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CGPSC प्रीलिम्स परीक्षा 2024 : 3737 अभ्यर्थी मेंस के लिए हुए क्वालीफाई

  • ऐसे करें चेक....
रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) ने प्रीलिम्स परीक्षा 2024 का परिणाम जारी कर दिया है। इस परीक्षा के माध्यम से राज्य प्रशासनिक सेवा समेत 17 विभागों के 246 पदों पर भर्ती की जाएगी। परीक्षा 9 फरवरी 2025 को दो पालियों में आयोजित हुई थी।
आयोग द्वारा जारी परिणाम के अनुसार, कुल 3737 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा (मेंस) के लिए क्वालीफाई हुए हैं। अभ्यर्थी अपना परिणाम आयोग की आधिकारिक वेबसाइट psc.cg.gov.in पर चेक कर सकते हैं।
मेंस परीक्षा की तारीख घोषित-
प्रीलिम्स परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थी अब मुख्य परीक्षा (मेंस) में शामिल होंगे। आयोग ने मेंस परीक्षा की तिथि 26, 27, 28 और 29 जून 2025 निर्धारित की है। चयनित उम्मीदवारों को मेंस परीक्षा के लिए अलग से आवेदन करना होगा, जिसके संबंध में जल्द ही अधिसूचना जारी होगी।
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व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षाओं के लिए प्रोफाइल पंजीकरण और अपडेट करना अनिवार्य

रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा आयोजित विभिन्न प्रवेश, पात्रता और भर्ती परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थियों के प्रोफाइल पंजीकरण की प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है। व्यापम की नई वेबसाइट https://vyapamcg.cgstate.gov.in को 27 फरवरी 2025 से शुरू किया गया है। जिन अभ्यर्थियों ने पहले से प्रोफाइल पंजीकरण किया हुआ है, उन्हें अपने प्रोफाइल को अद्यतन करना अनिवार्य होगा। अभ्यर्थियों की सुविधा की दृष्टि से प्रोफाइल पंजीकरण की व्यवस्था लागू की गई है, जिससे अभ्यर्थी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी बार-बार नहीं भरनी होगी। प्रोफाइल पंजीकरण सिर्फ एक बार करना होगा और इसी प्रोफाइल पर अभ्यर्थी लॉगिन करके ऑनलाइन आवेदन कर करते हैं।
प्रोफाइल अद्यतन करने के लिए अभ्यर्थियों को अपने पूर्व के प्रोफाइल लॉगिन एवं पासवर्ड के माध्यम से अपडेशन ऑनलाइन करना अनिवार्य होगा, जिसमें अभ्यर्थी अपने पुराने फोटो के स्थान पर नवीनतम पासपोर्ट साइज का फोटो एवं हस्ताक्षर (50 से 100 केबी जेपीजी) अपलोड कर अपना प्रोफाइल पासवर्ड बदलना होगा। अभ्यर्थी को अपना वैध ई-मेल एडेªस दर्ज करना होगा। यदि कोई अभ्यर्थी दिव्यांग है, तो नये वेबसाइट में उल्लेखित दिव्यांगता के प्रकार का चयन करके अपना प्रोफाइल अपडेट करते हुए जिला मेडिकल बोर्ड या सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी दिव्यांगता प्रमाण पत्र का क्रमांक एवं जारी होने का दिनांक भी प्रविष्ट करना अनिवार्य होगा।  इसके अतिरिक्त यदि अभ्यर्थी अपने प्रोफाइल की व्यक्तिगत जानकारी में कोई सुधार करना चाहते हैं, तो नये वेबसाइट में अपने प्रोफाइल लॉगिन में जाकर अनिवार्य रूप से सुधार कर सकते हैं।
जिन अभ्यर्थियों ने व्यापम के वेबसाइट में पूर्व में अपना प्रोफाइल पंजीकरण नहीं किया है, वे व्यापम के नये बेवसाइट पर प्रोफाइल पंजीकरण कर सकते हैं। व्यापम की परीक्षाओं में ऑनलाइन आवेदन के लिए प्रोफाइल पंजीकरण अनिवार्य है।
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5वीं-8वीं बोर्ड परीक्षा संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी...

रायपुर। स्कूल शिक्षा सचिव सिध्दार्थ कोमल सिंह परदेशी ने 5वीं-8वीं केंद्रीयकृत बोर्ड परीक्षाओं के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। लोक शिक्षण संचालनालय छ.ग. द्वारा राज्य में कक्षा 5वीं एवं 8वीं की सत्र 2024-25 की केन्द्रीकृत वार्षिक परीक्षा हेतु समय सारणी जारी की गई है। यह परीक्षाएं 17 मार्च से 3 अप्रैल तक आयोजित होगी। कक्षा 5वीं एवं 8वीं की केन्द्रीकृत परीक्षा का आयोजन जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय केन्द्रीकृत परीक्षा समिति द्वारा किया जाना है। परीक्षा के सफल संचालन हेतु समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों का राज्य स्तर पर उन्मुखीकरण (Orientation) किया गया है, साथ ही तत्संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी कर दिये गये है।
परीक्षा के सफल संचालन हेतु कुछ महत्वपूर्ण निर्देश निम्नानुसार है-
1. परीक्षा केन्द्रों / मूल्यांकन केन्द्रों में परीक्षा एवं मूल्यांकन कार्य के दौरान नियुक्त निरीक्षण दल (उड़नदस्ता) में जाने वाले अधिकारी/कर्मचारी शांति पूर्वक निरीक्षण कार्य करें, ताकि परीक्षार्थियों में तनाव न हो और उत्तर लेखन में व्यवधान न हो।
2. केन्द्राध्यक्षों द्वारा थाने से गोपनीय सामग्री (प्रश्नपत्र) निकालते समय, थाने में आपके द्वारा नियुक्ति अधिकारी भौतिक सत्यापन हेतु अनिवार्यतः उपस्थित रहें।
3. प्रश्न-पत्रों के वितरण हेतु जिला स्तर पर स्ट्रांग रूम तथा उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु विकासखण्ड स्तर पर समन्वय केन्द्र बनाये जायेंगे। इन दोनो स्थानों पर पर्याप्त पुलिस व्यवस्था किये जाने का अनुरोध है।
4. विकासखण्ड स्तर पर आवश्यकता/सुविधानुसार एक से अधिक मूल्यांकन केन्द्र बनाये जायेंगे, इन मूल्यांकन केन्द्रों पर भी कम से कम एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाये जाने का अनुरोध है।
5. प्रश्न-पत्र वितरण हेतु जिला स्तर पर बनाये गये स्ट्रांग रूम, उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु विकासखण्ड स्तर पर बनाये गये समन्वय केन्द्रों एवं मूल्यांकन केन्द्रों में जिन पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी जाती है, उनके द्वारा अनुशासन एवं पूर्ण जवाब देही के साथ सुरक्षा संबंधी ड्यूटी का निर्वहन किया जाए।
6. स्कूल शिक्षा सचिव ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि आपके नेतृत्व में आपके जिले में आयोजित होने वाली कक्षा पांचवी एवं आठवीं की केंद्रीयकृत वार्षिक परीक्षा 2024–25 का आयोजन सफलतापूर्वक किया जाएगा।
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सीपेट प्रवेश परीक्षा के लिए आज से आनलाइन आवेदन शुरू

रायपुर. केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) में शैक्षणिक सत्र 2025-26 प्रवेश परीक्षा के लिए आनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है. विद्यार्थी 29 मई तक Cipet25.onlineregistrationfor m.org पर पंजीयन करवा सकते हैं. सिपेट प्रवेश परीक्षा (कैट) आठ जून को आयोजित की जाएगी. सिपेट प्रशिक्षण प्रमुख एन रविंद्र रेड्डी ने कहा कि जो छात्र इस वर्ष 10वीं, डिप्लोमा और बीएससी (अंतिम वर्ष) की परीक्षा में शामिल हुए हैं. वे आवेदन भर सकते हैं.
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5-8वीं की केंद्रीयकृत परीक्षाओं की बाध्यता हटाने का आदेश जारी

रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग ने 5- 8 वीं की केंद्रीयकृत परीक्षाओं की बाध्यता हटाने का आदेश जारी कर दिया है । अवर सचिव आरपी वर्मा ने सभी डीईओ को आदेश जारी कर कहा है कि जो निजी स्कूल इच्छुक हैं उन्हें केंद्रीकृत परीक्षा में सम्मिलित किया जाए। सभी के लिए अनिवार्य नहीं होगा । किसी को भी बाध्य नहीं किया जाए। बता दें कि करीब 5 हजार से अधिक स्कूलों ने केंद्रीयकृत परीक्षा आयोजन पर अपनी सहमति दे दी है।
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गृह मंत्रालय ने हिंदी दक्षता के लिए ITBP, NDRF और CISF के 32 कार्यालयों को दी मान्यता

नई दिल्ली। आधिकारिक कामकाज में हिंदी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए गृह मंत्रालय (MHA) ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के तहत 32 कार्यालयों को मान्यता दी है, जहाँ 82 प्रतिशत कर्मचारियों ने हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त कर लिया है।
यह पहल केंद्रीय एजेंसियों में भाषाई एकरूपता बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। कुल 32 कार्यालयों में से सात ITBP के हैं, पाँच NDRF के हैं और शेष 20 कार्यालय CISF के हैं- यह एक ऐसा विकास है जो आधिकारिक क्षमताओं में हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए MHA के व्यापक प्रयासों के अनुरूप है। मंत्रालय के अन्य विभागों के अधिकारियों और कार्यरत कर्मचारियों के साथ-साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए इस सप्ताह की शुरुआत में एक अधिसूचना के माध्यम से गृह मंत्रालय की मान्यता को अधिसूचित किया गया था
अधिसूचना में उल्लेख किया गया है कि "राजभाषा (संघ के आधिकारिक उद्देश्यों के लिए उपयोग) नियम, 1976 (जैसा कि 1987 में संशोधित किया गया है) के नियम 10 के उपनियम (4) के अनुसरण में, केंद्र सरकार गृह मंत्रालय के तहत कुछ कार्यालयों को अधिसूचित करती है, जिनमें 80% से अधिक कर्मचारियों ने हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त कर लिया है।"
विशेष रूप से, अप्रैल 2023 में, गृह मंत्रालय ने हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के लिए कांस्टेबल (सामान्य ड्यूटी) परीक्षा आयोजित करने को मंजूरी दी थी। इस निर्णय का उद्देश्य सीएपीएफ में स्थानीय युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देना है। ये पहल भाषाई समावेशिता को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने के लिए गृह मंत्रालय के समर्पण को दर्शाती हैं कि भाषा राष्ट्रीय सुरक्षा बलों में सेवा करने में बाधा नहीं है। मंत्रालय ने इस कदम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर लिया गया एक "ऐतिहासिक" निर्णय बताया था, जिसका उद्देश्य "सीएपीएफ में स्थानीय युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करना" है।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि केंद्र सरकार ने अपनी आधिकारिक भाषा नीति के अनुरूप अपने कर्मचारियों में हिंदी दक्षता को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय लागू किए हैं। 1963 का राजभाषा अधिनियम और 1976 के राजभाषा नियम आधिकारिक क्षमताओं में हिंदी के उपयोग की रूपरेखा को रेखांकित करते हैं।
केंद्र सरकार "हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान" रखने वाले कर्मियों को उनकी दक्षता बढ़ाने के लिए हिंदी भाषा प्रशिक्षण प्रदान करती है। राजभाषा नियम, 1976, हिंदी के प्रचलन के आधार पर राज्यों को क्षेत्रों में वर्गीकृत करते हैं, और तदनुसार भाषा उपयोग नीतियों को तैयार करते हैं। विभिन्न आधिकारिक भाषा दक्षता परीक्षाएँ हिंदी में व्यक्तियों की क्षमता का मूल्यांकन और प्रमाणन करती हैं, जो करियर में उन्नति से लेकर सांस्कृतिक आदान-प्रदान तक के उद्देश्यों की पूर्ति करती हैं। इन पहलों का उद्देश्य भारत की भाषाई विविधता का सम्मान करते हुए आधिकारिक कार्यों में हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देना है। (एएनआई)

 

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10वीं बोर्ड की परीक्षा आज से शुरू

रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिम) द्वारा आयोजित 10वीं बोर्ड परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं. परीक्षाओं की शुरुआत हिंदी विषय से हुई. इससे पहले शनिवार को 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं भी हिंदी विषय से शुरू हुई थी. 10वीं बोर्ड परीक्षा में 3 लाख 23 हजार 227 नियमित और 7 हजार 330 स्वाध्यायी विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. परीक्षाओं के लिए प्रदेशभर में 2 हजार 523 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
इन केंद्रों में बारहवीं और दसवीं दोनों ही कक्षाओं की परीक्षा हो रही है. बारहवीं की तरह मंडल ने दसवीं की परीक्षाओं के लिए भी तैयारी पूर्ण कर ली है. उड़नदस्ते की टीम सहित निरीक्षण कार्य को लेकर निर्देश दिए जा चुके हैं. परीक्षा का समय सुबह 9:15 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक निर्धारित किया गया है. इस बार 12वीं की तुलना में 10वीं परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या अधिक है. दसवीं की परीक्षाएं 3 मार्च से 24 मार्च तक आयोजित की जाएंगी.
बता दें कि परीक्षा के साथ-साथ माशिम ने मूल्यांकन की तैयारी भी पूरी कर ली है. परीक्षा प्रारंभ होने के पखवाड़े भर बाद 15 मार्च से मूल्यांकन कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
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CM विष्णुदेव साय ने 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षार्थियों को दी शुभकामनाएं

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले सभी छात्र-छात्राओं को अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा केवल ज्ञान और परिश्रम की परख ही नहीं, बल्कि संयम और आत्मविश्वास की भी परीक्षा होती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे तनावमुक्त और सकारात्मक मानसिकता के साथ परीक्षा दें, क्योंकि आत्मविश्वास और सतत अभ्यास ही सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ दिनचर्या, संतुलित आहार और पर्याप्त विश्राम परीक्षा की तैयारी में उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितने कि पढ़ाई के घंटे।
मुख्यमंत्री ने माता-पिता और शिक्षकों से भी अपील की कि वे बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालने के बजाय उन्हें प्रेरित करें और उनका मनोबल बढ़ाएँ। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह विश्वास दिलाना आवश्यक है कि परीक्षा केवल एक पड़ाव है, न कि मंज़िल। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और धैर्यपूर्वक निरंतर प्रयास से जीवन में बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। आप सभी बिना भय के पूरी लगन, पूर्ण आत्मविश्वास और मनोयोग से परीक्षा दें। निश्चित रूप से आप लोगों को सफलता हासिल होगी।
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बोर्ड परीक्षाएं कल से, जाँच के लिए उड़नदस्ता टीम गठित

रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (माशिमं) की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू होने जा रही हैं। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं ताकि परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
12वीं बोर्ड की परीक्षा 1 मार्च से शुरू होकर 28 मार्च 2024 तक चलेगी।वही 10वीं बोर्ड की परीक्षा 3 मार्च से 24 मार्च 2024 तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा सुबह 9:00 बजे से 12:15 बजे तक होगी। छात्रों को सुबह 9:00 बजे तक परीक्षा केंद्र में पहुंचना अनिवार्य है। परीक्षा केंद्र में उत्तर पुस्तिका का वितरण सुबह 9:05 बजे किया जायेगा। इसके बाद प्रश्न पत्र का वितरण सुबह 9:10 बजे (5 मिनट अध्ययन के लिए) दिया जायेगा। उत्तर लेखन का समय सुबह 9:15 से दोपहर 12:15 बजे तक रहेगा।
इस साल 10वीं की परीक्षा 2523 केंद्रों पर आयोजित होगी, जिसमें 3,28,522 विद्यार्थी शामिल होंगे। वही 12वीं की परीक्षा 2397 केंद्रों पर आयोजित होगी, जिसमें 2,40,356 विद्यार्थी शामिल होंगे। सबसे अधिक केंद्र रायपुर में है 10वीं के लिए 152 परीक्षा केंद्र और 12वीं के लिए 149 परीक्षा केंद्र बनाये गए है।
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साल में दो बार होंगी CBSE बोर्ड 10वीं की परीक्षा

  • ड्राफ्ट को मिली मंजूरी, जानिए...कब से लागू होगा नियम
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अगले वर्ष 2026 से साल में दो बार कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है। नए नियम के ड्राफ्ट को सीबीएसई ने मंजूरी दे दी है। सीबीएसई कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा का पहला चरण चरण फरवरी-मार्च में में आयोजित किया जाएगा, जबकि दूसरा चरण मई 2026 में आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अपनी परीक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव की घोषणा की है। इसके तहत वर्ष 2026 से 10वीं के लिए साल में दो बार बोर्ड की परीक्षाएं होंगी। सीबीएसई 2026-27 के सत्र के लिए 260 विदेशी स्कूलों के लिए एक वैश्विक पाठ्यक्रम भी तैयार करेगा। 
बता दें कि हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस निर्णय पर चर्चा की गई थी।
परीक्षा का पहला-दूसरा चरण कब होगा?
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड 10वीं परीक्षा का पहला चरण 17 फरवरी से 6 मार्च तक आयोजित किया जाएगा, जबकि दूसरा चरण 5 से 20 मई तक आयोजित किया जाएगा।
दोनों परीक्षाएं सिलेबस पर आधारित होंगी
बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि दोनों परीक्षाएं पूरी तरह सिलेबस के अनुसार आयोजित की जाएंगी और उम्मीदवारों को दोनों चरणों में एक ही परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाएंगे। आवेदन दाखिल करने के समय दोनों परीक्षाओं के लिए परीक्षा शुल्क बढ़ाया जाएगा।
सप्लीमेंट्री परीक्षा का रोल
अधिकारी ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं का पहला और दूसरा चरण सप्लीमेंट्री परीक्षा के रूप में भी काम करेगा और किसी भी परिस्थिति में कोई विशेष परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। नई प्रणाली के तहत छात्रों के पास वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षा देने और अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर को बनाए रखने का विकल्प होगा।
परीक्षा के तनाव को कम करने का उद्देश्य
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये योजना विद्यार्थियों में परीक्षा के दबाव को कम करने और छात्रों को अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने का अवसर देगी। इसका उद्देश्य परीक्षा से संबंधित तनाव को कम करना है, साथ ही अधिक समग्र मूल्यांकन प्रणाली सुनिश्चित करना है। इसमें रटने की बजाय समझ और कौशल आधारित मूल्यांकन पर जोर देना है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार लिया गया निर्णय
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में सिफारिश की गई थी कि बोर्ड परीक्षा के 'रिस्क' को खत्म करने के लिए सभी छात्रों को अधिकतम दो अवसरों पर परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी।
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एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में प्रवेश हेतु प्राक्चयन परीक्षा 2 मार्च को

  • प्रदेश के 26 जिलों में 151 परीक्षा केन्द्रों पर होगी परीक्षा, 42 हजार विद्यार्थियों ने कराया पंजीयन
रायपुर। प्रदेश में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में शिक्षण सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 6वीं में प्रवेश हेतु प्राक्चयन परीक्षा 2 मार्च को आयोजित होगी। यह परीक्षा प्रदेश के 26 जिलों में स्थित 151 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी, जिसमें लगभग 42,000 छात्रों ने पंजीयन कराया है। परीक्षा का आयोजन सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा। इस संबंध में आयुक्त श्री पदुम सिंह एल्मा द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
प्रवेश परीक्षा की व्यवस्था को लेकर अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। परीक्षार्थियों की ओएमआर शीट सावधानीपूर्वक भरवाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही परीक्षा केन्द्रों पर शुद्ध पेयजल, चिकित्सा और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
वर्तमान में प्रदेश में 75 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित हैं, जिनमें 10 कन्या, 6 बालक एवं 59 संयुक्त विद्यालय शामिल हैं। इन विद्यालयों में कक्षा 6वीं से 12वीं तक प्रति कक्षा 60 सीटों के अनुसार 420 छात्रों को प्रवेश देने का प्रावधान है। शिक्षण सत्र 2024-25 में इन विद्यालयों में 25,860 सीटें स्वीकृत थीं, जिनमें 25,074 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
प्रदेश के एकलव्य विद्यालयों के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त कर रहे हैं। वर्ष 2023-24 में 3 विद्यार्थियों ने जेईई और 5 विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा क्वालिफाई किया है। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय की राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति, नई दिल्ली द्वारा प्रवर्तित हैं। ये विद्यालय शत-प्रतिशत सहायता प्राप्त हैं और इनमें अनुसूचित जनजाति के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आवासीय शिक्षा के माध्यम से शैक्षणिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास के लिए श्रेष्ठ सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
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सरकारी कॉलेज में रैगिंग, मचा हड़कंप

  • 7 छात्रों के खिलाफ हुआ एक्शन
तिरुवनन्तपुरम। कॉलेजों में रैगिंग के नाम पर मार पीट शोषण की कई खबरें आती हैं जहां छात्र सीनियरिटी के नाम पर जूनियर्स का शोषण करने लगते हैं. कई मामलों में तो त्रस्त छात्र आत्महत्या तक कर लेते हैं. ताजा मामला केरल के तिरुवनन्तपुरम में गवर्नमेंट कॉलेज करिअवात्तोम का है. यहां 7 छात्रों को जूनियर्स की रैगिंग करने के चलते सस्पेंड कर दिया गया है.
दरअसल, कॉलेज में बायोटेक्नोलॉजी फर्स्ट ईयर वर्ष की एक छात्र ने प्रिंसिपल से अपने साथ रैगिंग की शिकायत दर्ज कराई थी. जांच करने वाली एंटी रैगिंग कमेटी ने पुष्टि की कि यह रैगिंग का मामला हो सकता है. ये शिकायत थर्ड ईयर के सात छात्रों के खिलाफ थी. मारपीट के पीड़ित ने बताया कि सीनियर छात्रों ने उसे एक कमरे में इकट्ठा किया और बेरहमी से पीटा. इस घटना से पहले कैंपस में सीनियर्स और जूनियर्स के बीच झड़पें भी हुई थीं.
हाल में कोट्टयम से ऐसा ही मामला सामने आया था. यहां कुछ पीड़ित छात्रों ने पुलिस में शिकायत दे दी थी. यहांमें सरकारी नर्सिंग कॉलेज में रैगिंग को लेकर शिकायतें आने के बाद , पुलिस ने थर्ड ईयर के पांच छात्रों को गिरफ्तार किया गया है.फर्स्ट ईयर के तीन छात्रों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया कि संस्थान में लगभग तीन महीने से रैगिंग चल रही थी.
यहां शिकायत के मुताबिक, रैगिंग की शुरुआत पिछले नवंबर में हुई थी. छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें नग्न खड़े होने के लिए मजबूर किया गया और वेटलिफ्टिंग के लिए बने डम्बल का उपयोग करके उनके साथ क्रूरता की गई.
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उच्च शिक्षा : केरल सबसे अधिक खर्च करने वाले राज्यों में शामिल

केरल। केरल उन राज्यों में से है जो उच्च शिक्षा पर सबसे अधिक धन खर्च करते हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है। केरल राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.46 प्रतिशत शिक्षा के लिए आबंटित करता है। जीएसपी का 0.53 प्रतिशत केवल उच्च शिक्षा के लिए आवंटित किया जाता है। नीति आयोग ने वर्ष 2020-21 के अनुमानों का उपयोग किया है। केरल के बजट में उच्च शिक्षा के लिए 4225 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। 14वें वित्त आयोग (2015-20) ने राज्यों को कर राजस्व का 42 प्रतिशत देने की सिफारिश की थी, लेकिन राज्यों द्वारा उच्च शिक्षा पर खर्च की गई राशि कम दर्ज की गई। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना उच्च शिक्षा पर सबसे अधिक खर्च करने वाले राज्य बने हुए हैं।
जहां 2016-17 से 2021-22 तक पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या में नौ प्रतिशत की कमी आई है, वहीं डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में 72 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में कम नामांकन का कारण उद्योग में सीमित मांग या यह धारणा हो सकती है कि यह स्नातक डिग्री की तुलना में कम व्यवहार्य है। डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में शामिल होने वालों की संख्या में वृद्धि 12वीं कक्षा के बाद मजबूत नौकरी कौशल शिक्षा की आवश्यकता की ओर इशारा करती है। डिग्री पाठ्यक्रमों में 2011-12 से 2016-17 तक 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है तथा 2016-17 से 2021-22 तक 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
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CBSE 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू

नई दिल्ली। आज से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। परीक्षा केंद्रों पर छात्रों का उत्साह देखने को मिल रहा है। देश की राजधानी दिल्ली में परीक्षार्थियों ने बताया कि वे पूरी तैयारी के साथ परीक्षा देने आए हैं, और स्कूल में भी उन्हें अच्छी तरह से पढ़ाया गया है। हालांकि, कुछ छात्रों ने कहा कि उन्हें विशेष रूप से साइंस और मैथ्स विषय से डर लगता है, लेकिन उन्होंने पूरी तैयारी करने का भरोसा जताया और उम्मीद की कि वे इन विषयों में भी अच्छे अंक प्राप्त करेंगे।
भारतीय विद्या भवन केजी मार्ग पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं आज दसवीं का पेपर देने आए हैं। आज इंग्लिश का पेपर है और बच्चों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। इन बच्चों का कहना है कि इस एग्जाम के लिए उन्होंने खास तैयारी की है और उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनका रिजल्ट अच्छा आएगा।
इस दौरान पेरेंट्स ने भी दावा किया कि बच्चों ने कड़ी मेहनत की है और उन्हें भी उम्मीद है कि बच्चे इस बार अच्छे नंबरों से पास होंगे। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी हजारों छात्र परीक्षा में शामिल होने के लिए एग्जाम सेंटर पर पहुंच चुके हैं। इस दौरान कई छात्र अपने माता-पिता के साथ परीक्षा केंद्र तक पहुंचे, जिनके चेहरे पर थोड़ी घबराहट के साथ-साथ आत्मविश्वास भी था। पेरेंट्स भी अपने बच्चों को परीक्षा के लिए भेजते समय बहुत खुश दिखाई दिए। कई माता-पिता ने बच्चों को टीका चंदन लगा कर और मिठाई खिलाकर परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया।
पेरेंट्स का कहना था कि इस तरह वे अपने बच्चों का मनोबल बढ़ाना चाहते हैं ताकि वे अच्छे से परीक्षा दे सकें। इन परीक्षाओं का आयोजन पूरे देश में किए गए 7800 परीक्षा केंद्रों पर किया जा रहा है, जिनमें लगभग 44 लाख छात्र शामिल होंगे। बता दें कि परीक्षा में करीब 44 लाख छात्र शामिल होंगे। इन परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए देशभर के 7800 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
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अब सुबह 9 बजे से होगी 5वीं-8वीं की परीक्षा

  • 10वीं-12वीं के लिए हेल्पलाइन शनिवार से शुरू
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 5वीं और 8वीं केंद्रीकृत परीक्षा के समय में बदलाव किया गया है। अब यह परीक्षा सुबह 8 बजे की बजाय 9 बजे से शुरू होगी। लोक शिक्षण संचालनालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। इसके अलावा, मूल्यांकन प्रक्रिया को लेकर भी नए निर्देश दिए गए हैं। वार्षिक परीक्षा में अनुपस्थित रहने वाले छात्रों को पूरक परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।
10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के लिए शनिवार से हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल यह सुविधा प्रदान करेगा, जिससे छात्र और शिक्षक अपनी शंकाओं का समाधान पा सकेंगे। यह हेल्पलाइन सुबह 10:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक उपलब्ध रहेगी।
27 फरवरी तक मिलेगी सहायता
हेल्पलाइन सेवा 15 फरवरी से 27 फरवरी तक चालू रहेगी। छात्र और शिक्षक परीक्षा संबंधी किसी भी समस्या के समाधान के लिए मंडल के टोल-फ्री नंबर 18002334363 पर कॉल कर सकते हैं।
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CG विभागीय परीक्षा, टाइम टेबल जारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के गृह विभाग द्वारा जनवरी 2025 की विभागीय परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है. यह परीक्षा उन अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आयोजित की जाएगी, जिनके लिए विभागीय परीक्षा अनिवार्य रूप से निर्धारित है.
परीक्षा 3 मार्च 2025 से 10 मार्च 2025 तक रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर (बस्तर) और अंबिकापुर (सरगुजा) में आयोजित की जाएगी. संभागीय आयुक्तों द्वारा परीक्षा के स्थान तय किए जाएंगे.
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सीबीएसई 10वीं-12वीं की परीक्षाएं कल से, जारी हुई गाइडलाइंस

रायपुर। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी 2024 से शुरू हो रही हैं। इस साल बोर्ड परीक्षा में देशभर से 44 लाख से अधिक छात्र शामिल होंगे। परीक्षा को लेकर CBSE ने छात्रों के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा।
परीक्षा का समय और शेड्यूल :-
सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से 18 मार्च 2024 तक होगी। वही सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से 4 अप्रैल 2024 तक होगी। परीक्षा का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक, कुछ विषयों की परीक्षा 12:30 बजे तक होगी। छात्रों को परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले परीक्षा केंद्र पहुंचना होगा। परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले प्रश्न पत्र पढ़ने का समय दिया जाएगा। सुबह 10:00 बजे के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2024 : गाइडलाइंस और जरूरी निर्देश
ड्रेस कोड-
रेगुलर छात्र अपने स्कूल की निर्धारित यूनिफॉर्म में परीक्षा देने आएंगे। वही प्राइवेट छात्र हल्के या उजले रंग के कपड़े पहनकर परीक्षा में शामिल होंगे।
परीक्षा में क्या लाना अनिवार्य है?-
बिना एडमिट कार्ड के परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। रेगुलर छात्रों को अपने स्कूल का आईकार्ड और प्राइवेट छात्रों को कोई भी सरकारी फोटो पहचान पत्र साथ लाना होगा।
परीक्षा केंद्र में ले जाने योग्य चीजें-
पारदर्शी पाउच में पेंसिल, नीला/रॉयल नीला स्याही, स्केल, इरेज़र, राइटिंग पैड आदि। केवल साधारण घड़ी की अनुमति है। पारदर्शी पानी की बोतल। मेट्रो कार्ड/बस पास और आवश्यक पैसे।
परीक्षा केंद्र में प्रतिबंधित चीजें-
कोई भी लिखित या मुद्रित सामग्री (पुस्तक, नोट्स, पेपर)। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस- मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ, इयरफोन, माइक्रोफोन, पेजर, हेल्थ बैंड, इलेक्ट्रॉनिक पेन।कैलकुलेटर (केवल विशेष आवश्यकता वाले छात्रों को अनुमति)।वॉलेट, हैंडबैग, पाउच, गॉगल्स आदि।
परीक्षा केंद्र की पूर्व विजिट करें-
छात्रों को सलाह दी गई है कि वे अपने परीक्षा केंद्र का दौरा परीक्षा तिथि से एक दिन पहले कर लें, ताकि परीक्षा के दिन केंद्र खोजने में कोई परेशानी न हो।
एडमिट कार्ड पर माता-पिता और विद्यार्थी का हस्ताक्षर आवश्यक होगा।
परीक्षा केंद्र में अनुशासन और सख्त निगरानी-
सभी परीक्षा कक्षों में CCTV कैमरे लगाए गए हैं और हर केंद्र पर सहायक अधीक्षक उनकी निगरानी करेंगे। परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करना सख्त वर्जित है।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर होगी सख्त कार्रवाई-
CBSE ने चेतावनी दी है कि यदि कोई भी छात्र सोशल मीडिया पर परीक्षा से संबंधित गलत सूचना या अफवाह फैलाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। ऐसे छात्रों को न केवल वर्तमान वर्ष बल्कि अगले वर्ष की परीक्षा से भी प्रतिबंधित किया जा सकता है।
उत्तरपुस्तिका में गलत व्यवहार पर भी कार्रवाई-
 यदि कोई छात्र उत्तरपुस्तिका में गाली-गलौच, धमकी भरा संदेश लिखता है या उसमें करेंसी रखता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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DAV स्कूल के छात्र नवनीत प्रियदर्शी 99.98 पर्सेंटाइल के साथ जी-मेन में ओडिशा टॉपर बने

भुवनेश्वर। भुवनेश्वर के यूनिट-8 में डीएवी पब्लिक स्कूल के कक्षा-12 के छात्र नवनीत प्रियदर्शी ने 99.98 प्रतिशत अंकों के साथ जेईई-मेन 2025 में ओडिशा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को परिणाम घोषित किए।
नवनीत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और स्कूल के निरंतर सहयोग को दिया। अब उनका ध्यान जेईई एडवांस की तैयारी पर है, जिसका लक्ष्य शीर्ष आईआईटी में प्रवेश लेना है। वह राज्य सचिवालय में अधिकारी जतिंद्र कुमार पात्रा और गृहिणी सबिता पात्रा के पुत्र हैं।
अपनी खुशी व्यक्त करते हुए नवनीत ने कहा, "मैं अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों के प्रोत्साहन के लिए उनका बहुत आभारी हूं। यह उपलब्धि मुझे अपनी कक्षा-12 की बोर्ड परीक्षा और जेईई एडवांस में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती है। मेरा सपना आईआईटी बॉम्बे में शामिल होना और सामाजिक लाभ के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उन्नति में योगदान देना है।"
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