धर्म समाज
होलाष्टक आज से शुरू, इन 8 दिनों में भूलकर भी न करें ये काम
- होलाष्टक के 8 दिन तक कोई भी मांगलिक कार्य न करें. इस दौरान 16 संस्कार जैसे नामकरण संस्कार, जनेऊ संस्कार, गृह प्रवेश, विवाह संस्कार आदि गलती से भी नहीं करने चाहिए. ऐसा करने से वे बुरा फल देते हैं.
- होलाष्टक के दौरान हवन, यज्ञ कर्म आदि भी नहीं करनी चाहिए.
- होलाष्टक के दौरान नवविवाहित लड़कियों को अपने मायके में ही रहना चाहिए. इसीलिए आमतौर पर होलाष्टक से पहले ही नवविवाहित लड़कियों को मायके से बुलावा आ जाता है.
महाशिवरात्रि आज जानें, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
आज महाशिवरात्रि पर करें ये आसान उपाय होंगे भगवान शिव प्रसन्न
शास्त्रों में बताया गया है कि महाशिवरात्रि के दिन मनुष्य को अपनी मनोकामना के अनुसार शिव की पूजा करनी चाहिए। अपनी पूजा से शिव को यह बताएं कि आप शिव से क्या चाहते हैं। जो व्यक्ति सांसारिक मोह माया से मुक्त होना चाहते हैं। शिव की चरणों में स्थान पाने की कामना रखते हैं। उनके लिए शास्त्रों में कहा गया है कि महाशिवरात्रि के दिन गंगाजल और दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें। ऐसे व्यक्तियों को महाशिवरात्रि की रात में जागरण करके शिव पुराण का पाठ करना या सुनना चाहिए। शिव भजन से भी लाभ मिलता है।
आज है महाशिवरात्रि व्रत
महाशिवरात्रि पर शिव जी को ऐसे करे प्रसन्न
महाशिवरात्रि पर पूजा करने के लिए सबसे पहले भगवान शंकर को पंचामृत से स्नान कराएं। साथ ही केसर के 8 लोटे जल चढ़ाएं और पूरी रात्रि का दीपक जलाएं। इसके अलावा चंदन का तिलक लगाएं। बेलपत्र, भांग, धतूरा भोलेनाथ का सबसे पसंदीदा चढ़ावा है। इसलिए तीन बेलपत्र, भांग, धतूरा, जायफल, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र व दक्षिणा चढ़ाएं और सबसे बाद में केसर युक्त खीर का भोग लगा कर सबको प्रसाद बांटें।
सूर्य व गुरु की युति 12 साल बाद इस राशि मे... राशिफल जानिए
इस राशि में पहले से ही देवगुरु बृहस्पति विराजमान थे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंभ राशि में सूर्य व गुरु की 15 मार्च 2022 तक युति रहेगी। गुरु व सूर्य के बीच मित्रता का भाव है। ऐसे में ग्रहों की युति कुंभ राशि वालों के लिए बेहद लाभकारी रहेगी। हालांकि इस दौरान तीन राशियों के जातकों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
मेष - इस अवधि में आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। आपका भाग्य साथ देगा। आर्थिक पक्ष को मजबूती मिलेगी। इस अवधि में शुरू किए गए कार्य सफल होंगे।
आज मनाई जा रही है गुरु रविदास जयंती
झूठा सच @ रायपुर :- इस साल गुरु रविदास जयंती 16 फरवरी 2022 को मनाई जा रही है. संत रविदास का जन्म हिन्दू कैलेंडर के आधार पर माघ माह की पूर्णिमा तिथि को हुआ था, इसलिए हर साल माघ पूर्णिमा को रविदास जयंती मनाते हैं. रविदास जयंती और माघी पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है. यह संत गुरु रविदास की 645वीं जयंती होगी |
माघ पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
माघ पूर्णिमा मुख्य दिनों में से एक है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, माघ मास के दौरान पवित्र स्नान और तपस्या दोनों ही विशेष महत्व रखते हैं. बता दें कि माघ पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. यह माघ महीने का सबसे अंतिम और महत्वपूर्ण दिन है. आज के दिन लोग गंगा, यमुना, सरस्वती नदी के संगम स्थल प्रयाग में स्नान पूजा करके गाय, तिल, काले तिल अन्य जरूरी चीजें दान में देते हैं. आज के दिन सत्यनारायण की कथा सुनना बेहद लाभकारी माना जाता है. इसके अलावा लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. जिन लोगों की कुंडली में चंद्र दोष होता है वे आज के दिन चंद्र देव की पूजा करके अपने इस दोष को दूर कर सकते हैं. वहीं जिन लोगों के घर में आर्थिक तंगी है वे लक्ष्मी की कृपा से अपने जीवन में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य तीनों को प्राप्त कर सकते हैं
माघ पूर्णिमा कल, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
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आज से शुरू हो रही हैं गुप्त नवरात्रि जानिए पूजा की विधि एवं महत्व
झूठा सच @ रायपुर :- साल में 4 नवरात्रि होती हैं, इनमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं. पहली गुप्त नवरात्रि माघ के महीने में पड़ती है और दूसरी आषाढ़ माह में होती हैं. गुप्त नवरात्रि पर मां दुर्गा के दस महाविद्या स्वरूपों की पूजा की जाती है. गुप्त नवरात्रि में माता रानी की गुप्त रूप से साधना की जाती है. इस बार गुप्त नवरात्रि आज 2 फरवरी से शुरू हो रही है. गुप्त नवरात्रि पर दो शुभ योग रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहे हैं, इस कारण गुप्त नवरात्रि की महत्ता कहीं ज्यादा बढ़ गई है. जानिए गुप्त नवरात्रि से जुड़ी खास बातें.
कल से शुरू हो रही हैं गुप्त नवरात्रि, इस दौरान कर लें ये काम, माँ दुर्गा होगी प्रसन
गुप्त नवरात्रि के दौरान लाल आसन पर बैठकर माता की उपासना करें. लाल कपड़े में 9 लौंग रखकर पूरे नौ दिन माता को चढ़ाएं. रोजाना कपूर से माता की आरती करें. नवरात्रि समाप्त होने के बाद सारे लौंग लाल कपड़े में बांधकर सुरक्षित रखें. इससे धन की समस्या दूर होगी.