हिंदुस्तान

ओपी चौटाला ने की प्रकाश सिंह बादल से मुलाकात

हरियाणा :-  पूर्व मुख्यमंत्री व इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला हाल ही में जेल से रिहा होकर बाहर आए हैं, जिसके बाद से उनका विपक्ष के बड़े नेताओं से मिलने का सिलसिला जारी है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह के बाद गुरुवार को शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक व पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने चौटाला से मुलाकात की है. बादल-चौटाला की बीच हुई मुलाकात से पंजाब और हरियाणा में सियासी सुगबुगाहट तेज हो गई है.ओमप्रकाश चौटाला जेल से बाहर आते ही प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं. चौटाला के अब खुलकर सियासी मैदान में उतरने से हरियाणा की सियासत में नई हलचल पैदा हो गई है. वो एक के बाद एक नेताओं और अपने पुराने सहयोगी नेताओं के साथ मुलाकातें कर रहे हैं. ऐसे में बादल और चौटाला की मुलाकात कई मायने में राजनीतिक रूप से अहम है.दरअसल, ओमप्रकाश चौटाला के जेल में रहने को दौरान ही उनके परिवार में कलह हो गई थी. इसके चलते उनका परिवार और पार्टी दो हिस्सों में बंट गई है. इनेलो से अलग होकर उनके बड़े बेटे अजय चौटाला और पोते दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी का गठन कर लिया है जबकि छोटे बटे अभय चौटाला उनके साथ हैं .

साल 2019 के विधानसभा चुनावों में जेजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 सीटें हासिल की थीं और अब बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार का हिस्सा है. दुष्यंत चौटाला राज्य सरकार में डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं जबकि इनेलो महज एक सीट पर जीत दर्ज कर सकी थी. इनेलो से अभय चौटाला ही जीत सके थे. ऐसे में ओमप्रकाश चौटाला के सामने अपनी पार्टी को दोबारा से खड़े करने की चुनौती है.वहीं, कृषि कानून के चलते शिरोमणि अकाली दल अब बीजेपी से 25 साल पुराना गठबंधन तोड़कर अलग हो चुकी है. पंजाब की सियासत में अकाली अपने राजनीतिक वजूद को बचाए रखने के लिए बसपा के साथ हाथ मिलाकर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी में है. इसके बावजूद पंजाब में किसान आंदोलन के चलते अकाली के सामने 2022 का चुनाव काफी चुनौती पूर्ण माना जा रहा है.ओमप्रकाश चौटाला और प्रकाश सिंह बादल के बीच गुरुवार को हुई मुलाकात के राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं. यह इसलिए भी क्योंकि हरियाणा व पंजाब की राजनीति में चौटाला और बादल परिवार के रिश्ते हमेशा चर्चा का विषय रहे हैं. दोनों नेता पार्टी लाइन से हटकर चुनाव के दौरान एक-दूसरे की न केवल मदद करते रहे हैं बल्कि संकट की स्थिति में दोनों परिवार एक-दूसरे के साथ खड़े दिखाई दिए हैं. यह परिवारिक संबंध ताऊ देवीलाल के समय में स्थापित हुए थे.

एक बार बादल ने अपनी बेटी की शादी तय की थी, लेकिन उन्हें जेल जाना पड़ गया था. ऐसे में उनकी अनुपस्थिति में बेटी का कन्यादान चौधरी देवीलाल ने किया. इसके बाद दोनों पगड़ी बदल भाई बन गए थे. प्रकाश सिंह बादल सत्ता में रहते हुए विदेश दौरे पर गए थे तो उन्होंने संत हरचंद सिंह लोंगोवाल की बरसी के कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेदारी ओमप्रकाश चौटाला को सौंप दी थी. इसीलिए ओमप्रकाश चौटाला और बादल की मुलाकात काफी अहम है, क्योंकि चौटाला परिवार दो हिस्सों में बंटा हुआ है.ओमप्रकाश चौटाला जेल से रिहा होते ही राजनीतिक में सक्रिय हो गए हैं और अपनी पार्टी के खोए हुए सियासी जनाधार को वापस पाने के साथ-साथ पुराने राजनीतिक संबंध को भी दोबारा से पटरी पर लाने में जुट गए हैं. ऐसे में बादल और चौटाला दोनों एक दूसरे की जरूरत बन सकते हैं. चौटाला पंजाब में बादल की सियासी मददगार साबित हो सकते हैं तो हरियाणा में बादल राजनीतिक रूप से इनोलो के साथ मिलकर पुराने समीकरण को बहाल कर सकते हैं.

ओमप्रकाश चौटाला अपने पिता पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व. देवीलाल की जयंती के मौके पर 25 सितंबर को हरियाणा में बड़ा कार्यक्रम करने वाले हैं. चौटाला इस कार्यक्रम में अपनी सियासी ताकत दिखाना चाहते हैं, जिसके लिए अपने पुराने साथियों और देवीलाल के साथियों को इस मंच पर इकट्ठा करने की कवायद में जुटे हैं.
सोमवार को उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से गु्फ्तगू की थी. इसके अलावा पिछले दिनों जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार के साथ भी चौटाला की मुलाकात हो चुकी है. बादल, देवगौड़ा, मुलायम, नीतीश और ओमप्रकाश चौटाला आपातकाल के दौर के साथी हैं बता दें कि ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. उम्र के ऐसे पड़ाव पर हैं, जहां चौटाला के नेतृत्व वाले इनेलो में बिखराव के बाद उनके सामने अपने पुराने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने और राजनीतिक रूप से पार्टी को साबित करने की बड़ी चुनौती है. चौटाला के जेल में रहते हुए उनके छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला ने पार्टी में जान फूंकने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन कामयाब नहीं हो सके. ऐसे में ओमप्रकाश चौटाला खुद पार्टी को दोबारा से खड़ा करने के साथ-साथ सियासी समीकरण भी बनाने में जुट गए हैं.
             
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VIDEO : दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर लगा भीषण जाम

आजादी का पर्व स्वतंत्रता दिवस आने में सिर्फ दो दिन बचे हैं और दिल्ली में इससे पहले चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर दी गई है. स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम से पहले आज राजधानी दिल्ली में फुल ड्रेस रिहर्सल हो रही है, ऐसे में दिल्ली के कई इलाके आज बंद हैं और कई जगह पर ट्रैफिक रूट में बदलाव किया गया है. इसके कारण दिल्ली के कई इलाकों में जाम की स्थिति है, दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर भी जाम है.शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर में भी ट्रैफिक रूट में बदलाव के कारण जाम लग गया. नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार को भीषण जाम लगा. दिल्ली पुलिस सीमाओं पर चेकिंग कर रही है, ऐसे में दिल्ली से आने वाले और दिल्ली जाने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई है. यहां चिल्ला बॉर्डर से लेकर महामाया फ्लाईओवर तक जाम लगा है. बता दें कि स्वतंत्रता दिवस से पूर्व ही दिल्ली-नोएडा के बड़े बॉर्डर पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद हो गया था. 

दिल्ली पुलिस  की एडवाइज़री के मुताबिक, लालकिला वाला एरिया सुबह 4 से 10 बजे तक पूरी तरह से बंद रहेगा, ऐसा ही 15 अगस्त के दिन भी होगा इसके अलावा नेताजी सुभाष मार्ग, लोथियन रोड, एसपी मुखर्जी मार्ग, चांदनी चौक रोड, निषाद राज मार्ग, एसप्लेनेड रोड, रिंग रोड-राजघाट, आउटर रिंग रोड-आईपी फ्लाईओवर भी आम लोगों के लिए सुबह चार से 10 बजे तक बंद रहेंगे.12 अगस्त की रात से 13 अगस्त की सुबह 11 बजे तक और फिर 14 अगस्त की रात से 15 अगस्त की सुबह तक निज़ामुद्दीन ब्रिज और वज़ीराबाद ब्रिज पर सामान वाले वाहनों की एंट्री पर रोक रहेगी. महाराणा प्रताप आईएसबीटी से सराय काले खां आईएसबीटी के बीच बसों का संचालन भी इस टाइमलाइन में बंद किया जाएगा.

इन अहम रास्तों के अलावा पार्किंग से जुड़ी भी एडवाइज़री जारी की गई है. जिन गाड़ियों पर पार्किंग का लेबल नहीं है, उन्हें 15 अगस्त तक कुछ रास्तों में जाने से बचने को कहा गया है. इनमें इंडिया गेट, मंडी हाउस, सिकंदरा रोड, तिलक मार्ग, मथुरा रोड, बहादुर शाह ज़फर मार्ग, सुभाष मार्ग, जवाहरलाल नेहरू मार्ग, रिंग रोड शामिल हैं इनके अलावा दिल्ली मेट्रो के स्टेशन पर मिलने वाली पार्किंग की सुविधा भी 15 अगस्त तक बंद रहेगी. दिल्ली मेट्रो के मुताबिक, 14 अगस्त की सुबह 6 बजे से 15 अगस्त की दोपहर 2 बजे तक सभी स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा बंद रहेगी, हालांकि मेट्रो चलती रहेगी |

 
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घरेलु उड़ानों को अब ज्यादा उड़ानों की सरकार ने दी इजाजत

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि एयरलाइंस अब अपनी पूर्व-कोविड घरेलू उड़ानों का अधिकतम 72.5% संचालित कर सकती हैं. इससे पहले अभी तक 65% उड़ानों की इजाजत थी. एयरलाइंस 5 जुलाई से अपनी पूर्व कोविड घरेलू उड़ानों का 65 फीसदी तक संचालन कर रही हैं. इससे पहले 1 जून से 5 जुलाई के बीच उड़ानों की सीमा 50 फीसदी तक थी. मंत्रालय ने गुरुवार को एक नया आदेश जारी करते हुए 65 फीसदी क्षमता को बढ़ाकर 72.5 फीसदी कर दिया है. गुरुवार को जारी किए गाए आदेश में स्पष्ट किया गया है कि उड़ानों की सीमा अगले आदेश जारी रहेगी. सरकार ने देश में कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए पिछले साल मार्च में भारत में घरेलू उड़ानों के संचालन को रोक दिया था 

पिछले साल मई में दो महीने के ब्रेक के बाद उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया गया था, जिसमें शुरुआत में सिर्फ 33 फीसदी घरेलु उड़ानों को इजाजत दी गई थी. सरकार ने पिछले साल 25 मई को निर्धारित घरेलू उड़ानों को फिर से शुरू किया था तो मंत्रालय ने पूर्व-कोविड घरेलू सेवाओं के 33% से ज्यादा संचालित नहीं करने को कहा था. जिसके बाद दिसंबर तक कैप को धीरे-धीरे बढ़ाकर 80 फीसदी तक कर दिया गया था. 1 जून तक ये 80 फीसदी कैप बना रहा.
मई में फिर घटाई गई थी उड़ानों की सीमा 28 मई को 1 जून से अधिकतम सीमा को 80 से 50 प्रतिशत तक लाने का फैसला देश भर में एक्टिव COVID-19 मामलों की संख्या में अचानक वृद्धि के बाद लिया गया. वहीं दूसरी ओर देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 40,120 नए मामले आए हैं. वहीं 42,295 रिकवरी हुई है और 585 लोगों की कोरोना के चलते जान गई है.|
 
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भारत का राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' दो मिनट में बनकर हो जाता है तैयार

Independence Day 2021:- पूरा देश 75वां स्वतंत्रता दिवस को मनाने की तयारी में जुटा हुआ है. पश्चिम बंगाल में दक्षिण कोलकाता करखानो में युद्ध स्तर पर काम हो रहा है. यहां तिरंगा सिलकर उसपे अशोक चक्र की छाप देकर उसे राष्ट्रीय ध्वज बनाया जा रहा है. जानिए भारत का राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' कैसे दो मिनट में बनकर तैयार हो जाता है दक्षिण कोलकाता में झंडा बनाने वाली फैक्ट्रियों की विशेषता यह है कि यहां पश्चिमी राज्यों अहमदाबाद, गुजरात, महाराष्ट्र के विपरीत हस्तशिल्प का प्रयोग ज्यादा होता है, जो झंडों को छापने के लिए स्वचालित मशीनों का उपयोग करते हैं.तिरंगा बनाने के लिए कपड़े के तीन टुकड़ों को संबंधित क्रम में एक साथ सिलाई करके झंडे बनाए जाते हैं. 4 फुट का झंडा बनाने में करीब 4 मिनट और 2 फुट ऊंचे झंडे को बनाने में करीब 2 मिनट का समय लगता है. अशोक चक्र की छपाई में ज्यादा समय नहीं लगता है और यह 10 से 15 सेकेंड के भीतर तैयार हो जाता है. हालांकि इसमें रसायनों और रंगों के मिश्रण में काफी समय लगता है.अशोक चक्र के लिए नीले रंग की सही छाया प्राप्त करने के लिए कई रंगों को एक साथ मिलाया जाता है. फैक्ट्री के एक फ्लैग-मेकर ने कहा, "नीले, नीले, मध्यम, लाल रंग के होते हैं और फिर हमें इसमें तेल मिलाना होता है." 

तेल को रंगों के मिश्रण में डाला जाता है ताकि यह ऑइल पेंट की तरह हो जाए और रंग बारिश और नमी को बनाए रखता है. हालांकि, लाल रंग को नीले रंग के अन्य रंगों के साथ भी मिलाया जाता है ताकि अशोक चक्र का रंग एकदम सही निकले. पूरी प्रक्रिया में प्लास्टिक का उपयोग नहीं होता है और झंडा बनाने की पूरी प्रक्रिया मैन्युअल रूप से की जाती है.भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज को इसके वर्तमान स्‍वरूप में 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था, जो 15 अगस्‍त 1947 को अंग्रेजों से भारत की स्‍वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व की गई थी. इसे 15 अगस्‍त 1947 और 26 जनवरी 1950 के बीच भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज के रूप में अपनाया गया हमारे लिए तिरंगा बेहद महत्वपूर्ण और गौरव का विषय है. इस नाम के पीछे की वजह इसमें इस्तेमाल होने वाले तीन रंग हैं, केसरिया, सफेद और हरा. इसके मौजूदा स्वरूप का विकास भी कई पड़ावों में हुआ है. अभी जो तिरंगा फहराया जाता है उसे 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया था. तिरंगे को आंध्रप्रदेश के पिंगली वैंकैया ने बनाया था. वहीं क्या आप जानते हैं कि तिरंगे को फहराने के कुछ नियम भी हैं.किसी मंच पर तिरंगा फहराते समय जब बोलने वाले का मुंह श्रोताओं की तरफ हो तब तिरंगा हमेशा उसके दाहिने तरफ होना चाहिए. बताया जाता है कि भारत के राष्ट्रीय ध्वज में जब चरखे की जगह अशोक चक्र लिया गया तो महात्मा गांधी नाराज हो गए थे. रांची का पहाड़ी मंदिर भारत का अकेला ऐसा मंदिर हैं जहां तिरंगा फहराया जाता हैं. 493 मीटर की ऊंचाई पर देश का सबसे ऊंचा झंडा भी रांची में ही फहराया गया है.

देश में 'फ्लैग कोड ऑफ इंडिया' (भारतीय ध्वज संहिता) नाम का एक कानून है, जिसमें तिरंगे को फहराने के नियम निर्धारित किए गए हैं. इन नियमों का उल्लंघन करने वालों को जेल भी हो सकती है. तिरंगा हमेशा कॉटन, सिल्क या फिर खादी का ही होना चाहिए. प्लास्टिक का झंडा बनाने की मनाही है. तिरंगे का निर्माण हमेशा रेक्टेंगल शेप में ही होगा, जिसका अनुपात 3:2 तय है. वहीं जबकि अशोक चक्र का कोई माप तय नही हैं सिर्फ इसमें 24 तिल्लियां होनी आवश्यक हैं. सबसे पहले लाल, पीले व हरे रंग की हॉरिजॉन्टल पट्टियों पर बने झंडे को 7 अगस्त 1906 को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क), कोलकाता में फहराया गया था. झंडे पर कुछ भी बनाना या लिखना गैरकानूनी है. किसी भी गाड़ी के पीछे, बोट या प्लेन में तिरंगा नहीं लगाया जा सकता. और न ही इसका प्रयोग किसी बिल्डिंग को ढकने किया जा सकता है.किसी भी स्थिति में तिरंगा जमीन पर टच नहीं होना चाहिए. यह इसका अपमान होता है. तिरंगे को किसी भी प्रकार के यूनिफॉर्म या सजावट में प्रयोग में नहीं लाया जा सकता. भारत में बेंगलुरू से 420 किमी स्थित हुबली एक मात्र लाइसेंस प्राप्त संस्थान हैं जो झंडा बनाने का और सप्लाई करने का काम करता है. किसी भी दूसरे झंडे को राष्ट्रीय झंडे से ऊंचा या ऊपर नहीं लगा सकते और न ही बराबर रख सकते हैं. 29 मई 1953 में भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा सबसे ऊंची पर्वत की चोटी माउंट एवरेस्ट पर यूनियन जैक तथा नेपाली राष्ट्रीय ध्वज के साथ फहराता नजर आया था. इस समय शेरपा तेनजिंग और एडमंड माउंट हिलेरी ने एवरेस्ट फतह की थी. आम नागरिकों को अपने घरों या ऑफिस में आम दिनों में भी तिरंगा फहराने की अनुमति 22 दिसंबर 2002 के बाद मिली. तिरंगे को रात में फहराने की अनुमति साल 2009 में दी गई.

पूरे भारत में 21 × 14 फीट के झंडे केवल तीन जगह पर ही फहराए जाते हैं: कर्नाटक का नारगुंड किला, महाराष्ट्र का पनहाला किला और मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित किला. राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय में एक ऐसा लघु तिरंगा हैं, जिसे सोने के स्तंभ पर हीरे-जवाहरातों से जड़ कर बनाया गया है. भारत के संविधान के अनुसार जब किसी राष्ट्र विभूति का निधन होने और राष्ट्रीय शोक घोषित होने पर कुछ समय के लिए ध्वज को झुका दिया जाता है. लेकिन सिर्फ उसी भवन का तिरंगा झुकाया जाता है जिस भवन में उस विभूति का पार्थिव शरीर रखा है. जैसे ही पार्थिव शरीर को भवन से बाहर निकाला जाता है, वैसे ही ध्वज को पूरी ऊंचाई तक फहरा दिया जाता है.देश के लिए जान देने वाले शहीदों और देश की महान शख्सियतों को तिरंगे में लपेटा जाता है. इस दौरान केसरिया पट्टी सिर की तरफ और हरी पट्टी पैरों की तरफ होनी चाहिए. शव को जलाने या दफनाने के बाद उसे गोपनीय तरीके से सम्मान के साथ जला दिया जाता है या फिर वजन बांधकर पवित्र नदी में जल समाधि दे दी जाती हैं. कटे-फटे या रंग उड़े हुए तिरंगे को भी सम्मान के साथ जला दिया जाता है या फिर वजन बांधकर पवित्र नदी में जल समाधि दे दी जाती है.
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल के छोटे भाई का निधन, सीएम ने ट्वीट कर जताया दुख

हरियाणा:-  मुख्यमंत्री मनोहर लाल के छोटे भाई 57 वर्षीय गुलशन खट्टर का फेफड़ों में संक्रमण के चलते शुक्रवार सुबह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वे 15 दिन से बीमार थे। दो दिन पहले ही उनको रोहतक के पीजीआई से गुरुग्राम के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। दोपहर 3 बजे रोहतक के शीला बाईपास श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सीएम मनोहर लाल के भी रोहतक पहुंचने की संभावना है।सीएम मनोहर का परिवार मूल रूप से कलानौर खंड के गांव बनियानी का रहने वाला है। पांच भाइयों में सीएम मनोहर लाल सबसे बड़े हैं। जबकि उनसे छोटे भाई जगदीश, चरणजीत, गुलशन और विजय खट्टर हैं। परिजनों ने बताया कि गुलशन खट्टर गांव में रहकर खेतीबाड़ी करते थे। 

  आज मैं उनकी अंत्येष्टि में दोपहर 3 बजे रोहतक में शामिल होऊंगा। मैं 14 अगस्त को चंडीगढ़ में और 15 अगस्त को फरीदाबाद में ध्वजारोहण के पश्चात दिल्ली में रहूंगा।

सभी से सादर प्रार्थना है कि एक स्थान पर ज्यादा संख्या में एकत्रित न हों एवं कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें। https://t.co/UqgPzUhLci

— Manohar Lal (@mlkhattar) August 13, 2021

 

 

 हालांकि अब वे रोहतक शहर में भिवानी चुंगी के पास राजेंद्रा कालोनी में परिवार सहित रह रहे थे। उनके दो बेटे व एक बेटी हैं। बेटे प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं।परिजनों ने बताया कि दो सप्ताह पहले गुलशन को निमोनिया की शिकायत हुई। वे पीजीआई में दाखिल रहे। सीएम मनोहर लाल ने भी पीजीआई पहुंच कर उनका हालचाल पूछा था। दो दिन पहले परिजन गुलशन को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में ले गए, जहां शुक्रवार सुबह उनका देहांत हो गया। परिजनों ने बताया कि शव को रोहतक लाया जा रहा है। इसके बाद दोपहर 3 बजे के करीब शीला बाईपास स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बदला अपने ट्विटर अकाउंट

 ट्विटर द्वारा राहुल गांधी के बाद कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं के ट्विटर अकाउंट अस्थाई तौर पर ब्लॉक किए गए हैं. अब कांग्रेस की तरफ से दावा हुआ है कि उनके 5 हजार से ज्यादा ट्विटर अकाउंट ब्लॉक किए गए हैं, जिसमें कुछ बड़े नेताओं के अकाउंट भी शामिल हैं. इस बीच यूथ कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास ने अपने ट्विटर अकाउंट का नाम राहुल गांधी रख लिया है और उन्हीं की फोटो भी लगा दी है.

 
श्रीनिवास ने ट्वीट किया, 'तुम कितने ट्विटर अकाउंट रोकोगे? हर कार्यकर्ता राहुल गांधी की आवाज बनकर तुमसे तीखे सवाल पूछेगा. आइये मिलकर इस जन-आंदोलन का हिस्सा बनते है.' पार्टी का आरोप है कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय माकन, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, लोकसभा में पार्टी के व्हिप मणिकम टैगोर, असम कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह और महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव के ट्विटर अकाउंट लॉक हो गए हैं.

कांग्रेस पार्टी की तरफ से अब ट्विटर इंडिया से बातचीत जारी है. इसमें सीनियर कांग्रेस सांसद ट्विटर से मुद्दा सुलझाने पर बात कर रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से ट्विटर को पत्र भी लिखा गया है. पार्टी चाहती है कि इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाए. कांग्रेस की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि ट्विटर ने उनके आधिकारिक हैंडल को लॉक कर दिया है. साथ ही साथ अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स (फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब) के लिंक दिए जा रहे हैं, जहां कांग्रेस अपनी बात रख रही है.

बता दें कि कांग्रेस का आरोप है कि उसके और उसके कई नेताओं के ट्विटर अकाउंट को माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने लॉक कर दिया है. इससे पहले दिल्ली में कथित दुष्कर्म एवं हत्या की पीड़िता नौ वर्षीय बच्ची के माता-पिता से मुलाकात की तस्वीर साझा करने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट लॉक किया गया था.कांग्रेस ने अपने ट्विटर अकाउंट को लॉक किए जाने संबंधी संदेश का स्क्रीन शॉट फेसबुक पोस्ट में शेयर किया है. लिखा है,

'जब हमारे नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया, हम तब नहीं डरे तो अब ट्विटर अकाउंट बंद करने से क्या ख़ाक डरेंगे. हम कांग्रेस हैं, जनता का संदेश है, हम लड़ेंगे और लड़ते रहेंगे.' कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख रोहन गुप्ता ने कहा कि पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट और इसके नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के करीब 5000 अकाउंट को ब्लॉक किया गया है.
 
 
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RSS और बीजेपी के पदाधिकारियों पर हो सकता है आतंकी हमला, सुरक्षा बढ़ी, पुलिस का फ्लैग मार्च

पंजाब :-  RSS और बीजेपी के पदाधिकारियों पर आतंकी हमला हो सकता है. खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खालिस्तानी कट्टरपंथी समेत दूसरे आतंकी संगठन पंजाब में बीजेपी, संघ के नेताओं समेत धार्मिक स्थानों को निशाना बना सकते हैं. इस अलर्ट के मिलने के बाद पंजाब में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. पंजाब पुलिस ने धार्मिक स्थानों के अंदर और बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है. इसके साथ ही बीजेपी और संघ कार्यालय की सुरक्षा में भी बढ़ोतरी की गई है.

हाल ही में इससे जुड़े कई घटनाक्रम हुए. कुछ ही दिन पहले पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतसर में पाकिस्तान बॉर्डर से सटे एक गांव से बड़ी मात्रा में विस्फोटक और हथियार जब्त किए थे. बता दें कि कुछ प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठनों ने पंजाब के मुख्यमंत्री, पंजाब डीजीपी को धमकी दे रखी है कि अगर उन्होंने 15 अगस्त को राज्य में तिरंगा झंड़ा फहराया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. खालिस्तानी संगठनों ने ये धमकी हिमाचल और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को भी दी है.

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार को बताया है कि सीमावर्ती जिलों में ड्रोन उड़ने की घटनाएं और किसानों में कृषि कानूनों को लेकर आक्रोश पंजाब की सुरक्षा के दृष्टिकोण से चिंता का सबब बन गया है. पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा है कि सीमावर्ती जिलों और संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष योजना तैयार की जा रही है.डीजीपी दिनकर गुप्ता ने संबंधित जिले के एसएसपी को निर्देश दिए हैं कि स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाए. इसके अलावा पंजाब पुलिस हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बातचीत कर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी कर रही है.

पंजाब डीजीपी कार्यालय ने बुधवार को अमृतसर, जालंधर, तरनतारन, गुरदासपुर, मोहाली, लुधियाना, फज्लिका, फिरोजपुर, पटियाला, भंठिंडा, फगवाड़ा और मोगा के एसएसपी को चौकसी बढ़ाने को कहा है. इन जिलों में पुलिस ने अहम सड़कों की पहले ही बैरिकेडिंग कर दी है. दूसरे जिलों और राज्यों से आने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है. कई जिलों में पुलिस फ्लैग मार्च भी कर रही है. अधिकारियों ने कहा है कि ये सतर्कता सितंबर के अंत तक जारी रहेगी
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जम्मू-कश्मीर : आतंकियों ने सुरक्षाबलों को बनाया अपना निशाना

श्रीनगर :-  जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंकियों ने सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाया है. आतंकियों ने गुरुवार को बीएसएफ के काफिले पर हमला कर दिया. इसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि तीन आतंकी अभी फंसे हुए हैं.|

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राहुल गांधी ने सरकार पर लगाया ये गंभीर आरोप

संसद के मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद गुरुवार को विपक्षी पार्टियों द्वारा साझा मार्च निकाला गया. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में निकले इस मार्च में एक दर्जन से अधिक राजनीतिक दल शामिल हुए. इस दौरान राहुल गांधी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाया और सदन में सांसदों के साथ बदसलूकी होने की बात कही. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पहली बार राज्यसभा में सांसदों की पिटाई की गई, बाहर से लोगों को बुलाया गया और सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की गई. चेयरमैन की जिम्मेदारी सदन को चलाने की है, विपक्ष की बात सदन में क्यों नहीं रख सकते हैं

 

 


राहुल गांधी ने कहा कि देश का प्रधानमंत्री आज देश को बेचने का काम कर रहा है, दो-तीन उद्योगपतियों देश की आत्मा बेची जा रही है. विपक्ष संसद के अंदर कोई भी बात नहीं कर सकता कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि देश के 60 फीसदी लोगों की आवाज दबाई जा रही है, राज्यसभा में सांसदों के साथ बदसलूकी की गई. हमने सरकार से पेगासस मुद्दे पर चर्चा करने की बात कही, हमने किसानों, महंगाई का मुद्दा उठाया. राहुल ने कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या है.शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्यसभा में बीते दिन मार्शल लॉ लगाया गया, ऐसा लग रहा था कि हम पाकिस्तान की सीमा पर खड़े थे. सरकार हर दिन लोकतंत्र की हत्या कर रही है, हम इस सरकार के खिलाफ लड़ते रहेंगे. इनके अलावा राजद के मनोज झा, एनसीपी के प्रफ्फुल पटेल समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने सरकार पर हमला बोला और गंभीर आरोप लगाए.आपको बता दें कि पेगासस समेत अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष द्वारा संसद के दोनों सदनों में पूरे सत्र हंगामा किया गया. इसी के कारण मॉनसून सत्र समय से पहले खत्म हो गया. सरकार का आरोप है कि विपक्ष ने संसद में सभी मर्यादाओं को तोड़ दिया.

 

 

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जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट ईओएस - 03 आज होगा लॉन्च

नई दिल्ली :-  ए. भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस से  3 दिन पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन भारत को एक तोहफा देने जा रहा है. इसरो पृथ्वी की निगरानी करने वाले अपने देश के पहले उपग्रह ईओएस  -03 का प्रक्षेपण कल सुबह 5:43 पर करने वाला है. जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल एफ 10 (जीएसएलवी )

ईओएस - 03 मिशन के प्रक्षेपण के लिए काउंटडाउन  शुरूहो चूका हैं .इसके सफल होने के बाद से भारत की ताकत में बढ़ोतरी होगी . यह उपग्रह भारत में आने वाली बढ़ा और चक्रवात जैसी आपदाओं की निगरानी रखने में सक्षम होगा .
 
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बंगाल सीएम ममता बनर्जी के भतीजे पर पुलिस ने दर्ज की FIR

अगरतला:-  त्रिपुरा पुलिस ने टीएमसी अखिल भारतीय महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, सांसद डोला सेन, मंत्री ब्रत्य बसु, कुणाल घोष, सुबल भौमिक और त्रिपुरा टीएमसी नेता प्रकाश दास के खिलाफ कथित तौर पर 'पुलिस ड्यूटी में बाधा डालने और अभियोजन के लिए उत्तरदायी' के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने "पुलिस के सामने अपनी अवैध मांग रखी. इन सभी लोगों ने टीएमसी के गिरफ्तार कार्यकर्ताओं के खिलाफ धाराओं में बदलाव करने को कहा. इसके साथ ही पुलिस के साथ गलत व्यवहार भी किया.'' 

टीएमसी कार्यकर्ता सुदीप राहा, देबांग्शु भट्टाचार्य और जया दत्ता पर कथित तौर पर 7 अगस्त को त्रिपुरा में जनता द्वारा हमला किया गया था और 11 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था, जब वे आगामी 2023 विधानसभा चुनावों के लिए मैदान तैयार करने के लिए उत्तर-पूर्वी राज्य का दौरा कर रहे थे. 11 और लोगों के साथ तीनों को भी शाम 7 बजे के बाद यात्रा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करते हुए. महामारी के आलोक में, त्रिपुरा ने शाम 7 बजे से 10 घंटे का रात का कर्फ्यू लगा दिया. टीएमसी के सभी नेताओं को जमानत दे दी गई.

टीएमसी कार्यकर्ता सुदीप राहा, देबांग्शु भट्टाचार्य और जया दत्ता पर कथित तौर पर 7 अगस्त को त्रिपुरा में जनता द्वारा हमला किया गया था और 11 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था, जब वे आगामी 2023 विधानसभा चुनावों के लिए मैदान तैयार करने के लिए उत्तर-पूर्वी राज्य का दौरा कर रहे थे.11 और लोगों के साथ तीनों को भी शाम 7 बजे के बाद यात्रा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करते हुए. महामारी के आलोक में, त्रिपुरा ने शाम 7 बजे से 10 घंटे का रात का कर्फ्यू लगा दिया. टीएमसी के सभी नेताओं को जमानत दे दी गई | 
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बीजेपी नेता पर विधायक ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

आंध्र प्रदेश :-  भारतीय जनता पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप की जंग एक नए मुकाम पर पहुंची है. हाल ही में YSR कांग्रेस के विधायक शिवप्रसाद रेड्डी द्वारा भाजपा नेता एस. विष्णुवर्धन रेड्डी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था. इस आरोप के बाद बीजेपी नेता एक मंदिर में पहुंचे, जहां उन्होंने शपथ ली कि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है. 

मंगलवार को बीजेपी नेता जी. विष्णुवर्धन रेड्डी चित्तूर जिले के विनायकस्वामी मंदिर में पहुंचे. जहां उन्होंने भगवान के सामने शपथ ली कि 25 साल के राजनीतिक करियर में उन्होंने कभी कोई भ्रष्टाचार नहीं किया. दरअसल, ये विवाद Proddatur इलाके में टीपू सुल्तान के स्टैच्यू को लेकर है. यहां पर भाजपा इसका विरोध कर रही है और स्थानीय प्रशासन को स्टैच्यू नहीं लगाने दे रही है. जिसके बाद YSR कांग्रेस के विधायक शिवप्रसाद रेड्डी ने उनपर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया.

इसी बहस के बाद पिछले हफ्ते भाजपा नेता ने चैलेंज दिया था कि वह मंदिर में भगवान के सामने शपथ लेंगे कि वो भ्रष्ट नहीं हैं. उन्होंने YSR कांग्रेस के नेता को भी ऐसा करने के लिए कहा था. हालांकि, जब विधायक मंदिर में नहीं पहुंचे तो बीजेपी नेता ने कहा कि वह अब ये लोगों पर छोड़ते हैं कि उनके यहां ना आने के मायने क्या हैं.
आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजनीति में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब राजनेताओं की ओर से एक-दूसरे पर निशाना साधने के लिए इस तरह भगवान का सहारा लिया गया हो. पहले भी कई दफा ऐसा होता आया है.
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VIDEO : राहुल गांधी ने कहा, मैं भी कश्मीरी पंडित, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस वक्त जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. मंगलवार को राहुल गांधी श्रीनगर में रहे, जहां पर उन्होंने पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया. कांग्रेस नेता ने गांदरबल जिले में खीरभवानी मंदिर में माथा भी टेका.श्रीनगर में यहां कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाने के पक्ष में हैं, साथ ही यहां पर निष्पक्ष चुनाव होने चाहिए. राहुल ने यहां ज़िक्र किया कि वह भी कश्मीरी पंडित हैं.


यहां के बाद राहुल गांधी ने हज़रतबल दरगाह का भी दौरा किया. इसके अलावा वह गुरुद्वारा और शेख हमज़ा मखदूम की मज़ार पर भी गए. मंगलवार शाम को ही राहुल गांधी दिल्ली के लिए रवाना होंगे.जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का ये पहला घाटी का दौरा है. बीते दिन ही राहुल गांधी श्रीनगर पहुंचे थे, यहां पर उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर के बेटे की शादी में हिस्सा लिया

 

श्रीनगर में नया कांग्रेस भवन तैयार किया गया है, जिसका उद्घाटन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने किया. अपने इस दौरे के दौरान राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से आ रहे कांग्रेस नेताओं और अन्य तबकों के लोगों से मुलाकात की.बता दें कि जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार ने साल 2019 में अनुच्छेद 370 को हटा दिया था. पांच अगस्त को ही इसके दो साल पूरे हुए हैं. केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश बनाया था, साथ ही लद्दाख को अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाया गया था.
 
 
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अब देश के किसी भी कोने से बुक कराएं LPG गैस सिलेंडर

नई दिल्‍ली:- अब आपकों एलपीजी का नया कनेक्शन लेने के लिए वितरक के कार्यालय जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। अब आपकों घर बैठे ही सारी सुविधा मिल जाएगी। lpg कनेक्शन लेना चाहते हैं तो सिर्फ एक कॉल करनी होगी। इसके बाद आपको गैस सिलिंडरमिल सकता है। हालांकि, यह सुविधा अब इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन  से एलपीजी कनेक्शन लेने पर ही मिलेगी। 


इसके लिए आपको 8454955555 नंबर पर मिस कॉल देनी होगी। अगर आपको गैस सिलेंडर भरवाना है तो भी यही नंबर काम आएगा। आपको अपने रजिस्टर्ड नंबर से बस 8454955555 पर एक मिस कॉल देनी है। आईओसी के चेयरमैन ने सोमवार को मिसकॉल देकर सिलेंडर भरवाने और नया एलपीजी कनेक्शन लेने की सुविधा शुरू की है।

कंपनी ने कहा है कि देश के किसी भी कोने में रहने वाले ग्राहक इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं। इसके साथ ही आईओसी ने दरवाजे पर ही एक सिलेंडर वाले प्लान को दो सिलेंडर वाले प्लान में बदलने की भी सुविधा शुरू कर दी है। इस प्‍लान में अगर ग्राहक 14.2 किग्रा का दूसरा सिलेंडर नहीं लेना चाहे तो वह दूसरा सिलेंडर सिर्फ 5 किग्रा का ले सकता है। जनवरी 2021 में कंपनी ने मिस्ड कॉल पर नया कनेक्शन देने या सिलेंडर भरवाने की सुविधा कुछ चुनिंदा शहरों में शुरू की थी। अब 9 अगस्‍त 2021 से यह सेवा पूरे देश के ग्राहकों के लिए शुरू हो गई है।

जानें कैसे बुक करा सकते हैं एलपीजी सिलेंडर  

  • अपने रजिस्टर्ड नंबर से 8454955555 पर मिस कॉल दें. 
  • भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) के जरि एलपीजी सिलेंडर रिफिल करा सकते हैं.  
  •  इंडियन ऑयल के ऐप या https://cx.indianoil.in के जरि बुकिंग होती है.  
  •  कस्टमर्स 7588888824 पर वॉट्सऐप मेसेज के जरिये सिलेंडर भरवा सकते हैं.  
  •  इसके अलावा 7718955555 पर एसएमएस या आईवीआरएस करके भी बुकिंग कर सकते हैं.  
  • अमेज़न और पेटीएम के जरि सिलेंडर भरवाया जा सकता है.
 
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बाइडेन ने जापानी प्रधानमंत्री को ओलंपिक के सफल आयोजन के लिए दी बधाई

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा से बात की और तोक्यो में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों के सफल आयोजन के लिए उन्हें बधाई दी। व्हाइट हाउस ने दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का ब्योरा देते हुए बताया, ''बाइडेन ने सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना की और जापान तथा अमेरिका के ओलंपिक खिलाड़ियों की सफलता को रेखांकित किया।'' व्हाइट हाउस ने कहा, '' खिलाड़ी ओलंपिक की सर्वश्रेष्ठ परंपराओं के अनुरूप प्रतिस्पर्धा कर सकें इसके लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को ध्यान में रखते हुए जापान के पैरालंपिक की मेजबानी को लेकर अपने निरंतर समर्थन को भी राष्ट्रपति ने दोहराया।''

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राजनीति के अपराधीकरण मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया निर्णय, किया ये ऐलान

सुप्रीम कोर्ट द्वारा मंगलवार को राजनीति के अपराधीकरण से जुड़े एक मामले में फैसला सुनाया गया. सर्वोच्च अदालत ने आदेश दिया है कि उम्मीदवारों के ऐलान के 48 घंटे के भीतर सभी राजनीतिक दलों को उनसे जुड़ी जानकारी साझा करनी होगी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, अगर किसी उम्मीदवार पर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज है या फिर किसी मामले में वह आरोपी है, तो राजनीतिक दलों को उम्मीदवार के नाम के ऐलान के 48 घंटे के भीतर इसकी जानकारी सार्वजनिक करनी होगी.


सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों के आपराधिक रिकॉर्ड वाली गाइडलाइन्स को और सख्त किया है और अपने पुराने फैसले में सुधार किया है. आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनावों में कुछ उम्मीदवारों द्वारा अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मुकदमों की जानकारी नहीं दी थी. इसी के बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था, जहां पर सर्वोच्च अदालत ने सख्त रुख अपनाया था.कई राजनीतिक दलों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में माफी भी मांगी गई थी, साथ ही कहा गया था कि उन्होंने उम्मीदवारों से भी प्रदेश यूनिट, जिला यूनिट के स्तर पर सफाई मांगी गई है.
 
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सुप्रीम कोर्ट के बड़े वकील अश्विनी उपाध्याय को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानिए क्या हैं वजह

 जंतर-मंतर भड़काऊ नारेबाजी से जुड़े मामले में BJP नेता अश्विनी उपाध्याय समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक, 'हेट स्पीच' से जुड़े आरोपों में अश्विनी उपाध्याय, विनोद शर्मा, दीपक सिंह, विनीत क्रांति, प्रीत सिंह और दीपक नाम के 6 लोग गिरफ्तार हुए हैं. बता दें कि बीजेपी नेता रात 3 बजे कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन भी पहुंचे थे. गिरफ्तार हुए लोगों में प्रीत सिंह सेव इंडिया फाउंडेशन का निदेशक है. इसी के बैनर तले 'भारत छोड़ो आंदोलन' नाम का कार्यक्रम जंतर मंतर पर किया गया था.


इससे पहले देर रात पुलिस स्‍टेशन में BJP नेता अश्विनी उपाध्याय ने कहा था कि भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर 8 अगस्त को सेव इंडिया फाउंडेशन के तहत जंतर मंतर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. उन्होंने बताया कि उस वक्त 50 लोगों को बुलाया गया था, लेकिन बढ़ती भीड़ को देखकर 12:00 बजे मंच से वो चले गए और कार्यक्रम खत्म कर दिया गया. अश्विनी के मुताबिक उन्हें नहीं पता कि नारे लगाने वाले कौन लोग हैं और उन्होंने नारे क्यों लगाए. वह आरोपियों को नहीं पहचानते और ना ही उनके सामने कोई नारे लगाए गए हैं. अश्वनी उपाध्याय ने कहा कि इस पूरे मामले में वह पूरी तरह से निर्दोष हैं. अश्वनी उपाध्याय बीजेपी नेता हैं और पेशे से एडवोकेट हैं.

भड़काऊ नारे के मामले में दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि रविवार की घटना में शामिल अश्विनी उपाध्याय और अन्य को गिरफ्तार किया जाएगा. अश्विनी उपाध्याय को कनॉट पैलेस थाने में बुलाया गया था.देर रात करीब 3 बजे अश्विनी उपाध्याय दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने पहुंचे. उनका कहना है कि वो पुलिस के सामने सच्चाई रखेंगे. पुलिस मामले में पहचाने गए आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापे भी डाल रही है.दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा, "घटना में शामिल अश्विनी उपाध्याय और अन्य को गिरफ्तार किया जाएगा. दिल्ली पुलिस कानून के मुताबिक मामले को संभाल रही है और किसी भी तरह की सांप्रदायिक विद्वेष को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा." 

दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस आयोजन की इजाजत नहीं थी. वीडियो में देखे गए नारों की प्रकृति ने राजनीतिक नेताओं सहित विभिन्न वर्गों ने नाराजगी जताई है.जंतर-मंतर पर भड़काऊ नारेबाजी से जुड़े मामले में हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हिंदू सेना ने दावा किया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता के आवास पर आधी रात करीब 1:30 बजे छापेमारी की और कुछ अज्ञात कार्यकर्ताओं द्वारा जंतर मंतर विवादास्पद टिप्पणी के झूठे आरोप में उन्हें अवैध रूप से गिरफ्तार किया है. हिंदू सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली पुलिस एक तानाशाह की तरह काम कर रही है और कई दक्षिणपंथी हिंदू कार्यकर्ताओं को उनकी भागीदारी के बिना परेशान कर रही है. हिंदू सेना ने पूछा कि क्या कोई पुलिस किसी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष को उनके संगठन के किसी सदस्य के खिलाफ किसी आरोप के लिए गिरफ्तार करती है? अगर यही लोकतंत्र है तो हिन्दुस्तान में सबसे ज्यादा असुरक्षित है.
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सोना-चांदी की कीमतों में आई भारी गिरावट

सप्ताह के पहले दिन सर्राफा बाजार में सोना-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई. आज सोना सोना 317 रुपए और चांदी 1128 रुपए सस्ती हुई. आज की गिरावट के बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का क्लोजिंग भाव 45,391 रुपए प्रति दस ग्राम रहा. शुक्रवार को क्लोजिंग भाव 45,708 रुपए रहा था गिरावट के बाद चांदी का भाव 62,572 रुपए प्रति किलोग्राम रहा. इससे पिछले कारोबारी सत्र में चांदी का भाव 63,700 रुपए प्रति किलोग्राम था. इंटरनेशनल मार्केट में सोना इस समय -20.45 डॉलर की गिरावट (-1.16%) के साथ 1,742.65 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर कारोबार कर रहा था. चांदी -0.424 डॉलर की गिरावट (-1.74% ) के साथ 23.902 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर कारोबार कर रही थी. एक आउंस में 28.34 ग्राम होते हैं.HDFC सिक्यॉरिटीज के सीनियर ऐनालिस्ट तपन पटेल ने कहा कि जुलाई महीने के लिए अमेरिकी जॉब मार्केट का डेटा मजबूत आया है. यही वजह है कि इंटरनेशनल मार्केट में सोने-चांदी में गिरावट दिख रही है और इसका असर डोमेस्टिक मार्केट पर भी दिख रहा है. उन्होंने कहा कि बाजार को ऐसा लग रहा है कि जॉब डेटा मजबूत रहने पर अमेरिकी फेडरल समय से पहले ब्याज दरों को बढ़ा सकता है.

सोना डिलिवरी का भाव - MCX पर शाम के 4.46 बजे अक्टूबर डिलिवरी वाला सोना 445 रुपए की गिरावट के साथ 46195 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. दिसंबर डिलिवरी वाला सोना 464 रुपए की गिरावट के साथ 46312 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रहा था.

चांदी डिलिवरी का भाव - MCX पर चांदी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. इस समय सितंबर डिलिवरी वाली चांदी 1080 रुपए की गिरावट के साथ 63920 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर ट्रेड कर रही थी. दिसंबर डिलिवरी वाली चांदी 1075 रुपए की गिरावट के साथ 64745 रुपए के स्तर पर ट्रेड कर रही थी.

लगातार पांच कारोबारी सत्रों में तेजी के बाद आज सप्ताह के पहले दिन डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट दर्ज की गई. रुपया आज 11 पैसे लुढ़क कर 74.26 के स्तर पर बंद हुआ. इस समय डॉलर इंडेक्स -0.06% की गिरावट के साथ 92.748 के स्तर पर था. 10 साल का अमेरिकी बॉन्ड यील्ड इस समय -0.75% की गिरावट के साथ 1.278 फीसदी के स्तर पर था. कच्चे तेल की बात करें तो आज यह -3.95% की गिरावट के साथ 67.91 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार कर रहा था.
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