धान का कटोरा

युवती की लाश सड़क में रखकर प्रदर्शन, जांच की मांग

  • बेटी की दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप
कोरबा। कोरबा की बेटी की मध्यप्रदेश के सिंगरौली में हुई मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. बेटी की दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए परिजन मध्यप्रदेश पुलिस के जांच पर सवाल उठा रहे हैं. अब स्थानीय पुलिस-प्रशासन से मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों ने हरदीबाजार के आमगांव चौक पर लाश को रखकर सड़क जाम कर दिया है. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारी परिजनों को समझने का प्रयास कर रहे हैं.
कोरबा जिले के हरदीबाजार क्षेत्र में रहने वाले उमेद दास सिंगरौली में नौकरी करते थे, जिनके निधन के बाद उनकी पत्नी वर्तमान में अनुकंपा नियुक्ति पर नौकरी कर रही हैं. उमेद दास की बेटी पुष्पांजलि अपनी मां के साथ रहा करती थी. मां की अनुपस्थिति में भोपाल में रहकर पढ़ाई करने पुष्पांजलि की बड़ी बहन सिंगरौली आई थी. इस बीच काम के सिलसिले में बाहर गई थी, तीन दिन पहले लौटी बड़ी बहन को घर पहुंचने पर पुष्पांजलि की नग्न लाश मिली, जिसके गुप्तांग पर चोट के निशान नजर आ रहे थे.
परिजनों ने बताया कि उन्होंने मोरवा थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया है, लेकिन पुलिस ने दुष्कर्म के आरोप को दर्ज करने से इनकार कर दिया. इसके अलावा पुलिस पर उन्होंने थाने से भगाने का आरोप भी लगाया. परिजनों का यह रोष अंतिम संस्कार के लिए पुष्पांजलि के शव को हरदीबाजार लाते समय फूट पड़ा और कोरबा पुलिस-प्रशासन से कार्रवाई की मांग करते हुए आमगांव चौक पर लाश को रखकर सड़क जाम कर दिया है. मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारी घटना की जानकारी लेते हुए परिजनों को समझाइश देने का प्रयास कर रहे हैं.
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महापौर मीनल चौबे ने इंदौर के स्वच्छता नवाचारों का किया अध्ययन

  • देखा इंदौर का इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
रायपुर। नगर निगम रायपुर की महापौर मीनल चौबे, आयुक्त विश्वदीप, अधीक्षण यंत्री यूके धलेंद्र, जोन स्वास्थ्य अधिकारी आत्मानंद साहू एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्सपर्ट प्रमित चोपड़ा इंदौर में अध्ययन सह भ्रमण कार्यक्रम में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ की संपूर्ण स्वच्छता की मुहिम को बल देने के उद्देश्य से राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) द्वारा इंदौर नगर निगम में यह दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम से प्राप्त अनुभव से प्रतिभागी छत्तीसगढ़ के शहरों में नवाचार एवं सतत शहरी विकास को नई दिशा दे सकेंगे। प्रदेश के सभी 14 नगर निगमों के महापौर, आयुक्त एवं संबंधित अधिकारियों के लिए दो चरणों में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
महापौर मीनल चौबे ने इंदौर में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन का सख्ती से क्रियान्वयन और कठोर जुर्माने की व्यवस्था की तारीफ की। महापौर और निगम आयुक्त ने आईसीटी बेस्ड मॉनिटरिंग और एनजीओ के माध्यम से की जाने वाली इंदौर की घर-घर कचरा संग्रहण प्रणाली देखी। उन्होंने कचरा पृथक्करण के लिए अपनाए जाने वाले स्वच्छता मॉडल के अलावा शिकायत निवारण एप, जीपीएस-ट्रैक्ड कचरा गाड़ी, वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन और जोन आधारित घर-घर कचरा एकत्रण प्रणाली का निरीक्षण भी किया।
उन्होंने स्वच्छता मित्रों और आम नागरिकों से संवाद कर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में जनभागीदारी को समझा। इंदौर के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) जाकर वहां की कार्यप्रणाली को भी समझा। साथ ही 311 शिकायत निवारण एप का अवलोकन कर रियल-टाइम शिकायत निवारण प्रणाली के बारे में जाना। उन्होंने ट्रांसफर स्टेशन, आरआरआर (रिड्यूस-रीयूज-रीसाइकल) सेंटर, बायोगैस प्लांट एवं मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) का दौरा कर इंदौर की विकेन्द्रित और कुशल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को समझा। साथ ही इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव से भेंट कर स्वच्छता में जनसहभागिता और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका, ग्रीन बॉन्ड एवं यूज़र चार्जेस जैसे शहरी वित्त के अभिनव मॉडलों पर चर्चा की। वहीं, जीरो वेस्ट वार्ड तथा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का दौरा किया गया जहां तरल अपशिष्ट के प्रसंस्करण एवं पुनः उपयोग प्रक्रिया को विस्तार से समझा।
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श्रावणी त्योहार पर स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी

बिलासपुर। 11 जुलाई 2025 से सावन महीने की शुरुआत होने जा रही है, जो 9 अगस्त तक रहेगी। इस पूरे महीने में शिव भक्त भोलेबाबा के प्रसिद्ध देवालयों में दर्शन करने जाते हैं और तो और कांवड़ यात्रा पर भी जाते हैं। इसी कड़ी में सावन माह में बाबा धाम जाने वाले यात्रियों को रेलवे ने श्रावणी त्योहार पर स्पेशल ट्रेन की सौगात दी है।
बता दें कि, गोंदिया-मधुपुर-गोंदिया के बीच 8 फेरे के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी। गाड़ी संख्या 08855/08856 नंबर के साथ ट्रेन का परिचालन होगा। ये ट्रेन गोंदिया से प्रत्येक शुक्रवार और सोमवार को 11 जुलाई से 04 अगस्त तक चलेगी। वहीं, मधुपुर से हर शनिवार और मंगलवार को 12 जुलाई से 5 अगस्त तक चलेगी।
मध्यप्रदेश में भी रेलवे ने यात्रियों को नई सौगात दी है। रानी कमलापति, बीना और इटारसी स्टेशन से स्पेशल ट्रेन गुजरेगी। मिली जानकारी के मुताबिक, सूबेदारगंज-उधना साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन के 13-13 अतिरिक्त फेरे लगेंगे। ये ट्रेन 7 जुलाई से 29 सितंबर तक चलेगी। ऐसे में मध्यप्रदेश समेत उत्तर और पश्चिम भारत के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
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शाला प्रवेश उत्सव में शामिल हुए मंत्री ओपी चौधरी

रायगढ़। मंत्री ओपी चौधरी आज रायगढ़ जिले के नटवर स्कूल में नए शैक्षणिक सत्र के शुभारंभ कार्यक्रम "शाला प्रवेश उत्सव" में शामिल हुए। इस अवसर पर बच्चों को तिलक लगाकर स्वागत किया। उन्हें स्कूल ड्रेस, पाठ्यपुस्तकें, और मिठाइयाँ भेंट की। नए सत्र की शुरुआत को लेकर बच्चों के चेहरों पर उत्साह और उल्लास स्पष्ट झलक रहा था।
बच्चों के साथ बिताये गए उनकी नई यात्रा के प्रारंभ के क्षण अनमोल हैं। कामना है कि यह प्रवेश उत्सव उन्हें ऊंचाईयों तक पहुँचाने का प्रेरणा स्रोत बने। बच्चों को ढेर सारा प्यार और शुभकामनायें। इस अवसर पर रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया , राज्यसभा सदस्य कुमार देवेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।
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CM विष्णुदेव साय ने रोहतक पहुंचकर स्व. परमेश्वरी देवी को अर्पित की श्रद्धांजलि

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज हरियाणा के रोहतक पहुंचे, जहाँ उन्होंने हरियाणा सरकार के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के निवास सिंधु भवन पहुंचकर शोक संवेदनाएँ व्यक्त कीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कैप्टन अभिमन्यु की पूज्य माताजी श्रीमती परमेश्वरी देवी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने शोकाकुल परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना दी तथा ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में गर्भवती महिलाओं का किया गया सम्पूर्ण जांच

  • जिले के प्रत्येक विकासखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में हुआ आयोजन
  • महिला चिकित्सा द्वारा गर्भवती महिलाओं का विशेष रूप से उपचार कर दी गई काउंसलिंग
रायगढ़। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं में उच्च जोखिम वाले महिलाओं की पहचान कर विशेषज्ञ एवं प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण सम्पूर्ण जांच एवं प्रबंधन सुनिश्चित करना है। उच्च जोखिम श्रेणी में आने वाली गर्भवती महिलाओं का समुचित प्रबंधन एवं सुनियोजित संदर्भन सुनिश्चित कर राज्य में मातृ मृत्यु अनुपात को कम किया जा रहा है। जिसके तहत प्रत्येक माह के 09 एवं 24 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन जिले के समस्त जिला अस्पताल, एमसीएच अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा चिन्हांकित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस को प्रत्येक विकासखंड के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उत्सव के रूप में मनाया गया। जिसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा गर्भवती महिलाओं का संपूर्ण जांच कर सुरक्षित मातृत्व हेतु परामर्श प्रदान किया गया। इस दौरान प्रत्येक गर्भवती महिलाओं की आवश्यक जांच, हिमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर, शुगर, सिकलिन, मलेरिया, एचआईव्ही, वजन, ऊंचाई, टैबलेट आयरन, कैल्शियम और अपने शरीर की स्वच्छता के बारे में महिला चिकित्सा द्वारा विशेष रूप से उपचार काउंसलिंग की गई। इसके अलावा उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं का निजी सोनोग्राफी सेंटरों में नि: शुल्क जांच भी कराया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा हितग्राहियों के खान-पान की संपूर्ण व्यवस्था की गई थी।
जिला स्तरीय डॉक्टरों ने स्वास्थ्य केंद्रों का किया निरीक्षण, स्वास्थ्य जांच की ली जानकारी
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान प्रत्येक विकासखंड के स्वास्थ्य केन्द्रों में आयोजित किया किया गया। जिसका जिला स्तरीय डॉक्टरों एवं विशेषज्ञों ने निरीक्षण किया। जिसमें सीएमएचओ डॉ.अनिल कुमार जगत ने सिविल अस्पताल खरसिया एवं रायगढ़ शहरी क्षेत्र, डॉ.भानू प्रताप पटेल, जिला परिवार कल्याण अधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चपले, डॉ.टी.जी.कुलवेदी, जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घरघोड़ा एवं तमनार, डॉ.सुमित कुमार मण्डल, जिला नोडल अधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंन्द्र धरमजयगढ़, डॉ.केनन डेनियल द्वारा सामुदयिक स्वास्थ्य केन्द्र लैलूंगा, सुश्री रंजना पैंकरा जिला कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुसौर एवं डॉ.सोनाली मेश्राम शहरी जिला कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा रायगढ़ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं के समस्त जांच, परामर्श एवं दवाइयों के वितरण संबंधी  जानकारी ली।
तनाव दूर कर प्रसव हेतु मानसिक रूप से तैयार करने कराया गया विजिट
सीएमएचओ डॉ.अनिल कुमार जगत ने बताया कि आज जिले के समस्त सामुदायिक केंद्र व एमसीएच में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया गया। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को लेबर रूम और ऑपरेशन थियेटर का विजिट कराया गया। जिससे उनका प्रसव संबंधी तनाव कम हो और उन्हें सुरक्षित प्रसव के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग ने सभी गर्भवती महिलाओं से सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करने हेतु अभियान का लाभ उठाने की अपील की है।
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मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की पहल पर सूरजपुर में होंगे पुल और सड़क निर्माण

  • स्वीकृत हुए लगभग 48.72 करोड़ रुपए
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में आधारभूत संरचना के विकास को नया आयाम मिलने जा रहा है। महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा भटगांव विधायक श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के सतत् प्रयासों से लोक निर्माण विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए कुल 48 करोड़ 72 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इस राशि से जिले में महत्वपूर्ण सड़कों और पुलों का निर्माण किया जाएगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को नई रफ्तार मिलेगी।
प्रमुख स्वीकृत कार्यों में एन.एच. 43 से नया कृष्ण मंदिर सिलफिली बनारस रोड तक 5 किलोमीटर लंबे पहुँचमार्ग का निर्माण कार्य, जिसकी लागत 690.68 लाख रूपये है। इसी प्रकार एन.एच. 43 से मायापारा दुर्गाबाड़ी होते हुए रविंद्र नगर (नवापारा) तक 4 किलोमीटर का पहुँच मार्ग 448.95 लाख रूपए की लागत से तैयार किया जाएगा। बीरमताल से उमेशपुर के बीच गोबरी नदी पर पुलिया निर्माण कार्य हेतु 307.19 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई है। 
इसी तरह 761 लाख रूपए की लागत से पकनी चेन्द्रा चौड़ीकरण, 593 लाख रूपए की लागत से कुप्पा जमघरपारा से चौकीदार पारा नवा पारा, गिरहूलपारा (6.10 किलोमीटर पुल-पुलिया) सहित निर्माण, 419 लाख रूपए की लागत से हरिपुर से छतरंग पहुंच मार्ग में कागज नाला पर पुलिया निर्माण, 510 लाख रूपए की लागत से सिरसी से कुसमुसी मार्ग पर गोबरी नदी पर उच्चस्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग का निर्माण, 741 लाख रूपए की लागत से लांजित से सौहार मार्ग पर महान नदी पर उच्चस्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग का निर्माण और सुंदरपुर-शौंकी-नेवटाली-सलका मार्ग (लंबाई 4.10 किमी) पर डब्ल्यू.बी.एम. एवं डामरीकरण कार्य 403 लाख रूपए से निर्मित होने वाली शामिल हैं। 
इन कार्यों के स्वीकृत होने पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से सूरजपुर जिले के ग्रामीण अंचलों में आवागमन सुगम होगा और स्थानीय लोगों को यातायात की बेहतर सुविधा मिलेगी। साथ ही, व्यापार और कृषि से जुड़ी आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विकास के हर वादे को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। इन परियोजनाओं से जुड़े निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे और क्षेत्रीय विकास को नई दिशा मिलेगी।
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शासकीय प्राथमिक शाला चिपरा के प्रधानपाठक सरजूराम ठाकुर निलंबित

बालोद। जिला शिक्षा अधिकारी श्री पीसी मरकले ने जिले के डौण्डी विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला चिपरा के प्रधानपाठक श्री सरजूराम ठाकुर को अपने कक्ष में स्प्राईट की बोतल में शराब मिलाकर सेवन करते हुये पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री पीसी मरकले ने बताया कि डौण्डी विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला चिपरा के प्रधानपाठक श्री सरजूराम ठाकुर के द्वारा 24 जून 2025 को अपने कक्ष में स्प्राईट की बोतल में शराब मिलाकर सेवन करते हुये पाए गए। उन्होंने बताया कि उक्त कृत्य से विभाग की छवि धूमिल हुई है। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी डौण्डी द्वारा संबंधित प्रधान पाठक के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने की अनुशंसा की गई है। जिसके अंतर्गत श्री सरजूराम ठाकुर का उक्त कृत्य अनुशासनहीनता एवं छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 03 के उपनियम (1) (2) (3) के विपरीत गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है। अतः एतद् द्वारा छ.ग. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम-09 (1) (क) के तहत श्री सरजूराम ठाकुर, प्रधान पाठक, शास.प्राथ. शाला चिपरा, वि.खं. डौण्डी. जिला बालोद (छ.ग.) को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में प्रधानपाठक श्री सरजूराम ठाकुर का मुख्यालय कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी डौण्डी, जिला बालोद (छ.ग.) नियत किया जाता है। निलंबन अवधि में निलंबित प्रधानपाठक श्री सरजूराम ठाकुर को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
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चितालंका के कई परिवारों की उम्मीदों को मिला नया आशियाना

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में सभी वर्गो के विकास के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री साय की मंशा है कि केन्द्र सरकार से मिलने वाली सभी योजनाओं का लाभ राज्य के व्यक्तियों को भी समय पर मिले शासन द्वारा निर्धारित समय पर हितग्राहियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) 2.0 के तहत दंतेवाड़ा जिले के चितालंका ग्राम पंचायत के कई जरूरतमंद परिवारों को उनके पक्के मकान का सपना साकार हो रहा हैं। आवास किसी भी व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताओं मे से एक है। वर्षों से झोपड़ियों या अधूरे कच्चे मकानों में जीवन बिता रहे इन परिवारों के चेहरों पर अब इस सौगात की खुशी की झलक साफ देखी जा सकती है। इस परिप्रेक्ष्य में इन हितग्राहियों में से एक चितालंका की निवासी श्रीमती सुकारी ईच्छाम के अधूरे घर की दीवारें अब मजबूती से खड़ी हैं, क्योंकि उनका मकान ’’प्लिन्थ’’ स्तर पर कार्य पूरा हो चुका है और छत की तैयारी शुरू हो गई है। वहीं श्रीमती श्यामदई नाग के घर का निर्माण कार्य छज्जा स्तर तक पहुँच चुका है, जिससे यह स्पष्ट है कि कुछ ही समय में उनका मकान भी पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।
एक अन्य हितग्राही श्री कलजुक नेताम के लिए सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि उनका घर पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। अब उनके परिवार के पास एक मजबूत, सुरक्षित और सम्मानजनक आवास है, जिसकी उन्होंने वर्षों से कामना की थी। यह सिर्फ ईंट और सीमेंट का निर्माण नहीं है, बल्कि उन सपनों की नींव है जो लंबे समय से अधूरा था। अब ये परिवार न केवल बारिश, धूप और ठंड से सुरक्षित हैं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और गरिमा की भी अनुभूति आई है। उनके परिवार के लिए बारिश के मौसम में कच्चे घर में रहना हमेशा एक चुनौती भरा रहता था। छत से पानी टपकता, दीवारें भीगती और जहरीले जीवों का खतरा हर वक्त बना रहता था। इन समस्याओं ने उन्हें अक्सर चिंता और असुरक्षा ने घेर  रखा था। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 उनके जीवन में एक नई रोशनी की किरण लेकर आई। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मिली यह सौगात ग्रामीणों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर तबके को एक पक्के घर के साथ-साथ उनके सपनों को भी नए पंख दे रही है। हितग्राहियों ने समय पर उनके आशियानों के सपने पूरा करने के लिए शासन के प्रति आभार जताया है।
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प्रदेश में मानसून के दस्तक के साथ ही खेती-किसानी का सिलसिला शुरू

  • मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश : किसानों को उनकी मांग के अनुरूप सुगमता से मिले खाद-बीज
  • किसानों को 6.58 लाख मीट्रिक टन खाद और 3.68 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरित
  • राज्य में 6.04 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की हो चुकी है बोनी
रायपुर। प्रदेश में मानसून के दस्तक के साथ ही खेती किसानी का सिलसिला शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने किसानों को खेती-किसानी में सहुलियतें प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक सहयोग करने संबंधित अधिकारियों निर्देशित किए गए हैं। उन्होंने किसानों को उनकी मांग के अनुसार सुगमता के साथ प्रमाणित खाद-बीज का वितरण करने के निर्देश दिए हैं। कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम के मार्गदर्शन में कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा इन पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है। प्रदेश के किसानों को अब तक 6.58 लाख मीट्रिक टन खाद और 3.68 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का वितरण किया जा चुका है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में मानसून की बौछारों के साथ शुरू हुए खेती-किसानी में बोनी का रकबा भी निरंतर बढ़ते जा रहा है। राज्य में अब तक 6.04 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी हो चुकी है। राज्य सरकार द्वारा इस खरीफ सीजन में 48.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि 23 जून 2025 की स्थिति में प्रदेश में अब तक 62.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि प्रदेश की औसत वार्षिक वर्षा 1238.7 मिमी है।  
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष खरीफ 2025 के लिए प्रदेश में 4.95 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 6 लाख क्विंटल बीज का भंडारण कर अब तक 3.68 लाख क्विंटल बीज का वितरण किसानों को किया जा चुका है, जो मांग का 74 प्रतिशत है। खरीफ वर्ष 2024 में राज्य में बीज निगम से 4.64 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का वितरण किया गया था।
इसी प्रकार प्रदेश में इस खरीफ सीजन में 14.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरक वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उक्त लक्ष्य के विरूद्ध 11.36 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का सहकारी एवं निजी क्षेत्रों में भंडारण किया गया है। उक्त भंडारण के विरूद्ध 6.58 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का वितरण किसानों को किया जा चुका है, जो लक्ष्य का 45 प्रतिशत है।     
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश के किसानों को सुगमता से उनकी मांग के अनुरूप खाद-बीज सुगमता से उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। खाद-बीज वितरण व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही सोसायटियों में पर्याप्त खाद-बीज का भण्डारण कर सतत निगरानी करने को कहा है।
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कोटरी नदी के उस पार दुर्गम इलाकों में भी पक्के आवास का सपना हो रहा पूरा

  • बरसात में भी आवास निर्माण का काम न रूके इसके लिए की जा रही व्यवस्थाएं
रायपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से जिले के दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्रों में भी अब सकारात्मक बदलाव दिखने लगा है। अंदरूनी गांवों में भी ग्रामीणों के पक्के आवास का सपना सच हो रहा है। कांकेर जिले के विकासखंड कोयलीबेड़ा के सुदूरवर्ती ग्राम पंचायतों कंदाड़ी और सितरम में भी सरकार के सहयोग से लोगों के पक्के घर बन रहे हैं। 
कोयलीबेड़ा विकासखंड की सीमा में कोटरी नदी में बारिश का पानी आने से कई गांव पूरी तरह से मुख्य धारा से कट जाते हैं। ऐसे में इन गांवों में परिवहन की सुविधा मुहैया नहीं हो पाती। कोयलीबेड़ा विकासखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 244 हितग्राहियों को आवास स्वीकृत हुआ है। इनमें से 226 हितग्राहियों को प्रथम किस्त की राशि मिल गई है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा समय-समय पर हितग्राहियों का उन्मुखीकरण कर स्वीकृत आवासों के निर्माण प्रारंभ कराए गए हैं। अब तक 43 आवासों में प्लिंथ स्तर तक का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, 40 आवासों में खिड़की स्तर तक का कार्य पूर्ण किया जा चुका हैं, 13 आवासों में दीवार व दरवाजा स्तर तक का कार्य पूर्ण किया जा चुका है और सात आवासों में दीवारों का निर्माण पूर्ण कर छत की ढलाई की तैयारी की जा रही है। स्वीकृत आवासों में से नौ मकानों के छत की ढलाई हो चुकी है और दो आवासों में प्लास्टर का कार्य किया जा रहा है। निर्माणाधीन सभी आवासों का निर्माण शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। 
कोटरी नदी के उस पार के गांवों में बारिश में आवाजाही बिल्कुल बंद हो जाती है। बरसात में आवास निर्माण के कार्यों में कोई रुकावट न आए, इसके लिए हितग्राहियों को प्रेरित व उन्मुखीकरण कर बारिश के चलते रास्ता बंद हो जाने के पहले स्थानीय प्रशासन की सहायता से आवश्यक सभी निर्माण सामग्रियों को एकत्र किया गया है। केवल नींव तक की कार्य पूर्णता वाले 74 आवासों में से 70 के लिए निर्माण सामग्री एकत्र कर ली गई है। दूरस्थ क्षेत्रों में राजमिस्त्रियों की कमी को देखते हुए ऐसे युवा जो राजमिस्त्री का काम सीखना चाहते हैं, उनके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। राजमिस्त्री के रूप में प्रशिक्षित लोगों को मिलाकर ‘आवास टोली’ बनाई जाएगी जिससे दूरस्थ व दुर्गम गांवों में राजमिस्त्रियों की कमी को दूर करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों को समय-सीमा में तैयार किया जा सके।
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वीरांगना रानी दुर्गावती शहादत दिवस पर मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने की अर्पित पुष्पांजलि

  • वीरांगना रानी दुर्गावती के आदर्शों पर चलने की अपील
रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े मंगलवार को अपने एक दिवसीय महासमुंद प्रवास के दौरान वीरांगना रानी दुर्गावती की शहादत दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में शामिल हुईं। उन्होंने बी.टी.आई. रोड स्थित महारानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके अद्वितीय बलिदान को नमन किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री भीखम सिंह ठाकुर, पूर्व राज्य मंत्री श्री पूनम चंद्राकर, स्काउट गाइड के अध्यक्ष श्री येतराम साहू, बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिक, महिला समूहों की सदस्याएं, युवा वर्ग तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने रानी दुर्गावती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने वीरांगना की साहस और बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि रानी दुर्गावती भारतीय इतिहास की एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनका जीवन साहस, नेतृत्व, आत्मबलिदान और राष्ट्र के प्रति निष्ठा का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती जैसी विभूतियां देश के युवाओं, विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने उपस्थित जनसमुदाय से आह्वान किया कि वे रानी दुर्गावती के आदर्शों को अपनाएं और सामाजिक जागरूकता, शिक्षा तथा आत्मनिर्भरता की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को सशक्त करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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फैंसी स्टोर से सजे वेदकुमारी के सपने

  • आत्मनिर्भरता से घर की आर्थिक स्थिति हुई मजबूत
रायपुर। आत्मनिर्भर भारत में महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरूषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रहीं हैं और आत्मनिर्भर बन रहीं हैं। ऐसी ही आत्मनिर्भरता से अपने घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाईं हैं, धमतरी विकासखंड के ग्राम पंचायत सोरम की श्रीमती वेदकुमारी साहू ने। वेदकुमारी कहतीं हैं कि ’’सपनों की दुकान जब हिम्मत से सजे, तो जिंदगी खुद ब खुद खूबसूरत हो जाती है। वे बतातीं हैं कि वे एम.ए. तक पढ़ीं हैं और अपने पति के साथ मनरेगा मजदूरी का काम कर रहीं थीं। मजदूरी करते-करते ही उनके मन में व्यवसाय करने की इच्छा हुई। तब वेदकुमारी को छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ’’बिहान’’ की जानकारी मिली और वे जय मां दुर्गा महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ गईं। इसके बाद सार्थक महिला क्लस्टर संगठन रुद्री के माध्यम से फैंसी स्टोर संचालन के लिए व्यक्तिगत ऋण के तौर पर ढाई लाख रुपए और बैंक लिंकेज ऋण आठ लाख रुपए भी लिया। इस राशि से उन्होंने गांव में नवजागरण चौक के पास फैंसी स्टोर शुरू किया। इस फैंसी स्टोर में चूड़ियां, बिंदी, क्रीम, पाउडर, मेंहदी, सिंदूर, हेयर क्लिप, आर्टिफिशियल गहने, पर्स, उपहार सामग्री आदि बेचने लगीं। श्रीमती वेदकुमारी त्यौहारों के समय में फैंसी सामग्रियों में विशेष छूट देती हैं और त्यौहार के अनुरूप सजावट के साथ बेचतीं हैं, जिससे उनकी बिक्री दोगुनी हो जाती है। अब उनकी फैंसी दुकान स्थानीय महिलाओं की पहली पसंद बन चुकी है। इससे वेदकुमारी को हर महीने 10 से 12 हजार रूपए की शुद्ध आमदनी मिलने लगीं। इतना ही नहीं गांव और आसपास के गांवों में वेदकुमारी ठेले के जरिए भी फैंसी सामग्रियां बेचतीं हैं, जिसमें उनके पति सहायता करते हैं। इससे उनके घर की ज़रूरतें तो पूरी हो ही रहीं हैं, इसके साथ ही बच्चों की पढ़ाई और अन्य आवश्यकताओं के लिए राशि का बचत भी हो जाता है।
वेदकुमारी का फैंसी स्टोर गांव की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गया है। श्रीमती वेदकुमारी गांव की अन्य महिलाओं और युवतियों को भी अपने व्यवसाय की पहचान और मार्केटिंग के बारे में जानकारी देती रहतीं हैं। उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करतीं हैं। अब वह गांव की महिला उद्यमी के रूप में जानी जाती हैं। वेदकुमारी यह भी बताती है कि स्थानीय पंचायत और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मेलों और प्रदर्शनी में स्टॉल लगाने के लिए प्रोत्साहन मिला। समूह के माध्यम से बाजार से जोड़े रखने में भी सहयोग मिलता है। वेदकुमारी ने यह सिद्ध कर दिया कि व्यवसाय का आकार नहीं, सोच और समर्पण मायने रखता है। एक छोटे से फैंसी स्टोर से उन्होंने न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया, बल्कि अपने आत्मविश्वास और पहचान को भी सजाया-संवारा।
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सुकमा, दंतेवाड़ा, सूरजपुर, बैंकुठपुर, चिरमिरी जैसे दूरस्थ शहरों में भी खुलेंगी सेंट्रल लाइब्रेरी

  • 18 सेंट्रल लाइब्रेरीज के लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने मंजूर की 114 करोड़ रुपए से अधिक की राशि
  • रायपुर में 500-500 सीटर दो नई लाइब्रेरीज के लिए भी राशि स्वीकृत
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा, दंतेवाड़ा, सूरजपुर, बैंकुठपुर, चिरमिरी जैसे दूरस्थ अंचलों के युवाओं को भी सेंट्रल लाइब्रेरी-सह-रीडिंग जोन की सुविधा मिलेगी। राज्य शासन ने इन नगरीय निकायों के साथ ही कुल 17 नगरीय निकायों में सेंट्रल लाइब्रेरी-सह-रीडिंग जोन के निर्माण के लिए 114 करोड़ 50 लाख 77 हजार रुपए स्वीकृत किए हैं। इस राशि से राज्य के विभिन्न शहरों में कुल 18 सेंट्रल लाइब्रेरी स्थापित की जाएंगी जिनमें कई दूरस्थ अंचलों के शहर भी शामिल हैं। इन लाइब्रेरीज की स्थापना से युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अच्छा माहौल मिलेगा। साथ ही उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अच्छी पुस्तकें भी मिलेंगी। प्रदेश के हर वर्ग के युवाओं के करियर निर्माण में ये सेंट्रल लाइब्रेरी-सह-रीडिंग जोन काफी सहायक होंगी। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद विभाग ने मंत्रालय से विभागीय संचालक को सेंट्रल लाइब्रेरीज के लिए राशि की मंजूरी के संबंध में परिपत्र जारी किया है। 
राज्य शासन ने 250-250 सीटर 13 सेंट्रल लाइब्रेरीज के लिए 57 करोड़ 39 लाख 37 हजार रुपए तथा 500-500 सीटर पांच लाइब्रेरीज के लिए 57 करोड़ 11 लाख 40 हजार रुपए मंजूर किए हैं। गरियाबंद, दुर्ग और बिलासपुर में 500-500 सीटर सेंट्रल लाइब्रेरी-सह-रीडिंग जोन हेतु प्रत्येक के लिए 11 करोड़ 42 लाख 28 हजार रुपए स्वीकृत किए गए हैं। राजधानी रायपुर में भी 500-500 सीटर दो नई लाइब्रेरीज के लिए कुल 22 करोड़ 84 लाख 56 हजार रुपए मंजूर किए गए हैं।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने चिरमिरी, दंतेवाड़ा, सुकमा, अंबागढ़-चौकी, पेंड्रा, सूरजपुर, बैकुंठपुर, सारंगढ़, धमतरी, मुंगेली, खैरागढ़, सक्ती और बसना में 250-250 सीटर सेंट्रल लाइब्रेरी-सह-रीडिंग जोन हेतु प्रत्येक के लिए चार करोड़ 41 लाख 49 हजार रुपए के मान से कुल 57 करोड़ 39 लाख 37 हजार रुपए मंजूर किए हैं।
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अगली मध्य क्षेत्रीय परिषद बैठक बस्तर में होगी आयोजित

रायपुर। मध्य क्षेत्रीय परिषद की वाराणसी में आयोजित 25वीं बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई कि अगली बैठक का आयोजन छत्तीसगढ़ के बस्तर में किया जाएगा। यह निर्णय देश के दूरस्थ और चुनौतीपूर्ण अंचलों को राष्ट्रीय नीति-निर्धारण की मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में देखा जा रहा है। बस्तर जैसे क्षेत्र में इस स्तर की बैठक का आयोजन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के समावेशी विकास और सुशासन की नीति का सशक्त प्रतीक है।
बैठक के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने आशा व्यक्त की कि अगली परिषद बैठक तक बस्तर में नक्सल उन्मूलन की दिशा में उल्लेखनीय और निर्णायक प्रगति हो चुकी होगी। इस विश्वास के साथ, परिषद ने बस्तर क्षेत्र को शांति, स्थायित्व और विकास के एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने का लक्ष्य रखा है। यह घोषणा राज्य और केंद्र के बीच बेहतर समन्वय और सामूहिक इच्छाशक्ति का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि बस्तर में इस तरह की उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन न केवल क्षेत्र के लिए गौरव की बात है, बल्कि इससे वहां के विकास को नई ऊर्जा भी प्राप्त होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र सरकार के सहयोग से बस्तर अब संघर्ष का नहीं, संभावनाओं का प्रतीक बनने की ओर अग्रसर है।
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नगर पंचायत के नए कार्यालय भवन के लिए 1.68 करोड़ रुपए स्वीकृत

रायपुर। राज्य शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने धमतरी जिले के कुरुद नगर पंचायत के नए कार्यालय भवन के निर्माण के लिए एक करोड़ 68 लाख 30 हजार रुपए मंजूर किए हैं। उप मुख्यमंत्री तथा विभागीय मंत्री श्री अरुण साव के अनुमोदन के बाद नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग संचालनालय द्वारा अधोसंरचना मद से राशि स्वीकृति का आदेश जारी कर दिया गया है। कुरुद नगर पंचायत में वार्ड क्रमांक-15 में मंडी रोड के पास नगर पंचायत के नए कार्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा।
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राज्यपाल ने रथ यात्रा महोत्सव के लिए दिए 1 लाख रूपए स्वेच्छानुदान

रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने मंगलवार को यहां राजभवन में श्री जगन्नाथ सेवा समिति गायत्री नगर रायपुर को रथ यात्रा महोत्सव आयोजन 2025 के लिए 1 लाख रूपए की स्वेच्छानुदान राशि प्रदान की। इस अवसर पर विधायक एवं समिति के अध्यक्ष श्री पुरंदर मिश्रा उपस्थित थे।
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CM विष्णुदेव साय ने केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से की सौजन्य भेंट

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय खाद्य, उपभोक्ता मामले एवं नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी से सौजन्य भेंट की।
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