हिंदुस्तान

भारत बंद : भुवनेश्वर में पेट्रोल पंप बंद रहने से यात्रियों को परेशानी

भुवनेश्वर। बुधवार को भुवनेश्वर में पेट्रोल पंप लगभग पूरी तरह बंद रहने से सैकड़ों यात्री फँस गए, जिससे ट्रेड यूनियनों और किसान समूहों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी भारत बंद के दौरान लोगों में निराशा देखी गई।
गौरतलब है कि ट्रेड यूनियनों या जिला अधिकारियों द्वारा पेट्रोल पंप बंद करने के लिए कोई आधिकारिक निर्देश जारी नहीं किया गया था, जिससे बंद के कारणों पर सवाल उठ रहे हैं। शहर भर के पेट्रोल पंप संचालकों ने स्पष्ट किया कि उन्हें बंद करने का कोई औपचारिक आदेश नहीं मिला है, लेकिन उन्होंने धरना-प्रदर्शन और तोड़फोड़ के डर से सुरक्षा चिंताओं को परिचालन रोकने का मुख्य कारण बताया। ओडिशा पेट्रोल पंप मालिक संघ के अनुसार, कई प्रदर्शनकारी सुबह-सुबह पेट्रोल पंपों के पास इकट्ठा हो गए, जिससे कर्मचारियों को डराने-धमकाने का डर पैदा हो गया, जिससे पेट्रोल पंपों को निशाना बनाकर हड़ताल का स्पष्ट आदेश दिए बिना ही प्रभावी रूप से बंद करना पड़ा।
“किसी भी ट्रेड यूनियन ने हमें भुवनेश्वर में पेट्रोल पंप बंद करने का कोई निर्देश या नोटिस नहीं भेजा था। किसी भी यूनियन या राजनीतिक दल द्वारा आहूत हड़ताल के दौरान, पेट्रोल पंपों को काम करने की अनुमति होती है क्योंकि वे एक आवश्यक सेवा हैं। हालाँकि, इस बार, हमने धरना-प्रदर्शन के कारण एहतियात के तौर पर इन्हें बंद कर दिया है,” ओडिशा पेट्रोल पंप मालिक संघ के अध्यक्ष संजय लाठ ने कहा। हड़ताल का आह्वान करते हुए, प्रदर्शनकारी यूनियनों ने सभी आवश्यक सेवाओं को सामान्य रूप से काम करने की अनुमति दी थी और कहा था कि इससे जनता को कोई असुविधा नहीं होगी।
इस प्रकार, भारत बंद के पीछे शामिल किसी भी केंद्रीय ट्रेड यूनियन, जिसमें इंटक, एटक, सीटू और एचएमएस शामिल हैं, ने अपने आधिकारिक हड़ताल के एजेंडे में ईंधन खुदरा व्यापार को शामिल नहीं किया। हालाँकि, विभिन्न सहभागी समूहों द्वारा जमीनी स्तर पर किए गए प्रयासों ने अनजाने में शहर भर में ईंधन की कमी को जन्म दे दिया।
और भी

वड़ोदरा पुल दुर्घटना बेहद दुखद : प्रधानमंत्री मोदी

  • मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपए अनुग्रह राशि की घोषणा
वड़ोदरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वडोदरा पुल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "गुजरात के वडोदरा जिले में एक पुल के ढहने से हुई जान-माल की हानि बेहद दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।" घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
और भी

तहव्वुर राणा की न्यायिक हिरासत 13 अगस्त तक बढ़ी

नई दिल्ली। दिल्ली की अदालत ने बुधवार को 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा की न्यायिक हिरासत को 13 अगस्त तक बढ़ा दिया। यह घटनाक्रम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा राणा के खिलाफ एक पूरक आरोपपत्र दाखिल करने के बाद सामने आया।
इस आरोपपत्र में राणा का गिरफ्तारी ज्ञापन, जब्ती ज्ञापन और कुछ अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी शामिल थे। राणा के खिलाफ पहला आरोपपत्र 2012 में दाखिल किया गया था। इस हफ्ते की शुरुआत में, तहव्वुर राणा ने मुंबई अपराध शाखा के सामने कुछ अहम खुलासे किए थे। उसने कहा कि वह पाकिस्तानी सेना का एक भरोसेमंद एजेंट था और 2008 के हमलों के दौरान मुंबई में मौजूद था।
4 जुलाई को दिल्ली की एक अदालत ने राणा की न्यायिक हिरासत को 9 जुलाई तक बढ़ा दिया था। ऐसे में अब एनआईए द्वारा राणा के खिलाफ एक पूरक आरोपपत्र दाखिल करने के बाद न्यायिक हिरासत की तारीख 13 अगस्त तक बढ़ा दी गई है।
न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर, राणा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष न्यायाधीश चंदर जीत सिंह के समक्ष पेश किया गया। राणा के वकील ने उसकी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति का मुद्दा उठाया, जिसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने तिहाड़ जेल अधिकारियों से 9 जून तक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया।
तहव्वुर राणा को हाल ही में अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया था। जांच एजेंसी को संदेह है कि उसने 26/11 हमलों के मुख्य आरोपी डेविड हेडली को निर्देश, लोकेशन और नक्शे साझा किए थे। इन निर्देशों का उपयोग मुंबई में हमलों से पहले लक्ष्यों की पहचान करने में किया गया था।
बता दें अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 4 अप्रैल को तहव्वुर राणा की प्रत्यर्पण याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद 10 अप्रैल को उसे अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया। अब, राणा 26/11 के आतंकवादी हमलों के मामले में मुकदमे का सामना कर रहा है। मुंबई में हुए इस भीषण हमले में होटल ताज सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर 166 लोगों की जान चली गई थी, और अब राणा पर उन हमलों में अपनी भूमिका को लेकर गंभीर आरोप हैं।
और भी

चुरू में जगुआर फाइटर जेट क्रैश, दो लोगों की मौत

  • घटनास्थल पर मलबा बिखरा
जयपुर। राजस्थान के चुरू में भारतीय वायु सेना का जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया है। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई है। मौके पर फाइटर जेट जैसा मलबा बिखरा पड़ा है। चुरू एसपी जय यादव ने बताया कि राजलदेसर थाना क्षेत्र के गांव भाणूदा में प्लेन क्रैश हुआ है। इसमें दो लोगों की मौत हुई है। मौके पर राजलदेसर पुलिस को भेजा गया हैं। मलबे के पास से बुरी तरह क्षत-विक्षत शव के टुकड़े मिले हैं।
चुरू के रतनगढ़ में यह हादसा हुआ है। बुधवार दोपहर तेज आवाज के साथ लोगों ने जलते हुए मलबे जमीन पर बिखरे हुए पाए। खेतों में दूर तक विमान का मलबा बिखर गया। स्थानीय लोगों ने दो शवों को देखा। पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का काम शुरू किया। मलबे से दो शव बरामद किए गए हैं।
क्या है जगुआर की खासियत
यह ब्रिटिश-फ्रेंच सुपरसोनिक जेट अटैक एयरक्राफ्ट है। यह ग्राउंड अटैक और एंटी शिप मिशन में प्रयोग होने वाला सटीक स्ट्राइक विमान है। 36 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ने भरने में सक्षम है। डेढ़ मिनट में 30 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंच सकता है। इसके साथ ही 600 मीटर के छोटे रनवे से भी टेकऑफ या लैंडिंग कर सकता है।
और भी

नदी पर बना गम्भीरा पुल ढहा, 9 लोगों की मौत

वडोदरा। गुजरात के वडोदरा जिले में बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया जब वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाला गम्भीरा पुल भरभराकर गिर गया. इस हादसे में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हुए हैं. पुल के गिरते ही पांच वाहन सीधे नदी में जा गिरे, जिनमें एक ट्रक और एक पिकअप वाहन अब भी नदी में फंसे हुए हैं.
यह हादसा पादरा क्षेत्र में हुआ जहां महिसागर नदी पर गम्भीरा पुल 43 साल पहले बना था. घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंचा और रेसक्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. पुल गिरने के स्थान पर नदी में पानी जमा है, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन अधिकारियों को खासा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
रेस्क्यू टीम नाव की मदद से घटनास्थल तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, लेकिन नदी में पानी कम होने और कीचड़ के जमा होने की वजह से वे मौके तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. पानी में गिरे वाहनों को निकालने की जद्दोजहद में अधिकारी लगे हैं, और पुलिस टीम भी कीचड़ से वाहनों को निकालने की कोशिश कर रही है.
पानी में जा गिरे ट्रक को रस्सी से बांधकर निकालने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए यहां क्रेन भी लाया गया है, ताकि रस्सी से बांधकर ट्रक को ऊपर लाया जा सके. इसमें रेस्क्यू टीम को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुबह 8.30 बजे के आसपास की है. वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 6 लोग घायल हुए हैं. घायलों में से दो को बेहतर इलाज के लिए वडोदरा के एसएसजी अस्पताल रेफर किया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है और मौके पर NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौजूद हैं.
कलेक्टर ने बताया कि नदी में अब भी एक ट्रक और एक पिकअप फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है. हादसे के पीछे की वजह पुल का अचानक टूटना बताया जा रहा है. हालांकि, पुल में किसी तरह का क्रैक था, या यह पुल कैसे गिरा इसकी जांच अभी बाकी है.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और तुरंत पुल डिजाइन टीम, मुख्य इंजीनियर और विशेषज्ञों को मौके पर भेजने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने हादसे की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है.
बताया जा रहा है कि यह पुल पिछले साल ही मरम्मत किया गया था. पुल पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए राज्य सरकार ने तीन महीने पहले 212 करोड़ की लागत से एक नए पुल को मंजूरी दी थी. इस नए पुल के डिजाइन और टेंडरिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
और भी

केरल विश्वविद्यालय में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर के खिलाफ प्रदर्शन

  • एसएफआई कार्यकर्ताओं को लिया गया हिरासत में
तिरुवनंतपुरम। पुलिस ने मंगलवार को केरल विश्वविद्यालय के परिसर में केरल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालयों के 'भगवाकरण' का आरोप लगाते हुए राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए केरल विश्वविद्यालय के परिसर में प्रवेश किया।
विद्यार्थियों के विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश करते ही पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया। तस्वीरों में सुरक्षा गियर पहने पुलिस अधिकारियों को एसएफआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेते हुए दिखाया गया है, जबकि प्रदर्शनकारी नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के विधायक एमवी गोविंदन भी विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे। विवाद तब शुरू हुआ जब एसएफआई ने केरल विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में 'भारत माता' की तस्वीर के इस्तेमाल का विरोध किया। कुलपति मोहनन कुन्नुमल के निलंबन को लेकर भी प्रदर्शनकारी भड़के हुए थे। 2 जुलाई को राज्यपाल ने केरल डिजिटल विश्वविद्यालय के कुलपति सीजा थॉमस को केरल विश्वविद्यालय का प्रभारी कुलपति नियुक्त किया।
राज्यपाल आर्लेकर ने एक एक्स पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "माननीय राज्यपाल ने कुलाधिपति के रूप में आदेश दिया है कि केरल डिजिटल विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. सीजा थॉमस 3 से 8 जुलाई 2025 तक डॉ. मोहनन कुन्नुमल की अनुपस्थिति के दौरान अपने सामान्य कर्तव्यों के अलावा केरल विश्वविद्यालय के कुलपति के अधिकारों का प्रयोग और कर्तव्यों का पालन करेंगी।" पिछले महीने, एसएफआई कार्यकर्ताओं ने कुन्नूर विश्वविद्यालय में आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, सिंडिकेट सदस्यों के कड़े विरोध के बाद कथित राष्ट्र-विरोधी सामग्री के लिए विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों की निगरानी के लिए एक विशेष समिति का गठन किया। बाद में विरोध के कारण आदेश वापस ले लिया गया।
सिंडिकेट की बैठक के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन कार्यालय के बाहर तनाव पैदा हो गया, जिसमें एसएफआई कार्यकर्ताओं ने बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर लिखा था, "यह एक शाखा नहीं है; यह एक विश्वविद्यालय है।" प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय में घुसने का प्रयास किया, जिससे कुछ देर के लिए हंगामा हुआ। सिंडिकेट के अधिकांश सदस्यों ने कुलपति के के साजू के निर्देश का विरोध किया, जिसके कारण कुलपति ने बैठक के दौरान अपने निर्देश को वापस लेने की घोषणा की। (एएनआई)
और भी

एयर इंडिया हादसे और बढ़ते किराए पर संसद समिति ने विमानन मंत्रालय व एयरलाइंस से जवाब मांगा

नई दिल्ली। संसदीय समिति ने मंगलवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ एयरलाइन और हवाईअड्डा प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। इस दौरान कई सांसदों ने एयर इंडिया विमान दुर्घटना और जांच रिपोर्ट तैयार होने की तिथि का जिक्र किया। सूत्रों ने बताया कि सदस्यों ने अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद श्रीनगर हवाई किराए में अचानक वृद्धि पर भी चिंता जताई। सूत्रों ने बताया कि अन्य मुद्दों के अलावा कुछ सदस्यों ने नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) की ऑडिट की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल की अध्यक्षता वाली लोक लेखा समिति (पीएसी) ने वरिष्ठ अधिकारियों और एयरलाइन प्रतिनिधियों से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया के सीईओ और एमडी कैंपबेल विल्सन समेत एयरलाइन के शीर्ष प्रतिनिधि मौजूद थे। सूत्रों ने बताया कि समिति के कई सदस्यों ने 12 जून को एयर इंडिया विमान दुर्घटना का जिक्र किया और एक सदस्य ने मंत्रालय के अधिकारियों से विमान के ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण पूरा करने की समय सीमा के बारे में जानना चाहा। 12 जून को उड़ान भरने के तुरंत बाद अहमदाबाद में लंदन गैटविक जाने वाले एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण लगभग 270 लोग मारे गए थे।
सूत्रों ने कहा कि कई समिति सदस्यों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद श्रीनगर की उड़ानों के लिए हवाई किराए में अचानक वृद्धि पर चिंता व्यक्त की। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के खिलाफ सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न उपायों के तहत यह प्रतिबंध लगाया गया था, जिसमें 22 अप्रैल को 26 लोग मारे गए थे। मंत्रालय, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (AERA), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI), AAI कार्गो लॉजिस्टिक्स एंड एलाइड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड (AAICLAS) और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। लोकसभा की वेबसाइट के अनुसार, बैठक का एजेंडा 'सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और अन्य सार्वजनिक उपयोगिताओं पर शुल्क, टैरिफ, उपयोगकर्ता शुल्क आदि का अधिरोपण और विनियमन' विषय पर मंत्रालय, डीजीसीए, एईआरए, एएआई, एएआईसीएलएएस, बीसीएएस और हवाईअड्डा संचालकों और एयरलाइंस सहित अन्य संबंधित संगठनों के प्रतिनिधियों से मौखिक साक्ष्य लेना है।

 

और भी

जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार का काम पूरा हुआ : अधिकारी

पुरी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार (कोषागार) की मरम्मत का काम पूरा कर लिया है और कीमती सामान रत्न भंडार में स्थानांतरित होने के बाद सूची-संबंधी काम शुरू होगा, मंदिर के मुख्य प्रशासक अरबिंद कुमार पाधी के अनुसार। अरबिंद कुमार पाधी ने एएनआई को यह भी बताया कि न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय समिति सभी कीमती सामानों की सूची-संबंधी काम में जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति की सहायता करेगी।
"मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व और सौभाग्य की अनुभूति हो रही है कि आंतरिक और बाहरी रत्न भंडार के संरक्षण और मरम्मत का काम पूरा हो गया है। अब, सरकार द्वारा स्वीकृत मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार। अब, कीमती सामान अस्थायी स्ट्रांगरूम से मूल स्ट्रांगरूम में स्थानांतरित किए जाएंगे और उसके बाद, सूची बनाने का काम शुरू होगा। सरकार ने पहले ही न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है। वे सभी कीमती सामानों की सूची बनाने में जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति की सहायता करेंगे," अरबिंद कुमार पाधी ने कहा
मंदिर के मुख्य प्रशासन के अनुसार, रत्न भंडार को साढ़े चार दशकों के अंतराल के बाद खोला गया था। उन्होंने कहा कि कीमती सामान को अस्थायी स्ट्रांगरूम में ले जाया गया, जिसके बाद एएसआई ने मरम्मत का काम शुरू किया। "श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर का रत्न भंडार 4.5 दशक के अंतराल के बाद 14 जुलाई, 2024 को फिर से खोला गया। इसके बाद, कीमती सामान और आभूषणों को आंतरिक रत्न भंडार और बाहरी रत्न भंडार से अस्थायी स्ट्रांगरूम में स्थानांतरित कर दिया गया।
इसके बाद, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने एक लेजर स्कैनिंग और पेनेट्रेटिंग सर्वेक्षण किया... इसके बाद, 17 दिसंबर, 2024 को संरक्षण और मरम्मत कार्य शुरू हुआ और दो चरणों में किया गया," अरबिंद कुमार पाधी। एएसआई द्वारा जीर्णोद्धार कार्य दो चरणों में किया गया, पहला चरण 17 दिसंबर, 2024 से 28 अप्रैल, 2025 तक और दूसरा चरण 28 जून, 2025 से 7 जुलाई, 2025 तक चला। "पहला चरण 17 दिसंबर, 2024 से 28 अप्रैल, 2025 तक चला। दूसरा चरण 28 जून, 2025 को शुरू हुआ और 7 जुलाई, 2025 तक जारी रहा... 95 दिनों में, एएसआई विशेषज्ञों और कारीगरों ने 332 घंटे और 47 मिनट तक संरक्षण कार्य किया," उन्होंने कहा। (एएनआई)
और भी

बिहार में युवा आयोग का होगा गठन, एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और सात सदस्य होंगे

  • मंत्रिमंडल की बैठक में बिहार युवा आयोग के गठन की मंजूरी
पटना। बिहार में अब युवा आयोग का गठन किया जाएगा। मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में बिहार युवा आयोग के गठन की मंजूरी भी दे दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे लेकर प्रसन्नता जताई है।
सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर प्रसन्नता जताते हुए लिखा, "मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि बिहार के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने, उन्हें प्रशिक्षित करने तथा सशक्त और सक्षम बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने बिहार युवा आयोग के गठन का निर्णय लिया है और आज कैबिनेट द्वारा बिहार युवा आयोग के गठन की मंजूरी भी दे दी गई है।" ‎
उन्होंने आयोग की भूमिका को लेकर आगे लिखा, "समाज में युवाओं की स्थिति में सुधार और उत्थान से संबंधित सभी मामलों पर सरकार को सलाह देने में इस आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार सुनिश्चित करने के लिए सरकारी विभागों के साथ यह आयोग समन्वय भी करेगा।"
‎मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे यह भी बताया कि इस युवा आयोग में एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और सात सदस्य होंगे, जिनकी अधिकतम उम्र सीमा 45 वर्ष होगी। यह आयोग इस बात की निगरानी भी करेगा कि राज्य के स्थानीय युवाओं को राज्य के भीतर निजी क्षेत्र के रोजगारों में प्राथमिकता मिले, साथ ही राज्य के बाहर अध्ययन करने वाले और काम करने वाले युवाओं के हितों की भी रक्षा हो। ‎इसके अलावा, इस आयोग को सामाजिक बुराइयों को बढ़ावा देने वाले शराब एवं अन्य मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए कार्यक्रम तैयार कर और ऐसे मामलों में सरकार को अनुशंसा भेजना भी इसका महत्वपूर्ण कार्य होगा। ‎
‎आयोग के उद्देश्य को लेकर मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, "राज्य सरकार की इस दूरदर्शी पहल का उद्देश्य है कि इस आयोग के माध्यम से युवा आत्मनिर्भर, दक्ष और रोजगारोन्मुखी बनें ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो।" 
और भी

अमरनाथ यात्रा सुचारू रूप से जारी, 90 हजार से अधिक लोगों ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन

  • मंगलवार को 7,541 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था कश्मीर के लिए रवाना
श्रीनगर। पिछले पांच दिनों से अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से जारी है और हर दिन तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को 7,541 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था कश्मीर के लिए रवाना हुआ।
3 जुलाई से शुरू हुई यात्रा में अब तक 90 हजार से ज्यादा लोग शामिल हो चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से 7,541 यात्रियों का जत्था दो सुरक्षित काफिलों में घाटी के लिए रवाना हुआ।
पहला काफिला, जिसमें 148 वाहन थे और 3,321 यात्री थे, सुबह 2:55 बजे बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ। वहीं, दूसरा काफिला, जिसमें 161 वाहन और 4,220 यात्री थे, सुबह 4:03 बजे नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि भगवती नगर यात्री निवास से घाटी पहुंचने वाले यात्रियों के अलावा, कई श्रद्धालु सीधे ट्रांजिट कैंपों और दो बेस कैंपों पर पहुंचकर तुरंत पंजीकरण करवाकर अमरनाथ यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। यह यात्रा पहलगाम हमले के बाद हो रही है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी। 180 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों को सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदा ताकत बढ़ाने के लिए लाया गया है। जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से गुफा मंदिर तक के पूरे रास्ते और दोनों आधार शिविरों के रास्ते में सभी पारगमन शिविरों को सुरक्षा बलों ने सुरक्षित कर लिया है।
सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस की मौजूदा ताकत को बढ़ाने के लिए सीएपीएफ की 180 अतिरिक्त कंपनियां लाई गई हैं। पूरे मार्ग को सुरक्षा बलों द्वारा सुरक्षित कर लिया गया है।
हर साल की तरह इस साल भी स्थानीय लोगों ने अमरनाथ यात्रा में पूरा सहयोग दिया है। पहलगाम आतंकी हमले से कश्मीरियों के आहत होने का संदेश देने के लिए, स्थानीय लोग पहले जत्थे के यात्रियों का स्वागत करने सबसे पहले पहुंचे। जैसे ही यात्री नौगाम सुरंग पार कर काजीगुंड से कश्मीर घाटी में पहुंचे, स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
बता दें कि अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई को शुरू हुई है और 38 दिनों के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी। श्री अमरनाथ जी यात्रा भक्तों के लिए सबसे पवित्र धार्मिक तीर्थयात्राओं में से एक है, क्योंकि किंवदंती है कि भगवान शिव ने इस गुफा के अंदर माता पार्वती को शाश्वत जीवन और अमरता के रहस्य बताए थे।
और भी

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता का निधन

  • जोधपुर एम्स में अंतिम सांस ली…
जोधपुर। केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता दाऊलाल वैष्णव का आज (मंगलवार 8 जुलाई) जोधपुर एम्स में निधन हो गया। वे 81 वर्ष के थे। बीते कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे दाऊलाल वैष्णव ने सुबह 11:52 बजे अंतिम सांस ली।
दाऊलाल वैष्णव मूल रूप से पाली जिले के जीवंद कलां गांव के रहने वाले थे। वे 1966 में जोधपुर आकर बसे और यहीं जीवन का अधिकतर समय बिताया। पेशे से इनकम टैक्स प्रैक्टिशनर रहे दाऊलाल वैष्णव ने कई वर्षों तक जोधपुर के पूर्व विधायक कैलाश भंसाली के साथ मिलकर कार्य किया। वे बैरागी ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखते थे।
एम्स जोधपुर में इलाज के दौरान उनकी हालत सोमवार को और बिगड़ गई थी, जिसके बाद मंत्री अश्विनी वैष्णव दिल्ली से जोधपुर पहुंचे थे। लेकिन मंगलवार सुबह उनका निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी सरस्वती वैष्णव, बेटे अश्विनी वैष्णव और आनंद वैष्णव हैं। उनका अंतिम संस्कार आज जोधपुर में किया जाएगा।
और भी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राज्यपाल रमेन डेका ने की मुलाकात

रायपुर/दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राज्यपाल रमेन डेका ने मुलाकात की। राज्यपाल डेका इन दिनों दिल्ली प्रवास पर है। बीते कल उन्होंने केंद्रीय मंत्रियो से मुलाकात की थी।
और भी

बिहार वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन पर 10 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

  • वकील कपिल सिब्बल ने की खास अपील
नई दिल्ली। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के मामले को लेकर एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। एडीआर की ओर से दायर याचिका में वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने जल्द सुनवाई की मांग की है।
सिब्बल ने कोर्ट में कहा, "यह लाखों मतदाताओं का सवाल है। अगर इस कार्रवाई को तुरंत नहीं रोका गया तो इसका असर सबसे कमजोर तबके पर पड़ेगा।" इसके साथ ही वकीलों ने यह भी मांग की कि इस मामले की सुनवाई आज या कल की जाए, क्योंकि चुनाव आयोग ने सिर्फ एक महीने की समय सीमा दी है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई 10 जुलाई (गुरुवार) को करने के लिए राजी हो गया है, लेकिन फिलहाल अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को अपनी याचिकाओं की प्रतियां चुनाव आयोग और अन्य पक्षों को सौंपने का निर्देश दिया।
अब सबकी निगाहें गुरुवार को होने वाली सुनवाई पर टिकी हैं। फिलहाल, एसआईआर के खिलाफ चार याचिकाएं दायर की गई हैं। इनमें आरजेडी सांसद मनोज झा, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स, पीयूसीएल, योगेंद्र यादव और लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा शामिल हैं।
बिहार में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसको लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने 11 दस्तावेजों की सूची जारी की है। इसमें जिन दस्तावेजों का जिक्र किया गया है, उन्हें स्थानीय निवासी को फॉर्म के साथ बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) को देना होगा।
अलग-अलग माध्यम से मतदाताओं को जागरूक भी किया जा रहा है। विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर बिहार पीआईबी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर मतदाताओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा, "अगर वोट देना है तो फॉर्म भरना होगा।"
और भी

ऑपरेशन सिंदूर : अमेरिकी फाइटर पायलट का चौंकाने वाला खुलासा

नई दिल्ली। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को ऐसा चकमा दिया कि उसकी सारी पोल खुल गई. इस ऑपरेशन ने भारतीय वायुसेना (IAF) की उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (Electronic Warfare-EW) रणनीतियों को दुनिया के सामने ला दिया.
पूर्व अमेरिकी F-15E स्ट्राइक ईगल और F-16 थंडरबर्ड पायलट रयान बोडेनहाइमर ने IAF की रणनीतियों को "अब तक का सबसे बेहतरीन स्पूफिंग और डिसेप्शन" (भ्रम और धोखा) बताया. उन्होंने इस सफलता का श्रेय राफेल जेट के X-गार्ड जैमिंग डिकॉय और SPECTRA EW सूट को दिया, जिसने पाक की PL-15E मिसाइलों को धोखा दिया.
ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को शुरू हुआ, जब भारतीय वायुसेना ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब दिया, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे. इस ऑपरेशन में IAF ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. राफेल, सुखोई Su-30 MKI और मिराज 2000 जेट्स ने SCALP क्रूज मिसाइलों और स्पाइस-2000 बमों का उपयोग कर सटीक हमले किए, बिना भारतीय हवाई क्षेत्र छोड़े.
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पांच भारतीय जेट्स, जिनमें तीन राफेल शामिल थे, को मार गिराया. लेकिन भारतीय सूत्रों और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि ये नष्ट हुए डिकॉय (X-गार्ड) थे, न कि असली राफेल जेट्स. इस ऑपरेशन में IAF की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध तकनीकों ने पाकिस्तान वायुसेना (PAF) को पूरी तरह भ्रमित कर दिया.
X-गार्ड एक इजरायली निर्मित फाइबर-ऑप्टिक टोड डिकॉय है, जिसे राफेल जेट्स के SPECTRA इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सूट के साथ एकीकृत किया गया है. यह 30 किलोग्राम का उपकरण राफेल जेट के पीछे तार द्वारा खींचा जाता है. दुश्मन के रडार और मिसाइलों को धोखा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
360 डिग्री जैमिंग सिग्नल: X-गार्ड 360 डिग्री के दायरे में जैमिंग सिग्नल भेजता है, जो दुश्मन के रडार और मिसाइलों के एक्टिव सीकर्स को भ्रमित करता है. यह रडार सिग्नेचर को नकली बनाता है, जिससे ऐसा लगता है कि यह एक असली जेट है.
AI-संचालित तकनीक: X-गार्ड में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग होता है, जो रडार सिग्नल के डॉप्लर शिफ्ट और सिग्नेचर की कॉपी करता है.
यह दुश्मन के रडार को भ्रमित करने के लिए रीयल-टाइम में सिग्नल को बदलता रहता है, जिससे मिसाइलें असली जेट के बजाय डिकॉय को निशाना बनाती हैं.
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने न केवल अपने लक्ष्यों को सटीकता से नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान के दावों को भी गलत साबित किया. पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पांच भारतीय जेट्स (तीन राफेल, एक Su-30 MKI, एक मिग-29, और एक ड्रोन) को मार गिराया, लेकिन भारतीय सूत्रों ने पुष्टि की कि कोई पायलट नहीं खोया गया. ऑपरेशन की सफलता पर कोई असर नहीं पड़ा.
IAF ने रडार डेटा, सैटेलाइट इमेजरी और सिग्नल इंटेलिजेंस (SIGINT) के साथ साबित किया कि उसने कई पाकिस्तानी जेट्स, जैसे मिराज-5, JF-17, F-16 और संभवतः एक साब 2000 Erieye AWACS को मार गिराया. Kawa Space की सैटेलाइट इमेजरी में PAF बेस भोलारी में एक नष्ट हुआ हैंगर दिखा, जिसे ब्रह्मोस मिसाइल से निशाना बनाया गया था.
और भी

खराब मौसम के कारण एयर इंडिया की रियाद-दिल्ली उड़ान को जयपुर डायवर्ट किया गया

जयपुर। रियाद से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की उड़ान एआई 926 को राष्ट्रीय राजधानी में खराब मौसम के कारण रविवार देर रात जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डायवर्ट किया गया। इस उड़ान को मूल रूप से 7 जुलाई को लगभग 1 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर उतरना था। हालांकि, दिल्ली में खराब मौसम के कारण विमान को जयपुर के लिए डायवर्ट करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, जयपुर में उतरने के बाद, यात्रियों को दिल्ली पहुंचने के लिए वैकल्पिक उड़ान के विकल्प दिए गए। हालांकि, उन्होंने सड़क परिवहन का विकल्प चुना। यात्री विमान से उतर गए हैं और सड़क मार्ग से जयपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इससे पहले 4 जुलाई को, बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की एक उड़ान में एक पायलट की मेडिकल इमरजेंसी के कारण देरी हुई थी। फ्लाइट AI2414 तय समय पर रवाना होने वाली थी, लेकिन रोस्टर वाले पायलट की तबीयत उड़ान से ठीक पहले खराब हो गई और उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में घटना की पुष्टि करते हुए कहा, '04 जुलाई की सुबह हमारे एक पायलट के साथ एक मेडिकल इमरजेंसी हुई। नतीजतन, पायलट बेंगलुरु से दिल्ली के लिए उड़ान AI2414 को संचालित करने में असमर्थ था, जिसके लिए उसे रोस्टर किया गया था, और उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया।
एयरलाइन ने आश्वासन दिया कि पायलट की हालत अब स्थिर है और वह चिकित्सा पेशेवरों की देखरेख में है। प्रवक्ता ने कहा कि वह वर्तमान में स्थिर है, लेकिन उसी अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में है। व्यवधान को कम करने के लिए, एयरलाइन ने उड़ान को संचालित करने के लिए एक अन्य कॉकपिट क्रू सदस्य की व्यवस्था की। बयान में कहा गया, 'परिणामस्वरूप, AI2414 में देरी हुई और हमारे कॉकपिट क्रू के दूसरे सदस्य ने इसका संचालन किया।'
एयर इंडिया ने कहा कि उसका तत्काल ध्यान पायलट की भलाई और उसके परिवार को सहायता प्रदान करने पर है। प्रवक्ता ने कहा, 'हमारी तत्काल प्राथमिकता पायलट और उसके परिवार की सहायता करना है ताकि वह शीघ्र स्वस्थ हो सके।' मूल रूप से सुबह 03:05 बजे रवाना होने वाली उड़ान में देरी हुई और अंततः दूसरे पायलट की व्यवस्था करने के बाद सुबह 04:52 बजे उड़ान भरी। फ्लाइटराडार24 के अनुसार, यह सुबह 05:55 बजे के निर्धारित आगमन समय से लगभग 90 मिनट देरी से सुबह 07:21 बजे दिल्ली में उतरी।
इससे पहले दिन में, एयर इंडिया ने मुआवजे के भुगतान को कम करने के लिए मृतक पर अपनी वित्तीय निर्भरता के बारे में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए AI-171 दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों को मजबूर करने के आरोपों से इनकार किया। एक विस्तृत बयान में, एयरलाइन ने दावों को "निराधार और गलत" कहा। विवाद उन रिपोर्टों के बाद सामने आया कि कुछ शोक संतप्त परिवारों को अपने मृतक प्रियजनों के साथ वित्तीय संबंधों का खुलासा करने के लिए मजबूर किया जा रहा था - कथित तौर पर मुआवजा प्राप्त करने के लिए एक शर्त के रूप में। हालांकि, एयरलाइंस ने स्पष्ट किया कि इस तरह की जानकारी का अनुरोध एक मानक प्रक्रिया का हिस्सा था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अंतरिम मुआवजा सही लाभार्थियों तक तुरंत पहुंचे। (एएनआई)
और भी

संसद की लोक लेखा समिति कल एयर इंडिया AL-171 दुर्घटना पर चर्चा करेगी

  • नागरिक उड्डयन अधिकारियों को बुलाया गया
ई दिल्ली। संसद की लोक लेखा समिति की बैठक मंगलवार को निर्धारित है, जिसमें नागरिक उड्डयन सचिव और डीजीसीए सहित नागरिक उड्डयन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के उपस्थित होने की उम्मीद है, जिसमें अहमदाबाद में हाल ही में एयर इंडिया की उड़ान AI-171 दुर्घटना के साथ-साथ विमानन सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा होने की संभावना है।
सूत्रों ने पुष्टि की है कि नागरिक उड्डयन सचिव और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। हालांकि, बैठक के दौरान मुख्य ध्यान इस बात पर होगा कि हवाई अड्डों पर सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और सेवाओं के लिए यात्री और अन्य शुल्क, एयरलाइन शुल्क और टैरिफ कैसे तय और विनियमित किए जाते हैं, साथ ही विमानन में सुरक्षा चिंताओं पर भी ध्यान दिया जाएगा।
इस साल 12 जून को, लंदन जाने वाला एयर इंडिया बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर में जा घुसा, जिससे उसमें सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
घटना के बाद से, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) को पूर्ण पैमाने पर जांच करने में सहायता करने के लिए कदम उठाए हैं। AAIB, जो अब उन्नत तकनीक से लैस है, नई दिल्ली में अपनी प्रयोगशाला से जांच का नेतृत्व कर रहा है।
मंत्रालय के अनुसार, विमान के ब्लैक बॉक्स में से एक से क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल 25 जून तक बरामद कर लिया गया था और उस तक पहुंच बना ली गई थी, और तब से डेटा सफलतापूर्वक डाउनलोड किया जा रहा है। एक सूत्र ने एएनआई को बताया, 'गोल्डन चेसिस' के रूप में संदर्भित एक समान ब्लैक बॉक्स का उपयोग यह पुष्टि करने के लिए किया गया था कि क्या ब्लैक बॉक्स से डेटा को सही तरीके से प्राप्त किया जा सकता है।
जांच दल में भारतीय वायु सेना, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और अमेरिका स्थित राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) के विशेषज्ञ शामिल हैं। बोइंग और GE के अधिकारियों के साथ-साथ विमानन चिकित्सा और वायु यातायात नियंत्रण विशेषज्ञ भी इसमें शामिल हैं। जांच आईसीएओ अनुलग्नक 13 और भारत के विमान (दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच) नियम, 2017 में उल्लिखित अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत की जा रही है। इस बीच, एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 दुर्घटना के सभी 260 पीड़ितों के शवों की पहचान कर ली गई है और उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया गया है, सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राकेश जोशी ने पुष्टि की। उन्होंने एएनआई को बताया, "कुल 254 डीएनए मैच किए गए, सभी की पहचान की गई और उन्हें सौंप दिया गया। छह की पहचान चेहरे की पहचान के जरिए की गई," उन्होंने कहा, "241 यात्री थे और 19 गैर-यात्री थे।"
इस बीच, अधिकारियों ने कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने ब्लैक बॉक्स से डेटा को सफलतापूर्वक प्राप्त और डाउनलोड किया है। सूत्रों ने कहा, "25 जून, 2025 को मेमोरी मॉड्यूल को सफलतापूर्वक एक्सेस किया गया और इसका डेटा AAIB लैब में डाउनलोड किया गया।" AAIB के महानिदेशक की अध्यक्षता में जांच में भारतीय वायु सेना, HAL, NTSB (USA) और अन्य के सदस्य शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, पहली बार भारत घरेलू स्तर पर ब्लैक बॉक्स डेटा को डिकोड कर रहा है, जो "भारत की विमानन सुरक्षा यात्रा में एक प्रमुख मील का पत्थर" है। (एएनआई)
और भी

कोइलीघुघर शिव मंदिर में बाढ़ का कहर, गर्भगृह डूबा

झारसुगुड़ा। पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश ने पश्चिमी ओडिशा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं, जिसमें झारसुगुड़ा जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है।
लखनपुर ब्लॉक में स्थित इस क्षेत्र का प्रसिद्ध कोइलीघुघर शैव मंदिर, पास की एक नदी से बाढ़ का पानी मंदिर परिसर में भर जाने के बाद जलमग्न हो गया है। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सुंदरगढ़ जिले के हेमगीर इलाके से बहने वाली अहिरा नहर का पानी मंदिर परिसर में घुस गया है, जिससे न केवल बाहरी इलाके बल्कि सदियों पुराने शिव मंदिर का आंतरिक गर्भगृह भी जलमग्न हो गया है। बारिश के कारण दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त, मंदिर परिसर जलमग्न हो गया आज सुबह तक, सूत्रों ने बताया कि बाढ़ के पानी के कारण कोइलीघुघर मंदिर पूरी तरह से दुर्गम हो गया है।
पानी का बहाव मंदिर के चट्टानी मंच के आधार तक पहुंच गया है, जिससे अनुष्ठान बाधित हो रहे हैं और गर्भगृह तक पहुंचने के रास्ते कट गए हैं। लखनपुर और आस-पास के इलाकों में भारी बारिश के कारण बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया और स्थानीय परिवहन मुश्किल हो गया। झारसुगुड़ा के कई निचले इलाके अब कथित तौर पर पानी में डूबे हुए हैं, जिला प्रशासन स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है।
सूत्रों ने स्थानीय निवासियों का हवाला दिया, जिन्होंने कहा कि हाल के दिनों में यह पहली बार है जब बाढ़ का पानी कोइलिघुघर मंदिर में घुसा है। इस बाढ़ जैसी स्थिति के बीच, अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन अधिकारी तीर्थयात्रियों और ग्रामीणों से पानी कम होने तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचने का आग्रह कर रहे हैं।
और भी

दिल्ली में झमाझम बारिश : इंडिगो ने उड़ानें रोकीं, ऑरेंज अलर्ट जारी

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इस हफ्ते के पहले दिन की शुरुआत बारिश के साथ हुई है। झमाझम बारिश के बाद उमस भरी गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली है, लेकिन कुछ इलाकों में जलभराव से परेशानी भी हो रही है। पिछले कुछ घंटों में मध्यम से तेज बारिश को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद-नोएडा जैसे शहरों में रविवार रात से ही बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो सोमवार की सुबह तक जारी है। दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बारिश के कारण वाहनों की गति धीमी हो गई। आईएसबीटी कश्मीरी गेट इलाके में जाम लगा रहा। कुछ जगह जलभराव की स्थिति भी देखी गई है।
दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने पहले ही दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। आगे भी दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक, आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। अगले 2 दिनों में भी दिल्ली में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
फिलहाल सोमवार को हुई बारिश का असर हवाई उड़ानों पर पड़ा है। खराब मौसम को देखते हुए एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने अपनी कुछ उड़ानों को रोक दिया है। इंडिगो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी। इंडिगो ने ट्रेवल एडवाइजरी जारी करते हुए लिखा, "दिल्ली में लगातार बारिश हो रही है और लगातार बारिश के कारण उड़ानों का संचालन प्रभावित हो रहा है। कुछ उड़ानें फिलहाल रोक दी गई हैं। कृपया आश्वस्त रहें, हमारी टीमें हवाई यातायात नियंत्रण के साथ मिलकर काम कर रही हैं और जैसे ही परिस्थितियां अनुकूल होंगी, हम आपको आगे बढ़ा देंगे।"
इंडिगो ने यात्रियों को एयरपोर्ट के लिए निकलने से पहले ऐप पर फ्लाइट का अपडेट लेने की सलाह दी है। इंडिगो ने कहा, "एयरपोर्ट जाने से पहले कृपया हमारी वेबसाइट या ऐप पर अपनी उड़ान की स्थिति जांच लें। साथ ही, यात्रा के लिए कुछ अतिरिक्त समय दें, क्योंकि ट्रैफिक की रफ्तार धीमी हो सकती है।"
और भी
Previous123456789...383384Next