फटा-फट खबरें

द्वितीय मुख्य परीक्षा के संबंध में दिशा निर्देश

  • समस्या, समाधान के लिए मंडल द्वारा टोल फ्री नंबर जारी
  • विद्यार्थी, पालक और शिक्षक के प्रश्नों, जिज्ञासा और समस्याओं का हो रहा समाधान
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती रेणु जी पिल्ले के संरक्षण में एवं सचिव श्रीमती पुष्पा साहू के आदेशानुसार छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर द्वारा इस वर्ष द्वितीय मुख्य परीक्षा 2024 का आयोजन किया जा रहा है। द्वितीय मुख्य परीक्षा में ऐसे विद्यार्थी सम्मिलित हो सकते है जो प्रथम मुख्य परीक्षा में पंजीकृत हो ऐसे समस्त विद्यार्थी जो पूरक श्रेणी में है, अनुत्तीर्ण है अथवा उत्तीर्ण है, वे सभी द्वितीय मुख्य परीक्षा में शामिल होने आवेदन कर सकते है। विद्यार्थी/पालक/शिक्षक द्वितीय मुख्य परीक्षा के संबंध में दिशा निर्देश समस्या समाधान के लिए मण्डल के टोल फ्री नंबर में प्रातः 10ः30 बजे से सायं 05ः00 बजे तक 24 जून 2024 से 02 जून 2024 तक संपर्क स्थापित कर सकते है। इस हेतु हेल्पलाईन नम्बर 18002334363 संचालित किया जा रहा है। उपसचिव जे0के0 अग्रवाल के मार्गदर्शन, हेल्पलाइन नोडल अधिकारी डॉ0 प्रदीप कुमार साहू के नेतृत्व मण्डल के सहायक प्राध्यापक श्रीमती प्रीति शुक्ला, श्री राजेन्द्र दुबे, श्रीमती मनीषी सिंह, श्रीमती गीता मिश्रा, श्री प्रभात पाण्डे द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रश्नों/समस्याओं का त्वरित निराकरण किया गया। हेल्पलाईन के द्वितीय दिवस में टोल फ्री नंबर पर जांजगीर, रायपुर, बलौदाबाजार, खैरागढ़, बलरामपुर, कवर्धा, बिलासपुर, राजनांदगांव, दुर्ग, कांकेर, जशपुर, कोरबा, मानपुर मोहला, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, मुंगेली, जगदलपुर, गरियाबंद जिलो से विभिन्न प्रश्न पूछे जा रहे है। इन प्रश्नों में जो प्रमुखता से बात पूछी जा रही वे इस प्रकार हैं। द्वितीय मुख्य परीक्षा संबंधी फार्म भरने की तिथि जो बच्चे सभी विषयों में उत्तीर्ण हो गये है वे भी शामिल हो सकते है क्या फार्म भरने के लिए क्या-क्या दस्तावेज लगेगा। ऑनलाईन फार्म भर रहा हंू, तो पेमेंट सक्सेस नही दिखा रहा है जबकि पैसा कट गया है। दसवी पूनर्गणना, पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट कब आयेगा, विद्यालय से फार्म कैसे भरना है, यदि द्वितीय मुख्य परीक्षा में अंक कम हो गया तो कैसे करेंगे? द्वितीय परीक्षा का केंद्र कहां मिलेगा? द्वितीय मुख्य परीक्षा का फीस कितना है? प्रवेश पत्र कब मिलेगा? जैसे प्रश्न हेल्पलाईन में पूछे गए।
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छत्तीसगढ़ राज्य सेवा की मुख्य परीक्षा आज से शुरू

  • आज 5 शहरों में हुआ एग्जाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य सेवा की मुख्य परीक्षा आज से शुरू हो गई है। यह परीक्षा 24 जून से 27 जून तक होगी। कुल सात पेपर होंगे। आज सुबह नौ से 12 बजे तक भाषा की परीक्षा हुई। अब दोपहर दो से पांच बजे तक निबंध का पेपर होगा। इस परीक्षा के लिए रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और दुर्ग में परीक्ष केंद्र बनाए गए हैं।
CGPSC की होने वाली परीक्षा में इस बार 242 पदों पर भर्ती होगी। इसमें डिप्टी कलेक्टर से लेकर नायब तहसीलदार तक के पद शामिल हैं। मुख्य परीक्षा के लिए इस बार 3597 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। 24 जून को इन्हीं अभ्यर्थियों के मेंस परीक्षा की शुरुआत होगी।
राजधानी रायपुर में 918 परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बनाया गया है। रायपुर के तीन परीक्षा केंद्रों में 870 अभ्यर्थी शामिल हुए। जे आर दानी शासकीय विद्यालय केंद्र में 300 अभियार्थियों का केंद्र बनाया गया जिसमें से 283 अभ्यर्थी शामिल हुए। राजधानी रायपुर में कुल 48 अभ्यर्थियों ने एग्जाम नहीं दिया है।
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अब साल में दो बार होगी बोर्ड की मुख्य परीक्षा

  • द्वितीय मुख्य परीक्षा 2024 : हाईस्कूल/हायर सेकण्डरी/अवसर परीक्षा फार्म भरने की तिथि जारी
रायपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत् अब विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में दो अवसर प्रदान किया जाएगा। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की इसी अनुशंसा के तहत् इस वर्ष 2024 में द्वितीय मुख्य परीक्षा आयोजित करने जा रहा है। इसमें वे समस्त विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं जो प्रथम मुख्य परीक्षा में पंजीकृत हों। ऐसे समस्त विद्यार्थी जो पूरक श्रेणी हैं, अनुत्तीर्ण है अथवा उत्तीर्ण हैं, श्रेणी सुधार हेतु इस द्वितीय मुख्य परीक्षा में आवेदन कर सकते हैं।
मण्डल की द्वितीय मुख्य परीक्षा हाईस्कूल एवं हायर सेकण्डरी मुख्य नियमित/अवसर के विद्यार्थियों के परीक्षा आवेदन पत्र भरने के लिये सामान्य शुल्क के साथ 21 जून 2024 से 30 जून 2024 तक तथा विलम्ब शुल्क के साथ 01 जुलाई 2024 से 02 जुलाई 2024 तक तिथि निर्धारित की गई है।
जो छात्र उक्त परीक्षा में सम्मिलित होना चाहते हैं, वे निर्धारित तिथि तक नियमित परीक्षार्थी अपने विद्यालय से तथा अवसर परीक्षार्थी समन्वय संस्थाओं के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा एवं परीक्षा संबंधी निर्देश आदि की विस्तृत जानकारी मण्डल की वेबसाइट www.cgbse.nic.in पर उपलब्ध है।
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CGPSC Mains Exam 2024 प्रवेश पत्र जारी

  • यह परीक्षा 24 से 27 जून तक होगी, कुल 7 पेपर होंगे
रायपुर। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी ध्‍यान दें। CGPSC की ओर से प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए हैं। अभ्यर्थी CGPSC की वेबसाइट www.psc.cg.gov.in में जाकर प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
परीक्षा दो पालियों में होगी, प्रथम पाली सुबह 9 से 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक है। परीक्षा पूर्व में निर्धारित रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और दुर्ग केंद्रों में होगी। इस बार कुल 242 पदों पर भर्ती होगी। इसमें डिप्टी कलेक्टर से लेकर नायब तहसीलदार तक के पद हैं। बता दें कि इस बार मुख्य परीक्षा के लिए 3597 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। यह परीक्षा 24 जून से 27 जून तक होगी। कुल सात पेपर होंगे। 24 को सुबह 9 से 12 बजे तक भाषा की परीक्षा होगी। दोपहर 2 से 5 बजे तक निबंध का पेपर होगा।
25 जून को पहली पाली में सामान्य अध्ययन-1 और दूसरी पाली में सामान्य अध्ययन-2 की परीक्षा होगी। 26 जून को पहली पाली में सामान्य अध्ययन-3 और दूसरी पाली में सामान्य अध्ययन-4 की परीक्षा होगी। 27 जून को पहली पाली में सुबह 9 बजे से 12 बजे तक सामान्य अध्ययन-5 की परीक्षा होगी।
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NEET विवाद में सर्वोच्च न्यायालय का NTA को सख्त निर्देश

  • कहा- 0.001% भी लापरवाही हुई है तो इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने नीट यूजी 2024 परीक्षा में कथित पेपर लीक और कदाचार से संबंधित याचिकाओं पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) और केंद्र सरकार को मंगलवार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, "अगर किसी की ओर से 0.001 प्रतिशत की लापरवाही है तो इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए।" शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि देश की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से एक की तैयारी के लिए मेडिकल छात्रों की मेहनत को भूलाया नहीं जा सकता है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, न्यायालय ने कहा, "बच्चों ने परीक्षा की तैयारी की है, हम उनकी मेहनत को नहीं भूल सकते।" जस्टिस विक्रम नाथ ने एनटीए से कहा कि सर्वोच्च न्यायालय को उससे समय पर कार्रवाई की उम्मीद है। उन्होंने कहा, "हम 8 जुलाई को याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे।" इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने रविवार को बताया था कि नीट में कुछ स्थानों से विसंगतियां सामने आई हैं। गड़बड़ी में जो भी दोषी पाए जाएंगे, फिर चाहे वह एनटीए भी हो, उसको भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार विसंगतियों के सुधार का कार्य कर रही है। नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा शत-प्रतिशत पारदर्शी हो, सरकार उसके लिए प्रतिबद्ध है।
नीट-यूजी 2024 में गड़बड़ी के आरोपों की सीबीआई से जांच के अनुरोध वाली याचिका पर 8 जुलाई को सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने विवादित नीट यूजी परीक्षा में हुई कथित अनियमितताओं की सीबीआई से जांच कराने के अनुरोध वाली याचिका पर केंद्र, एनटीए और अन्य को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में जवाब देने को कहा है। इससे अलावा सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नीट-यूजी विवाद पर विभिन्न उच्च न्यायालयों में लंबित मामलों को शीर्ष अदालत में ट्रांसफर करने के अनुरोध वाली एनटीए की याचिका पर निजी पक्षों को नोटिस जारी किया। इस मामले पर भी 8 जुलाई को इस पर सुनवाई होगी।
एनटीए द्वारा ग्रेस मार्क्स रद्द किए जाने से ग्रेस मार्क्स से जुड़ी आपत्तियों का निपटारा हो गया। लेकिन बहुत से अभ्यर्थियों ने पेपर लीक का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट और कई उच्च न्यायालयों में परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिकाएं दायर कर रखी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि सफल उम्मीदवारों का प्रवेश उन याचिकाओं पर आने वाले अंतिम फैसले के अधीन होगा, जिनमें परीक्षा रद्द करने की मांग की गई है। परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिकाओं पर 8 जुलाई को सुनवाई होगी।
नीट को लेकर लगे आरोपों को देखते हुए परीक्षा कराने वाली संस्था एनटीए की साख को बचाना और नीट सहित अन्य परीक्षाओं की शुचिता को लेकर उपजे संदेह को दूर करना शिक्षा मंत्री के लिए बड़ी चुनौती होगी। इसके अलावा नई शिक्षा नीति के तहत सुधारों को जारी रखने की प्रतिबद्धता भी दिखानी होगी। कांग्रेस ने जिस तरह से नीट परीक्षा को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं, उससे संसद सत्र के दौरान भी इस मुद्दे के गरमाने की पूरी उम्मीद है।
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पीपीटी प्रवेश परीक्षा 23 जून को

रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल द्वारा पॉलिटेक्निक कॉलेजों में प्रवेश हेतु पी.पी.टी. परीक्षा का आयोजन राज्य के 32 जिला मुख्यालयों में 23 जून 2024 को सवेरे 9:00 से 12:15 बजे तक किया जावेगा। अभ्यर्थी अपनी प्रोफाइल में जाकर प्रवेश पत्र दिनांक 17 जून 2024 से डाउनलोड कर सकते है। इसके अलावा अभ्यर्थी प्रवेश पत्र व्यापम की वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in  एवं https://vyapamaar.cgstate.gov.in/ एवं चिप्स की वेबसाइट http://cgstate.gov.in पर उपलब्ध लिकों में से किसी भी एक लिंक पर क्लिक करके अपने प्रोफाइल लॉगिन पेज पर जा सकते हैं एवं वहां से प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। अभ्यर्थियों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर SMS के माध्यम से एक संक्षिप्त यू.आर.एल. भी भेजा जावेगा। अभ्यर्थी इस यू.आर.एल. को क्लिक कर अपने मोबाइल पर सीधे प्रवेश पत्र प्राप्त कर उसका प्रिंट आउट ले सकते हैं।
छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार परीक्षा दिवस को प्रत्येक परीक्षार्थी लगभग एक घंटे पूर्व अपने परीक्षा केन्द्र में उपस्थित रहें, जिससे उनके मूल पहचान पत्र से उनका पहचान किया जा सके एवं परीक्षा केंद्र में जाने हेतु अनुमति दी जा सके। किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र के सम्बंध में कठिनाई होती है तो हेल्पलाइन नंबर +91-0771-2972780 एवं मोबाइल नंबर +91-8269801982 पर संपर्क कर सकते हैं। अभ्यर्थी संपूर्ण प्रवेश पत्र डाउनलोड करें और उसका प्रिंट आउट अवश्य निकालें। यदि इंटरनेट से प्राप्त प्रवेश पत्र पर फोटो नहीं आता है तो अभ्यर्थी अपने साथ दो रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो लेकर परीक्षा केंद्र में जावें। परीक्षार्थियों को डाकघर के माध्यम से प्रवेश पत्र नहीं भेजा जावेगा। यह उचित होगा कि. परीक्षार्थी परीक्षा दिवस से एक दिन पूर्व ही अपने परीक्षा केन्द्र की भौगोलिक स्थिति से भलीभाँति परिचित हो जावें। परीक्षा प्रारंभ होने के पश्चात् किसी को भी परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। परीक्षार्थियों को अपना फोटोयुक्त मूल आई डी. प्रूफ जैसे मतदाता पहचान पत्र/ड्रायविंग लायसेंस/पेन कार्ड/आधार कार्ड /पासपोर्ट/विद्यालय का फोटोयुक्त परिचय पत्र/फोटोयुक्त अंकसूची मूलरूप में (फोटो कॉपी मान्य नहीं) परीक्षा दिवस में परीक्षा केन्द्र में लाना अनिवार्य होगा। मूल पहचान पत्र के अभाव में परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जायेगा।
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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) का नया नियम

नई दिल्ली। ग्रेजुएशन की चार साल की पढ़ाई करने के बाद अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने पोस्ट ग्रेजुएशन छात्रों को लिए फैसला लिया है. यूजीसी ने पीजी कोर्सेस के लिए नया फ्रेमवर्क तैयार किया है, जिसमें स्टूडेंट्स के पास बीच में कभी भी पढ़ाई छोड़ने और शुरू करने का विकल्प होगा. यह फ्रेमवर्क नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. अगर आप पोस्ट ग्रेजुएशन करने का सोच रहे हैं तो यूजीसी के नये फ्रेमवर्क को अच्छे से समझ लें.
अगर आपने तीन साल का ग्रेजुएशन कोर्स किया है तो आप दो साल का पीजी प्रोग्राम चुन सकते हैं, जिसमें दूसरे साल आप रिसर्च पर पूरा ध्यान दे सकते हैं. अगर आपने चार साल का ऑनर्स या रिसर्च के साथ ऑनर्स प्रोग्राम किया है तो आपके लिए एक साल का पीजी प्रोग्राम भी होगा. नए करिकुलम में आपको अपनी पसंद के कोर्स चुनने की आजादी होगी. अगर आप एंट्रेंस क्रैक कर लें, तो ग्रेजुएशन के सब्जेक्ट से हटकर, कोई और विषय भी चुन सकते हैं. इसमें ऑफलाइन, ऑनलाइन, या दोनों तरीकों से पढ़ाई करने का विकल्प भी होगा.
नए फ्रेमवर्क के तहत चार साल का बीई-बीटेक वालें छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएशन दो साल के लिए ही करनी होगी. वहीं, अन्य कोर्सेस के छात्र अब अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई एक साल में पूरी कर सकते हैं. दो साल के पीजी कोर्स में छात्रों को 260 क्रेडिट अंक जुटाने होंगे. वहीं, एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा पर छात्रों को 240 क्रेडिट अंक जुटाने होंगे. यूजीसी ने पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सों को लेकर जारी किए गए इन फ्रेमवर्क को सभी विश्वविद्यालयों व उच्च शिक्षण संस्थानों को अमल में लाने के भी निर्देश दिए है. पीजी फ्रेमवर्क को नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCF) के साथ जोड़ा जाएगा. छात्रों की पढ़ाई, असाइनमेंट, क्रेडिट जमा करने, ट्रांसफर करने और उनका इस्तेमाल करने का पूरा हिसाब-किताब होगा.
उच्च शिक्षा संस्थानों (HEI) को 1-वर्षीय, 2-वर्षीय और इंटीग्रेटेड 5 वर्षीय पाठ्यक्रमों सहित अलग-अलग पीजी कोर्सेस करने की सुविधा दी गई है, जो छात्रों की आवश्यकताओं और एआई और मशीन लर्निंग जैसे उभरते क्षेत्रों में पढ़ाई करने का मौका देता है. यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार ने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों से इस फ्रेमवर्क को अपनाने का आग्रह किया है, जो राष्ट्रीय उच्च शिक्षा योग्यता फ्रेमवर्क (NHEQF) और नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCrf) के साथ छात्रों को अपने पाठ्यक्रम चुनने और विषयों को बदलने की अनुमति देगा.
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शिक्षा मंत्री की अनुशंसा पर माध्यमिक शिक्षा मंडल में सदस्यों की नियुक्ति

रायपुर। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की अनुशंसा पर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) में सदस्यों की नियुक्ति कर दी गई। इस संबंध में छत्तीसगढ़ शासन, स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय महानदी भवन, अटल नगर नवा रायपुर से आदेश जारी कर दिया गया है। मंडल में मान्यता प्राप्त संस्थाओं के प्राचार्यों, प्राध्यापकों और निजी संस्थाओं के सदस्यों के साथ ही पांच विधायकों को शामिल किया गया है। सदस्यों की नियुक्ति अवधि 3 वर्ष की है।
नई सरकार के गठन के साथ ही पूर्व मंडल सदस्यों की नियुक्ति स्वमेव समाप्त हो गई थी। बिना सदस्यों के माशिमं के निर्णय लेने में परेशानी हो रही है। मंडल सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया तो फरवरी से ही शुरू हो गई थी, किन्तु आचार संहिता की वजह से नियुक्ति आदेश जारी नहीं हो पाया था। स्कूल शिक्षा विभाग ने 20 मंडल सदस्यों की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है। सदस्यों में विधानसभा के प्रतिनिधित्व के रूप में पांच विधायक शामिल किए गए हैं, इनमें अहिवारा विधायक डोमन सिंह कोर्सेवाड़ा, रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो और कांकेर विधायक आशाराम नेताम शामिल हैं। इसके अलावा मान्यता प्राप्त संस्थाओं से प्राचार्य वर्ग में प्रकाश यादव राजनांदगांव, प्रफुल्ल शर्मा जांजगीर-चांपा और श्रीमती इंदु अग्रवाल कोरबा को माध्यमिक शिक्षा मण्डल में सदस्य बनाया गया है।
प्रशिक्षण महाविद्यालयों से श्रीमती श्रद्धा मिश्रा अंबिकापुर को शामिल किया गया है। मान्यता प्राप्त संस्थाओं से 6 प्राध्यापक माशिमं के सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है। जिसमें मान्यता प्राप्त संस्थाओं से 6 प्राध्यापकों की भी नियुक्ति की गई है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार प्राध्यापकों में संजय ठाकुर दंतेवाड़ा, ऋषि कश्यप बिलासपुर, जितेन्द्र कुमार सिंह कबीरधाम, ओंकार सिंह ठाकुर बलरामपुर, डॉ. हितेश कुमार दीवान रायपुर, श्रीमती दीक्षा गंगराड़े रायपुर शामिल हैं। इसी तरह तीन स्थानीय निकायों द्वारा संचालित संस्थाओं के प्रतिनिधि के रूप में श्री अनिल दास गुप्ता कबीरधाम, चंद्रकांत तिवारी पामगढ़, कीर्ति व्यास रायपुर के अलावा एल. डी. दुबे और सुनील पंडया को माध्यमिक शिक्षा मण्डल का सदस्य बनाया गया है।
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हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति का होगा गठन

  • स्कूल शिक्षा विभाग ने जिला कलेक्टरों को दिए निर्देश
रायपुर। छत्तीसगढ़ के जिलों में संचालित समस्त हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति (एसएमडीसी) का गठन किया जाएगा। इस आशय का आदेश गुरुवार को छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर नवा रायपुर से जारी किया गया है।
जारी आदेश के द्वारा जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि प्रदेश में 18 जून 2024 से नवीन शिक्षा सत्र 2024-25 प्रारंभ होने जा रहा है तथा इस दौरान शालाओं में शाला प्रवेश उत्सव भी जोर-शोर से मनाया जाकर बच्चों का प्रवेश दिलाया जाएगा। जिसके लिए जिले के प्रभारी मंत्रियों से शाला प्रबंधन एवं विकास समिति हेतु अध्यक्ष मनोनीत कराते हुए प्रत्येक हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के गठन की कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें।
जारी आदेश के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2024-25 में शाला प्रबंधन समिति तथा शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की विशेष त्रैमासिक बैठक हेतु तिथि का निर्धारण की गई है। जिसके तहत प्रथम त्रैमास 1 अप्रैल 2024 से 30 जून 2024 तक की बैठक 18 जून 2024 को, द्वितीय त्रैमास 1 जुलाई 2024 से 30 सितंबर 2024 तक की बैठक 08 अगस्त 2024 को, तृतीय त्रैमास 1 अक्टूबर 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक की बैठक 14 नवम्बर 2024 को एवं चतुर्थ त्रैमास 1 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2025 तक की बैठक 22 जनवरी 2025 को बैठक का आयोजन सुनिश्चित करने के आदेश दिए है।
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आदिवासी नौनिहालों के IIT में पढ़ने का सपना पूरा कर रहा प्रयास विद्यालय

  • 12वीं में पढ़ रहे 32 बच्चों ने किया इस साल जेईई एडवांस्ड क्वालीफाई
  • पिछले 5 सालों में 51 बच्चों का IIT और 94 बच्चों का NIT में चयन
रायपुर। राजधानी रायपुर का प्रयास विद्यालय नामी कोचिंग संस्थानों को टक्कर दे रहा है। बारहवीं में पढ़ रहे यहां के 32 बच्चों ने जेईई (Joint Entrance Examination) एडवांस्ड क्वालीफाई कर देश की विभिन्न आईआईटी (Indian Institute of Technology) और समकक्ष राष्ट्रीय संस्थानों में प्रवेश के लिए पात्रता हासिल की है। देश के शीर्ष तकनीकी संस्थानों (आईआईटी एवं समकक्ष) में प्रवेश पाने वाले ज्यादातर विद्यार्थी बारहवीं के बाद एक-दो वर्ष की तैयारी वाले होते हैं। लेकिन प्रयास विद्यालय के 32 बच्चों ने बारहवीं की पढ़ाई के साथ-साथ ही देश के श्रेष्ठ एवं प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में प्रवेश का अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है। राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली जेईई की कठिन प्रतियोगी परीक्षा में देशभर के लाखों बच्चे बैठते हैं।
हाल ही में 9 जून को घोषित जेईई एडवांस्ड के नतीजों में रायपुर प्रयास विद्यालय के कुलदीप कुमार ने ऑल इंडिया केटेगरी रैंक 459 हासिल किया है। वहीं ओमप्रकाश नेताम को ऑल इंडिया केटेगरी रैंक 473 और रुद्राक्ष भगत को ऑल इंडिया केटेगरी रैंक 825 मिला है। ये तीनों बच्चे राज्य के सुदूर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कोंडागांव और सरगुजा के गरीब आदिवासी परिवारों से आते हैं। इनके साथ पढ़ने वाले त्रिलोक पैंकरा ने ऑल इंडिया केटेगरी रैंक 1123, लीलाधर ठाकुर ने 1174, पंकज रावटे ने 1592, गैंद लाल ने 1638, आदर्श राज पैंकरा ने 1661 और शुभम कश्यप ने 1801 ऑल इंडिया केटेगरी रैंक हासिल की है। ये सभी भी राज्य के सुदूर अधिसूचित विकासखंडों के कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवारों के बच्चे हैं। प्रयास विद्यालय के शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन में इन बच्चों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है।
रायपुर का प्रयास विद्यालय कक्षा नवमीं से बारहवीं तक की पढ़ाई के साथ ही होनहार आदिवासी नौनिहालों का आईआईटी, एनआईटी एवं समकक्ष श्रेष्ठ तकनीकी संस्थानों में पढ़ने का सपना पूरा कर रहा है। विगत अप्रैल में यहां के 64 बच्चों ने जेईई मेन्स (JEE Mains) क्वालीफाई कर जेईई एडवांस्ड के लिए पात्रता हासिल की थी जिनमें से 32 बच्चों ने अब जेईई एडवांस्ड भी क्वालीफाई कर लिया है। जेईई एडवांस्ड क्वालीफाई करने वाले बच्चे जहां देश की विभिन्न आईआईटी एवं समकक्ष संस्थानों में प्रवेश ले सकेंगे, वहीं जेईई मेन्स क्वालीफाई करने वाले बच्चे एनआईटी (National Institute of Technology) एवं समकक्ष संस्थानों में पढ़ने का अपना सपना पूरा करेंगे। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली जेईई की कठिन प्रतियोगी परीक्षा क्वालीफाई कर पिछले पांच वर्षों में प्रयास विद्यालय रायपुर के 51 छात्रों ने देश की विभिन्न आईआईटी में प्रवेश प्राप्त किया है। वहीं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NITs) में 94 बच्चों का चयन हुआ है।
रायपुर के सड्डू स्थित प्रयास विद्यालय में राज्य के वनांचल और दूरस्थ अधिसूचित क्षेत्रों के बच्चे पढ़ रहे हैं। कक्षा नवमीं से बारहवीं तक यहां करीब 700 बच्चे अध्ययनरत हैं। शिक्षण सत्र 2023-24 में गणित विषय (PCM) लेकर 166 छात्र पढ़ रहे थे। प्रयास विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती मंजुला तिवारी बताती हैं कि ग्यारहवीं और बारहवीं के बच्चों को यहां बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दृष्टिकोण से अध्यापन किया जाता है। स्कूल में ही दोनों तरह की पढ़ाई के कारण बच्चे बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों के बौद्धिक स्तर और कक्षा में प्रदर्शन के अनुसार अलग-अलग समूहों में बांटकर अध्ययन संबंधी उनकी समस्याओं को दूर किया जाता है। आईआईटी और एनआईटी जैसे संस्थानों के साथ ही प्रयास विद्यालय के बहुत से बच्चे हर साल अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी चयनित होते हैं।
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NEET मामले में एनटीए का बड़ा फैसला, एग्जाम दोबारा होगा

दिल्ली। NEET मामले में एनटीए का बड़ा फैसला सामने आया है. सुप्रीम कोर्ट ने आज याचिकाकर्ता को कहा कि आपकी बात NTA ने मान ली है. वो ग्रेस मार्क को हटा रहे है. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा की केवल वो छात्र ही शामिल होंगे जिनको ग्रेस मार्किंग मिली थी. NTA ने कहा 23 जून को दोबारा परीक्षा (1563) होगी उसके बाद काउंसलिंग होगी. NTA ने कहा की तीसरी याचिका में पेपर लीक का मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष नही है. एनटीए ने कहा कि परीणाम 30 जून से पहले आ सकता है.
सुप्रीम कोर्ट ने दोहराया कि वह NEET-UG, 2024 की काउंसलिंग पर रोक नहीं लगाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि काउंसलिंग जारी रहेगी और हम इसे रोकेंगे नहीं. अगर परीक्षा होती है तो सब कुछ पूरी तरह से होता है, इसलिए डरने की कोई बात नहीं है."
बता दें कि देश के विभिन्न कोनों से छात्र राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर इक्ट्ठा हुए और एनटीए के खिलाफ़ सत्याग्रह शुरू किया. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के अभिभावक अपने बच्चों के लिए न्याय की मांग करते हुए भीषण गर्मी में बैठे हैं.
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छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की परीक्षाएं वर्ष में 3 बार होगी आयोजित

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल द्वारा आयोजित हाईस्कूल एवं हायर सेकण्डरी की मुख्य/ अवसर परीक्षाएं वर्ष में तीन बार आयोजित होगी। प्रथम परीक्षा माह अप्रैल में, द्वितीय परीक्षा माह अगस्त में एवं तृतीय परीक्षा माह नवम्बर में आयोजित की जाएगी। वर्ष 2024 प्रथम परीक्षा माह अप्रैल की भांति द्वितीय परीक्षा एवं तृतीय परीक्षा में सामान्य, क्रेडिट, आर.टी.डी एवं अवसर के परीक्षार्थी नियमानुसार सम्मिलित हो सकते है।
राज्य ओपन स्कूल के अधिकारियों ने बताया कि अगस्त 2024 में आयोजित होने वाली द्वितीय परीक्षा हेतु सामान्य शुल्क के साथ प्रवेश की अंतिम तिथि 30 जून 2024 तक तथा 01 जुलाई से 05 जुलाई 2024 तक विलंब शुल्क के साथ अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
इसी प्रकार नवम्बर 2024 में आयोजित होने वाली तृतीय परीक्षा हेतु सामान्य शुल्क के साथ 01 सितम्बर 2024 से 05 अक्टूबर 2024 तक तथा 06 अक्टूबर 2024 से 10 अक्टूबर 2024 तक विलंब शुल्क के साथ प्रवेश की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
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PET, पीपीएचटी और प्री-एमसीए की प्रवेश परीक्षा 13 जून को

  • एडमिट कार्ड जारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की ओर से पीईटी, पीपीएचटी, प्री-एमसीए की प्रवेश परीक्षा 13 जून को होना है। इसके लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए हैं। अभ्यर्थी व्यापमं की वेबसाइट www.vyapam.cgstate.gov.in पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं।
प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रदेशभर के इंजीनियरिंग और फार्मेसी कालेजों में प्रवेश दिए जाएंगे।इंजीनियरिंग और फार्मेसी के लिए लगभग 40 हजार छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में एक घंटे पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही दो रंगीन फोटो और मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य फोटोयुक्त आइडी प्रुफ लेकर परीक्षा देने के लिए केंद्र में पहुंचना है।मूल पहचानपत्र के अभाव पर परीक्षार्थी को केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
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यूपीएससी सिविल सेवा 2024 प्रारंभिक परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी

  • वेबसाइट upsc.gov.in या upsconline.nic.in से कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं
नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है, वे आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in या upsconline.nic.in से कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
एडमिट कार्ड प्राप्त करने की अंतिम तिथि 16 जून, 2024 है।
उम्मीदवारों को परीक्षा हॉल में प्रवेश पाने के लिए अपना ई-एडमिट कार्ड (मूल) फोटो पहचान पत्र के साथ प्रस्तुत करना होगा। सिविल सेवा परीक्षा, 2024 के अंतिम परिणामों की घोषणा तक कार्ड को सुरक्षित रखना होगा।
UPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर यह भी उल्लेख किया गया है कि परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले परीक्षा स्थल में छात्रों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 16 जून 2024 को आयोजित की जाएगी। परीक्षा पहले 26 मई को निर्धारित की गई थी।
अप्रैल-जून 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के कारण परीक्षा समय सारिणी को संशोधित करने का निर्णय लिया गया।
आयोग ने इस वर्ष सीएसई के लिए कुल 1,056 और आईएफओएस के लिए 150 रिक्तियों की घोषणा की है, जो पिछले वर्ष के 1,105 पदों से कम है, जबकि 2021 में यह 712 और 2020 में 796 थी।
सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार (बहुविकल्पीय प्रश्न) के दो पेपर होंगे और धारा 2 के उप-खंड (ए) में निर्धारित विषयों में अधिकतम 400 अंक होंगे। वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पत्रों में उम्मीदवारों द्वारा गलत उत्तरों के लिए नकारात्मक अंकन होगा।
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छत्तीसगढ़ में अब 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं होगी दो बार

  • फेल हुए छात्रों को मिलेगा दूसरा मौका
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं दो बार होगी। दो बार परीक्षा का नियम राजपत्र में प्रकाशित किया गया है। फरवरी मार्च में प्रथम मुख्य परीक्षा इसके बाद जून के तीसरे सप्ताह के बाद द्वितीय मुख्य परीक्षा होगी। दूसरी परीक्षा में शामिल होने के लिए पहली परीक्षा के लिए आवेदन करना जरूरी होगा। अब छात्र प्रथम मुख्य परीक्षा में असफल विषयों में दोबारा परीक्षा दे सकेंगे।
यह नियम सत्र 2024-25 से पूरी तरह से लागू होगी। बता देन कि सत्र 2023-24 की परीक्षा देने वाले छात्रों को भी दोबारा परीक्षा देने के मौके को लेकर चर्चा भी चल रही है।
 
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राजस्थान वि.वि. में स्नातक पाठ्यक्रमों में 1 जून से शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया

जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश की ऑनलाइन प्रक्रिया एक जून से शुरू होगी विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने बताया कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 12वीं के परिणाम जारी हो चुके हैं। बच्चों की मार्कशीट भी स्कूलों में आनी शुरू हो गईं हैं। ऐसे में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए राजस्थान विश्वविद्यालय में एक जून से दस जून तक ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके बाद पंद्रह जून को सभी करीब सात हजार सीटों के लिए एक साथ कटऑफ लिस्ट जारी की जाएगी। इसके आधार पर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद छात्रों को विश्वविद्यालय के संगठक कॉलेजों में एडमिशन दिया जाएगा। छात्र विश्वविद्यालय की ऑफिशियल वेबसाइट uniraj.ac.in पर जाकर दस जून रात बारह बजे तक बारहवीं की परसेंटेज के आधार पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में इस बार परसेंटाइल फॉर्मूले की जगह परसेंटेज के आधार पर छात्रों को स्नातक पाठ्यक्रमों में एडमिशन दिया जाएगा। पिछले कुछ सालों में राजस्थान विश्वविद्यालय में परसेंटाइल फॉर्मूले के आधार पर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जा रही थी। इस प्रक्रिया से भी किसी एक बोर्ड के स्टूडेंट्स को नुकसान हो रहा था, जबकि परसेंटेज प्रक्रिया से दूसरे बोर्ड के स्टूडेंट्स को नुकसान हो सकता है। ऐसे में मंथन और चिंतन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परसेंटेज के आधार पर एडमिशन करने का फैसला किया गया है। कटेजा ने कहा कि पिछले साल राजस्थान यूनिवर्सिटी में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू हो गई थी। ऐसे में इस बार एडमिशन की पूरी प्रक्रिया नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत की जाएगी।
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आईआईटी में नौकरी का संकट, बढ़ती बेरोजगारी के बीच 38% छात्र बेरोजगार

नई दिल्ली। लंबे समय से भारत में इंजीनियरिंग शिक्षा का शिखर माने जाने वाले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) अभूतपूर्व नौकरी प्लेसमेंट संकट से जूझ रहे हैं। आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र धीरज सिंह द्वारा दायर सूचना के अधिकार (आरटीआई) आवेदन के माध्यम से सामने आए आंकड़ों के अनुसार, इस साल 23 परिसरों में लगभग 8,000 (38%) आईआईटीयन बेरोजगार रह गए हैं।
2024 में, प्लेसमेंट के लिए पंजीकरण कराने वाले 21,500 छात्रों में से केवल 13,410 को नौकरी मिली, जबकि 38% अभी भी रोजगार की तलाश में हैं। यह दो साल पहले की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है जब 3,400 (19%) छात्रों को नौकरी से बाहर कर दिया गया था। पुराने नौ आईआईटी विशेष रूप से प्रभावित हैं, इस वर्ष 16,400 छात्रों ने प्लेसमेंट के लिए पंजीकरण कराया है, जिनमें से 6,050 (37%) को अभी तक नौकरी नहीं मिली है। नए 14 आईआईटी का प्रदर्शन थोड़ा खराब है, जहां 5,100 पंजीकृत छात्रों में से 2,040 (40%) को नौकरी से बाहर कर दिया गया है।
सलाहकार और आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र धीरज सिंह ने लिंक्डइन पर संबंधित डेटा साझा किया। उन्होंने लिखा, "आईआईटी खड़गपुर में 33% छात्रों को पिछले साल प्लेसमेंट के माध्यम से नौकरी नहीं मिली। नौकरी से वंचित छात्र खराब नौकरी प्लेसमेंट परिदृश्यों के कारण तनाव, चिंता और निराशा से जूझ रहे हैं।" स्थिति को और भी बदतर बनाते हुए, आईआईटी दिल्ली ने पिछले पांच वर्षों में अपने 22% छात्रों को बेरोजगार देखा है, जबकि 2024 में 40% अभी भी बेरोजगार हैं।
श्री सिंह ने कहा, "आरटीआई के जवाब के अनुसार, पिछले दो वर्षों में आईआईटी दिल्ली में 600 छात्रों को नौकरी से बाहर कर दिया गया।"
डेटा एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति का संकेत देता है- 2022 से 2024 तक, पुराने नौ आईआईटी में पंजीकृत छात्रों की संख्या 1.2 गुना बढ़ गई, जबकि गैर-स्थानापन्न छात्रों की संख्या 2.1 गुना बढ़ गई। नए 14 आईआईटी में, पंजीकृत छात्रों की संख्या 1.3 गुना बढ़ गई, लेकिन गैर-स्थानापन्न छात्रों की संख्या 3.8 गुना बढ़ गई।यह प्लेसमेंट संकट छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल रहा है। इस साल कुल छह आईआईटी छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई है, जो कई लोगों के गंभीर तनाव और चिंता को रेखांकित करता है।"अनचाहे छात्रों की संख्या दोगुनी होना देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेजों में एक अनिश्चित स्थिति की ओर इशारा करता है। लगभग 61% स्नातकोत्तर अभी भी अस्थानित हैं। यह एक अभूतपूर्व नौकरी संकट है जिसका हमारे प्रमुख कॉलेज और हमारे युवा स्नातक सामना कर रहे हैं," श्री सिंह ने प्रकाश डाला।चूंकि आईआईटी इस अशांत समय से जूझ रहा है, नौकरी प्लेसमेंट परिदृश्य एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है जो तत्काल ध्यान और समाधान की मांग करता है।
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छत्तीसगढ़ में 18 जून से खुलेंगे स्कूल

  • सभी स्कूलों में मनाया जाएगा शाला प्रवेश उत्सव
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 18 जून से स्कूल खुलेंगे। इस दौरान सभी स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के गांव-गांव और शहरों में शाला प्रवेश उत्सव का प्रचार-प्रसार और मुनादी कराई जाएगी। बच्चों को शाला प्रवेश उत्सव के दिन वेलकम पार्टी भी दी जाएगी। स्कूल शिक्षा सचिव ने जारी आदेश में बताया कि छत्तीसगढ़ शासन का मकसद है कि छात्र-छात्राओं को स्वच्छ और सुंदर वातावरण में क्वालिटी एजुकेशन दिया जाए। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से शाला प्रवेश उत्सव की शुरुआती तैयारी के साथ-साथ पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने सभी कलेक्टरों, जिला मिशन संचालक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, सभी प्रिंसिपल्स के लिए निर्देश जारी किए हैं। स्कूल परिसर और भवन को आकर्षक बनाने, साफ-सफाई, पेंटिंग और मरम्मत जैसे काम 10 जून तक निपटा लेने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि समर वेकेशन के बाद स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। स्कूल शिक्षा सचिव ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राज्य में ही प्रभावी हो गई है। शाला प्रवेश उत्सव को लेकर लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि स्कूल खुलने के पहले ही भवनों में साफ-सफाई और मरम्मत करवाए जाए। इसके साथ ही शाला प्रवेश उत्सव का जोर-शोर से व्यापक प्रसार-प्रसार करें, बैनर-पोस्टर लगाए जाए, शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में मुनादी करवाएं। प्रवेश उत्सव में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों को भी बुलाया जाए।
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