क्राइम पेट्रोल

CG पुलिस ने चलाया अंतरराज्यीय ऑपरेशन, डबल मर्डर का खुला राज

रायगढ़। कोतवाली पुलिस ने पुरानी हटरी पर हुए बुजुर्ग महिला और उसके बड़े भाई की हत्या की मिस्ट्री को सुलझाने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की । पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल द्वारा गठित विशेष टीम ने हत्या को अंजाम देने वाले दो युवक और साक्ष्य छिपाने में उनका सहयोग करने वाली युवती को गिरफ्तार किया है। बीते 12-13 जनवरी के दरमियानी रात कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानी हटरी निवासी सीताराम जयसवाल (उम्र 78 वर्ष) और उसकी बहन अन्नपूर्णा जायसवाल (उम्र 68 वर्ष) का शव उनके घर के में मिला था । मृतक सीताराम के ममेरे भाई अशोक जायसवाल के रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 24/2025 धारा 103(1) बीएनएस का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल द्वारा एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला, डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में चार अलग-अलग टीमें बनाई गई जिसमें निरीक्षक, उप निरीक्षक स्तर के अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई। पुलिस टीम के साथ, फॉरेंसिक टीम, साइबर सेल एवं पुलिस डॉग द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर भौतिक साक्ष्य साक्ष्य जप्त किया गया । पुलिस मामले की सभी पहलुओं पर विवेचना कर रही थी, एक टीम घटनास्थल एवं शहर के करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए घटना कारित करने वाले दो आरोपी किशन शर्मा और अतुल डनसेना की स्पष्ट पहचान की गई।
आरोपियों की धरपकड़ में तेज हुई पुलिस की गतिविधि को देखते हुए 18 दिसंबर को आरोपी किशन शर्मा अपनी मंगेतर दिव्या सारथी और आरोपी अतुल डनसेना के साथ गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली फरार हो गया था । पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीमावर्ती जिलो और आरपीएफ को आरोपियों के फोटोग्राफ्स साझा किया गया जिससे झांसी आरपीएफ द्वारा आरोपियों को गोंडवाना एक्सप्रेस से नीचे उतारा गया । रायगढ़ पुलिस टीम द्वारा उन्हें बयान के लिए रायगढ़ बुलाया गया, सघन पूछताछ पर तीनों आरोपियों ने घटना की स्वीकार किया। आरोपियों से मिली जानकारी अनुसार आरोपी किशन शर्मा को आशंका थी कि अशोक जायसवाल एक बड़ी रकम उसके ममेरे भाई सीताराम के घर हटरी पर छिपा कर रखा है । तब किशन ने परिवार के शगुन डेयरी में काम करने वाले अतुल डनसेना को हत्या कारित कर रूपए चोरी करने का प्लान बताया और घटना के तीन दिन पहले प्रेमिका दिव्या सारथी के किराया मकान हीरापुर में तीनों हत्या और चोरी का प्लान बनाएं और योजना के मुताबिक दोनों आरोपी ने मास्क और ग्लव्स खरीदे और एक लोहे का सब्बल को दिव्या के गृह ग्राम धनगांव (पुसौर) से लेकर आये और दिव्या के किराया मकान पर रखें । योजना के मुताबिक दोनों आरोपी 12 जनवरी की रात हीरापुर किराए मकान से मोटरसाइकिल में सवार होकर पुरानी हटरी आए, मोटरसाइकिल को खड़ी कर मध्य रात्रि सीताराम के घर के पास पहुंचे, कोई हलचल नहीं होने पर अतुल डनसेना दीवाल फांदकर अंदर गया, दरवाजा खोला तब किशन दरवाजे से अंदर प्रवेश किया । अंदर 3-4 लोग जिसमें अशोक जायसवाल, सीताराम उसकी दोनों बहने मौजूद थे । तब दोनों आरोपी स्टोर रूम में छुप गए । अशोक और गीता के खाना खाकर जाने के बाद आरोपियों ने अन्नपूर्णा जायसवाल पर लोहे के सब्बल और ईट से वार किया । अन्नपूर्णा की चीख सुनकर सीताराम बाहर निकला जिसे भी दोनों आरोपी सब्बल, ईट से मारपीट कर हत्या किये फिर दोनों घर में रुपए तलाश किये नहीं मिलने पर वापस बाहर आए और वापस दिव्या के घर पहुंचे और दिव्या को घटना बताएं । इसके बाद शहर में पुलिस की हलचल देखकर 18 जनवरी को तीनों पुलिस पकड़ से बचने ट्रेन फरार हो गए थे । पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से रेलवे स्टेशन पार्किंग में खड़ी हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल स्प्लेंडर प्लस तथा घटना समय पहने हुए कपड़ा, मास्क, ग्लव्स और 03 मोबाइल को जब्त किया गया है। प्रकरण में धारा 238, 61(2),3(5) बीएनएस विस्तार कर आरोपियों को रिमांड पर भेजा गया है।
गिरफ्तार आरोपी-
1. किशन शर्मा पिता स्वर्गीय राजेश शर्मा उम्र 25 वर्ष निवासी श्रवण गली चांदमारी थाना कोतवाली जिला रायगढ़
2. अतुल डसेनना पिता का कार्तिकेश्वर डनसेना उम्र 23 साल इंदिरा नगर थाना कोतवाली
3. दिव्या सारथी पिता स्वर्गीय बाबूलाल सारथी उम्र 20 साल निवासी धनगांव थाना पुसौर वर्तमान पता हीरापुर कोतरारोड़ थाना कोतवाली
और भी

भाई-बहन के हत्यारे गिरफ्तार, वारदात में एक युवती भी थी शामिल

रायगढ़। शहर के दोहरे हत्याकांड मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. पुलिस को मामले में बड़ी सफलता मिली है. बुर्जुग भाई-बहन की घर में जघन्य हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को पुलिस ने उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है.
आरोपी चोरी की नियत से बुजुर्ग भाई-बहन के घर में घुसे थे. आरोपियों में एक युवती और दो युवक शामिल है. दरअसल, रायगढ़ में 13 जनवरी को सिटी कोतवाली के करीब पुरानी हटरी मार्केट क्षेत्र में दो बुजुर्ग भाई बहन की लाश मिली थी. बीते कई सालों से दोनों अपने ही मकान रहते थे. जिनकी अज्ञात आरोपियों के द्वारा हत्या की गई थी. मृतक का नाम सीताराम जायसवाल और महिला का नाम अन्नपूर्णा जायसवाल है. अब पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने आरोपियों के पकड़े जाने की पुष्टि की है.
और भी

कोरबा गोलीबारी मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को दबोचा

कोरबा। जिले के चर्चित कुरथा गोलीकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना का मास्टरमाइंड और सुपारी देने वाला आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में सामने आया कि व्यवसायिक दुश्मनी और व्यक्तिगत द्वेष के चलते यह घटना एक साल से योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी जा रही थी। 6 जनवरी 2025 को ग्राम कुरथा निवासी कृष्णा पांडेय अपने घर के बाहर उपसरपंच राम कुमार के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहे थे। इसी दौरान अचानक गोली लगने से कृष्णा पांडेय घायल होकर गिर गए। गोली उनकी पीठ में लगी। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना की रिपोर्ट पसान थाने के कोरबी चौकी में दर्ज की गई। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, एएसपी यू.बी.एस. चौहान और साइबर सेल प्रभारी रवींद्र मीणा के निर्देश पर विशेष जांच टीम गठित की गई। जांच में सामने आया कि गजेंद्र सोरठे सरपंच के कार्यों का संचालन करता था। उसने उपसरपंच राम कुमार और रोजगार सहायक कलेश को रास्ते से हटाने के लिए यह साजिश रची थी। गजेंद्र का आरोप था कि ये दोनों उनके कार्यों में बाधा डालते थे और उनके परिवार के खिलाफ जादू-टोना करते थे। गजेंद्र ने अपने साथी वीरेंद्र आर्मो की मदद से बलिंदर राजवाड़े से पिस्टल खरीदी। इस पिस्टल की कीमत 1 लाख थी, जिसमें 90,000 रुपये ऑनलाइन और 10,000 नकद दिए गए। घटना को अंजाम देने के लिए गजेंद्र ने शिवप्रसाद उर्फ मोनू सारथी की मदद से राज कुमार और राम कुमार सारथी को शामिल किया।
घटना वाले दिन आरोपी राज कुमार और राम कुमार जंगल में घात लगाकर बैठे थे। जैसे ही कृष्णा पांडेय और राम कुमार मोटरसाइकिल पर घर से निकले, राज कुमार ने गोली चला दी। यह गोली राम कुमार को निशाना बनाकर चलाई गई थी, लेकिन पीछे बैठे कृष्णा पांडेय को लग गई।
पुलिस ने छह आरोपियों राम कुमार सारथी, राज कुमार सारथी, गजेंद्र सोरठे, शिवप्रसाद उर्फ मोनू सारथी, वीरेंद्र आर्मो और बलिंदर राजवाड़े को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, एक पिस्टल, दो मैगजीन और आठ जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। मामले का खुलासा करने में कोरबी चौकी प्रभारी अफसर खान और साइबर सेल की टीम ने अहम भूमिका निभाई।
और भी

महामाया मंदिर में दानपेटी से 2 लाख नकदी चोरी

जांजगीर-चाम्पा। शहर के वार्ड 9 और 10 के मध्य रामसागर तालाब के किनारे स्थित महामाया मंदिर में चोरी की घटना हुई है। मंदिर की दानपेटी का ताला तोड़कर 2 लाख रुपये से अधिक नगद की चोरी हुई है। घटना को अंजाम देने पहुंचा नकाबपोश बदमाश, CCTV में कैद हुआ है। मंदिर में चोरी की सूचना के बाद मौके पर SDOP प्रदीप सोरी पहुंचे। इसके बाद डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया।
फिलहाल, बदमाश का कुछ पता नहीं चला है लेकिन जिले में अलग-अलग हो रही घटनाओं से सवाल खड़े हो गए हैं ? जानकारी के मुताबिक, 8-9 माह से महामाया मन्दिर की दानपेटी नहीं खुली थी और दानपेटी में 2 लाख रुपये से ज्यादा की रकम होने की बात कही गई है। मंदिर में चोरी की घटना के बाद पुलिस की गश्त की पोल खुल गई है। मंदिर में चोरी की घटना की लोगों में भी चर्चा है।
और भी

बैंक सेटलमेंट के नाम पर 32 लाख की धोखाधड़ी, आरोपी गिरफ्तार

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक धोखाधड़ी मामले का खुलासा हुआ है। आरोपी विवेक बेलावाल ने व्यावसायिक परिसर को बैंक से ऋण मुक्त कराने के नाम पर व्यापारी दीपक तोतवानी से 32 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। पीड़ित दीपक तोतवानी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। मामले के अनुसार, विवेक बेलावाल इंडस्ट्रियल एरिया राजनांदगांव में बेलसंस इंटरप्राइजेस के नाम से व्यवसाय संचालित कर रहा था। उसने 4,025 वर्ग फीट के व्यावसायिक परिसर को दीपक तोतवानी को बेचने का सौदा किया, जो पहले से बैंक में बंधक था।
आरोपी ने बैंक से परिसर को ऋण मुक्त कराने और सेटलमेंट की कार्यवाही का वादा करते हुए 17 मार्च 2021 को पीड़ित से 32 लाख रुपए ले लिए। इस दौरान विक्रय का पक्का सौदा और मुख्तारनामा भी किया गया। लेकिन आरोपी ने न तो बैंक में ऋण का भुगतान किया और न ही कोई सेटलमेंट कराया। इसके परिणामस्वरूप बैंक ने व्यावसायिक भूखंड और उस पर बने शेड को नीलाम कर दिया। पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया। नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक के निर्देशन में थाना प्रभारी बसंतपुर एमन साहू के नेतृत्व में गठित टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को रायपुर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसे न्यायालय में पेश कर रिमांड पर भेजा गया है।
और भी

9 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की हेरोइन के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार

असम विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की एक टीम ने मंगलवार को असम के कामरूप जिले से 9 करोड़ रुपये से अधिक की हेरोइन के साथ चार ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, असम पुलिस के एसटीएफ को एक विशेष सूचना मिली थी कि मणिपुर के चुराचांदपुर जिले का एक परिवार एक वाहन में मादक पदार्थों को हाजो और गोरेस्वर क्षेत्रों में तस्करों तक ले जाएगा। इनपुट पर कार्रवाई करते हुए, कल्याण कुमार पाठक, एएसपी, एसटीएफ के नेतृत्व में एक एसटीएफ टीम ने सुबह-सुबह अमीनगांव में एक स्कॉर्पियो को रोका। टीम ने गुप्त कक्षों में 94 साबुन के डिब्बों में छिपाकर रखी गई 1 किलो 128 ग्राम हेरोइन बरामद की, जिसकी कीमत 9 करोड़ रुपये है। टीम ने जब्ती के सिलसिले में वाहन के चालक और सह-चालक को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ के बाद, टीम ने हाजो और गोरेस्वर से दो तस्करों को गिरफ्तार किया। आगे की जांच के लिए मामला दर्ज कर लिया गया है।
और भी

जशपुर पुलिस ने कार से 35 लाख रु. का गांजा जब्त किया

जशपुर। जशपुर पुलिस ने कार से 35 लाख रु. का एक क्विंटल गांजा जब्त किया है। मुखबिर की सूचना पर तपकरा घुमरा बनडेगा जाने वाले मार्ग पर पुलिस ने नाकाबंदी कर आरोपियों को धर दबोचा। दोनों आरोपी उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं। वे कार से गांजा को ओडिशा से उत्तरप्रदेश ले जा रहे थे। पुलिस के अनुसार 12 जनवरी की प्रात: तपकरा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक मारुति स्विफ्ट कार क्रमांक एमपी 09 सीएम-8238 से दो व्यक्ति ओडिशा राज्य से गांजा लेकर तपकरा, घुमरा,बनडेगा मार्ग से होते हुए उत्तरप्रदेश की ओर बिक्री करने के उद्देश्य से ले जा रहे हैं, जिसमे चालक नीला रंग का के जींस पैंट व स्लेटी रंग का स्वेटर पहना है तथा कार के पीछे सीट में बैठा व्यक्ति नीला रंग का जैकेट व स्लेटी रंग का पैंट पहना है।
जिस पर थाना प्रभारी तपकरा उप निरीक्षक खोमराज ठाकुर द्वारा मुखबिर की सूचना के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश पर थाना तपकरा व थाना फरसबाहार की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मुखबीर की सूचना के आधार पर तपकरा, घुमरा, बनडेगा मार्ग में तत्काल नाकाबंदी की गई, तथा आने जाने वाले वाहनों को चेक किया जा रहा था, कि इसी दौरान मारुति स्विफ्ट कार क्रमांक एमपी 09 सीएम-8238 आता दिखाई दिया, जिसे नाकाबंदी कर रोक कर तलाशी लेने पर ड्राइवर के बगल वाली सीट के नीचे 07 पैकेट, पीछे की सीट के नीचे से 11 पैकेट व कार के पीछे डिक्की से 28 पैकेट इस प्रकार कुल 46 पैकेट, भूरे रंग की प्लास्टिक टेप से लिपटा हुआ गांजा बरामद किया गया। बरामद किए गए गांजे का कुल वजन 1 क्विंटल के करीब है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 35 लाख रु है।
कार से गांजे के तस्करी कर रहे आरोपियों क्रमश: सूरज गौतम, शिवम गुप्ता दोनों निवासी उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही तस्करी के लिए प्रयुक्त कार, आरोपियों के मोबाइल, को भी पुलिस द्वारा जप्त कर लिया गया है। आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाए जाने पर थाना तपकरा में एन डी पी एस एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही की जा रही है । आरोपियों को न्यायिक रिमांड में भेजा जावेगा। पुलिस अधीक्षक ने उक्त मामले में बताया कि पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि गांजे की तस्करी होने वाली है, तीन थानों की पुलिस को नाकेबंदी में लगाया गया था, अंतत: तस्कर पुलिस की गिरफ्त में आए। इसके मास्टर माइंड को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है।
और भी

18 लाख के ईनामी थे पालीगुड़ा-गुंडराजगुडेम मुठभेड़ में मारे गए नक्सली

बीजापुर। दक्षिण बस्तर डिवीजन एवं पीएलजीए बटालियन क्रमांक 01 के IED Expert महेश सहित कुल 03 हार्डकोर माओवादियों के शव पालीगुड़ा-गुंडराजगुड़ेम मुठभेड़ में बरामद हुये है। पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण द्वारा बताया गया कि नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 08.01.2025 को जिला सुकमा डीआरजी, एसटीएफ एवं 203, 204, 206 208 CoBRA तथा 241, 131 CRPF की संयुक्त पार्टी शीर्ष माओवादियों की उपस्थिति की आसूचना पर पालीगुड़ा-गुंडराजगुडेम क्षेत्र में रवाना हुई थी।
अभियान के दौरान दिनांक 09.01.2025 के प्रातः लगभग 08:00 बजे ग्राम पालीगुड़ा- गुंडराजगुडेम के मध्य जंगल पहाड़ में सुरक्षा बलों एवं माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो रूक-रूक कर चलती रही। मुठभेड़ समाप्ति उपरांत सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर 03 पुरूष हार्डकोर माओवादियों का शव हथियार सामग्री सहित बरामद हुआ। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में प्राप्त बढ़त को आगे बरकरार रखते हुये वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षा बलों द्वारा प्रभावी रूप से प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप विगत 06 दिनों में कुल 08 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किये गये, माओवादियों के तमाम साजिश एवं कायराना हरकतों के बावजूद भी सुरक्षा बल सदस्यों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है।
मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों का नाम व पद-
- कोरसा महेश, प्लाटून नंबर 30 डिप्टी कमांडर पीपीसीएम. (पूर्व में PLGA बटालियन नंबर 01 का सदस्य) निवासी पश्चिम बस्तर बीजापुर क्षेत्र, ईनामी 08 लाख।
- माडवी नवीन उर्फ कोसा एसीएम निवासी पश्चिम बस्तर बीजापुर, ईनामी 5 लाख।
- अवलम भीमा एसीएम निवासी जोनागुड़ा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा, ईनामी 05 लाख।
बरामद हथियार व नक्सल अन्य सामग्री का विवरण-
- 02 नग बीजीएल लांचर।
- 01 नग 12 बोर बंदूक।
- 03 नग टिफिन बम ।
- 05 नग बीजीएल सेल।
- भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य, दैनिक उपयोगी सामान बरामद।
मारे गये हार्डकोर माओवादी डिप्टी कमाण्डर, पूर्व में PLGA बटालियन नंबर 01 का सक्रिय सदस्य कोरसा महेश आईईडी एक्सपर्ट था जो जिले के महत्वपूर्ण कई घटनाओं में शामिल रहा प्रमुख घटना इस प्रकार से है-
- दिनांक 17.12.2023 में जगरगुण्डा थाना क्षेत्रान्तर्गत कैम्प बेदरे के नजदीक सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुधाकर रेड्डी की हत्या की घटना।
- दिनांक 23.06.2024 को थाना जगरगुण्डा क्षेत्रान्तर्गत सिलगेर-टेकलगुड़ेम के मध्य तिमापुरम के पास सीआरपीएफ के ट्रक वाहन को आईईडी ब्लास्ट 02 सीआपीएफ के जवान की मृत्यु।
-दिनांक 03.11.2024 को जगरगुण्डा के साप्तहिक बाजार में 02 पुलिसकर्मी पर जान लेवा हमला कर हथियार लूटने की घटना।
-दिनांक 28.12.2024 को थाना पोलमपल्ली क्षेत्रान्तर्गत गोरगुण्डा एवं पोलमपल्ली के पास सुरक्षाबलों को बड़ा नुकसान पहुंचाने आईईडी प्लांट करने में मास्टर माईड था।
और भी

नशे का धंधा करने वाले पर पुलिस ने कसा शिकंजा

  • छत्तीसगढ़ में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
बिलासपुर। बिलासपुर में नशे का कारोबार करने वाले आरोपी की 2 करोड़ 5 लाख रुपए की संपत्ति जब्त की गई है। प्रदेश में अब तक की ये सबसे बड़ी कार्रवाई है। आरोपी सुच्चा सिंह उर्फ संजीव छाबड़ा ने अवैध कमाई को वैध करने के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी भी बना ली थी। नशीली दवाओं को कोरियर और बस से अलग-अलग जिलों में पार्सल बनाकर भेजता था।
इस कंपनी के जरिए वह नशीली दवाओं के पैसे को जमा कर वैध बनाता था। पुलिस ने उसके अकाउंट के पांच साल के लेनदेन के ट्रांजेक्शन के आधार पर कार्रवाई की है। अब संपत्ति को राजसात करने के लिए मुंबई स्थित सफेमा कोर्ट में केस पेश किया जाएगा। एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि जिले में आमतौर पर नशे के खिलाफ कार्रवाई केस दर्ज करने और गिरफ्तारी तक सीमित रहती है। इसके चलते अवैध कारोबार में शामिल लोग जेल से छूटते ही फिर से कारोबार शुरू कर देते हैं। अब पुलिस ऐसे अपराधियों की संपत्ति भी जब्त करने की कार्रवाई कर रही है ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाले सुच्चा सिंह उर्फ संजीव छाबड़ा की संपत्ति की जानकारी जुटाई। इसमें पता चला कि करीब आरोपी ने 2 करोड़ 5 लाख रुपए की संपत्ति जुटाई है। इसमें बिलासपुर के साथ ही मध्यप्रदेश के जबलपुर, महाराष्ट्र के नागपुर, फरीदाबाद और हरियाणा में जमीन खरीद कर मकान, दुकान और कॉम्प्लेक्स बनाया गया है।
सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह ने बताया कि रकम को छिपाने के उद्देश्य से आरोपी संजीव छाबड़ा ने छाबड़ा कंस्ट्रक्शन के नाम से फर्म रजिस्टर्ड कराया। फर्म की जांच करने पर पता चला कि इस नाम की कोई भी फर्म बिलासपुर के टिकरापारा में नहीं है। आयकर विभाग से जानकारी ली गई तो पता चला कि उसके फर्म में कोई व्यवसाय नहीं है।
लेकिन, फर्म के अकाउंट पर करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया है। उसके अलग-अलग बैंक अकाउंट के पांच साल के आय-व्यय की भी जानकारी जुटाई गई, पता चला कि ज्यादातर पैसे नशीली दवाओं की सप्लाई कर जमा कराई गई है।
पुलिस की पूछताछ और जांच में पता चला है कि पुलिस की कार्रवाई के डर से सुच्चा सिंह ने करीब 16 साल पहले बिलासपुर छोड़ दिया। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में रहकर बिलासपुर सहित अलग-अलग जिलों में नशीली दवाओं को कोरियर और बस से पार्सल बनाकर भेजता था। इसे यहां उसके गिरोह के सदस्य लेकर सप्लाई करते थे। जांच में पता चला है कि स्थानीय तस्कर पैसों को उसके अकांउट पर जमा कराते थे। उसके खातों में करोड़ों का लेनदेन केवल प्रतिबंधित नशीली दवाओं का है। पुलिस ने उसके यूनियन बैंक के अकाउंट में जमा 3 लाख 95 हजार रुपए, बंधन बैंक के अकाउंट में जमा 3 लाख 72 हजार रुपए को फ्रीज कराया है।
यही नहीं आरोपी संजीव कुमार छाबड़ा ने अपने माता-पिता, भाई और भाई की पत्नी के खातों में भी रकम ट्रांसफर कराई। उसी रकम को अपने खातों पर वापस लेकर करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई। आरोपी संजीव कुमार छाबड़ा की प्रॉपर्टी और खाते की रकम की पहचान कर जब्ती की कार्रवाई करते हुए मुंबई स्थित सफेमा कोर्ट में केस भेजा गया है।
30 आरोपियों की पहचान कर होगी गिरफ्तारी-
एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में वह नशीली दवाओं का बड़ा तस्कर है। इस गिरोह के नीचे से ऊपर तक कार्रवाई की गई है, इसमें अब तक 16 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसका सरगना सुच्चा सिंह था।
उसके नेटवर्क में दूसरे प्रदेश के लोग भी शामिल हैं। नेटवर्क में शामिल 30 से 35 लोगों की जानकारी मिली है, जिसमें कुछ मेडिकल शॉप ऑनर भी हैं, जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाकर कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने कहा कि इस बड़ी कार्रवाई में शामिल पुलिस अफसर और जवानों को सम्मानित किया जाएगा।
और भी

खेत में खेल रहे थे लाखों का जुआ, 18 जुआरी गिरफ्तार

जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा जिले के पचरी से करमंदी के बीच खेतों में जुआ का फड़ चल रहा था। जहां दबिश देकर जुआ खेलते 18 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कई जिले से जुआ खेलने पहुंचे थे। जिनके पास से नगद 5.65 लाख रुपए, 1 कार, 15 बाइक, 10 नाग मोबाइल कुल कीमती लगभग 14 लाख 15 हजार रुपए को जब्त किया है। घटना शिवरीनारायण थाना क्षेत्र की है। दरअसल , शुक्रवार की शाम को मुखबिर से शिवरीनारायण पुलिस को सूचना मिली कि, खेतों के बीच बड़ी संख्या में जुआरी सटा-पट्टी जुआ खेलने के लिए पहुंचे थे। पुलिस पहुंची, तो कुछ जुआरी भाग निकले।
18 जुआरी हुए गिरफ्तार-
01. राजेश कुमार यादव उम्र 30 साल निवासी बंसुला थाना जैजैपुर जिला शक्ति
02. अनिरुद्ध निषाद उम्र 30 साल निवासी चंद्रपुर थाना चंद्रपुर जिला शक्ति
03. मदन साहू निवासी 29 साल निवासी छपोरा थाना मालखरौदा जिला शक्ति
04. दिनेश कुमार साहू उम्र 34 साल निवासी चाटीपाली थाना डभरा जिला शक्ति
05. ओम प्रकाश साहू निवासी 26 साल निवासी तेंदूदरहा थाना सरसीवा जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़
06. महावीर साहू साहू उम्र 43 साल निवासी कैथा थाना बिलाईगढ़ जिला सारंगढ़ बिलाईगढ
07. लालाराम श्रीवास उम्र 33 साल निवासी गिरसा थाना सरसीवा जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़
08. गणेशाराम बघेल उम्र 42 साल निवासी गिरसा थाना सरसीवा जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़
09. जितेंद्र कुर्रे उम्र 40 साल निवासी कोडाभाट थाना पामगढ़ जिला जांजगीर चांपा
10. मनोज मनहर उम्र 30 साल निवासी बेल्हा थाना शिवरीनारायण जिला जांजगीर चांपा
11. शिवकुमार कश्यप उम्र 52 साल निवासी कोसला थाना पामगढ़
12. अनिल भारद्वाज उम्र 40 साल निवासी बंसुला थाना बिर्रा जिला जांजगीर चांपा
13. दिनेश मनहर उम्र 42 साल निवासी बंसुला थाना बिर्रा जिला जांजगीर चांपा
14. हरप्रसाद केवट उम्र 30 साल निवासी गिधौरी थाना गिधौरी जिला बलौदाबाजार
15. फिरंगी पटेल उम्र 35 साल निवासी सेमरा थाना गिधौरी जिला बलौदाबाजार
16. विकास खुंटे उम्र 43 साल निवासी बाकीमोंगरा थाना बाकीमोंगरा जिला कोरबा
17. सद्दाम सिंह जाटवर उम्र 32 साल निवासी सलौनीकला थाना भटगांव जिला सारंगढ बिलाईगढ
18. लीलाधर उम्र 44 साल निवासी थाना शिवरीनारायण जिला जांजगीर चांपा।
और भी

आरक्षक भर्ती गड़बड़ी मामलें में 3 और आरोपी गिरफ्तार

राजनांदगांव। आरक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस भर्ती में अनुचित तरीके से इवेंट में नंबर बढ़ाने के लिए 03 कंप्यूटर ऑपरेटर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. बता दें कि आरक्षक भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी मामले में पहले ही 7 पुलिसकर्मी, 2 टेकनीशियन टीम, 2 महिला अभ्यर्थी सहित अब तक कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मामले की विवेचना जारी है. अन्य किसी के भी खिलाफ सबूत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रार्थी के लिखित आवेदन पर थाना लालबाग में आरक्षक भर्ती संवर्ग में अभ्यार्थीयों को मशीन में छेड़खानी कर अंक में लाभ दिलाने की बात पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध कायम कर विवेचना में लिया था।
पुलिस ने विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल चैटिंग मेसेज एवं गवाहों के बयान एवं अन्य साक्ष्य सबूत इकट्ठा किया. डिजीटल साक्ष्य और संदेहियों से पूछताछ के आधार पर आरोपियो के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य सबूत पाए जाने पर तीन कंप्यूटर ऑपरेटरों को गिरफ्तार किया गया। आरोपी फ़वेंद्र चनाप पिता बुधराम उम्र 23 वर्ष ग्राम कुआंगांव थाना देवरी जिला बालोद, विशाल यादव पिता मनोज उम्र 23 वर्ष निवासी मोतीपुर वार्ड नंबर 03 चौकी चिखली थाना कोतवाली, यशवंत उइके पिता रामलाल उम्र 25 वर्ष निवासी तुलसीपुर वार्ड नंबर 17 साधू चाल थाना कोतवाली दोनों निवासी जिला राजनांदगांव को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
और भी

धनेली में मां-बेटी की हत्या, FSL टीम घटनास्थल पर बारीकी से कर रही जांच

रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे धनेली में बीते दो दिन में मां और बेटी की अलग-अलग जगह से लाश मिली है. बीते दिन 1 जनवरी को रायपुर-बिलासपुर रोड किनारे नाली में एक किशोरी की लाश मिली थी. वहीं आज किशोरी की मां भी घर में मृत पाई गई. मां-बेटी की मौत को लेकर इलाके में सनसनी फैल गई है.
आशंका जताई जा रही है कि मां-बेटी की एक ही जगह पर हत्या कर दोनों के शव को अलग-अलग फेंका गया है. पूरा मामला खमतराई थाना क्षेत्र है. जानकारी के मुताबिक, मृत महिला का नाम हामिद बेगम है. सूचना मिलने पर पुलिस और फोरेंसिक रिसर्च की टीम मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर मृत महिला के शव को पीएम के लिए भेज दिया और घटना की जांच में जुटी हुई है.
और भी

ट्रेडिंग स्कैम करके करोड़ों की ठगी, 3 गिरफ्तार

रायगढ़। ट्रेडिंग स्कैम के आरोपियों को पकड़ने में रायगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने पश्चिम बंगाल से तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने रायगढ़ के तमनार में एक करोड़ 12 लाख रुपये की ठगी की थी. इस गिरोह को पकड़ने के लिए रायगढ़ पुलिस ने विशेष टीम बनाई थी, जिसके तहत आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए अखिल भारत में जांच की गई. यह कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर संजीव शुक्ला और पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग पटेल के निर्देशन में की गई. उन्होंने साइबर फ्रॉड मामलों की गंभीरता को देखते हुए उप पुलिस अधीक्षक सायबर अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में साइबर सेल को और मजबूत किया था. इसके तहत तमनार थाने में दर्ज अपराध में आरोपियों की पहचान की गई, जो पश्चिम बंगाल में सक्रिय थे।
तमनार के निवासी गोपाल कृष्ण शर्मा के मोबाइल पर 6 जून 2024 को एक अज्ञात व्हाट्सएप नंबर से शेयर मार्केट में हाई रिटर्न का झांसा देने वाला मैसेज आया था. इसके बाद उन्हें एक एप डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजा गया, जिसके जरिए उन्हें शेयर मार्केट में निवेश करने का झांसा दिया गया. उन्होंने इस एप के माध्यम से 3 जुलाई तक लगभग 59 लाख 41 हजार 8711 रुपये का निवेश किया, लेकिन जब उन्होंने रुपये निकालने की कोशिश की, तो उन्हें बताया गया कि पर्सनल इनकम टैक्स के रूप में 15 प्रतिशत राशि जमा करनी होगी, जो कुल 72 लाख 1817 रुपये थी. इस प्रकार प्रार्थी को बार-बार गुमराह कर एक करोड़ 12 लाख 43 हजार 913 रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया।
शिकायत के आधार पर तमनार थाने में आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया. जिन खातों में रूपये ट्रांसफर हुए थे उनकी जानकारी ली गई, जिसमें रूपये इनोवेटिव नाम के खाते में 33 लाख रूपये क्रेडिट होना पाया गया जो संचालक गौरहरी मंडल का है. आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया, जिसमें पाया गया कि, यह ट्रेडिंग स्कैम पूरे भारत में फैले म्यूल अकाउंट (समान्यतः करेंट अकाउंट जिसे उसके मूल धारक के द्वारा कुछ रूपयों के बदले किसी और को बेच दिया जाता है) संचालित किया जाता है. मामले में गहन पूछताछ से आरोपियों के नेटवर्क के बड़े खुलासे की संभावना है. आरोपियों के खिलाफ 8 अन्य स्थानों पर भी ठगी के मामले सामने आए हैं, जिनमें कुल 13 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई है।
आरोपियों के नाम-
गौरहरी मंडल (54 वर्ष), निवासी रायचैधरी बगान, बोराईपुर, पश्चिम बंगाल। मैदुल शेख (35 वर्ष), निवासी बलवानबारी, बोराईपुर, पश्चिम बंगाल। चंदन उर्फ बाबू कहार (34 वर्ष), निवासी चितपुर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल।
और भी

कटघोरा व दर्री की संयुक्त टीम ने कबाड़ चोरों पर की बड़ी कार्यवाही

  • कबाड़ के ठिकानों पर दबिश, 7 लोग गिरफ्तार
कोरबा। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी भापुसे के निर्देश पर जिला में जुआ, सट्टा, आबकारी, नारकेाटिक्स एक्ट, अवैध कबाड़, कोयला व डीजल एवं अवैध गतिविधियों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। जिसके परिपालन में थाना कटघोरा व दर्री की संयुक्त टीम ने कबाड़ चोरों पर बड़ी कार्यवाही की है।
दर्री सीएसपी विमल पाठक के नेतृत्व में कटघोरा थाना प्रभारी धर्म नारायण तिवारी के संयुक्त टीम ने सुतर्रा, कटघोरा तथा दर्री में मुखबिर की सूचना पर अवैध कबाड़ का व्यापार कर रहे कबाड़ियों के यहां छापामार कार्यवाही की है। जिसमें सुतर्रा से ढेलवाडीह मार्ग पर स्थित दीपक कुमार साहू के दुकान से बड़ी मात्रा में अवैध कबाड़ की जप्ती कार्यवाही की गई। जिसमें एक ट्रक कीमत 07 लाख, 04 क्विंटल लोहे का कबाड़ कीमत 80 हजार बरामद किया गया है। जिसे रामकुमार कश्यप व दीपक कुमार साहू ने एसईसीएल यार्ड ढेलवाडीह से चोरी किये थे। प्रकरण में थाना कटघोरा में अपराध क्रमांक 518/2024 धारा 305 ए, 331(4), 3(5), बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
वही कटघोरा में कारखाना एरिया में स्थित विजय अग्रवाल उर्फ बंटी के गोदाम में छापामार कार्यवाही करते हुए लगभग 206 किलो सिल्वर, 250 किलो लोहा जिसकी कीमत 2.50 लाख है जो रितेश श्रीवास उर्फ जीवा एवं रविन्द्र पटेल ने चोरी कर विजय अग्रवाल उर्फ बंटी बेचा था। प्रकरण में थाना कटघोरा में अपराध क्रमांक 521/2024 धारा 331(4), 3(5) 305 ए, बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
वहीं दर्री में थाना के पीछे संचालित सत्येंद्र साहू के कबाड़ दुकान में कार्यवाही करते हुए कॉपर केबल वायर जिसकी अनुमानित कीमत 2 लाख 10 हजार होना पाया गया। जिसे शम्भू कुर्रे ने बी.सी.पी.पी.प्लांट दर्री से चोरी कर सत्येंद्र साहू को बेचा था। प्रकरण में थाना दर्री में अपराध क्रमांक 339/2024 धारा 305, 331(4), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। कोरबा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही से अवैध कबाड़ में संलिप्त लोगों में हड़कम्प मच गया। पुलिस द्वारा सभी 7 आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल किया जा रहा है।
और भी

हाथी दांत, तेंदुआ और भालू की खाल तस्करी में पांच आरोपी गिरफ्तार

  • बलरामपुर जिले में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई 
रायपुर। वन्यजीव तस्करों के खिलाफ बलरामपुर जिले में वन विभाग के टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है। वन विभाग की टीम ने हाथी दांत और तेंदुआ-भालू की खाल की तस्करी में संलिप्त 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। राज्य में वन्य अपराधों की रोकथाम तथा इसमें संलिप्त लोगों की धरपकड़ एवं उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के लिए वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप के निर्देशन तथा  प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री वी. श्रीनिवास राव के मार्गदर्शन में लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है। 
वन विभाग के अमले को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर 27 और 28 दिसंबर को छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और झारखंड की सीमावर्ती वाड्रफनगर और रामानुजगंज वन परिक्षेत्रों में राज्य स्तरीय उड़नदस्ता प्रभारी श्री संदीप सिंह, वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (मध्य क्षेत्र) भोपाल और बलरामपुर वनमंडल की टीम ने संयुक्त रूप से सफलतापूर्वक यह कार्रवाई की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में तीन आरोपी लक्ष्मण पिता देवप्रसाद, मोहन पिता प्रेमलाल और दिलदार पिता गुरुदेव को हाथी दांत की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से दो हाथी दांत, तीन मोबाइल फोन और एक स्कूटी बरामद की गई। इस मामले में वन परिक्षेत्र अधिकारी वाड्रफनगर ने जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी तरह रामानुजगंज वन परिक्षेत्र में अनिल कुमार पिता भगवानदास शर्मा और रामबचन पिता शिवराम के पास से तेंदुआ की दो खाल, भालू की एक खाल, दो मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल और एक स्कूटी बरामद की गई।
सभी गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री वी. श्रीनिवास राव  ने जनता से अपील की है कि वे वन्य अपराध एवं तस्करी या संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत विभाग को दें, ताकि अपराध करने वाले के विरूद्ध तत्परता से प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
और भी

डिलीवरी बॉय बनकर पुलिसकर्मी ने तस्कर को दबोचा

  • पुरे छत्तीसगढ़ में सक्रिय है इनका गुर्गा
बिलासपुर। कई जिलों में नशे के सामानों की तस्करी करने वालों का सरगना संजीव उर्फ सुच्चा सिंह छाबड़ा को पुलिस ने मध्यप्रदेश के जबलपुर से गिरफ्तार किया है। करीब 20 साल पहले बिलासपुर में नशे के कारोबार की जड़ जमाने वाला मुख्य सरगना 16 साल से फरार था। इस दौरान वो अपने चैनल के जरिए युवाओं को नशे का तस्कर बनाया। पुलिस ने अवैध कारोबार में कमाए करोड़ों रुपए की जानकारी भी जुटा ली है, जिसे जब्त करने की तैयारी की जा रही है।
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम शहर के साथ ही जिले में प्रतिबंधित नशीली दवाओं का कारोबार करने वालों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। इस दौरान नशे का कारोबार करने वालों के साथ ही नशीली दवा उपलब्ध कराने वालों की भी जानकारी जुटाई गई। इस अवैध कारोबार में शामिल एक-एक कड़ी को जोड़कर कार्रवाई की गई। इसके पहले गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि टिकरापारा में रहने वाला संजीव सिंह छाबड़ा उर्फ सुच्चा (53) शहर के साथ ही प्रदेश के कई जिलों में नशीली दवाओं की सप्लाई करता है। वह 16 साल से शहर से बाहर रह रहा है। कई मामलों में फरारी काट रहा है। इसके बाद भी वह अपने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से बेधड़क नशे की सप्लाई कर रहा है।
एसपी सिंह ने बताया कि आरोपी सुच्चा सिंह बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है। वह पुलिस से बचने के लिए मोबाइल और सिम बदलता रहा। इस बीच वह जबलपुर में रहकर छाबड़ा कंस्ट्रक्शन कंपनी खोल लिया था। कंस्ट्रक्शन कंपनी की आड़ में नशे का कारोबार चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह के नेतृत्व में 8 सदस्यीय पुलिस टीम जबलपुर पहुंची, तब टीम ने पार्सल डिलीवरी बॉय बनकर पहले उसके ठिकाने में रेकी। इस दौरान पता चला कि वह जबलपुर के 90 क्वार्टर परसवाड़ा में आलीशान मकान और दुकान बनवा रहा है। उसे पकड़ने के लिए टीम ने उसके निर्माणाधीन मकान के प्लंबर को पकड़ा। इसके बाद देर रात करीब रात 2 बजे आरोपी के मकान की पहचान कर रेड की गई। पुलिस के आने की भनक लगते ही उसने भागने की कोशिश भी की, लेकिन टीम ने सक्रियता दिखाते हुए उसे दबोच लिया।
और भी

मोस्ट वांटेड गैंगस्टर प्रिंस खान के 6 गुर्गों को पुलिस की SIT ने किया गिरफ्तार

धनबाद। दुबई में बैठकर धनबाद कोयलांचल में क्राइम का सबसे बड़ा नेटवर्क ऑपरेट करने वाले गैंगस्टर प्रिंस खान के छह गुर्गों को झारखंड पुलिस की एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम) ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से तीन पिस्टल, 16 कारतूस, एक कार, एक बाइक और सात मोबाइल बरामद किए गए हैं।
प्रिंस खान झारखंड का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर है, जिसने पिछले तीन साल से दुबई में पनाह ले रखी है। झारखंड पुलिस के आग्रह पर उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है। धनबाद के एसएसपी एचपी जनार्दनन ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रिंस गिरोह के छह सदस्यों की गिरफ्तारी से कई आपराधिक घटनाओं का खुलासा हुआ है। गिरफ्तार अपराधियों में गणेश गुप्ता, सागर कुमार मल्लाह उर्फ बिट्टू, राजेश कुमार बधावन, अजय कुमार सिंह, प्रियेश सिंह और करण सिंह शामिल हैं। सभी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे। इन्हें एसआईटी ने धनबाद के केंदुआडीह, कतरास और धनबाद बस स्टैंड के पास छापेमारी कर गिरफ्तार किया।
इन अपराधियों ने पूछताछ में बरवा अड्डा थाना क्षेत्र में सीमेंट कारोबारी चेतन महतो पर फायरिंग, तेतुलमारी रेलवे साइडिंग में गोलीबारी और बलियापुर थाना क्षेत्र के मार्शलिंग यार्ड में एक कामगार को गोली मारने की हाल की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इन अपराधियों में गणेश गुप्ता प्रिंस खान का सबसे खास है। वह प्रिंस खान के इशारे पर गिरोह के बाकी सदस्यों को बताता था कि किस व्यक्ति से रंगदारी वसूलनी है और कहां फायरिंग करनी है। वह हथियारों का भी इंतजाम करता था।
प्रिंस खान के नाम पर हाल में धनबाद के 25 डॉक्टरों से लाखों रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। मांगी गई रकम न देने पर उन्हें अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा गया था। इस धमकी से परेशान डॉक्टरों ने धनबाद के विधायक राज सिन्हा एवं निरसा के विधायक अरूप चटर्जी के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी और उनसे कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि, इसकी खबर मीडिया में आने के बाद प्रिंस खान ने ऑडियो मैसेज जारी कर डॉक्टरों को धमकी देने से इनकार किया था।
और भी

हनुमान मंदिर से चोरी करने वाले 3 नाबालिग गिरफ्तार

रायपुर। प्रार्थी धन्नु प्रसाद दुबे ने थाना विधानसभा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ग्राम बरौदा जीरो पाइंट विधानसभा स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर में पुजारी का कार्य करता है। दिनांक 11.12.2024 को प्रतिदिन की तरह प्रार्थी मंदिर में पूजा पाठ करके रात्रि करीबन 9.00 बजे मंदिर के दरवाजा में ताला लगाकर अपने घर चला गया था। दिनांक 12.12.2024 को प्रार्थी प्रातः करीबन 7.00 बजे प्रतिदिन की तरह संकट मोचन हनुमान मंदिर में पूजा करने गया, तो देखा कि हनुमान मंदिर के दरवाजे में लगा ताला टूटा हुआ था, दरवाजा खुला हुआ था, मंदिर के अंदर प्रवेश कर देखा तो हनुमान जी का चांदी का मुकुट नही था एवं दान पेटी को तोडकर दान पेटी में रखे नगदी रकम नही था। कोई अज्ञात चोर रात्रि में मंदिर के गेट में लगे ताला को तोडकर अंदर प्रवेश कर हनुमानजी का चांदी का मुकुट एवं दानपेटी का ताला तोडकर उसमें रखे नगदी फरार हो गया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना विधानसभा में अपराध क्रमांक 751/24 331(4), 305(1), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
चोरी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेन्द सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक विधानसभा केसरीनंदरक नायक, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी विधानसभा को अज्ञात आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना विधानसभा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ-साथ घटना के संबंध में प्रार्थी सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ कर आरोपी की पतासाजी किया जाना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल तथा उसके आस-पास के लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजो का अवलोकन करने के साथ-साथ आरोपियों की पतासाजी हेतु प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गये थी। टीम के सदस्यों को सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों में घटना कारित होने के पूर्व रात्रि के 1 दोपहिया वाहन में सवार 3 लड़कों को घटना स्थल पास संदिग्ध अवस्था में देखा गया था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा दोपहिया वाहन के संबंध में भी जानकारी एकत्र कर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी।
इसी दौरान आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों को घटना में संलिप्त आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में संलिप्त 03 लड़को को पकड़ा गया जो विधि के साथ संघर्षरत बालक है। विधि के साथ संघर्षरत तीनों बालको को पकड़कर कड़ाई सू पूछताछ करने पर उनके द्वारा मंदिर में चोरी की उक्त घटना को अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अंजाम देना स्वीकार किया गया है। मंदिर चोरी की अन्य घटनाओं के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा थाना कोतवाली क्षेत्रांतर्गत टैगोर नगर स्थित साई मंदिर, थाना गुढ़ियारी क्षेत्रांतर्गत कोटा स्थित शिव मंदिर एवं थाना खम्हारडीह स्थित शिव मेंदिर में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देना बताया गया है। जिसमें आरोपियों के विरूद्ध थाना गुढ़ियारी में अपराध क्रमांक 806/24 धारा 331(4), 305(1) बी.एन.एस. तथा थाना खम्हारडीह में अपराध क्रमांक 554/24 धारा 303, 305, 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध है। जिसमें भी विधि के साथ संघर्षरत बालकों के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। तीनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की मुकुट, नगदी रकम एवं घटना में प्रयुक्त 01 नग दोपहिया वाहन क्रमांक सीजी/04/पीए/0892 जुमला कीमती लगभग 60,000/- रूपये जप्त कर उनके विरूद्ध कार्यवाही किया गया है। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी फरार है जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
गिरफ्तार- विधि के साथ संघर्षरत 03 बालक।
कार्यवाही में निरीक्षक यशवंत प्रताप सिंह थाना प्रभारी विधानसभा, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट से प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय, सउनि शंकर धु्रव, प्र.आर. कृपा सिंधु पटेल, आर. धनंजय गोस्वामी, अमित घृतलहरे, प्रकाश पात्रे, प्रमोद बेहरा तथा थाना विधानसभा से प्र.आर. आत्माराम भारती की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।
और भी