हिंदुस्तान

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय दौरे से पहले बरेली पहुंचीं

बरेली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तर प्रदेश के अपने दो दिवसीय दौरे से पहले सोमवार को बरेली पहुंचीं। राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। एक एक्स पोस्ट शेयर करते हुए भारत के राष्ट्रपति के हैंडल ने लिखा, "उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बरेली पहुंचने पर स्वागत किया।"
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 30 जून को राष्ट्रपति बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के 11वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। उसी दिन बाद में, वह एम्स गोरखपुर के पहले दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी।
1 जुलाई को राष्ट्रपति गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, विश्वविद्यालय की आधारशिला 28 अगस्त, 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निमंत्रण पर रखी थी। विश्वविद्यालय गोरखपुर जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर पिपरी, भटहट में 52 एकड़ में स्थित है। विश्वविद्यालय राज्य भर के 98 आयुष कॉलेजों से संबद्ध है। इनमें 76 आयुर्वेद, 10 यूनानी और 12 होम्योपैथी कॉलेज शामिल हैं।
विश्वविद्यालय के गठन से पहले, इन कॉलेजों की देखरेख अलग-अलग संस्थानों द्वारा की जाती थी। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ, विनियमन को एकल प्रणाली के तहत लाया गया है। विश्वविद्यालय 2021-22 शैक्षणिक सत्र से संचालन में है और वर्तमान में निम्नलिखित कार्यक्रमों के लिए परीक्षाएं आयोजित करता है और शैक्षणिक गतिविधियों का प्रबंधन करता है: आयुर्वेद में बीएएमएस, एमडी, एमएस; यूनानी में बीयूएमएस, एमडी, एमएस; और होम्योपैथी में बीएचएमएस, एमडी।
मुख्यमंत्री ने राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय की अवधारणा की शुरुआत की, जब केंद्र सरकार ने आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी को आयुष श्रेणी में शामिल किया।
आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी के साथ-साथ, विश्वविद्यालय भविष्य में योग, प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्ध और सोवा-रिग्पा जैसे विषयों को भी शामिल करेगा। इन धाराओं में शैक्षणिक और उपचार गतिविधियों को शुरू करने की योजना तैयार की जा रही है।
राष्ट्रपति गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का भी दौरा करेंगी, जहां वह इसके सभागार, शैक्षणिक ब्लॉक और पंचकर्म केंद्र का उद्घाटन करेंगी, साथ ही एक नए गर्ल्स हॉस्टल की आधारशिला भी रखेंगी। (एएनआई)
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अमरनाथ यात्रा पर साइकिल से निकले नेपाल के सचिन चौधरी

  • पर्यावरण संरक्षण का दे रहे संदेश
जम्मू। नेपाल के रहने वाले सचिन चौधरी साइकिल पर सवार होकर अमरनाथ यात्रा पर निकले हैं। उनका यह सफर केवल धार्मिक नहीं, बल्कि एक सामाजिक और पर्यावरणीय संदेश लिए है। सचिन अपनी इस विशेष यात्रा के जरिए देशवासियों को जल संरक्षण का संदेश दे रहे हैं।
सचिन ने बताया कि उन्हें घर से निकले हुए आठ महीने और आठ दिन हो चुके हैं। यह उनकी भारत में दूसरी यात्रा है और इस बार उनका लक्ष्य बाबा बर्फानी के दर्शन करना है। उन्होंने बताया कि वे वर्तमान में जम्मू-कश्मीर हाईवे पर हैं और यहां की यात्रा अब तक बहुत ही सकारात्मक रही है। सचिन ने कहा कि जैसे ही मैंने जम्मू में प्रवेश किया, तो बहुत प्यार और समर्थन मिला। जो डर हम लोगों को जम्मू-कश्मीर को लेकर होता था, वो सब गलत साबित हुआ। यहां कोई धर्म का भेदभाव नहीं है, हिंदू-मुस्लिम सब एकता और भाईचारे से रहते हैं।
सचिन ने बताया कि रास्ते में लोग उन्हें खाना, पानी और रहने के लिए जगह तक उपलब्ध कराते हैं। गुरुद्वारों में उन्हें न सिर्फ भोजन, बल्कि रुकने के लिए कमरे भी दिए गए। भारत के लोग बहुत अच्छे हैं। जितना मैंने सोचा था, उससे कहीं अधिक सहयोग मिला है। सुरक्षा व्यवस्था की तारीफ करते हुए सचिन ने कहा कि 2025 में जो लोग अमरनाथ आना चाहते हैं, वे निश्चिंत होकर आएं। यहां जगह-जगह सुरक्षा बल तैनात हैं।
सचिन कहते हैं कि सफर के दौरान वह जहां-जहां रुकते हैं, लोगों को पेड़-पौधों की कटाई न करने और जल स्रोतों को बचाने की सलाह देते हैं। उनका कहना है कि जब पेड़ रहेंगे, तभी जल रहेगा और जब जल रहेगा, तभी हम रहेंगे। जंगलों को काटना बंद करें। जल बचाएं, जीवन बचाएं।
बता दें कि पवित्र अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है। यात्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर प्रशासन की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के अनुसार, इस साल यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त तक चलेगी।
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अब 4 की बजाय 8 घंटे पहले जारी होगा रिजर्वेशन चार्ट

  • रेलवे ने किए 3 बड़े बदलाव, जानें कब से होगा लागू
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने चार्टिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है।रेलवे ने वेटिंग टिकट वालों को बड़ी राहत देते हुए चार्ट तैयार करने का समय बढ़ा दिया है। अब ट्रेन चलने से 8 घंटे पहले चार्ट तैयार किया जाएगा। अभी तक रेलवे ट्रेन चलने से 4 घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार करता था जिससे वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को आखिरी वक्त तक टिकट कंफर्म होने का इंतजार करना पड़ता था।
टिकट कंफर्म होने का इंतजार उन यात्रियों के लिए एक बड़ी परेशानी बन जाता है जो दूर-दराज से ट्रेन पकड़ने आते हैं। अब सुबह 2 बजे से पहले रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए चार्ट एक दिन पहले रात 9 बजे ही बना दिया जाएगा। बाकी ट्रेनों के लिए चार्ट अब ट्रेन के रवाना होने से 8 घंटे पहले तैयार किया जाएगा।
बता दें कि, हाल ही में इन सुधारों की समीक्षा के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक आसान, समझने में सरल और प्रभावी टिकट बुकिंग सिस्टम होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि योजना का मकसद यात्रियों को एक बेहतर और बिना रुकावट वाली यात्रा देना है।
Indian Railways इससे वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को पहले से पता चल सकेगा कि उनका टिकट कन्फर्म हुआ या नहीं। यह बदलाव उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा जो दूर से आते हैं और लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा करते हैं। अगर उनका टिकट कन्फर्म नहीं हुआ, तो वे समय रहते दूसरी यात्रा की योजना बना सकेंगे।
भारतीय रेलवे ने बताया है कि 1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट की बुकिंग केवल उन्हीं यात्रियों को मिलेगी, जिनका आईआरसीटीसी अकाउंट सत्यापित (वेरिफाइड) होगा। यह नियम आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर लागू होगा। इसके अलावा, तत्काल टिकट बुक करते समय ओटीपी (OTP) आधारित पहचान की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है, जो जुलाई 2025 के आखिर तक लागू की जाएगी।
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"मन की बात" : PM मोदी ने इमरजेंसी की आलोचना की

  • योग दिवस की तारीफ, खाने में 10% तेल कम करने की बात दोहराई
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात का 123वां एपिसोड रविवार (29 जून) को प्रसारित हुआ। 22 भाषाओं में प्रस्तुत होने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी ने योग दिवस पर चर्चा से की। इसके बाद आपातकाल का समय याद कर इसकी आलोचना की और कहा कि इमरजेंसी के समय लड़ने वाले लोगों को याद रखा जाना चाहिए। इस बीच सेहत पर बात करते हुए उन्होंने खाने में 10 फीसदी तक तेल कम करने की बात दोहराई और लोगों से स्वदेशी सामान खरीदने की अपील भी की।
पीएम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस लगातार भव्य होता जा रहा है। पीएम ने तेलंगाना में दिव्यांगजनों के योग से लेकर कश्मीर में जवानों के योग तक का जिक्र किया। पीएम ने तीर्थ यात्रियों की मदद करने वाले लोगों के बारे में बात करते हुए कैलाश पर्वत का जिक्र किया और कहा कि अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू हो रही है। पीएम ने तीर्थ यात्राओं पर जाने वाले सभी लोगों को और उनकी मदद करने वाले लोगों को शुभकामनाएं दीं।
ILI और WHO ने भारत की तारीफ की
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत की उपलब्धियों की तारीफ की है। आंखों की बीमारी ट्रैकोमा देश में एक समय पर आम थी। इलाज नहीं मिलने पर इससे लोग अंधे भी हो जाते थे, लेकिन भारत सरकार ने इसे खत्म करने का संकल्प लिया। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को ट्रैकोमा फ्री घोषित कर दिया है। विश्व स्वाथ्य संगठन ने भी इस बात की तारीफ की है कि भारत ने बीमारी को दूर करने के साथ ही उसके कारणों को भी खत्म किया है।
भारत के 64 फीसदी लोगों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में 64 फीसदी लोगों को किसी न किसी सामाजिक योजना का लाभ मिल रहा है। 2014 तक यह आंकड़ा बेहद कम था, लेकिन अब इसमें सुधार हुआ है। यह भारत के लिए गर्व की बात है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अमरनाथ यात्रा और जगन्नाथ रथ यात्रा का भी जिक्र किया।
इमरजेंसी के समय की आलोचना
पीएम मोदी ने आपातकाल का समय याद करते हुए कहा कि इमरजेंसी के समय पर अभिव्यक्ति की आजादी खत्म कर दी गई थी। लोगों पर अत्याचार हुआ था, लेकिन भारत की जनता नहीं हारी और इमरजेंसी खत्म होने के बाद इसे लगाने वाले लोग चुनाव हार गए थे। पीएम ने कहा कि हमें आपातकाल का विरोध करने वाले लोगों को याद रखना चाहिए। इससे हमें अपने संविधान को बचाए रखने की ऊर्जा मिलती है। पीएम ने अपने संबोधन में बोरोलैंड के फुटबॉल टूर्नामेंट के बारे में भी बताया, जिसमें हजारों टीमें शामिल हैं। बोरोलैंड एक समय पर संघर्ष के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यहां के लोग भी मुख्य धारा में शामिल हो गए हैं और असम से बाहर निकलकर अपनी पहचान बना रहे हैं।
ऐरी सिल्क की चर्चा
मेघालय के ऐरी सिल्क के बारे में बात करते हुए बताया कि यह सिल्क सर्दियों में गरम करता है और गर्मी में ठंडक देता है। इसे हाल ही में जीआई टैग मिला है। इसकी खास बात यह है कि इसे बनाने के लिए रेशम के कीड़े को मारा नहीं जाता है। पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से एक बार इस सिल्क के कपड़े ट्राई करने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी ग्राहक स्थानीय सामान खरीदें और सभी दुकानदार स्थानीय सामान बेचें। पीएम ने कलबुर्गी की रोटी और मध्य प्रदेश की सूमा उईके का जिक्र करते हुए बताया कि ऐसी महिलाएं अपने प्रयासों से अपना और देश का भाग्य बदल रही हैं।
अहमदाबाद नगर निगम का सिंदूर वन
अहमदाबाद में नगर निगम ने सिंदूर वन तैयार किया है। यहां सिंदूर के पौधे लगाए गए हैं। यह वन ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को समर्पित है। वहीं, पुणे के एक व्यक्ति ने अपने पूरे परिवार के साथ वन जीवन को बचाने का फैसला किया है। वह हर छुट्टी वाले दिन जंगल जाकर पेड़ लगाते हैं और पानी भरने के लिए गड्ढे खोदते हैं। इससे वहां का पर्यावरण बेहतर हुआ है। अब वहां पक्षी लौटने लगे हैं। संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने अंतरिक्ष मिशन का जिक्र किया और शुभांशु शुक्ला की भी तारीफ की।
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पुरी रथ यात्रा में भगदड़ से 3 लोगों की मौत, दो अधिकारी निलंबित, बदले गए कलेक्टर और एसपी

  • मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा
पुरी। ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान रविवार सुबह भीषण भगदड़ की घटना सामने आई, जिसमें तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे के बाद राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने लापरवाही बरतने वाले पुरी के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया, वहीं दो अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
जारी आदेश के अनुसार, पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन और पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया गया है। इनकी जगह अब चंचल राणा को नया कलेक्टर और पिनाक मिश्रा को नया एसपी नियुक्त किया गया है। वहीं, ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में डीसीपी विष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को निलंबित कर दिया गया है।
हादसा कैसे हुआ?
रविवार तड़के करीब चार बजे रथ यात्रा उत्सव के दौरान यह भगदड़ गुंडिचा मंदिर के पास उस समय हुई जब हजारों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों के दर्शन करने उमड़े थे। अधिकारियों के मुताबिक, जब अनुष्ठान के लिए सामग्री लेकर दो ट्रक रथों के पास अत्यधिक भीड़ में घुस गए, तो वहां अचानक अफरा-तफरी मच गई। इससे भगदड़ मच गई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए।
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान बोलागढ़ निवासी बसंती साहू, बालीपटना के प्रेमकांत मोहंती और प्रवती दास के रूप में हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज जारी है। छह लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने इस दुखद घटना को लेकर सभी श्रद्धालुओं से क्षमा मांगी। मुख्यमंत्री ने कहा, हम भगवान जगन्नाथ के सभी भक्तों से क्षमा याचना करते हैं। इस हादसे में जिन्होंने अपनों को खोया, उनके प्रति हमारी संवेदना है। इसके अलावा उन्होंने विकास आयुक्त की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय प्रशासनिक जांच के आदेश भी दिए हैं।
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पीएम मोदी के नेतृत्व में नारीशक्ति, राष्ट्रशक्ति बन रही : CM रेखा गुप्ता

नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शनिवार को आपातकाल की 50वीं बरसी पर दिल्ली प्रदेश महिला मोर्चा की ओर से महाराष्ट्र सदन में आयोजित मॉक पार्लियामेंट में शामिल हुईं। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिला कल्याण के क्षेत्र में हो रहे प्रयासों की चर्चा की। महिलाओं का आह्वान किया कि वो राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएं।
रेखा गुप्ता ने पीएम मोदी की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में नारीशक्ति, राष्ट्रशक्ति बन रही है। महिलाओं को आवास, शौचालय, गैस कनेक्शन और स्वच्छ जल जैसी बुनियादी सुविधाएं मिली हैं। मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति और महिलाओं को संसद व विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण के माध्यम से लोकतंत्र में बराबरी की भागीदारी सुनिश्चित हुई है। अब समय है हम महिलाएं न केवल जागरूक बनें, बल्कि जिम्मेदारी लें और राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएं।" वहीं, आपातकाल पर सीएम ने कहा कि वो एक ऐसा दौर था जहां कोई आवाज नहीं उठा सकता था। 21 महीने तक यातनाएं दी गईं। जिन्होंने भी आवाज उठाई उन्हें कुचल दिया गया, देश ने इतिहास में ऐसा काला अध्याय कभी नहीं देखा। पूर्व पीएम ने सत्ता में बने रहने के लिए लोगों को जेल में डाल दिया। मीडिया की आजादी पर पाबंदी, शासन-प्रशासन कुछ भी नहीं बोल सकते थे। युवाओं की जबरन नसबंदी कराई गई।
रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी साझा की। लिखा, “आपातकाल की 50वीं बरसी पर दिल्ली प्रदेश महिला मोर्चा द्वारा महाराष्ट्र सदन में आयोजित मॉक पार्लियामेंट में लोकतंत्र की हत्या के उस काले अध्याय पर अपने विचार साझा किए। 1975 में सिर्फ एक परिवार की सत्ता बचाने के लिए कांग्रेस सरकार ने पूरे देश को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया था। हजारों देशभक्तों को बिना किसी मुकदमे के जेलों में डाल दिया गया। आज जो लोग संविधान की दुहाई देते हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि भारत की आत्मा को सबसे गहरा आघात कांग्रेस की ही तानाशाही ने पहुंचाया था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, न्याय और संविधान के मूल्यों का गला घोंटकर संविधान की हत्या कर दी थी।
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आचार्य विद्यानंद भारतीय परंपरा के आधुनिक प्रकाश स्तंभ, हमें विकास और विरासत को साथ लेकर बढ़ना है : पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दिल्ली में जैन मुनि आचार्य श्री विद्यानंद जी महाराज की 100वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि हमें विकास और विरासत को एक साथ लेकर आगे बढ़ना है। इसी संकल्प को केंद्र में रखकर हम भारत के सांस्कृतिक स्थलों और तीर्थ स्थानों का भी विकास कर रहे हैं।
जैन मुनि आचार्य श्री विद्यानंद जी महाराज की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्राकृत भारत की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है। ये भगवान महावीर के उपदेशों की भाषा है। लेकिन अपनी संस्कृति की उपेक्षा करने वालों के कारण ये भाषा सामान्य प्रयोग से बाहर होने लगी थी। हमने आचार्य श्री जैसे संतों के प्रयासों को देश का प्रयास बनाया। हमारी सरकार ने प्राकृत को 'शास्त्रीय भाषा' का दर्जा दिया। हम भारत की प्राचीन पाण्डुलिपियों को डिजिटाइज करने का अभियान भी चला रहे हैं। आचार्य विद्यानंद महाराज कहते थे कि जीवन तभी धर्ममय हो सकता है, जब जीवन स्वयं ही सेवामय बन जाए। उनका ये विचार जैन दर्शन की मूल भावना से जुड़ा हुआ है, ये विचार भारत की चेतना से जुड़ा हुआ है। भारत सेवा प्रधान देश है, मानवता प्रधान देश है।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में जब हजारों वर्षों तक हिंसा को हिंसा से शांत करने के प्रयास हो रहे थे, तब भारत ने दुनिया को अहिंसा की शक्ति का बोध कराया। हमने मानवता की सेवा की भावना को सर्वोपरि रखा। सब साथ चलें, हम मिलकर आगे बढ़ें। यही हमारा संकल्प है। पीएम ने कहा कि भारत विश्व की सबसे प्राचीन जीवंत सभ्यता है। हम हजारों वर्षों से अमर हैं, क्योंकि हमारे विचार अमर हैं, हमारा चिंतन अमर है, हमारा दर्शन अमर है और इस दर्शन के स्रोत हैं- हमारे ऋषि-मुनि, महर्षि, संत और आचार्य। आचार्य विद्यानंद जी महाराज, भारत की इसी परंपरा के आधुनिक प्रकाश स्तंभ हैं।
पीएम ने कहा कि आज इस अवसर पर आपने मुझे 'धर्म चक्रवर्ती' की उपाधि देने का जो निर्णय लिया है, मैं खुद को इसके योग्य नहीं समझता हूं। लेकिन हमारा संस्कार है कि हमें संतों से जो कुछ मिलता है उसे प्रसाद समझकर स्वीकार किया जाता है। इसलिए मैं आपके इस प्रसाद को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं और मां भारती के चरणों में अर्पित करता हूं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि आज का ये दिन एक और वजह से बहुत विशेष है। 28 जून यानी, 1987 में आज की तारीख पर ही आचार्य विद्यानंद जी मुनिराज को आचार्य पद की उपाधि प्राप्त हुई थी। ये सिर्फ एक सम्मान नहीं था, बल्कि जैन परंपरा को विचार, संयम और करुणा से जोड़ने वाली एक पवित्र धारा प्रवाहित हुई। आज जब हम उनकी जन्म शताब्दी मना रहे हैं तब ये तारीख हमें उस ऐतिहासिक क्षण की याद दिलाती है। इस अवसर पर आचार्य विद्यानंद जी मुनिराज के चरणों में नमन करता हूं। उनका आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे, ये प्रार्थना करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आचार्य विद्यानंद जी महाराज की 100वीं जयंती के अवसर पर उनके शताब्दी समारोह के दौरान डाक टिकट और सिक्के जारी किए।
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अभिनेत्री शेफाली जरीवाला के पति पराग त्यागी समेत 4 लोगों के बयान दर्ज

मुंबई। मुंबई में अभिनेत्री शेफाली जरीवाला की अचानक मौत के मामले में जांच तेज हो गई है। जुहू पुलिस स्टेशन के अधिकारी कूपर अस्पताल पहुंचे हैं और वहां सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस ने शेफाली के पति पराग त्यागी का बयान उनके घर पर दर्ज किया है। अब तक इस मामले में कुल चार लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं।
शेफाली जरीवाला के रिश्तेदार भी कूपर अस्पताल पहुंच चुके हैं, जहां उनका शव पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। वहां उनके करीबी दोस्त और फिटनेस ट्रेनर भी मौजूद हैं। फिटनेस ट्रेनर ने बताया कि शेफाली अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत अनुशासित थीं। उन्होंने कहा, "वो अपने खानपान का अच्छे से ध्यान रखती थीं। नियमित व्यायाम करती और फिटनेस को प्राथमिकता देती थीं। शेफाली मिर्गी के दौरे को नियंत्रित करने के लिए ठंडी चीजों से परहेज करती थीं और अपने उपचार की दिनचर्या का कड़ाई से पालन करती थीं।" ट्रेनर ने बताया कि शेफाली से उनकी आखिरी मुलाकात दो दिन पहले हुई थी।
हालांकि जिस तरह मुंबई पुलिस इस घटनाक्रम की जांच को आगे बढ़ा रही है, उससे मामला संदेहास्पद लग रहा है। पति पराग त्यागी के अलावा पुलिस ने रात में ही मेड और कुक से पूछताछ की थी। शनिवार सुबह मुंबई पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम भी अभिनेत्री के घर गई, जिसने काफी समय तक जांच की।
42 वर्षीय अभिनेत्री शेफाली का देर रात निधन हुआ। शुरुआत में सामने आया कि शेफाली की मौत कार्डियक अटैक के चलते हुई है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जो मुंबई पुलिस की जांच को आगे बढ़ाने के लिए अहम है।
कॉमेडियन सुनील पाल ने भी शेफाली के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "बॉलीवुड से एक बहुत दुखद खबर आई है। हमारी दोस्त और प्रतिभाशाली अभिनेत्री शेफाली जरीवाला का निधन हो गया। हमने साथ में कई लाइव शो किए हैं। ‘कांटा लगा’ गाने से वो बहुत लोकप्रिय हुई थीं। वो एक बेहतरीन अभिनेत्री थीं।"
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बिहार पुलिस के 21,391 चयनित अभ्यर्थियों को मिला नियुक्ति-पत्र

पटना। बिहार पुलिस के 21,391 चयनित अभ्यर्थियों को पटना के बापू सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में नियुक्ति पत्र बांटे गए। इस दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी मौजूद रहे।
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में 21,391 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार पुलिस के 21,391 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र का वितरण किया। हमें उम्मीद है कि आप सभी बिहार और समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। चयनित सभी अभ्यर्थियों एवं उनके परिजनों को हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं। एक दिन में 21,391 युवाओं के हाथों पक्की नौकरी का पत्र मिलने से इनके परिवारों के जीवन स्तर में बड़ा बदलाव लाएगा। एनडीए सरकार का प्रयास है कि हर घर और हर हाथ में रोजगार हो। एनडीए सरकार ने ही नौकरियां दी हैं। एनडीए सरकार ही आज भी नौकरियां दे रही। एनडीए सरकार ही कल भी नौकरी देगी। हम जो कहते हैं वो करते हैं।"
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए बिहार में लगातार पुलिसकर्मियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है। 24 नवंबर 2005 को नई सरकार बनने के समय बिहार पुलिस में कार्यरत बल की संख्या मात्र 42,481 थी। वर्ष 2006 से कानून व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए पुलिस बल की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की गई। सरकार ने तय किया है कि पुलिस बल की संख्या को और बढ़ाना है और इसके लिए कुल 2 लाख 29 हजार से भी अधिक पदों का सृजन कर तेजी से पुलिसकर्मियों की बहाली की जा रही है। स्वीकृत बल के अनुरूप सभी पदों को इस साल के अंत तक भर दिया जाएगा। इससे अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति बढ़ेगी और आम नागरिकों की बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी।
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विकास पथ के महत्वपूर्ण चरण का नरसिम्हा राव ने किया प्रभावी नेतृत्व, भारत आभारी : पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पूर्व पीएम पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने उनके नेतृत्व और बुद्धिमता की प्रशंसा की। पीएम मोदी ने भारत के विकास में उनके नेतृत्व की सराहना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में लिखा, “विकास पथ के महत्वपूर्ण चरण के दौरान उनके प्रभावी नेतृत्व के लिए भारत उनका आभारी है। उनकी बुद्धि, ज्ञान और विद्वत्तापूर्ण स्वभाव की भी व्यापक रूप से प्रशंसा की जाती है।“
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अर्थव्यवस्था में नई दिशा दिखाने वाले उनके प्रयासों की सराहना करते हुए लिखा, “लोकप्रिय राजनेता एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, ‘भारत रत्न’ पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दिखाने के अभिनव प्रयासों के लिए आपको सदैव याद किया जाएगा।“
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पूर्व पीएम को सच्चा राष्ट्रभक्त बताते एक्स पर लिखा, “भारत के पूर्व प्रधानमंत्री 'भारत रत्न' स्व. पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर उन्हें सादर नमन। आधुनिक अर्थशास्त्र की गहरी समझ रखने वाले नरसिम्हा राव सच्चे अर्थों में राष्ट्रभक्त, विद्वान और युगद्रष्टा थे। उनकी नीतियां और विचार आज भी राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा हैं।“
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पूर्व पीएम को आर्थिक सुधारों का शिल्पकार बताया। लिखा, “भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न पी.वी. नरसिम्हा राव की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। वह एक दूरदर्शी राजनीतिज्ञ, कुशल प्रशासक और आर्थिक सुधारों के शिल्पकार थे, जिनके नेतृत्व में भारत ने एक नई आर्थिक दिशा की ओर कदम बढ़ाया। उनका योगदान राष्ट्र निर्माण, प्रशासनिक दक्षता और वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान को सुदृढ़ करने में अमूल्य रहा है। उनके विचार सदैव भारत के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत का काम करेंगे।“
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दिल्ली के एलजी सक्सेना ने पुलिस थानों को अस्पतालों से जोड़ने को मंजूरी दी

नई दिल्ली। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस थानों को मेडिको लीगल केस (एमएलसी) से निपटने और पोस्टमार्टम जांच करने के लिए अस्पतालों से जोड़ने और पुनर्वितरित करने से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, एलजी कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा। अधिकारियों ने कहा कि यह पहल बलात्कार, सड़क दुर्घटनाओं और अन्य आपात स्थितियों जैसे मामलों में शामिल पीड़ितों को त्वरित, अधिक कुशल चिकित्सा और फोरेंसिक सहायता सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है, जिनमें तत्काल चिकित्सा-कानूनी हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।
बयान के अनुसार, यह मंजूरी दिल्ली पुलिस, गृह विभाग और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के बीच व्यापक समीक्षा और सहयोग के बाद दी गई है। यह प्रक्रिया दिल्ली पुलिस द्वारा संबंधित नामित अस्पतालों के साथ-साथ वैकल्पिक अस्पतालों के साथ पुलिस थानों की एक समेकित सूची प्रस्तुत करने के साथ शुरू हुई।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने चिकित्सा-कानूनी मामले के प्रबंधन में वर्तमान जरूरतों और चुनौतियों को संबोधित करते हुए एक व्यापक प्रस्ताव तैयार किया है। अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तहत एक समिति का गठन किया गया था, जो पुलिस स्टेशनों और अस्पतालों के बीच इष्टतम संपर्क का विश्लेषण और सिफारिश करेगी, जिसका उद्देश्य तत्काल चिकित्सा उपचार प्रदान करने में देरी को खत्म करना और पीड़ितों की चिकित्सा-कानूनी जांच को सुविधाजनक बनाना था।
इसके बाद, समिति की सिफारिशों की व्यवहार्यता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों दोनों के परामर्श से गृह विभाग द्वारा गहन जांच की गई। इसके बाद, पुनर्वितरण की रूपरेखा तैयार करने वाली मसौदा अधिसूचना की दिल्ली सरकार के कानून विभाग द्वारा जांच की गई, जिसने इसकी समीक्षा की और कानूनी प्रावधानों के साथ इसे संरेखित करने के लिए आवश्यक संशोधनों का सुझाव दिया।
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शाहदरा युवक हत्याकांड : लव एंगल आया सामने

  • यश की मां बोलीं- लड़की से करता था प्यार, साजिश के तहत उसे मारा
नई दिल्ली। शाहदरा के गीता कॉलोनी में 19 वर्षीय यश की हत्या के मामले में प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे रोडरेज से जोड़ा था। लेकिन यश की मां के बयान के अनुसार, हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग का एंगल सामने आया है। मां का दावा है कि यश का एक लड़की से प्रेम संबंध था, जिसके चलते साजिश के तहत उसकी हत्या की गई।
19 वर्षीय यश की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन संदिग्धों को शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया, जिनमें से एक नाबालिग है। कुछ रिपोर्ट्स में तीसरे संदिग्ध की भी बात सामने आई है। आरोप है कि तीनों ने यश का गीता कॉलोनी पुस्ता फ्लाईओवर पर पीछा किया, फिर उसकी पीठ पर चाकू से कई बार वार किया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रेम प्रसंग की पुष्टि को लेकर सबूत जुटाए जा रहे हैं।
समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए मृतक की मां ने कहा, "मेरा इकलौता बेटा था। मुझे और मेरे बेटे को इंसाफ चाहिए। इसीलिए, इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। सीबीआई जांच से ही सारी बात सामने आएगी।"
मां ने कहा, " यश ने बताया था कि जिस लड़की से प्यार करता था, वह कई और लड़कों से बात करती थी। इस वजह से वह काफी परेशान था। हालांकि, मैंने उसे समझाया था। मेरा बेटा जिस लड़की से प्यार करता था, हम उसकी शादी कराने के लिए भी तैयार थे।"
मृतक की मां ने कहा कि आरोपी और उसका परिवार यश के पिता की फैक्ट्री में काम कर चुके हैं। वहीं, दूसरी ओर स्थानीय विधायक ने मृतक की मां को भरोसा दिलाया है कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि केस इतना मजबूत बनाया जाएगा कि आरोपियों को कोर्ट से सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए। बावजूद इसके मृतक की मां सीबीआई जांच की मांग कर रही है।
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CM योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को दिए दो बड़े तोहफे

  • 'यूथ अड्डा'-'सीएम युवा' ऐप को किया लॉन्च
लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय MSME दिवस के मौके पर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने और युवाओं को रोजगार में मदद करने के प्रयास में 'यूथ अड्डा' का उद्घाटन किया और एक मोबाइल एप्लिकेशन 'सीएम युवा' लॉन्च किया। यूपी के सीएम ने राज्य के छोटे और बड़े उद्यमियों और राज्य भर के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) में 2 करोड़ से अधिक कर्मचारियों को बधाई दी, साथ ही इस बात पर भी प्रकाश डाला कि राज्य 'एक जिला एक उत्पाद' के विचार की ओर बढ़ रहा है जिसने विभिन्न क्षेत्रों को अपने दम पर उत्पादों को विकसित करने में मदद की है।
अपने भाषण के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा,"कन्नौज का इत्र, अलीगंज का हार्डवेयर, लखनऊ की चिकनकारी, अमरोहा का ढोलक, पीलीभीत की बांसुरी, आज लोगों को हर जगह आगे बढ़ने का मौका मिला है, लोग आगे बढ़े हैं। अगर सरकार बिना भेदभाव के काम करती है, तो राज्य में विकास तेजी से होता है। हमने प्रशिक्षण दिया और प्रशिक्षण के बाद हम टूल किट दे रहे हैं।,"
सीएम युवा ऐप के बारे में बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना (सीएम-युवा) के तहत 90 लाख से अधिक MSME इकाइयाँ शुरू की गई हैं, जो लोगों को 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त करने में भी मदद करती है। सीएम के अनुसार, 55,000 से अधिक लोग इस योजना में शामिल हो चुके हैं। सीएम योगी ने कहा, "90 से 96 लाख MSME इकाइयों को सुरक्षा गारंटी भी दी गई है। हमने सीएम युवा के नाम से एक ऐप शुरू किया है। अगर कोई युवा व्यवसाय करना चाहता है, तो इसके तहत हम बिना ब्याज के 5 लाख तक की मदद कर रहे हैं। आज 55 हजार युवा इससे जुड़े हैं।,"
राज्य में हुए परिवर्तन पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि 2017 से पहले, यानी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार बनने से पहले, यूपी माफिया और गुंडों के लिए जाना जाता था, विपक्षी समाजवादी पार्टी पर राज्य को पीछे छोड़ने के लिए निशाना साधा। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "2017 से पहले के उत्तर प्रदेश को याद करिये, यह माफियाओं और गुंडों के लिए जाना जाता था। यह उद्यमियों और महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक राज्य था... परिवार-उन्मुख पार्टियों के कारण राज्य को कभी पहचान नहीं मिली। अपने फायदे के लिए उन्होंने राज्य को पीछे छोड़ दिया। लोगों को पैसे देने के बाद भी होटलों में कमरे नहीं मिल रहे थे।,"
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उपराज्यपाल मनोज सिन्हा 2 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाएंगे

जम्मू। जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा 2 जुलाई को जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाएंगे, जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। संभागीय आयुक्त कुमार ने कहा, "2 जुलाई को एलजी मनोज सिन्हा जम्मू बेस कैंप से पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाएंगे।"
यात्रा के लिए पंजीकरण पर अपडेट देते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू में पांच पंजीकरण केंद्रों पर तत्काल पंजीकरण उपलब्ध है, जिसमें वैष्णवी धाम भी शामिल है। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा के लिए ई-केवाईसी और रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (आरएफआईडी) अनिवार्य हैं।लाखनपुर और सांबा चिची माता मंदिर में आरएफआईडी केंद्र उपलब्ध हैं।
संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने कहा कि आश्रय और भोजन की सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं और ठहरने के लिए 106 केंद्र उपलब्ध हैं। इस बीच, जम्मू जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) भीम सेन टूटी ने संवाददाताओं से कहा, "हमने लखनपुर से बनिहाल तक बहुस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की है। पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग खंड को चेहरा पहचानने वाली तकनीक वाले सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है। जहां भी आवश्यक होगा, ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।" कश्मीर जोन के महानिरीक्षक (आईजी) वीके बिरदी ने कहा, "इस बार हमारे पास बहुस्तरीय और गहन सुरक्षा व्यवस्था है ताकि हम यात्रियों के लिए इस यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बना सकें। हमने पूरी यात्रा को जोन और सेक्टरों में विभाजित किया है।"
सुरक्षा बलों द्वारा किए गए अभ्यासों पर उन्होंने आगे कहा, "इन अभ्यासों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हम जो भी कार्रवाई करते हैं और आकस्मिकता के समय कोई भी कार्रवाई अधिक कुशल और परिष्कृत हो सके। और इस प्रकार के अभ्यास पूरी घाटी में हो रहे हैं, चाहे वह शिविर हों, सड़क खंड हों या आंतरिक खंड हों, ताकि सभी सुरक्षा बलों को आकस्मिक स्थिति में किए जाने वाले विशिष्ट कार्यों के बारे में पता हो।" श्री अमरनाथ यात्रा इस वर्ष 3 जुलाई को शुरू होगी और रक्षा बंधन के अवसर पर 9 अगस्त को समाप्त होगी। (एएनआई)

 

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दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने नरेला में नए डीटीसी डिपो का किया उद्घाटन

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को नरेला के सेक्टर ए-9 में बने नए डीटीसी बस डिपो का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने 100 से ज्यादा नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये बसें "दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरचेंज (देवी)" योजना के तहत चलाई जाएंगी। यह पहल दिल्ली में स्वच्छ और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए की गई है। उद्घाटन समारोह में बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया, मंत्री पंकज कुमार सिंह और रविंदर इंद्राज सिंह समेत कई प्रमुख नेता भी मौजूद थे।
इन इलेक्ट्रिक बसों का उद्देश्य प्रदूषण को कम करना, यात्रा को आरामदायक बनाना और आखिरी मील तक कनेक्टिविटी को बेहतर करना है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री पंकज कुमार मंत्री ने विकास और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, "प्रदूषण दिल्ली के लिए हमेशा से एक बड़ी चुनौती रहा है, लेकिन इस बार ऐसा कोई मौका नहीं आया जब एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) को कोई सख्त कदम उठाना पड़ा हो। यह साफ हवा और प्रदूषण मुक्त दिल्ली की दिशा में बढ़ाया एक सकारात्मक कदम है। लोगों को आरामदायक और बेहतर यात्रा अनुभव देने के लिए इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत की गई है।"
नरेला क्षेत्र के बढ़ते महत्व पर बोलते हुए सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा, "आज यहां से 105 इलेक्ट्रिक 'देवी' बसों को रवाना किया गया है। नरेला में कई बड़ी सरकारी योजनाएं और विश्वविद्यालय बनाए जा रहे हैं, जिससे यह इलाका और भी अहम हो गया है।"
मंत्री सिंह ने नए बस डिपो के तेज निर्माण और उसकी गुणवत्ता की सराहना की। उन्होंने कहा, "यह टर्मिनल सिर्फ 90 दिनों में बनकर तैयार हुआ है और इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। ड्राइवरों, कंडक्टरों और यात्रियों के लिए आरओ पानी की सुविधा और एक बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सेंटर भी बनाया गया है।"
उनके मुताबिक, नरेला डिपो से 105 नई इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत दिल्ली के लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे उन्हें आधुनिक, आरामदायक और सुलभ परिवहन सुविधा मिलेगी, साथ ही वाहनों से होने वाले प्रदूषण में भी कमी आएगी। नया बस टर्मिनल दिल्ली में इलेक्ट्रिक सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क का एक अहम हिस्सा बनेगा। यह आने वाले वर्षों में राजधानी में ट्रैफिक से होने वाले प्रदूषण को घटाने में मदद करेगा।
दिल्ली सरकार में मंत्री रविन्द्र इंद्राज सिंह ने इलेक्ट्रिक देवी बस शुरू होने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। दिल्ली में इस बार प्रदूषण रहित रही है। दिल्ली के लोगों को अच्छी यात्रा करने के लिए इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जा रही हैं। आज इसी दिशा में दिल्ली सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। इसी को देखते हुए देवी बसों को शुरू किया जा रहा है। मैं दिल्ली की मुख्यमंत्री का धन्यवाद करना चाहूंगा, जिन्होंने इतना अच्छा कदम उठाया है।
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त्रिशूर में इमारत ढहने से 3 प्रवासी श्रमिकों की मौत, मंत्री ने जांच के आदेश दिए

त्रिशूर। केरल के लोक शिक्षा और रोजगार मंत्री वी शिवनकुट्टी ने श्रम आयुक्त को विस्तृत जांच करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है, क्योंकि शुक्रवार को त्रिशूर जिले के कोडकारा इलाके के पास एक इमारत ढहने से पश्चिम बंगाल के तीन प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, घटना के समय इमारत में 17 लोग रह रहे थे और मृतकों की पहचान रूबल, राहुल और अलीम के रूप में हुई है।
मौत के समय दमकल अधिकारी स्थानीय लोगों के साथ मिलकर मलबे से शवों को निकालने में लगे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि दो शव बरामद किए गए हैं और तीसरे शव को निकालने के प्रयास जारी हैं। घटना के बारे में आगे की जानकारी की प्रतीक्षा है क्योंकि जांच जारी है (एएनआई)
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शिवसेना (यूबीटी) और मनसे 5 जुलाई को हिंदी थोपे जाने के खिलाफ संयुक्त विरोध प्रदर्शन करेंगे : संजय राउत

मुंबई शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) 5 जुलाई को 'त्रिभाषा नीति' के तहत कक्षा 4 तक हिंदी को अनिवार्य बनाने के राज्य सरकार के कथित कदम के खिलाफ संयुक्त रूप से विरोध मार्च आयोजित करेंगे। शिवसेना (यूबीटी) नेता और सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की।
संजय राउत ने कहा, "हम किसी भी भाषा के खिलाफ नहीं हैं। हमने हमेशा हिंदी का सम्मान किया है। हमारे जैसे लोगों ने हमेशा इसका महत्व माना है। हमारी पार्टी कई तरह से हिंदी का इस्तेमाल करती है। लेकिन 'त्रिभाषा नीति' के तहत कक्षा 4 तक हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य बनाने का हालिया फैसला बच्चों पर अनावश्यक बोझ डालता है। यह एक शैक्षणिक और भाषाई मुद्दा है।" राउत ने खुलासा किया कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे के साथ चर्चा के बाद इसी मुद्दे पर क्रमशः 6 जुलाई और 7 जुलाई को अलग-अलग विरोध प्रदर्शन की पहले की योजनाएँ हल हो गईं। उन्होंने कहा, "यह अच्छा नहीं था कि दो अलग-अलग रैलियाँ निकाली जाएँ। मैंने उद्धव और राज ठाकरे से चर्चा की। शिवसेना (यूबीटी) और मनसे दोनों मिलकर 5 जुलाई को इस आंदोलन की शुरुआत करेंगे।"
राउत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला करते हुए उन पर महाराष्ट्र को राजनीतिक नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया। "हम हिंदी भाषा के दुश्मन नहीं हैं। लेकिन अमित शाह निश्चित रूप से महाराष्ट्र के राजनीतिक दुश्मन हैं। उन्होंने ही चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट में हेरफेर करके बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को तोड़ा। हमें उनके जैसे किसी व्यक्ति की बात क्यों सुननी चाहिए?" उन्होंने 2022 में शिवसेना में विभाजन और पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर उसके बाद की कानूनी लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा। विरोध का आह्वान महाराष्ट्र सरकार द्वारा सभी वर्गों में हिंदी को अनिवार्य बनाने के कथित कदम पर चल रही बहस के बीच किया गया है। 24 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि त्रिभाषा फार्मूले के बारे में अंतिम निर्णय साहित्यकारों, भाषा विशेषज्ञों, राजनीतिक नेताओं और अन्य सभी संबंधित पक्षों के साथ चर्चा के बाद ही लिया जाएगा।
रविवार रात को मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास वर्षा में त्रिभाषा फार्मूले के मुद्दे पर एक बैठक हुई। बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, स्कूली शिक्षा मंत्री दादा भुसे, राज्य मंत्री डॉ पंकज भोयर और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे। इस विषय पर गहन चर्चा के बाद, सभी राज्यों की स्थिति प्रस्तुत करने, नई शिक्षा नीति के संदर्भ में अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के तहत मराठी छात्रों को वंचित न किया जाए, यह सुनिश्चित करने और अन्य संभावित विकल्पों को तलाशने का निर्णय लिया गया। सभी हितधारकों के लिए एक व्यापक प्रस्तुति दी जाएगी। बैठक में यह संकल्प लिया गया कि यह प्रस्तुति और परामर्श प्रक्रिया मराठी भाषा के विद्वानों, साहित्यकारों, राजनीतिक नेताओं और सभी संबंधित पक्षों के साथ आयोजित की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा कि इस परामर्श प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसलिए, स्कूल शिक्षा मंत्री दादा भुसे अब परामर्श प्रक्रिया के अगले चरण की शुरुआत करेंगे। (एएनआई)
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कक्षा एक से हिंदी अनिवार्य करना सही नहीं, 5वीं के बाद पढ़ाई जाए : शरद पवार

  • महाराष्ट्र में हिंदी भाषा विवाद, सरकार के फैसले पर सवाल उठाए
मुंबई महाराष्ट्र में हिंदी भाषा के मुद्दे पर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बाद शरद पवार ने भी सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं। एनसीपी-शरद गुट के प्रमुख का कहना है कि पहली क्लास से हिंदी की अनिवार्यता उचित नहीं है।
शरद पवार ने शुक्रवार को कोल्हापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हिंदी भाषा विवाद को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "इसके दो पहलू हैं। पहली कक्षा से प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी को अनिवार्य करना सही नहीं है। पांचवीं कक्षा से हिंदी सीखना छात्र के हित में है। आज देश में करीब 55 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं। हिंदी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।"
पवार ने आगे कहा, "महाराष्ट्र में लोग हिंदी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अभी पहली क्लास से ही बच्चों पर नई भाषा थोपना ठीक नहीं है। वहां मातृभाषा महत्वपूर्ण है।" उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में उठते विरोध की ओर इशारा करते हुए कहा कि "दोनों ठाकरे (उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे) हिंदी की अनिवार्यता के खिलाफ हैं।"
बता दें कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने हिंदी भाषा का विरोध करते हुए आंदोलन करने का ऐलान किया है। 6 जुलाई को राज ठाकरे की ओर से मुंबई में मार्च निकाला जाना है, जबकि उद्धव ठाकरे की ओर से 7 जुलाई को आंदोलन की घोषणा की गई है।
शरद पवार इन विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लेंगे या नहीं, इस पर शुक्रवार को उन्होंने अपनी स्थिति जाहिर की। पवार ने कहा, "मैंने दोनों ठाकरे के बयान पढ़े हैं। मैं मुंबई जाकर समझूंगा कि वो क्या कह रहे हैं। मैं मुंबई जाकर उनसे मिलूंगा। हो सकता है कि आप सिर्फ कहने मात्र से इसमें भाग न ले पाएं, लेकिन यदि मुद्दा आपकी रुचि का है और आप हिस्सा लेना चाहते हैं तो आपको ठीक से समझना चाहिए कि उनकी नीति क्या है।"
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