हिंदुस्तान

कालीगंज सीट : वोटों की गिनती के बीच ममता बनर्जी ने किया जीत का दावा

  • बोलीं- ये जनता को समर्पित"
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर जारी वोटों की गिनती के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीत का ऐलान किया है। उन्होंने बयान में कहा कि कालीगंज के मेरे साथियों ने इसके लिए अथक परिश्रम किया है। मैं उन्हें बधाई देती हूं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कालीगंज विधानसभा उपचुनाव में सभी धर्मों, जातियों, नस्लों और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग कर हमें अपार आशीर्वाद दिया है। मैं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करती हूं। इस जीत के मुख्य शिल्पकार मां, माटी और मानुष हैं। कालीगंज के मेरे सहयोगियों ने इसके लिए अथक परिश्रम किया है। मैं उन्हें भी हार्दिक बधाई देती हूं। सभी को मेरा अभिनंदन और नमस्कार। स्वर्गीय विधायक नसीरुद्दीन अहमद को याद करते हुए मैं इस जीत को बंगाल की मातृभूमि और जनता को समर्पित करती हूं।"
चुनाव आयोग के मुताबिक, कालीगंज विधानसभा पर उपचुनाव के लिए अब तक 13 राउंड की गिनती हो चुकी है और 10 राउंड की गिनती होना बाकी है। टीएमसी की अलीफा अहमद को अब तक 59,329 मत मिले हैं और उन्होंने 29,749 की बढ़त बना रखी है। वहीं, दूसरे स्थान पर भाजपा के आशीष घोष हैं, जिन्हें अब तक 29,580 मत मिले हैं।
बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) ने गुजरात की विसवादार सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर बड़ी बढ़त बनाए हुए है। इसके अलावा, गुजरात की कडी सीट पर भाजपा के राजेंद्रकुमार (राजूभाई) दानेश्वर चावड़ा ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस के रमेशभाई चावड़ा को 39,452 के मार्जिन से हराया है। साथ ही, केरल की नीलांबुर सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। कांग्रेस उम्मीदवार आर्यदान शौकत ने माकपा उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया है।
बता दें कि 19 जून को 5 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई थी और सोमवार सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हुई, जिनमें से कई सीट पर नतीजों का ऐलान कर दिया गया है।
और भी

गुजरात की विसवादार सीट पर जीती ‘आप’

  • पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर भी आगे
नई दिल्ली। देश के अलग-अलग राज्यों की 5 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे सोमवार को घोषित कर दिए गए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने गुजरात की विसवादार सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर बड़ी बढ़त बनाए हुए है। पार्टी के प्रदर्शन पर आम आदमी पार्टी में जश्न का माहौल है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, आप उम्मीदवार गोपाल इटालिया ने विसवादार सीट से जीत दर्ज की है। उन्हें 75,942 मत मिले हैं और उन्होंने भाजपा के कीर्ति पटेल को 17,554 वोट से मात दी है। आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जामनगर के लाल बंगले सर्किल पर गोपाल इटालिया की जीत का जश्न मनाया। इस दौरान उन्होंने पटाखे भी फोड़े।
आप नेता प्रकाश ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि गोपाल इटालिया ने उपचुनाव में जीत दर्ज की है, जो गुजरात की राजनीति में नया अध्याय है। पिछले कई सालों से यहां भाजपा का दबदबा था, लेकिन आज हमारी पार्टी ने यहां ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। यहां की जनता चाहती है कि अब धर्म की बजाए मुद्दों पर बात होनी चाहिए, इसलिए हमें जनता ने मौका दिया है।
वहीं, पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने 7,504 वोटों की लीड ले रखी है। कांग्रेस के भारत भूषण आशु दूसरे नंबर पर हैं और भाजपा के जीवन गुप्ता तीसरे स्थान पर हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक, लुधियाना पश्चिम सीट पर अब तक 11 राउंड की गिनती हो चुकी है, जबकि अभी तीन राउंड की गिनती बाकी है और जल्द ही इस सीट पर नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। बता दें कि 19 जून को 5 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए थे। भारतीय चुनाव आयोग के मुताबिक, 19 जून को केरल की नीलांबुर सीट पर उपचुनाव में 75.27 प्रतिशत वोट पड़े। पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर 73.36 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। गुजरात की विसावदर सीट पर 56.89 प्रतिशत और कडी सीट पर 57.91 प्रतिशत मतदान हुआ। पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर 51.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
और भी

ईरान-इस्राइल युद्ध के कारण मशहद में फंसे लखनऊ और हरदोई के 19 जायरीन सुरक्षित लौटे

  • परिजनों में खुशी की लहर
लखनऊ। ईरान-इस्राइल युद्ध के कारण मशहद में फंसे लखनऊ और हरदोई के 19 जायरीन सोमवार सुबह सुरक्षित लौट आए हैं। चार दिन तक अनिश्चितता में फंसे इन जायरीनों की वापसी से परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई।
लब्बैक टूर एंड ट्रैवल्स की ओर से यह समूह 27 मई को जियारत के लिए रवाना हुआ था। इराक और ईरान की यात्रा पूरी कर 18 जून को इनकी वापसी तय थी, लेकिन युद्ध के चलते ये लोग कुम शहर में फंस गए। बाद में भारतीय दूतावास की पहल पर इन्हें मशहद लाया गया, जहां से रविवार शाम 6 बजे फ्लाइट के जरिए दिल्ली भेजा गया। सोमवार सुबह तक ये सभी जायरीन लखनऊ पहुंच गए।
इनमें लखनऊ के 17 और हरदोई के दो जायरीन शामिल हैं। ग्रुप में अली कमाल, अनाबिया, बाकर, इरफान, कनीज, लाइका, मोहम्मद हुसैन, निघत, रोशन, शाहीन, सबा, सादात, नफीस, सीमा, सकीला, तहरीर फातिमा, रईस, सानिया और जफर शामिल हैं। एजेंट औरया जफर के अनुसार, रवाना होने से पहले सभी ने अपने परिजनों से बातचीत भी की। परिवारजनों ने लखनऊ एयरपोर्ट पर राहत के साथ उनका स्वागत किया।
और भी

मुंबई में अनुमान समिति का राष्ट्रीय सम्मेलन, ओम बिरला करेंगे उद्घाटन

  • 75वीं वर्षगांठ पर स्मारिका का विमोचन
मुंबई। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सोमवार को महाराष्ट्र दौरे पर हैं। मुंबई में संसद और राज्य विधान मंडल की अनुमान समितियों का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है, जिसका लोकसभा स्पीकर ओम बिरला शुभारंभ करेंगे। संसद की अनुमान समिति की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर स्पीकर ओम बिरला एक स्मारिका का विमोचन भी करेंगे।
फिलहाल स्पीकर ओम बिरला मुंबई पहुंच गए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अलावा महाराष्ट्र विधान परिषद के अध्यक्ष राम शिंदे और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने ओम बिरला का स्वागत किया।
मुंबई में आयोजित अनुमान समिति के राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार भी शामिल होंगे। उनके अलावा महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति राम शंकर शिंदे, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और संसद की अनुमान समिति के सभापति संजय जायसवाल उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे।
महाराष्ट्र विधानमंडल की अनुमान समिति के सभापति अर्जुन पंडितराव खोतकर स्वागत भाषण देंगे। महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे उद्घाटन सत्र के दौरान धन्यवाद देंगी। भारतीय संसद, राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के विधायी निकायों की अनुमान समितियों के सभापति और सदस्य इस सत्र में हिस्सा लेंगे।
इस दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होनी है। भारतीय संसद, राज्यों या केंद्रशासित प्रदेशों के विधायी निकायों की अनुमान समितियों के सभापति और सदस्य विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। 'प्रशासन में दक्षता और फिजूलखर्ची से बचने के उपाय सुनिश्चित करने के लिए बजट अनुमान समितियों की प्रभावी निगरानी और समीक्षा' में भूमिका पर चर्चा होगी।
सम्मेलन का समापन 24 जून को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन करेंगे। सम्मेलन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का संबोधन होगा। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, भारत की संसद की अनुमान समिति के सभापति संजय जायसवाल और महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
और भी

बिजली मीटर विवाद में ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, कई घायल

आगरा। आगरा के फतेहाबाद के गांव मदरा में पुलिस और बिजली विभाग की टीम पर हमले के मामले में 142 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें दो आरोपी नामजद हैं। इनमें से एक को जेल भेजा गया। उधर, पुलिस की दबिश से गांव में दहशत है।
गांव मदरा में बिजली के ग्रुप मीटर लगाने पर ग्रामीणों और बिजली विभाग की टीम के बीच विवाद हुआ था। गांव से गुजर रही दक्षिणांचल की लाइन में कुछ लोगों ने कटिया डाल रखी थी। ग्रामीण ग्रुप मीटर लगाने का विरोध कर रहे थे। ग्रामीणों ने पुलिस-पीएसी और बिजली विभाग की टीम पर हमला बोला, पुलिस ने भी लाठियां चलाईं। दोनों पक्ष से कई लोग घायल हुए थे।बाद में ग्रुप मीटर लगाए गए। कटिया को हटाकर जर्जर तारों को ठीक किया गया।
डीसीपी पूर्वी जोन अली अब्बास ने बताया कि विद्युत उपकेंद्र कबीस के प्रभारी अवर अभियंता अजय कुमार सिसौदिया की तहरीर पर बलवा, सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी देने की धारा में केस दर्ज किया गया है। इसमें अमन और 100 अज्ञात आरोपी हैं। वहीं एक तहरीर टोरंट पाॅवर की तरफ से है। इसे भी केस में शामिल किया है। इससे अब केस में 22 नामजद और 120 अज्ञात आरोपी हैं। एक आरोपी जितेंद्र उर्फ पुल्ला को जेल भेजा गया है। अन्य के लिए दबिश दी जा रही है।
पुलिस ने मुकदमे में निरंजन, अवनीश, सोनू, गजेंद्र, कन्हैया, त्रिलोकी, प्रेमपाल, सन्नी, सुशील, गुरुदीप, पुल्ला, अमन, अनुज, छबीराम, सूरज, उदयभान, जितेंद्र, केशव, अजीत, होशियार, पप्पू, लोकेश को नामजद किया है। पुलिस वायरल वीडियो देख रही है। इनसे आरोपियों की पहचान की जाएगी। गांव की ममता देवी ने आरोप लगाया कि रात में पुलिसकर्मी आए। गाली देने लगे। विरोध पर पीटा, बाइक और घरेलू सामान तोड़ दिए। इससे बच्चे सहम गए। पूरा गांव दहशत में है। राधा देवी ने कहा कि पुलिस ने घरों में घुसकर धमकाया। अभद्र भाषा में बात की। सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर भी ले गए। पुलिस की दबिश से पूरा गांव खाली हो गया है।
और भी

जेल में शुरू होगी रजिस्टर बनाने की यूनिट, कैदियों को मिलेगा रोजगार

दिल्ली। तिहाड़ जेल में रोजगार और जेल में परिचालन खर्च में कटौती करने के लिए जेल प्रशासन नई निर्माण इकाइयां स्थापित करने की तैयारी कर रही है। जेल में बंद कैदी जल्द ही वहां रजिस्टर बनाते दिखेंगे, जिसका इस्तेमाल जेलकर्मी करेंगे।
जेल प्रशासन ने रजिस्टर के साथ-साथ अन्य वस्तुओं के उत्पादन के लिए इकाइयों की स्थापना का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे जल्द ही सरकार को भेजा जाएगा। दिल्ली के तिहाड़ जेल में 20 हजार कैदी बंद हैं। कैदियों की सुधार के लिए जेल प्रशासन रोजगार देने के लिए जुट गई है, ताकि जेल से बाहर निकलने के बाद कैदी अपराध के रास्ते पर जाने के बजाए अपने हुनर के मुताबिक काम करने लगे। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कैदियों को रोजगार के साथ-साथ जेल में होने वाले खर्च को कम करना जेल प्रशासन की प्राथमिकता है।
जेल में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर वस्तु जेल के कारखाने में ही तैयार किए जाते हैं। इसमें फाइल, साबून, मिठाइयां, मसाला, तेल, ब्रेड, बिस्कुट, फर्नीचर, एलईडी लाइट, कंबल, चादर सहित अन्य चीजें शामिल है। इसमें से कुछ सामान को बाहर भी बिक रहे हैं, जिससे जेल की कमाई हो रही है। कैदियों के बनाए गए फाइल का इस्तेमाल अदालतों और सरकारी दफ्तरों में हो रहा है। वहीं फर्नीचर दिल्ली सरकार के स्कूलों में इस्तेमाल हो रहे हैं।
जेल में तैयार बेकरी और कपड़े तिहाड़ के आउटलेट और बाजार में उपलब्ध है। जेल में जल्द ही दो इकाइयों को लगाने का प्रस्ताव है। एक में रजिस्टर के साथ-साथ चप्पल, टूथपेस्ट और अंडरवियर तैयार करने का प्रस्ताव है। प्रस्ताव को जल्द ही जेल के आला अधिकारियों की स्वीकृति के बाद सरकार को भेजा जाएगा। जेल के इकाइयों में काम करने वाले कैदियों को उनके हुनर के अनुसार वेतन दिए जाते हैं।
एक अकुशल कैदी प्रतिमाह सात हजार रुपये कमाते हैं, वहीं छह माह के काम का अनुभव होने के बाद उनका वेतन दस हजार हो जाता है। रजिस्टर इकाई में कैदियों को पन्नों को रंगने, प्रिंट करने और बाइंड करने जैसे कार्य करने होंगे। जेल के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि यहां के नियम के मुताबिक जेल में बंद कम से कम आठ फीसदी कैदियों को किसी न किसी प्रकार का रोजगार प्रदान करने का है। जेल प्रशासन ने इकाइयों के चालू होने के बाद इस लक्ष्य को 25 फीसदी तक करना चाहते हैं।
और भी

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस : कुरुक्षेत्र में सीएम नायब सैनी ने किया योगाभ्यास

  • न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर भी योग करते दिखे लोग
कुरुक्षेत्र/नई दिल्ली। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ हो चुका है। देश से लेकर विदेशों तक में लोग योगासन करते देखे जा सकते हैं। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी, राज्यपाल बंदारू दत्तात्रेय, सांसद नवीन जिंदल और अन्य लोगों ने योग गुरु स्वामी रामदेव के मार्गदर्शन में योगाभ्यास करते दिखे। सभी कुरुक्षेत्र के ब्रह्म सरोवर पर जुटे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर देशवासियों को विशेष दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की प्रदेश वासियों एवं सभी योग साधकों को हार्दिक बधाई! भारत की ऋषि परम्परा के अमूल्य उपहार योग ने विश्व को मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक उन्नयन की राह दिखाई है। आइए, योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर स्वस्थ समाज के निर्माण में सहभागी बनें।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की शुरुआत से पहले इसरो ने एक्स पोस्ट में "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” थीम के तहत इसरो ने अपनी भागीदारी की घोषणा करते हुए कहा, "एक इंसान के स्वास्थ्य और पृथ्वी की देखभाल के बीच गहरा संबंध है। मानसिक और शारीरिक संतुलन भी जरूरी है।" वहीं, न्यूयॉर्क में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने टाइम्स स्क्वायर जैसे दुनिया के प्रतिष्ठित चौराहे पर एक जीवंत योग सत्र का आयोजन किया! स्वास्थ्य और एकता के इस उत्साहवर्धक उत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
इसरो ने सभी लोगों से योग अपनाने की अपील की ताकि स्वस्थ जीवन, मजबूती और एक सतत भविष्य की दिशा में हम मिलकर आगे बढ़ सकें। बता दें, देशभर में एक लाख से अधिक स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में राष्ट्रीय कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे।
"योग संगम" के तहत सुबह 6:30 से 7:45 बजे तक देशभर के एक लाख से ज्यादा स्थलों पर कॉमन योग प्रोटोकॉल के अनुसार लोग सामूहिक रूप से योग करेंगे। प्रधानमंत्री के अलावा, इस मौके पर सरकार की तरफ से 10 खास कार्यक्रमों की भी घोषणा की गई है जो योग को जन-जन तक पहुंचाने में मददगार साबित होंगे। पिछले 11 सालों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एक वैश्विक आयोजन बन चुका है। भारत ने विश्व को योग की जीवनशैली से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है।
और भी

विशाखापत्तनम में पीएम मोदी बोले, 'दुनिया तनाव के दौर से गुजर रही, मेरी अपील योग को ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बनाया जाए'

विशाखापत्तनम। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में विशाल योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में आयोजित विशाल योग कार्यक्रम का नेतृत्व किया। योगांध्र 2025 में प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी शामिल हुए। मंच से प्रधानमंत्री ने योग की बढ़ती महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है।
पीएम ने कहा, " दुर्भाग्य से दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है। अशांति अस्थिरता बढ़ रही है ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है। मैं विश्व समुदाय से आज के इस महत्वपूर्ण अवसर पर एक आग्रह करूंगा कि जहां योग सिर्फ पर्सनल प्रेक्टिस न रहे बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बने। योग को लोकनीति का हिस्सा बनाएं।
जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता। आपके प्रयास यहां इस आयोजन में नजर आ रहे हैं। मी टु वी का भाव भारत की आत्मा का साथ है। जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है तभी पूरी मानवता का हित होता है। भारत की संस्कृति हमें सर्वे भवंतु सुखन: रही है।"
इस दौरान पीएम मोदी बोले- अभी नेवी के जहाज में भी योग कार्यक्रम चल रहा है। चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों या एवरेस्ट की चोटियां या समुंदर का विस्तार हो एक ही संदेश आता है कि योग सभी का है और सभी के लिए है। विशाखापट्टनम के लोगों ने इतना अच्छा आयोजन किया है कि सीएम चंद्रबाबू और पवन कल्याण गारू को बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री ने योग का अर्थ दुनिया को जोड़ना बताया। पीएम मोदी ने कहा- देश और दुनिया के सभी लोगों को इंटरनेशनल योग डे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एकसाथ योग कर रहा है। योग का सीधा सादा अर्थ होता है जुड़ना और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व का जोड़ा है।
आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलिंपियाड में भाग लेते हैं।
बता दें, इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और योग प्रेमी भाग ले रहे हैं, जिससे भारत का योग संदेश वैश्विक पटल पर और सशक्त हो रहा है। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ की गई थीं, जिसमें सुरक्षा, तकनीकी और व्यवस्थात्मक पहलुओं का विशेष ध्यान रखा गया। आरके बीच पर एक साथ 3.19 लाख लोगों के योग करने की व्यवस्था की गई है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, राज्य, देश और दुनिया भर के आठ लाख स्थानों से प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है।
और भी

प्रधानमंत्री मोदी ने विशाखपत्तनम में 3 लाख लोगों संग किया योग

  • दिया 'हील इन इंडिया' का भी मंत्र
विशाखापत्तनम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिकों संग योग किया। इस भव्य आयोजन में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हुए। इस बार की योग की थीम 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' है।
मंच से पीएम मोदी ने दुनिया को योग को मानवता की भलाई के लिए उठाया गया सामूहिक प्रयास करार दिया। पीएम मोदी ने कहा कि योग का मतलब होता है- जोड़ना। और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरी दुनिया को जोड़ा है।
पीएम मोदी ने आगे कहा, " आज की दुनिया में ऐसी एकता और ऐसा समर्थन सामान्य बात नहीं है। ये सिर्फ एक प्रस्ताव का समर्थन नहीं था। बल्कि मानवता के भले के लिए दुनिया का सामूहिक प्रयास था।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से दुनिया तनाव, अशांति और अस्थिरता से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में यह स्थितियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। ऐसे समय में योग हमें शांति का रास्ता दिखाता है। योग उस 'पॉज बटन' की तरह है जिसकी इंसानियत को जरूरत है- ताकि हम रुक सकें, सांस ले सकें, संतुलन बना सकें और फिर से खुद को पूर्ण महसूस कर सकें।
प्रधानमंत्री मोदी ने योग को लेकर हो रहे रिसर्च की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा, विश्व में योग के प्रसार के लिए भारत योग की साइंस को आधुनिक रिसर्च से और अधिक सशक्त कर रहा है। देश के बड़े-बड़े मेडिकल संस्थान योग पर रिसर्च पर जुटे हैं। योग की वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा पद्धति में स्थान मिले, ये हमारा प्रयास है।
एम्स के सराहनीय कदम को रेखांकित करते हुए कहा, " हम योग के क्षेत्र में प्रमाण आधारित थेरेपी को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इस दिशा में दिल्ली एम्स ने सराहनीय काम किया है। एम्स के शोध में यह सामने आया है कि कार्डिएक और न्यूरोलॉजिकल संबंधी बीमारियों के इलाज में योग की अहम भूमिका है। इसके साथ ही, महिलाओं के स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य में भी योग का महत्वपूर्ण योगदान पाया गया है।"
पीएम मोदी ने हील इन इंडिया का जिक्र करते हुए कहा, " आज 'हील इन इंडिया' का मंत्र भी दुनिया में काफी पॉपुलर हो रहा है। भारत बेस डेस्टिनेशन बन रहा है। योग की इसमें बड़ी भूमिका है। योग के लिए कॉमन प्रोटोकाल बनाया गया है। साढ़े लाख ट्रेंड वॉलेंटियर 130 संस्थानों में एक होलिस्टिक ईको सिस्टम तैयार कर रहे हैं। दुनियाभर के लोगों को भारत के इस वेलनेस ईको सिस्टम का फायदा मिले इसके लिए ई-आयुष वीजा दिए जा रहे हैं।"
पीएम मोदी ने इस बार की थीम को सच दर्शाने वाली बताया। उन्होंने कहा कि इस साल के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम है- ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य के लिए योग’। यह थीम एक गहरी सच्चाई को दर्शाती है: धरती पर मौजूद हर चीज का स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। मनुष्य की भलाई उस मिट्टी की सेहत पर निर्भर है जिसमें हमारा भोजन उगता है, उन नदियों पर निर्भर है जो हमें पानी देती हैं, उन जानवरों पर जो हमारे इकोसिस्टम का हिस्सा हैं, और उन पेड़ों-पौधों पर जो हमें पोषण देते हैं। योग हमें इस आपसी जुड़ाव का एहसास कराता है, हमें दुनिया से एकात्मता की ओर ले जाता है और सिखाता है कि हम अकेले अस्तित्व में नहीं हैं, हम प्रकृति का हिस्सा हैं।
और भी

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने 14000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर किया योग

लेह। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने 14,100-14,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित सीमा चौकियों (बीओपी) धन सिंह थापा और चार्टसे में पैंगोंग त्सो के तट पर योग किया। विज़ुअल में आईटीबीपी के 24वीं बटालियन के अधिकारियों को पैंगोंग त्सो झील के तट पर योग करते हुए दिखाया गया है।
इससे पहले, शुक्रवार को, आईटीबीपी की 54वीं बटालियन ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पहले योग किया। आईटीबीपी ने एक्स पर विजुअल्स शेयर करते हुए लिखा, "54 बटालियन #आईटीबीपी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की प्रस्तावना के रूप में एक योग सत्र का आयोजन किया। हिमवीरों ने उत्साह के साथ भाग लिया, जिससे स्वास्थ्य और अनुशासन की भावना को बल मिला।" आईटीबीपी की 4वीं कोर, दिरांग (अरुणाचल प्रदेश) ने 12000 फीट से अधिक ऊंचाई पर योग सत्र आयोजित किए। आईटीबीपी ने एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, "4वीं कोर #आईटीबीपी, दिरांग (अरुणाचल प्रदेश) ने 12000 फीट से अधिक ऊंचाई पर कोर मुख्यालय और अग्रिम चौकियों पर योग सत्र और स्वच्छता अभियान आयोजित किए।" आईटीबीपी ने पिछले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की प्रस्तावना के रूप में कई योग सत्र आयोजित किए।
इस बीच, भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए विशाखापत्तनम में एकजुट हुए और सीजी शिप रानी अब्बक्का ने तमिलनाडु के पवित्र तटों पर योग का अभ्यास किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार शाम विशाखापत्तनम पहुंचे, जहां वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के समारोह का नेतृत्व करेंगे। इस वर्ष का विषय "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" है, जो वैश्विक कल्याण के भारत के दृष्टिकोण को प्रतिध्वनित करता है और कल्याण के एकीकृत दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह "सर्वे संतु निरामया" (सभी रोग मुक्त हों) के भारतीय लोकाचार से प्रेरित होकर मानव और ग्रह स्वास्थ्य के परस्पर संबंध पर जोर देता है।
आयुष मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री 'योग संगम' पहल के तहत देश भर में 10 लाख से अधिक स्थानों के साथ समन्वयित विशाखापत्तनम स्थल पर 3 लाख से अधिक प्रतिभागियों के साथ कॉमन योग प्रोटोकॉल (CYP) का प्रदर्शन करेंगे। सामूहिक प्रदर्शन सुबह 6:30 से 7:45 बजे तक आयोजित किया जाएगा और पूरे देश से अभूतपूर्व भागीदारी आकर्षित करने की उम्मीद है। भारत के वैश्विक कल्याण दृष्टिकोण के एक विशाल प्रदर्शन में उनके साथ केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (आईसी), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू शामिल होंगे। (एएनआई)
और भी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दिया अहम संदेश

दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशाखापट्टनम में हैं. यहां पर उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा, "मैं बीते एक दशक में योग की यात्रा को जब देखता हूं, तो बहुत कुछ याद आता है. वो दिन जब संयुक्त राष्ट्र में भारत प्रस्ताव रखा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता मिले और तब कम से कम समय में दुनिया के 175 देश हमारे इस प्रस्ताव के साथ खड़े हुए."
उन्होंने आगे कहा कि आज की दुनिया में ऐसा समर्थन सामान्य घटना नहीं है. ये सिर्फ एक प्रस्ताव का समर्थन भर नहीं था, ये मानवता के भले के लिए दुनिया का सामूहिक प्रयास था. आज 11 साल बाद हम देख रहे हैं कि योग दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है. मुझे गर्व होता है, जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी योग शास्त्र पढ़ते हैं. वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं.
नरेंद्र मोदी ने कहा, "जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है, तभी पूरी मानवता का हित होता है. भारत की संस्कृति हमें सिखाती है- सर्वे भवंतु सुखिनः यानी सभी का कल्याण ही मेरा कर्तव्य है. मैं से हम की यात्रा ही सेवा, समर्पण और सह-अस्तित्व का आधार है. दुर्भाग्य से आज पूरी दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है. कितने ही क्षेत्रों में अशांति और अस्थिरता बढ़ रही है. ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है."
और भी

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को दी 28 परियोजनाओं की सौगात

  • खुले वाहन पर सवार होकर सीएम नीतीश के साथ मंच तक पहुंचे
सीवान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के सीवान पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने सीवान जिले के जसौली में आयोजित एक कार्यक्रम में करीब 5,900 करोड़ रुपये की लागत से आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से जुड़ी 28 परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
पीएम मोदी यहां एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में सीवान, गोपालगंज और सारण सहित कई जिलों के लोग पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर करीब 400 करोड़ रुपये की लागत से वैशाली और देवरिया के बीच नई रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन किया। साथ ही, इस रूट पर नई ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने पाटलिपुत्र से गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वंदे भारत एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर और बेतिया होते हुए चलेगी। प्रधानमंत्री मोदी मढ़ौरा रेल इंजन फैक्ट्री में बने पहले निर्यात योग्य लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाई, जो अब गिनी गणराज्य को भेजा जाएगा। बताया जाता है कि यह लोकोमोटिव आधुनिक तकनीकों जैसे रीजेनरेटिव ब्रेकिंग, एसी प्रपल्शन और माइक्रोप्रोसेसर कंट्रोल से लैस है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सिवान से नमामि गंगे योजना के तहत 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बने छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का भी उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के विभिन्न शहरों में पानी की आपूर्ति, स्वच्छता और सीवेज परियोजनाओं के लिए 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली योजनाओं का शिलान्यास भी किया।
ऊर्जा क्षेत्र को सशक्त करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मोदी ने 500 मेगावाट ऑवर बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की स्थापना की आधारशिला रखी। यह मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया और सिवान जैसे 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर लगाई जाने वाली है। प्रत्येक सबस्टेशन में लगाई जाने वाली बैटरी की क्षमता 20 से 80 मेगावाट है। यह वितरण कंपनियों को महंगी दरों पर बिजली खरीदने से बचाएगा क्योंकि पहले से संग्रहीत बिजली को सीधे उपभोक्ताओं को वापस ग्रिड में भेजा जाएगा।
पीएम मोदी ने यहां प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत बिहार में 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त की राशि हस्तांतरण की जारी की और 6,600 से अधिक परिवारों को घरों की चाबियां सौंपी गई और गृह प्रवेश कराया। इस मौके पर सांकेतिक रूप से विभिन्न जिलों से आए पांच लोगों को पीएम मोदी ने चाबी सौंपी।
इससे पहले पीएम मोदी खुली गाड़ी पर सवार होकर लोगों के बीच से गुजरते हुए मंच तक पहुंचे। गाड़ी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित रहे। इस दौरान पीएम मोदी पर पुष्प वर्षा होती रही और उपस्थित लोग 'मोदी जिंदाबाद' के नारे लगाते रहे। पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते रहे। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए।
और भी

दिल्ली-पुणे एअर इंडिया की फ्लाइट से पक्षी टकराया

  • विमान की वापसी की यात्रा रद्द
मुंबई। दिल्ली से पुणे जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट में शुक्रवार को पक्षी टकरा गया। इस वजह से एयरलाइन को अपनी वापसी की यात्रा रद्द करनी पड़ी। एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि विमान सुरक्षित रूप से उतर गया और पक्षी टकराने का पता पुणे में उतरने के बाद चला।
एयरलाइन ने कहा कि विमान को आगे की यात्रा के लिए रोक दिया गया। इंजीनियरिंग टीम की ओर से विमान की व्यापक जांच की जा रही है। एयरलाइन ने कहा, '20 जून को पुणे से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली AI-2470 को पक्षी टकराने के कारण रद्द कर दिया गया है, जिसका पता आने वाली फ्लाइट के पुणे में सुरक्षित उतरने के बाद चला।' एयरलाइन ने यह भी कहा कि वह फंसे हुए यात्रियों के लिए रुकने की व्यवस्था और भोजन उपलब्ध कराने सहित सभी व्यवस्थाएं कर रही है। यात्रियों को टिकट रद्द करने पर पैसों की वापसी या यात्रा को फिर से र्निर्धारित करने वाले विकल्प की पेशकश की जा रही है। साथ ही यात्रियों के लिए दिल्ली जाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
एअर इंडिया की चार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों समेत आठ फ्लाइट्स रद्द
इस बीच एअर इंडिया ने आज अपनी कई उड़ान सेवाएं रद्द कर दी हैं। एयरलाइन की ओर से अब तक चार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों समेत आठ फ्लाइट्स को रद्द करने की सूचना दी गई है। एयरलाइन ने बताया कि शुक्रवार को रखरखाव और परिचालन संबंधी कारणों से एअर इंडिया ने चार अंतरराष्ट्रीय सेवाओं सहित आठ उड़ानें रद्द कर दी हैं। यात्रियों के लिए जल्द से जल्द अपने गंतव्यों तक उड़ान भरने के लिए ग्राउंड पर उसकी टीमें वैकल्पिक व्यवस्था कर रही हैं।
हर हफ्ते 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें घटाएगा एअर इंडिया
इस बीच एअर इंडिया ने 21 जून से 15 जुलाई 2025 तक हर हफ्ते 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें घटाने और तीन विदेशी मार्ग पर सेवाएं बंद करने का ऐलान किया है। हालिया विमान दुर्घटना के बाद सुरक्षा जांच बढ़ाई गई है, जिससे उड़ानों पर असर पड़ा है।
 
और भी

भाजपा सरकार शिक्षा और शिक्षक विरोधी है : अखिलेश यादव

  • समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को किया संबोधित
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यूपी में शिक्षकों और शिक्षा विभाग की स्थिति पर गहरी चिंता जताई। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यादव ने शिक्षा के महत्व और समाज को आकार देने में शिक्षकों की भूमिका पर जोर दिया।
"हाल ही में, अखबारों के माध्यम से, हमने सरकार के ऐसे फैसले देखे हैं, जिनसे हम बहुत चिंतित हैं। हम चिंतित हैं क्योंकि अगर साजिश के तहत जानबूझकर शिक्षा को नष्ट किया जाता है, तो हमारे समाज का क्या होगा? हम सभी जानते हैं कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) खुद एक शिक्षक थे। और एक शिक्षक होने के नाते, उनके भीतर की वह पहचान कभी फीकी नहीं पड़ी, चाहे वह विधानसभा हो या संसद, उन्होंने हमेशा चीजों को समझाने की कोशिश की। राजनीतिक मंचों पर भी, आपने देखा होगा कि वे एक शिक्षक के रूप में दिखाई दिए, मार्गदर्शन करते हुए, जरूरत पड़ने पर डांटते हुए और हमेशा आगे का रास्ता दिखाते हुए," यादव ने कहा।
"लोग अक्सर हमें 'परिवारवादी पार्टी' कहते हैं, लेकिन एक शिक्षक का बेटा होने के नाते, मैं हर शिक्षक के साथ एक पारिवारिक रिश्ता साझा करता हूं। उनका दर्द मेरा दर्द है। जो लोग हमारे साथ काम कर चुके हैं, वे जानते हैं कि जब भी समाजवादी पार्टी को मौका मिला, हमने शिक्षकों की समस्याओं को हल करने के लिए ईमानदारी से प्रयास किए।" यादव ने कहा।
शांतिपूर्ण विरोध और अदालती मामलों के बावजूद शिक्षकों की चिंताओं को नजरअंदाज करने के लिए यादव ने भाजपा सरकार की आलोचना की, "मेरे पीछे शिक्षकों के पोस्टर हैं जो वर्षों से विरोध कर रहे हैं, सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके शांतिपूर्ण प्रयासों, यहां तक ​​कि अदालत जाने के बावजूद, सरकार उन्हें अनदेखा कर रही है। ऐसा लगता है कि जब सरकार शिक्षकों को देखती है, तो वह अंधी हो जाती है। वह बहरी हो जाती है। इसलिए मैं यह कहना चाहता हूं: जितनी जल्दी शिक्षकों और छात्रों के अभिभावकों को यह एहसास हो जाएगा कि भाजपा सरकार शिक्षा और शिक्षक विरोधी है, और भाजपा के कारण हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है, उतनी ही जल्दी बदलाव की नींव रखी जाएगी।"
यादव ने आरोप लगाया, "भाजपा प्रतिगामी है। उन्हें पता है कि शिक्षित लोग सवाल पूछते हैं। शिक्षित लोग विभाजनकारी राजनीति का विरोध करते हैं। इसलिए वे कम स्कूल चाहते हैं, ताकि असहमति की आवाज़ कम हो। शिक्षित लोग नौकरी की मांग करते हैं। अगर सरकारी नौकरियाँ हैं, तो आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। लेकिन भाजपा आरक्षण के खिलाफ है, इसलिए, नौकरियाँ उनके एजेंडे में भी नहीं हैं। मैं भाजपा से आग्रह करता हूँ कि शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को इस हद तक न धकेलें कि बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो जाएँ और हर क्षेत्र में व्यवधान पैदा हो।" भाजपा सरकार को हृदयहीन बताते हुए यादव ने आरोप लगाया, "भाजपा सरकार हमेशा शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति उदासीन रवैया अपनाती है। यह एक हृदयहीन सरकार है। हमने यह कई बार कहा है। जब भी उनके लिए कोई निर्णय लेने का समय आता है, तो हमने देखा है कि इस सरकार में सहानुभूति की कमी होती है।"
सपा नेता ने शिक्षकों के सामने आने वाली बुनियादी ढाँचे और परिवहन समस्याओं का हवाला देते हुए ऑनलाइन उपस्थिति के मुद्दे को उजागर किया। "ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में हमने कहा कि शिक्षकों पर भरोसा करके ही हम एक बेहतर पीढ़ी तैयार कर सकते हैं। कोई भी शिक्षक स्कूल में देरी से नहीं आना चाहता। लेकिन बुनियादी ढांचे का क्या? कोई भी शिक्षक देरी से नहीं आना चाहता, लेकिन अपर्याप्त सार्वजनिक परिवहन, बंद रेलवे क्रॉसिंग या घर से स्कूल तक की 50 किलोमीटर की दूरी इसे मुश्किल बना देती है। शिक्षकों के पास अक्सर स्कूलों के पास सरकारी आवास नहीं होते हैं, न ही दूरदराज के इलाकों में किराये के मकान उपलब्ध होते हैं।
इससे अनावश्यक तनाव होता है और मानसिक चिंता की स्थिति में कुछ शिक्षक घातक दुर्घटनाओं का शिकार हो चुके हैं। ऐसे कई उदाहरण हैं। आपात स्थिति में, यदि किसी शिक्षक को व्यक्तिगत या पारिवारिक कारणों से स्कूल से जल्दी निकलना पड़ता है, तो इसे पूरे दिन की अनुपस्थिति के रूप में दर्ज किया जाता है। यह शोषण है; शिक्षा विभाग में कोई भी इसे जानता है।" यादव ने शिक्षकों के शोषण, ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार सहित आरोप लगाया और दावा किया कि सरकार की नीतियां शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की ओर धकेल रही हैं।
उन्होंने कहा, "हमारे कई साथियों ने हमें बताया है कि उनका किस तरह से शोषण किया जा रहा है। जन सुनवाई के दौरान एक शिक्षक हमारे पास आए और अपनी दुविधा बताई। वे ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के बारे में बात कर रहे थे, हमें ट्रांसफर होने का 'रेट' बता रहे थे। कितने लाख? देर से आने या जल्दी जाने के कई कारण हो सकते हैं, बिजली कटौती से लेकर इंटरनेट की समस्याएँ जो ऑनलाइन सिस्टम को प्रभावित करती हैं। इसलिए, इन व्यावहारिक समस्याओं को हल किए बिना, डिजिटल उपस्थिति संभव नहीं है।
जब इंटरनेट काम नहीं करता है, तो आप डिजिटल सिस्टम पर कैसे भरोसा कर सकते हैं? आप हर चीज़ को उस सिस्टम पर थोपना चाहते हैं? इसे पहले प्रशासनिक विभागों में क्यों नहीं लागू किया जाता जहाँ इसकी वास्तव में ज़रूरत है? वरिष्ठ और शीर्ष अधिकारियों को भी डिजिटल उपस्थिति के अधीन किया जाना चाहिए। उनके अपने उपस्थिति रिकॉर्ड से पता चलेगा कि वे वास्तव में कितनी बार उपस्थित होते हैं।" (एएनआई)
और भी

PM नरेंद्र मोदी ने बिहार में विपक्ष की आलोचना की

सीवान। बिहार में विपक्षी दलों पर उनके कार्यकाल के दौरान राज्य की धीमी प्रगति के लिए तीखा हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) बिहार विरोधी और निवेश विरोधी हैं। बिहार के सीवान में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने गुंडाराज और भ्रष्टाचार का समर्थन किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "राजद और कांग्रेस बिहार और निवेश के खिलाफ हैं। वे कभी भी बिहारियों के दिल में जगह नहीं बना सकते।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजद और कांग्रेस पर बिहार के लोगों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा, "मेरे बिहारी भाई-बहन कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी काम करके अपनी क्षमता का परिचय देते हैं। वे कभी भी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करते। लेकिन पंजा (कांग्रेस) और लालटेन (जदयू) वाले लोगों ने मिलकर बिहार के स्वाभिमान को बहुत ठेस पहुंचाई है।" उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस का एकमात्र मंत्र अपने परिवारों की समृद्धि है। उन्होंने कहा, "अपने उज्ज्वल भविष्य, अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए आपको बहुत सावधान रहना होगा। समृद्ध बिहार की यात्रा में ब्रेक लगाने वालों को दूर रखना होगा। बिहार मेक इन इंडिया का केंद्र बनेगा।" उन्होंने आगे एनडीए के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों और बिहार के लोगों को इससे होने वाले लाभों पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "1.5 करोड़ से अधिक घरों में बिजली कनेक्शन दिया गया है। 1.5 करोड़ घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है। 45 हजार से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर बनाए गए हैं। बिहार की प्रगति के लिए हमें इस गति को निरंतर बढ़ाते रहना है। पिछले 10 वर्षों में बिहार में लगभग 55 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनाई गई हैं।"
उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति में बिहार की बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने कहा, "मैं कल ही विदेश से लौटा हूं। इस यात्रा के दौरान मैंने दुनिया के प्रमुख समृद्ध देशों के नेताओं से बात की। सभी नेता भारत की तीव्र प्रगति से बहुत प्रभावित हैं। वे भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनते हुए देख रहे हैं और इसमें बिहार की निश्चित रूप से बड़ी भूमिका होगी।" सीवान की धरती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा, "मेरे इस आत्मविश्वास का कारण आप सभी बिहारवासियों की ताकत है। आप सभी ने मिलकर बिहार से जंगलराज को खत्म किया है। हमारे यहां के युवाओं ने 20 साल पहले बिहार की दुर्दशा के बारे में सिर्फ कहानियों और किस्सों में सुना है। उन्हें नहीं पता कि जंगलराज वालों ने बिहार की क्या हालत कर दी थी।"
"एनडीए की सरकार राजेंद्र प्रसाद और ब्रजकिशोर प्रसाद जैसे महापुरुषों के जीवन मिशन को दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़ा रही है... इसी विकास की कड़ी में हमने आज इस मंच पर हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है..." उन्होंने जोर दिया। (एएनआई)
और भी

भारत के बाद पाक ने भी अमेरिका की मध्यस्थता का दावा नकारा

  • सऊदी अरब की भूमिका को बताया अहम
नई दिल्ली। भारत के बाद अब पाकिस्तान ने भी दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने में अमेरिका की भूमिका को नकारा है। साथ ही यह भी दावा किया कि पाकिस्तान के रिक्वेस्ट पर सऊदी अरब ने भारत से सीजफायर के लिए बात की।
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने पाकिस्तानी समाचार चैनल में दिए एक इंटरव्यू के दौरान ऐसा दावा किया। डार ने इंटरव्यू के दौरान यह भी माना कि भारत ने पाकिस्तान के दो बड़े एयरबेस, नूर खान और शोरकोट, पर हमला किया था। उन्होंने खुलासा किया कि 6-7 मई की दरमियानी रात जब पाकिस्तान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा था, तभी भारत ने दोबारा एयर स्ट्राइक किया और नूर खान-शोरकोट एयरबेस को नुकसान पहुंचाया।
डार ने दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने की भूमिका में सऊदी अरब की पहल की बात स्वीकारी। उन्होंने बताया कि भारत के हमलों के बाद सऊदी अरब के प्रिंस ने भारत से फोन पर बात करने का प्रस्ताव दिया था। फिर पाकिस्तान की हामी के बाद सऊदी अरब ने भारत से बात की थी।
उप-प्रधानमंत्री ने बताया, "भारतीय हमलों के करीब 45 मिनट बाद सऊदी अरब के प्रिंस फैसल ने मुझसे फोन पर बात की। प्रिंस ने कहा कि क्या मैं भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात करूं? अगर पाकिस्तान रुकने के लिए तैयार है तो भारत भी रुक सकता है। इस पर मैंने उन्हें हां कह दिया। फिर प्रिंस का कुछ देर बाद दोबारा कॉल आया और बताया कि जयशंकर को सारी बातें बता दी हैं।"
डार के इस दावे से अब यह साफ हो गया कि सऊदी अरब ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते आक्रोश को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) और पाकिस्तान स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला करके 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था। इसके बाद पाक के नाकाम हमलों के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता गया। बाद में पाकिस्तान के अनुरोध पर सीजफायर हुआ। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार अंतर्राष्ट्रीय मंचों से दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने का दावा करते नजर आए, जबकि भारत इसको लगातार नकारता रहा। वहीं, अब यह पहला मौका है, जब पाकिस्तान ने भी दोनों पड़ोसी देशों के बीच अमेरिका की मध्यस्थता की भूमिका को नकारा और साफ किया कि सऊदी अरब दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए आगे आया था।
और भी

भीषण सड़क दुर्घटना में 9 लोगों की मौत, शादी समारोह से लौट रहे थे

  • भारी सामान से लदा ट्रेलर भी सड़क किनारे पलट गया.
पुरुलिया। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में भीषण सड़क दुर्घटना हुई है, जिसमें नौ लोग मारे गए। हादसा बलरामपुर थाना क्षेत्र के नामशोल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर उस समय हुआ, जब बोलेरो गाड़ी में सवार लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, सुबह 7 बजे पुरुलिया-जमशेदपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर बलरामपुर के नामशूल में एक्सीडेंट हुआ। बारातियों से भरी बोलेरो गाड़ी शादी समारोह से वापस पुरुलिया से बलरामपुर की ओर लौट रही थी। अचानक जमशेदपुर की ओर से तेज गति से आ रही एक ट्रेलर ने उसे टक्कर मार दी। इससे गाड़ी चकनाचूर हो गई, जबकि भारी सामान से लदा ट्रेलर भी सड़क किनारे पलट गया। घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ठप हो गया।
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। बोलेरो में सवार 9 लोगों को ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि मृतक झारखंड के निमडीह के निवासी थे, जो पुरुलिया में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद घर लौट रहे थे।
बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस सड़क दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने लगातार दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी। सुवेंदु अधिकारी ने 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, "सुबह पुरुलिया के बलरामपुर में एक दुखद सड़क दुर्घटना में 9 लोगों की जान चली गई। ये घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर नामशोल गांव में हुई। एक ट्रेलर ने एक बोलेरो वाहन को टक्कर मार दी और दोनों वाहन घटनास्थल पर ही पलट गए।"
बीजेपी नेता ने पुरुलिया हादसे से पहले गुरुवार को हावड़ा में हुई घटना का जिक्र करते हुए राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "हावड़ा के बगनान में लाइब्रेरी मोड़ पर एक यात्री बस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हुई थी। यात्रियों से भरी बस तुरंत पलट गई। दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और एक अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। कम से कम 26 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पश्चिम बंगाल में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा नियमों के क्रियान्वयन में एक सिस्टम स्तर की विफलता को दर्शाती है।"
उन्होंने कहा, "ये लगातार हो रही त्रासदियां पश्चिम बंगाल में सड़क सुरक्षा मानकों की भयावह गिरावट को उजागर करती हैं, जो सीधे गृह मंत्री ममता बनर्जी के अधिकार क्षेत्र में आने वाली पुलिस की निगरानी में है। खराब ट्रैफिक व्यवस्था, अपर्याप्त सड़क बुनियादी ढांचे और कमजोर कानून प्रवर्तन के कारण पश्चिम बंगाल की सड़कों पर प्रतिदिन अनगिनत लोगों की जान जा रही है। ये सही समय है कि राज्य सरकार ऐसी हृदय विदारक त्रासदियों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार को प्राथमिकता दे।"
और भी

CM नीतीश कुमार ने सीवान में PM नरेंद्र मोदी की तारीफ की

सीवान। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 में राज्य में उनकी सरकार बनने के बाद से उन्होंने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की और कहा कि उनके लिए इतनी बड़ी भीड़ जुटी है। नीतीश कुमार सीवान में सभा को संबोधित कर रहे थे, जहां पीएम नरेंद्र मोदी ने जल, रेल और बिजली क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
सीएम नीतीश ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने "बेकार" टिप्पणियां करने के अलावा कुछ नहीं किया। नीतीश कुमार ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "जब 2005 में एनडीए की सरकार बनी थी, तब से हमने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है... लेकिन उससे पहले की सभी सरकारें, जो आज बेकार की टिप्पणियां करती रहती हैं, उन्होंने कभी कुछ नहीं किया। लोग अपने घरों से भी नहीं निकल पाते थे और उस समय बिहार में ऐसी बुरी स्थिति थी। क्या आपने पहले कभी इतनी बड़ी भीड़ देखी है, जितनी आज पीएम मोदी के लिए उमड़ी है?"
इस बीच, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार के सीवान में 6000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। सम्राट चौधरी ने कहा, "मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को नमामि गंगे के माध्यम से यहां 6 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। पीएम मोदी, कृपया बिहार आते रहें। जब भी आप आते हैं, बिहार को तोहफा देते हैं। बिहार आपके आने का इंतजार करता रहता है।"
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के सीवान में एक रोड शो किया और एक जनसभा में लोगों का अभिवादन किया, जहाँ वे जल, रेल और बिजली क्षेत्र सहित कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उनका उद्घाटन करेंगे। सीवान में एक जनसभा में मंच पर आने पर प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अभिवादन किया। उनका यह दौरा बिहार विधानसभा चुनावों से पहले हो रहा है, जो इस साल के अंत में होने वाले हैं। (एएनआई)
और भी