्रोजन फंड को रिलीज कर दिया जाए। तालिबान सरकार के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी और अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि टॉम वेस्ट के नेतृत्व में हुए बैठकों में तालिबान ने ब्लैकलिस्ट और प्रतिबंधों को समाप्त करने की भी अपील की है।तालिबान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहार बाल्खी ने बताया है कि दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने राजनीतिक, आर्थिक, मानवीय, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की है। अफगान प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी पक्ष को सुरक्षा का आश्वासन दिया और अपील किया है कि अफगानिस्तान के जब्त पैसों को बिना शर्त जारी किया जाना चाहिए। उन्होंने ब्लैकलिस्ट और प्रतिबंधों को समाप्त किए जाने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि मानवीय मुद्दों को राजनीतिक मुद्दों से अलग किया जाना चाहिए।

बता दें कि वाशिंगटन ने काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक से संबंधित करीब 7,11,820 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली थी। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक ने भी अगस्त में आईएमएफ द्वारा जारी किए गए नए भंडार में सहायता के साथ-साथ 2550 करोड़ की सहायता रोक दी थी।बता दें कि अफगान की इकॉनमी बुरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। सरकारी कर्मचारियों को महीनों से भुगतान नहीं किया गया है। यूनाइटेड नेशंस ने चेतावनी दी है कि करीब 2.2 करोड़ लोग (आधी से अधिक अफगान आबादी) इस सर्दी में खाने की समस्या से जूझ सकते हैं।अमेरिका ने तालिबान से लगातार महिलाओं को अधिकार देने और लड़कियों को स्कूल जाने देने की अपील है। इस बैठक में भी अमेरिका ने अफगानिस्तान में जारी मानवाधिकार हनन को लेकर चिंता जताई है। हालांकि तालिबान ने इस बैठक को सकारात्मक बताया है।
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अमेरिका का रक्षा मामले को लेकर चीन पर फोकस

अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि अमेरिकी सेना चीन और रूस को लेकर किए गए तैनाती को और मजबूत करेगी। इसके साथ ही मिडिल ईस्ट में ईरान और जिहादी ग्रुप्स को रोकने के लिए पर्याप्त सेना तैनात रखेगी। अधिकारियों ने बताया है कि अमेरिका गुआम और ऑस्ट्रेलिया में मिलिट्री सुविधाओं का और विस्तार करेगा। अमेरिका, चीन को मुख्य रक्षा प्रतिद्वंद्वी के तौर पर अपना फोकस करेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका का यह कदम अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक नए रक्षा गठबंधन के गठन के मद्देनजर आया है जिसे AUKUS कहा जाता है। बताया जाता है कि यह गठबंधन बढ़ते चीन का मुकाबला करने के लिए है।

पेंटागन के एक टॉप पॉलिसी अधिकारी मारा कार्लिन ने बताया है कि अमेरिकी सेना के लिए प्राथमिकता वाला क्षेत्र हिंद-प्रशांत है। इसके साथ ही अमेरिका यूरोप में रूसी आक्रमण के खिलाफ नाटो बलों को अधिक प्रभावी ढंग से संचालित करने में सक्षम बनाने पर काम कर रहा है। हालांकि मध्य पूर्व इराक और अफगानिस्तान में लंबे युद्ध के बाद भी यह क्षेत्र पेंटागन के लिए फोकस एरिया बना हुआ है।कार्लिन ने बताया है कि वैश्विक जिम्मेदारियों के लिए हमें अपने मिडिल ईस्ट के पोस्चर में लगातार परिवर्तन करने की जरूरत है लेकिन हमारे पास हमेशा इस क्षेत्र में तेजी से बलों को तैनात करने की क्षमता है। हम गुआम, उत्तरी मारियाना द्वीप और ऑस्ट्रेलिया में हवाई अड्डे, फ्यूल और युद्ध सामग्री भंडारण सुविधाओं को अपग्रेड किया जाएगा।
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एफडीए से कोरोना वायरस की दवा को मिल सकती है मंजूरी

अमेरिका में स्वास्थ्य सलाहकारों के एक पैनल ने मर्क कंपनी की कोविड-19 की एक दवा के फायदों का बहुमत से समर्थन किया है. इसके साथ ही संक्रमण का इलाज घर पर करने के लिए पहली दवा के आधिकारिक तौर पर मंजूरी मिलने की संभावनाएं बढ़ गईं हैं अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) के पैनल ने 10 के मुकाबले 13 मतों के बहुमत से इस दवा का समर्थन किया और गर्भवस्था में इस दवा के लेने पर बच्चे में जन्म के साथ विकृति आने की आंशका सहित प्रतिकूल प्रभाव पर इसका लाभ भारी पड़ा.दवा के लाभों और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को लेकर चली घंटों बहस के बाद पैनल ने यह मंजूरी दी है इलाज में इस दवा को शामिल किए जाने के समर्थन में अपनी बात रखने वाले विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि इस दवा का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं द्वारा ना किया जाए और एफडीए इस दवा को किसी मरीज को दिए जाने से पहले अतिरिक्त एहतियात की सिफारिशें करे और खासतौर पर उन महिलाओं की गर्भावस्था की जांच की जाए, जो बच्चा पैदा करने वाली उम्र में हों.

साल के अंत तक हो सकता है फैसला
दरअसल एफडीए पैनल की सिफारिशों को मानने के लिए बाध्य नहीं है और ऐसी संभावना है कि इस संबंध में साल के अंत तक वह अपना निर्णय लेगा. मर्क ने खासतौर पर कोविड-19 के नए वेरिएंटपर इस दवा (लैगेवरियो या मोल्नुपिराविर) का परीक्षण नहीं किया है. लेकिन उसका कहना है कि कोरोना वायरस के अन्य वेरिएंट्स पर इसके प्रभाव के आधार पर इसमें इससे लड़ने की भी क्षमता होगी. लेकिन इस अनिश्चितता पर पैनल के सदस्य सहमत नहीं हुए हैं.

कैसे काम करेगी ये दवा?
ये दवा अमेरिकी दवा कंपनियों मर्क, शार्प एंड डोहमे (एमएसडी) और रिजबैक बायोथेरेप्यूटिक्स ने तैयार की है. मोल्नुपिराविर नाम की इस दवा को इंजेक्शन या फिर दूसरे तरीके से देने के बजाय सीधे पानी के साथ लिया जा सकता है  इसकी प्रभावशीलता पर अतिरिक्त आंकड़े जुटाए जा रहे हैं. दवा को लक्षण विकसित होने के पांच दिन के भीतर लिया जाएगा. इसके काम करने की बात करें, तो इसका इस्तेमाल एंजाइम को टार्गेट करने के लिए किया जाता है, जिसका इस्तेमाल वायरस खुद की प्रतियां बनाने के लिए करता है  दवा इसी चीज को बढ़ने से रोकेगी. जिससे शरीर में वायरस का स्तर कम हो और बीमारी की गंभीरता भी कम की जा सके | 
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