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जानिए ड्राई फ्रूट्स के फायदे या नुकसान

काजू शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है. अगर आप जरूर से ज्यादा काजू का सेवन करते हैं तो ये फायदा करने के बजाय हानिकारक साबित हो सकती है. हालांकि कई लोग ये बात नहीं जानते हैं और उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है. काजू के नुकसान सेहत के लिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है. सर्दी का मौसम भी जारी है और इसमें ड्राई फ्रूट्स का सेवन शरीर के लिए ज्यादा अच्छा होता है. हर तरह के ड्राई फ्रूट्स में अलग-अलग गुण मौजूद होते हैं और हम आज काजू के सेवन पर आपको कुछ जानकारियां देने जा रहे हैं. काजू के फायदों की बात की जाए तो बता दें ये बॉडी ही नहीं स्किन और हेयर के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है. इसमें पोषक तत्वों से भरपूर मात्रा में होते हैं. इनमें आयरन और जिंक भरपूर होता है. एनीमिया की समस्या से राहत पाने के लिए इसका सेवन अच्छा होता है. ये विटामिन सी, जिंक, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन से भरपूर होते हैं.

इतने सारे फायदे होने के बावजूद काजू शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है. अगर आप जरूर से ज्यादा काजू का सेवन करते हैं तो ये फायदा करने के बजाय हानिकारक साबित हो सकती है. हालांकि कई लोग ये बात नहीं जानते हैं और उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है. हम आपको इन्हीं होने वाले नुकसानों के बारे में बताने जा रहे हैं. पेट की दिक्कत अगर आपका पेट किन्हीं कारणों से खराब है तो भूल से भी इस कंडीशन में काजू का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे पेट की दिक्कत और भी बढ़ सकती है. ऐसा भी माना जाता है कि जरूरत से ज्यादा काजू खाने से पेट में अपच, दस्त, गैस व अन्य परेशानियां बन सकती हैं. इसलिए काजू को रोज खाएं लेकिन अधिक मात्रा में नहीं.

मोटापा देखा जाए तो काजू में काफी मात्रा में कैलोरी होती है और अगर इसका सेवन ज्यादा किया जाए तो ये मोटापे का कारण बन सकती है. जो लोग मोटापे का सामना कर रहे हैं, उन्हें काजू का सेवन न करने की सलाह दी जाती है. दिन में 4 से 5 काजू खाना बेस्ट रहता है और ऐसा करने से आप हेल्दी भी रहेंगे. एलर्जी देखा जाए तो कभी-कभी काजू से एलर्जी की समस्या भी हो जाती है. एलर्जी में खुजली या रैशेज आपकी स्किन पर हो सकते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो जो लोग पहले से एलर्जी की प्रॉबल्म को फेस कर रहे हैं, उन्हें काजू के सेवन से बचना चाहिए. इससे उनकी परेशानी और भी बढ़ सकती है. सिर दर्द कहा जाता है कि काजू में मौजूद अमीनो एसिड टाइरामिन और फेनाइलेथैलामाइन सिर दर्द का कारण बन जाते हैं. जिन लोगों को अक्सर सिर में दर्द या माइग्रेन तंग करता है उन्हें काजू का सेवन बिल्कुल न करने की सलाह दी जाती है |
 
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बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए करें ये आसन

आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कपालभाति के फायदे. ये तनाव दूर करने से लेकर वजन कम करने तक आपके कई फायदे पहुंचाता है. योगा एक्सपर्ट्स कहतते हैं कि अगर कपालभाति का नियमित अभ्यास किया जाए तो पुराने से पुराना रोग भी चुटकियों में सही हो जाता है. अगर आप बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो कपालभाति जरूर ट्राई कीजिए. आप अपने इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए नियमित रूप से कपालभाति का अभ्यास कर सकते हैं.

क्या है कपालभाति
कपालभाति योग षट्कर्म (हठ योग) की एक विधि (क्रिया) है. संस्कृत में कपाल का अर्थ होता है माथा या ललाट और भाति का अर्थ है तेज ... अर्थात 'कपाल भाति' वह प्राणायाम है, जिससे मस्तिष्क स्वच्छ होता है और इस स्थिति में मस्तिष्क की कार्यप्रणाली सुचारु रूप से संचालित होती है

कपालभाति करने का तरीका
योगा मैट पर बैठ कर अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें.
इसके बाद अपने हाथों को घुटनों पर रखें और गहरी लंबी सांस लें.
अब सांस छोड़ते हुए धीमी गति से पेट को अंदर की ओर खींचे.
अपनी नाभि को अंदर की ओर खींचे और कुछ सेकेंड में सांस छोड़ दें.
आप इसे एक बार में इसे 35 से लेकर 100 बार करें.
एक राउंड खत्म होने के बाद आराम करें.
धीरे धीरे करके इस आसान की समयावधि बढ़ाएं.
कपालभाति करने के बाद थोड़ी देर तक ताली बजाएं.

कपालभाति प्राणायाम के फायदे
कपालभाति करने से याददाश्त बढ़ती है और दिमाग भी तेजी से काम करता है.
ये प्राणायाम शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मददगार है
इसे नियमित करने से खिलाड़ियों के अंदर खेल-कौशल में वृद्धि होती है.
अस्थमा रोगियों को इस प्राणायाम के करने से बहुत ही राहत मिलती है.
खास बात ये है कि यह आंखों के नीचे के काले घेरों को भी ठीक करता है.
इसे नियमित करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन कम होने लगता है.
इस प्राणायाम को करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है.

कपालभाति करते वक्त याद रखें ये बात
कपालभाति प्राणायाम को करते हुए इस बात का ध्यान रखें की आपके द्वारा ली गई हवा एक ही झटके में बाहर आ जाए. इस प्राणायाम को करते समय आपको यह सोचना है कि आपके सारे नकारात्मक तत्व शरीर से बाहर जा रहे हैं |
 
 
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चेहरे की झुर्रियां के लिए उपयोगी हैं ग्रेप सीड ऑयल

 

अंगूर के बीजों का तेल इस्तेमाल करने से त्वचा एकदम ग्लोइंग और बेदाग रहती है. स्किन पर झुर्रियां नहीं पड़तीं, इसके कारण लंबे समय तक उम्र का प्रभाव नजर नहीं आता. यहां जानिए इसके अन्य फायदे और इस्तेमाल करने का तरीका.

ग्रेप सीड ऑयल के फायदे !

ग्रेप सीड ऑयल  - हर कोई चाहता है कि उसकी उम्र का असर उसके चेहरे पर नजर न आए. लेकिन इसके लिए चेहरे को ग्लोइंग और रिंकल फ्री रखना बहुत जरूरी है. आपकी इस ख्वाहिश को ग्रेप सीड ऑयल आसानी से पूरा कर सकता है. कहा जाता है कि अंगूर के बीजों का तेल इस्तेमाल करने से त्वचा एकदम ग्लोइंग और बेदाग रहती है. स्किन पर झुर्रियां नहीं पड़तीं, इसके कारण लंबे समय तक उम्र का प्रभाव नजर नहीं आता.कहा जाता है कि जिस तरह हम सर्दियों में नहाने के बाद पूरे शरीर पर लोशन का इस्तेमाल करते हैं, कैलिफोर्निया के लोग ग्रेप सीड ऑयल को यूज करते हैं. यही कारण है कि उनकी स्किन एकदम कसावट भरी और ग्लोइंग नजर आती है. आयुर्वेद में भी अंगूर के बीजों के तेल के तमाम फायदों के बारे में बताया गया है. यहां जानिए कि ये तेल किस तरह हमारी स्किन के लिए लाभकारी है और इसे इस्तेमाल करने का तरीका क्या है

स्किन डिजीज दूर करने में मददगार -  आयुर्वेद में ग्रेप सीड ऑयल को चिकित्सा पद्धति का अहम हिस्सा माना गया है. चर्म रोगों जैसे एलर्जी, सोरायसिस, एक्जिमा आदि के अलावा कई तरह के दूसरे गंभीर रोगों में भी इसका इस्तेमाल औषधि के तौर पर किया जाता है.

झुर्रियां दूर करता - अंगूर के बीज के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं. इसके अलावा ये विटामिन ई और ओमेगा 6 फैटी एसिड से भरपूर होता है. ऐसे में ये स्किन पर सूरज की हानिकारक किरणों के प्रभाव और प्रदूषण के प्रभाव को दूर करता है. ये स्किन को अंदर से हाइड्रेट करता है और स्किन पर पड़ने वाली रेखाओं को कम करने में मददगार होता है. साथ ही झुर्रियों को दूर करता है. इस कारण इसे लगाने से उम्र का असर हावी नहीं होता.

कोशिकाओं की रिपेयरिंग करता - अंगूर के बीज का तेल त्वचा पर लगाने से कोशिकाओं की रिपेयरिंग जल्दी होती है. इसके इस्तेमाल से मुंहासे, दाग-धब्‍बे दूर होते हैं. इसके अलावा ये तेल आपकी स्किन से डेड सेल्स को भी हटाने का काम करता है, जिससे त्वचा चमकदार बनती है.

बेहतरीन स्किन टोनर और मेकअप रिमूवर - 
आप इसका इस्तेमाल स्किन टोनर के रूप में या मेकअप रिमूव करने के लिए भी कर सकते हैं. लेकिन इसे गुलाबजल के साथ मिक्स करके इस्तेमाल करें. ग्रेप सीड ऑयल डार्क सर्कल को भी कम करने का काम करता है.

इस्तेमाल करने का तरीका - 
अंगूर के बीजों का तेल शुद्ध रूप में त्वचा पर इस्तेमाल नहीं किया जाता है क्योंकि ये बहुत तेज होता है. इसे किसी अन्य हर्बल तेल के साथ मिक्स करके स्किन पर लगाना चाहिए. आप इस तेल की कुछ बूंदें अपने फेस पैक में मिक्स करके भी लगा सकती हैं. इसको इस्तेमाल करने से पहले अपनी त्वचा को ठीक से पानी से धोएं, इसके बाद इसे यूज करें | 
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बेली फैट घटाने के लिए नाश्ते में शामिल करे ये फूड्स

हेल्थ डाइट महत्वपूर्ण है नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन माना जाता है. नाश्ते के लिए कोई क्या खाता है, ये उस भोजन के ऑप्शन को निर्धारित करता है जो वो दिन भर में करता है.बाकी दिन के दौरान एक हेल्दी डाइट आपके ओवरऑल हेल्थ में बहुत अंतर डाल सकता है लेकिन इसे केवल एक या दो फूड्स को घटाकर या जोड़कर हासिल नहीं किया जा सकता है.वजन घटाने के मूल सिद्धांत; स्वस्थ भोजन और एक्सरसाइज; ठीक से पालन किया जाना चाहिए ताकि रिजल्ट संतोषजनक और लंबे समय तक चलने वाले हों.क्यूंकि हम खास तौर से पेट वाले एरिया पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वजन घटाने के सिद्धांतों को पेट की ओर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है ताकि उचित वजन कम हो सके. अपने आहार में प्रोटीन और फाइबर को शामिल करना और कार्ब्स को कम करना प्रोपोर्शनल पेट रखने की कुंजी है. यहां कुछ दूसरे नाश्ते के ऑप्शन दिए गए हैं जो आपको लीन टोर्सो के साथ हेल्दी और फिट शरीर के अपने टारगेट को हासिल करने में मदद करेंगे.
1. दही
स्टडीज से पता चला है कि जिन लोगों ने दही का सेवन अपने आहार में शामिल नहीं करने वालों की तुलना में ज्यादा बार किया, उन्होंने ज्यादा वजन कम किया और दुबली मांसपेशियों को बनाए रखा.

ये वजन घटाने के लिए कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों के महत्व पर प्रकाश डालता है. आहार में कैल्शियम की उचित मात्रा मांसपेशियों को प्रभावित नहीं करती है, शरीर को मांसपेशियों को बनाए रखने में मदद करती है जो कैलोरी बर्न करने में मदद करती है और फैट को कम करती है.

दही प्रोटीन से भी भरपूर होता है, जो एक प्रमुख तत्व है जो शरीर की चर्बी को कम करने में मदद करता है. हालांकि ये विधिवत ध्यान दिया जाना चाहिए कि फलों के योगर्ट में बहुत ज्यादा चीनी होती है और हेल्दी ऑप्शन जैसे कि ग्रीक योगर्ट का सेवन किया जाना चाहिए .

2. उपमा
उपमा फाइबर से भरपूर होता है और हेल्दी वजन घटाने वाले डाइट ऑप्शन के लिए पहला बॉक्स चुनता है. इसमें सूजी भी होती है जो स्वाभाविक रूप से फैट में कम होती है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के साथ मदद करती है क्योंकि इसमें अच्छी फैट होती है.

केवल ध्यान रखने वाली बात ये है कि इसे कम तेल में पकाया जाना चाहिए ताकि ज्यादा फैट से पोषण संबंधी फायदे खत्म न हो जाएं जो रेंग सकते हैं.

3. अंडे
जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर और कार्ब्स या फैट में कम, अंडे नाश्ते के लिए सही ऑप्शन हैं. उन्हें तले हुए, सिके हुए या सब्जियों के साथ आमलेट के रूप में खाने की ज्यादा रिकमेंडेशन की जाती है क्योंकि ये कम फैट वाला, भरने वाला नाश्ता बनाता है.

4. दलिया
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कार्बोहाइड्रेट, ओट्स वर्सटाईल हैं और एक पावर-पैक, हेल्दी नाश्ते के लिए दूध के साथ मिलाया जा सकता है.
इन्हें रात भर ठंडा करने के बाद दही या ठंडे दूध के साथ भी खाया जा सकता है और अपनी पसंद के फल मिलाने से आपका मनचाहा स्वाद बढ़ सकता है. मिठास के लिए चीनी की जगह शहद एक अच्छा ऑप्शन है.

5. मूंग दाल चिल्ला
मूंग दाल मूल रूप से छोले का छिलका है जो फाइबर का बहुत रिच सोर्स है. पाचन फाइबर के अलावा, इसमें उचित मात्रा में प्रोटीन भी होता है, जो इसे एक बेहतरीन नाश्ते का ऑप्शन बनाता है जो वजन घटाने में आपकी मदद करेगा.आप बैटर में सब्जियां मिला सकते हैं ताकि भोजन हेल्दी, ज्यादा पौष्टिक और भरने वाला हो जाए |
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सर्दियों के मौसम में यूरिक एसिड से कैसे करें बचाव

सर्दियों का मौसम अपने साथ कई समस्याएं भी लेकर आता है. सर्दियों में जुकाम, खांसी, बुखार के अलावा जो चीज सबसे ज्यादा परेशान करती है वो है यूरिक एसिड का बढ़ना. ठंड के मौसम में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है. ठंड के मौसम में हड्डियों में दर्द और अकड़न की समस्या काफी बढ़ जाती है. ऐसे में ऐसे में यूरिक एसिड की समस्या से बचने के लिए आपको कुछ चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. ठंड में इन चीजों का सेवन करने से आपकी यूरिक एसिड की समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है.आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में-सर्दियों में खतरनाक साबित हो सकती है यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या, 

इन तरीकों से करें कंट्रोल

दही- सर्दियों में दही का ज्यादा सेवन करने से यूरिक एसिड की समस्या बढ़ सकती है. इसमें मौजूद ट्रांसफैट आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है.

दाल- यूरिक एसिड की समस्या से परेशान हैं तो छिलके वाली दालों से परहेज करें. यह सेहत के लिए तो फायदेमंद होती हैं लेकिन यूरिक एसिड की समस्या को बढ़ा सकती हैं.

कोल्ड ड्रिंक्स- यूरिक एसिड की समस्या से बचने के लिए कोल्ड ड्रिंक का सेवन बिल्कुल ना करें. इससे हड्डियों की समस्या काफी बढ़ सकती है.मटर- मटर प्रोटीन का अच्छा सोर्स होती है. मटर सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है लेकिन इसके अधिक सेवन से आपका यूरिक एसिड काफी बढ़ सकता है. ऐसे में फ्रोटीन युक्त चीजों का अधिक सेवन करने से भी यूरिक एसिड काफी बढ़ सकता है |

 

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सर्दियों में तिल के लड्डू से बनाये अपनी सेहत

सर्दियों  सर्दी का मौसम यानी ढेर सारी स्किन प्रॉब्लम्स जैसे ड्राईनेस, पिंपल्स, एक्ने आदि। वहीं, क्रिसमस के बाद न्यूईयर, फिर लोहड़ी और ढेर सारी मिठाईयां... ऐसे में वजन बढ़ना भी लाजमी है। यही नहीं, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के कारण लोगों को इस बात की चिंता भी सता रही है कि कहीं उनकी इम्यूनिटी ना कमजोर हो जाए। परेशान ना हो जनाब क्योंकि इन सभी समस्याओं का सॉल्यून अब आप एक चीज खाकर कर सकते हैं। हम बात कर रहे हैं तिल-गुल के लड्डू की।

 रेसिपी....
सामाग्री (सर्विंग्स - 4-5)
तिल - 370 ग्राम
नारियल - 80 ग्राम
घी - 80 मिलीलीटर
गुड़ - 370 ग्राम
इलायची - 1 छोटा चम्मच

बनाने की विधि
1. सबसे पहले एक पैन में तिल डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें। भूनने के बाद इसे साइड में रख दें।
2. दूसरे पैन में नारियल को सुनहरा भूरा होने तक भूनें और एक तरफ रख दें।
3. एक कड़ाही मेंघी गर्म करके उसमें गुड़ डालकर तब तक पकाए जब तक वो घुल ना जाए।
4. फिर इसमें भुने तिल, भुना नारियल, इलायची मिक्स करें और कुछ देर ठंडा होने दीजिए।
5. इसके बाद हाथ में थोड़ा-सा मिश्रण लेकर लड्डू बनाकर लें।
6. लीजिए आपके तिल लड्डू बनकर तैयार है।

अब जानिए सर्दियों में तिल के लड्डू खाने के फायदे

इम्युनिटी बढ़ाए और वजन भी घटाए
तिल-गुड़ लड्डू ना सिर्फ शरीर को अंदर से गर्म रखती है बल्कि यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदगार है। वहीं, फेस्टिवल सीजन में इसका सेवन आपके वजन को कंट्रोल करने में भी मदद करेगा।

बेहतर पाचन क्रिया पाचन क्रिया
हाई फाइबर और असंतृप्त फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण तिल कब्ज को ठीक करने में मदद करते हैं। साथ ही इससे पाचन क्रिया भी सही रहती है।

मजबूत हड्डियां
तिल में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। साथ ही इससे सर्दियों में जोड़ों के दर्द की परेशानी नहीं होती।

एनीमिया से बचाव
तिल में भरपूर आयरन होता है, जिससे शरीर में खून की कमी नहीं होती। साथ ही इससे आप थकावट, एनीमिया जैसे परेशानियों से भी बचे रहते हैं।

दिल को रखे स्वस्थ
इसमें मौजूद अनसैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नहीं बढ़ता है, जिससे दिल स्वस्थ रहता है।
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जियो ने कम की प्लान्स की वैलिडिटी

भारतीय टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो  ने कुछ दिनों पहले ही यह अनाउन्समेंट किया था कि वो अपने प्रीपेड प्लान्स की कीमत को बढ़ रहे हैं और आपको शायद पता हो, 1 दिसंबर से जियो ने अपने इस फैसले को लागू भी कर दिया था. जहां जियो ने अपने कई सारे प्लान्स के दामों को बढ़ाया है वहीं कई यूजर्स इस बात से खुश हैं कि कुछ ऐसे भी प्रीपेड प्लान्स हैं जिनकी कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है. लेकिन इन प्लान्स की वैलिडिटी को कम कर दिया गया है.

 जियो ने कम की प्लान्स की वैलिडिटी
जियो ने पिछले दिनों अपने कई सारे प्रीपेड प्लान्स की कीमत को बढ़ाने का ऐलान किया और 1 दिसंबर से इन प्लान्स की नई कीमतों को लागू भी कर दिया. आपको बता दें कि कुछ ऐसे भी प्रीपेड प्लान्स हैं, जिनकी कीमत तो नहीं बढ़ाई गई है लेकिन उनकी वैलिडिटी जरूर कम कर दी गई है. आज हम 200 रुपये से कम कीमत वाले दो ऐसे प्लान्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी कीमत वही है पर वैलिडिटी कम है.

 जियो के 149 रुपये वाले प्लान की वैलिडिटी हुई कम
जियो का जो 149 रुपये वाला प्लान है, वो काफी लोकप्रिय है. आपको बता दें कि कुछ समय पहले तक इस प्रीपेड प्लान की वैलिडिटी 28 दिनों की थी लेकिन अब यह प्लान 24 दिनों की वैलिडिटी के साथ आता है. इस प्लान में अब आपको 149 रुपये के बदले रोज 1GB डेटा, किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग और 100 एसएमएस प्रति दिन की सुविधा मिलेगी. इतना ही नहीं, आपको सभी जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन भी पाएंगे.

 जियो के 199 रुपये वाले प्लान की वैलिडिटी भी घटी
जियो का एक प्रीपेड प्लान, जिसकी कीमत 199 रुपये है, उसमें आपको रोज 1.5GB डेटा, रोज के 100 एसएमएस और किसी भी नेटवर्क पर अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा मिलेगी. आपको बता दें कि पहले इस प्लान की वैलिडिटी 28 दिनों की थी लेकिन अब जियो का यह प्लान 23 दिनों की वैलिडिटी के साथ आता है.ये जियो के 200 रुपये से कम वाले कुछ ऐसे प्रीपेड प्लान्स हैं जिनकी कीमत में इजाफा नहीं किया गया है लेकिन इनकी वैलिडिटी जरूर कम कर दी गई है.
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पेट की चर्बी घटानी है तो करें नौकासन

आज की लाइफस्टाइल में अगर कोई बीमारी सबसे तेजी से बढ़ रही है तो वो है मोटापा. खान पान और गलत दिनचर्या की वजह से आज हर तीसरा आदमी इससे पीड़ित है. योग में मोटापे को कम करने के लिए कई आसन हैं, जिसमें नौकासन सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस आसन से न सिर्फ मोटापा दूर होता है बल्कि पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है नौकासन शरीर की सेंट्रल नर्व पर काम करता है और सूर्य चक्र को जागृत करता है. ये दिखने में जितना आसान नजर आता है, करने में उतना ही कठिन होता है. हालांकि नियमित अभ्यास से कुछ ही दिनों में यह संभव हो सकता है

क्या है नौकासन
  1. नौकासन पीठ के बल लेट कर किये जाने वाले आसनों में एक महत्वपूर्ण योगासन है. इसे नौकासन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका आकार नाव की तरह का होता है. इसको नावासन के नाम से भी पुकारा जाता है, अंग्रेजी में इसे बोट पोज भी कहा जाता है.
  2. नौकासन करने का सरल तरीका 
  3. नौकासन करने के लिए पीठ के बल पर लेटें
  4. दोनों पैरों को एकसाथ जोड़कर रखें एवं हाथों को भी शरीर के पास ही रखें
  5. लंबी गहरी सांस लें और सांस को छोड़ते हुए हाथ, पैर, छाती, सिर आदि को उठाएं
  6. हाथ और पैर एकदम सीधे रखें और घुटनों को न मोड़ें
  7. पैरों को उतना उठाएं कि जबतक पेट में खिंचाव न महसूस होने लगे
  8. शरीर के पूरे वजन को नितंब पर संतुलित करने का प्रयास करें
  9. इस स्थिति में आप 30 से 60 सेकंड तक रुकें.

नौकासन के जबरदस्त लाभ 

  1. नौकासन पेट की चर्बी को कम करने के लिए बहुत ही उम्दा योगाभ्यास है.
  2. नियमित रूप से इस आसन को करने से किडनी स्वस्थ रहती है.
  3. इसके नियमित अभ्यास से शरीर का यह अंग बेहतर तरीके से काम करता है.
  4. यह योगाभ्यास आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पाचन से संबंधित रोग जैसे कब्ज, एसिडिटी, गैस आदि से आपको छुटकारा दिलाता है.
  5. इस आसन को करने से कमर में थोड़ी बहुत परेशानी हो सकती है, लेकिन धीरे धीरे यह आपके कमर को मजबूत बनाता है.
  6. नौकासन करने के दौरान बरतें ये सावधानियां
  7. गर्भावस्था और मासिक धर्म में इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए
  8. यदि पेट से जुड़े कोई ऑपरेशन को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो नौकासन न करें
  9. अस्थमा और दिल के मरीजों को भी पेट की चर्बी घटानी है तो करें नौकासन, मिलेंगे जबरदस्त फायदे
  10. आज की लाइफस्टाइल में अगर कोई बीमारी सबसे तेजी से बढ़ रही है तो वो है मोटापा. खान पान और गलत दिनचर्या की वजह से आज हर तीसरा आदमी इससे पीड़ित है. योग में मोटापे को कम करने के लिए कई आसन हैं, जिसमें नौकासन सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस आसन से न सिर्फ मोटापा दूर होता है बल्कि पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है.
  11. नौकासन शरीर की सेंट्रल नर्व पर काम करता है और सूर्य चक्र को जागृत करता है. ये दिखने में जितना आसान नजर आता है, करने में उतना ही कठिन होता है. हालांकि नियमित अभ्यास से कुछ ही दिनों में यह संभव हो सकता है | 

 
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मशरूम खाए पर जरा संभलकर

मशरूम का इस्तेमाल सब्जी, सलाद या अचार बनाने के लिए किया जाता है। मशरूम में विटामिन फाइबर और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। बाजार में मशरूम की कई प्रजातियाँ उपलब्ध है। लेकिन मशरूम खरीदते समय इसकी सही से पहचान करना बहुत जरूरी होता है वरना यह हमारी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। 
जहरीले मशरूम की पहचान
आमतौर पर खाने के लिए सफेद बटन मशरूम का इस्तेमाल किया जाता है। इसकी छतरी सफेद और गोल होती है। कोशिश करें कि आप बाजार के किसी अच्छी दुकान से ताजा बटन मशरूम पहचानकर ही खरीदें। ताजा मशरुम सॉफ्ट होता है।
पहाड़ी इलाकों या ठंडी जगहों पर बारिश के मौसम में जगह जगह जंगली मशरूम उग आता है, जिसे कुकुरमुत्ता भी कहते हैं। यह दिखने में मशरूम जैसा ही होता है लेकिन इसकी छतरी चपटी होती है। इस मशरूम का सेवन करने से बचें क्योंकि इसमें कई हानिकारक तत्व पाए जाते हैं। जंगली मशरूम का सेवन करने से आप बीमार भी पड़ सकते हैं। कई बार आपने मशरूम खरीदते हुए ध्यान दिया होगा कि मशरूम के ऊपर पर काले धब्बे या काले पाउडर जैसी चीज़ नज़र आती है, ऐसे मशरूम का सेवन नहीं करना चाहिए।
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सर्दियों में फटे होठो की समस्या से पाये निजात

सर्दियों में ठंड के कारण हमारे चेहरे की त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। इसके साथ ही सर्दियों में होंठ भी फटने लग जाते हैं जो ना केवल देखने में बेकार लगता है बल्कि कष्टदायी भी होता है। कुछ ऐसे घरेलु नुस्खे जिनकी मदद से आप आसानी से फ़टे और रूखे होठों से छुटकारा पा सकते हैं। 
शहद और चीनी
होठों की ड्राईनेस से छुटकारा पाने के लिए लिप्स को एक्सफोलिएट करना बहुत जरुरी है। होठों पर जमा डेड स्किन सेल्स को रिमूव करने के लिए आप शहद और चीन से बने स्क्रब का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आधा चम्मच चीनी में थोड़ा सा शहद मिलाएं और इसे अपने होठों पर लगाकर हल्के हाथों से रगड़ें। इसके बाद पानी से धो लें। ऐसा आप हर तीसरे -चौथे दिन कर सकते हैं।  
नारियल तेल
नारियल का तेल ना सिर्फ हमारे बालों के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि होठों को भी सॉफ्ट रखने में मदद करता है। इसमें फैटी एसिड होते हैं जो लिप्स को सॉफ्ट और स्मूद रखने में मदद करते हैं। फटे और सूखे होंठों पर रोजाना के तेल से मालिश करने से फायदा मिलेगा।

 

 

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आंखों के नीचे काले घेरे से छुटकारा पाने के घरेलु उपाय जानिए

आंखों के नीचे काले घेरे पुरुष और महिलाओं दोनों में बराबर रूप से देखने में मिलते हैं। सामान्यतः ज्यादा समय तक मोबाइल, कम्प्यूटर या टेलीविज़न स्क्रीन के सामने रहने, पौष्टिक आहार की कमी, अनिद्रा, तनाव, हीमोग्लोबिन की कमी इसका मुख्य कारण मानी जाती है। जब आंखों के नीचे काले धब्बे हो तो आप थके हुए लगने लगते हैं। वहीं आंखों के आसपास की त्वचा बहुत नाजुक और पतली होती है। इसके आसपास की त्वचा में तेल ग्रंथियां नहीं होती हैं। जिसकी वजह से सबसे पहले आंखों के चारों ओर काले घेरे जैसी समस्याएं दिखाई देती हैं। आंखों के नीचे काले धब्बों को खानपान में बदलाव, शरीर में पर्याप्त नमी, कम से कम आठ घंटे की नींद के साथ ही कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपचारों के माध्यम से पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।

चलिए आज हम आपको लेखिका अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ और हर्बल क्वीन के कुछ खास टिप्स बताते हैं। इसकी मदद से आप आंखों के नीचे काले घेरों की समस्या से जल्दी ही छुटकारा पा सकती हैं।

टमाटर लगाएं
आंखों के नीचे छाए काले घेरों से छुटकारा दिलाने में टमाटर बहुत मददगार होते हैं। क्योंकि इसमें लाइकोपीन नामक तत्व होता है। इसलिए आप दो चम्मच टमाटर के रस में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाएं। इस मिश्रण को रुई की मदद से आंखों के नीचे लगाएं। करीब 10 मिनट तक यह मिश्रण लगा रहने दें फिर धो लें।

कच्चा दूध
एक चमच्च कच्चा दूध लें। इसमें 1/4 चमच्च ताजा नींबू का रस मिलाएं। जब दूध फट जाए तो इसमें एक चम्मच कच्चा शहद मिलाएं। मिश्रण से आंखों के आसपास 10 मिनट तक मसाज करें। फिर इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें। इसके बाद सादे पानी से धो लें।

गुलाब जल और दूध
गुलाब जल और दूध काले धब्बों को मिटाने में सहायक साबित होते हैं। इसके लिए ठंडा दूध और गुलाब जल को बराबर मात्रा में मिलाएं। मिश्रण में दो कॉटन पैड भिगोकर अपनी आंखों के ऊपर रखें। इससे डार्क सर्कल्स को कवर कर लें। इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें। कॉटन पैड निकालें और ताजे पानी से धो लें। काले घेरे हटाने के लिए इस प्रक्रिया को दूध के साथ हर हफ्ते 3 बार दोहरा सकते हैं।

बादाम का तेल
बादाम का शुद्ध तेल आंखों के आसपास थोड़ा-थोड़ा लगाएं। फिर एक उंगली का उपयोग करके आंख के नीचे एक मिनट त्वचा पर हल्के से मालिश करें। केवल एक दिशा में मालिश करें। 15 मिनट के लिए छोड़ दें और नम रूई से धीरे से पोंछ लें।

आलू का रस
आलू का रस भी प्रभावी होता है। इससे त्वचा की हल्की ब्लीचिंग हो जाती है। आलू का रस निकालकर रूई से आंखों के चारों ओर लगाएं। 20 मिनट के लिए छोड़ दें और सादे पानी से धीरे से धो लें।

खीरे का रस
खीरे का रस भी बेहतर तरीका है। इसे रोजाना आंखों के आसपास लगाना चाहिए और 15 मिनट के बाद सादे पानी से धो लेना चाहिए। खीरे के स्लाइस को पलकों पर भी रखा जा सकता है। खीरा, टमाटर और नींबू के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर रोजाना लगाएं और 15 मिनट बाद पानी से धो लें। टमाटर के रस से त्वचा का रंग साफ होता है। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए आप खीरे को अपनी डाइट में शामिल कर सकती है।

अंडे का सफेद भाग
अंडा आपकी त्वचा के लिए बेहद लाभकारी होता है। इसके लिए अंडे की सफेदी में नींबू का रस और एक चुटकी हल्दी मिलाएं। आंखों के नीचे लगाएं और 10 मिनट तक रहने दें। सादे पानी से धो लें।

पुदीने के पत्ते
पुदीने के पत्तों से भी आंखों के नीचे के काले घेरों को कम किया जा सकता है। पुदीने की पत्तियों का पेस्ट बनाएं नींबू के रस की कुछ बूंदे डालकर आंखों के नीचे 10 मिनट तक लगाएं। बाद में इसे सादे पानी से धो लें।

नारियल का ठंडा दूध
रूई का उपयोग करके रोजाना आंखों के आसपास ठंडे दूध का सेक करें। दूध त्वचा के रंग को साफ करता है। यह त्वचा को आराम और पोषण देता है जिससे छोटी रेखाएं व झुर्रियां कम होती हैं। त्वचा को साफ करने के लिए नारियल का दूध आंखों के आसपास लगाएं। 15 मिनट बाद सादे पानी से धो लें।

सेब का रस
कद्दूकस किया हुआ सेब या सेब का रस भी आंखों के नीचे लगाया जा सकता है। सेब में विटामिन बी और सी के अलावा टैनिक एसिड होता है जो त्वचा का रंग साफ करता है।

इन बातों का भी रखें ध्यान रखें
धूप में निकलने से पहले आंखों के नीचे थोड़ा सा सनस्क्रीन लोशन जरूर लगाएं। याद रखें कि आंखों के आसपास की त्वचा पर भारी क्रीम लगाना उपयुक्त नहीं हैं। यहां विशेष रूप से बनी हल्की क्रीम लोशन या सीरम लगाएं।साबुत अनाज, स्किम्ड दूध, पनीर, दाल और बीन्स के साथ रोज के खाने में ताजे फल, सलाद, दही और स्प्राउट्स जैसे पौष्टिक आहार शामिल करें।रात में आंखों का मेकअप हटाना सबसे जरूरी होता है। इसलिए क्लींजिंग जेल व नम रूई के उपयोग से हल्के हाथ से आंखों का मेकअप हटाकर ही सोएं।
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दिवाली पर महिलाएं ऐसे करें मेकअप

दीपावली है। ऐसे में सभी लोग नए-नए वस्त्र धारण करते है। इस दिन प्रत्येक महिला खूबसूरत नजर आना चाहती है। मगर दीपावली के दिन इतने काम होने के कारण सही से मेकअप करने का वक़्त नहीं प्राप्त हो पाता है तथा कई बार तो ऐसा होता है कि मेकअप कर ही नहीं पाते हैं। ऐसे में अब आपको चिंतित होने की दिक्कत नहीं है क्योंकि हम आपको ऐसे मेकअप टिप्स के बारे में बताएंगे जिसे अपनाकर आप भी इस दीपावली पर झटपट मेकअप कर सकते हैं 

चेहरा फेसवॉस से धोएं - दीपावली पर तैयार होने के लिए सबसे पहले चेहरे की धूल को साफ करें, इसके लिए आप फेसवॉश से चेहरा धोए। तत्पश्चात, इसे तौलिए से सुखा लें।

क्रीम लगाएं - चेहरे पर कभी भी बगैर लोशन लगाए मेकअप न करें। यदि आपकी ऑयली त्वचा है तो आप एलोवेरा जेल भी लगा सकते हैं। वहीं आप कोई क्रीम भी लगा सकते हैं।

फाउंडेशन -  चेहरे पर क्रीम लगाने के पश्चात् आप फाउंडेशन लगाएं इसके लिए आप स्टिक फाउंडेशन का भी उपयोग कर सकते हैं। वहीं आप इसके पश्चात् मेकअप स्पन्ज को पानी में डुबाएं तथा फिर उसे निचोड़ लें। इसके पश्चात् इसकी सहायता से फाउंडेशन को चेबर पर अच्छी प्रकार से फैला लें। जिससे स्पॉट्स छिप जाएं।

आईलाइनर - फाउंडेशन लगाने के बार आईलाइनर लगाएं। वैसे तो आईलाइन लगाने में बेहद वक़्त लगता है मगर इसे सरल बनाने के लए आईलैश के ठीक ऊपर पहले डॉट्स बना लें। इसके पश्चात् इसकी सहायता से आईलाइनर लगाएं।

आईशैडो - आईशैडो पर मेहनत नहीं करनी है तो जो भी लिपस्टिक लगाने वाली हैं इससे छोटा सा सर्कल आईलिड्स पर बनाएं तथा उसे भर दें। तत्पश्चात, इसे अपनी रिंग फिंगर से स्प्रेड कर लें।

मस्कारा - मस्कारा लगाने के लिए एक छोटी कटोरी लें तथा उसमें आईलिड्स वाला भाग कवर कर लें। तथा मस्कारा अपनी पलको पर लगाएं।

लिपस्टिक -सबसे आखिर में लिपस्टिक लगाएं। इसके पश्चात् अपने हाथों से अपने होठों के कोनों पर भी लगाएं।

 

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सर्दियों में फायदेमंद हैं नारियल तेल

सर्दियों में त्वचा को मुलायम और ग्लोइंग बनाए रखना थोड़ा मुशिकल होता है. ठंड में त्वचा रूखी, सुस्त, खुजलीदार हो जाती है. सर्दियों में त्वचा की देखभाल (के लिए जरूरी है कि आप रूखी त्वचा से बचने की कोशिश करें. इसके लिए बाजार में बहुत सारे फेस मॉइस्चराइजर उपलब्ध हैं. लेकिन कभी-कभी हमारी त्वचा को उन मॉइस्चराइजर की तुलना में बहुत अधिक नमी की आवश्यकता होती है.ऐसे आप प्राकृतिक उपचार अपना सकते हैं. नारियल का तेल रूखी त्वचा के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक उपचार है. सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए नारियल के तेल का इस्तेमाल कैसे करें आइए जानें.

सर्दियों में त्वचा की देखभाल ऐसे करें

नारियल तेल से मालिश
अपनी हथेली पर नारियल के तेल की कुछ बूंदें लें और रगडें. इसे पूरे साफ चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी लगाएं. अपनी उंगलियों से कुछ मिनट के लिए हल्के हाथों से मालिश करें. इसे त्वचा पर 20-30 मिनट तक रखें. चेहरे से तेल को पोंछने के लिए एक मुलायम और गीले कॉटन फेस टॉवल का इस्तेमाल करें. चेहरे को सादे पानी से धो लें. सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए इस सरल उपाय को हर दिन दोहराएं.

शिया बटर और नारियल का तेल
डबल बॉयलर का इस्तेमाल करके, 1-2 टेबल-स्पून कच्चा शिया बटर पिघलाएं. पिघलने के बाद इसमें 1 टेबलस्पून नारियल का तेल डालें और धीमी आंच पर तब तक चलाते रहें जब तक कि सामग्री एक साथ न मिल जाए. आंच बंद कर दें और मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें. इसे पूरे चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी लगाएं. कुछ देर के लिए अपनी उंगलियों से त्वचा की धीरे-धीरे मालिश करें. 15-20 मिनट के बाद, इसे एक नम कपड़े से पोंछ लें और चेहरे पर ताजे पानी के छींटे मारें. सप्ताह में दो या तीन बार इसे दोहराएं.

जैतून का तेल और नारियल का तेल
नारियल तेल और जैतून के तेल की कुछ बूंदों को एक साथ मिलाएं. इस तेल के मिश्रण से अपने चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी मसाज करें. कुछ देर मसाज करते रहें. कुछ समय तक इसे लगा रहने दें, जब तक कि त्वचा इसका अधिक से अधिक अवशोषण न कर ले. इसे रात भर लगा रहने दें और अगली सुबह धो लें.

सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए ग्लिसरीन और नारियल का तेल
एक चम्मच नारियल के तेल में ग्लिसरीन की कुछ बूंदें मिलाएं और एक साथ मिलाएं. इस परिणामी मिश्रण को पूरे चेहरे के साथ-साथ गर्दन पर भी लगाएं. इससे अपनी उंगलियों से अपनी त्वचा की मसाज करें. कुछ समय तक लगा रहने दें, जब तक कि त्वचा इसे अवशोषित न कर ले. ये एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर के रूप में काम करता है. आप हर बार अपना चेहरा धोने के बाद इस मिश्रण का इस्तेमाल कर सकते हैं. सर्दियों में त्वचा की देखभाल के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करने का ये एक शानदार तरीका है |
 
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इस दीपावली पर बनाएं गोंद के लड्डू, जानें रेसिपी

गोंद के लड्डू बाजार में तमाम मिठाइयों की दुकानों पर मिल जाते हैं. सेहत के लिहाज से गोंद के लड्डू बेहद फायदेमंद होते हैं. ये शरीर में गर्माहट लाते हैं और कमजोरी को दूर करते हैं. खाने में ये लड्डू बहुत स्वादिष्ट होते हैं. सर्दियों में अगर रोजाना रात को सोने से पहले गोंद का एक लड्डू खाकर गर्म दूध ​पीया जाए तो शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है, मौसमी बीमारियों से बचाव होता है और हड्डियों को मजबूती मिलती है अब चूंकि सर्दियों की आहट महसूस होने लगी है और दीपावली का शुभ अवसर भी आने वाला है. ऐसे मौके पर आपको घर पर गोंद के स्वादिष्ट लड्डू जरूर ट्राई करने चाहिए. इससे आप घर आए मेहमानों का मुंह भी मीठा करा सकती हैं और परिवार की सेहत का खयाल भी रख सकती हैं.

जानिए गोंद के लड्डू की रेसिपी

सामग्री
एक कप गेहूं का आटा, एक कप बूरा या पिसी हुई चीनी, चौथाई कप देसी घी, 100 ग्राम गोंद, 10 से 12 काजू, दो चम्मच खरबूजे के बीज, चौथाई चम्मच इलाएची पाउडर

बनाने की विधि
  • सबसे पहले गोंद को एक प्लेट में निकालकर कुछ समय के लिए तेज धूप में रखें, ताकि उसके अंदर की नमी पूरी तरह से गायब हो जाए. इसके बाद गोंद को बारीक टुकड़ों में तोड़ लें. काजू को भी टुकड़ों में काट लें.
  •  अब कड़ाही में थोड़ा घी डालकर गर्म कीजिए. इसमें थोड़ा थोड़ा गोंद डालकर फ्राई करें. गोंद घी में डलने के बाद पॉपकॉर्न की तरह फूलेगा. गोंद को फ्राई एकदम धीमी आंच पर करें ताकि वो अंदर तक अच्छे से ​फ्राई हो जाए.
  • गोंद के अच्छे से फ्राई हुआ है या नहीं, इसे चेक करने के लिए आप फ्राइड गोंद का एक टुकड़ा लेकर हाथ पर रखें और इसे हाथों से दबाएं. अगर ये चूरा बन जाता है तो समझिए अच्छे से सिंक गया है.
  • जब सारा गोंद फ्राई हो जाए तो इसे एक प्लेट में निकाल लें और बचे घी में आटा डालें. इसे पंजीरी की तरह भूनें. गोल्डन होने दें. आटे को भूनने के बाद प्लेट में निकाल लें और इसी कड़ाही में खरबूजे के बीज डालकर भी हल्के से भून लें.
  • अब गोंद को बेलन की मदद से बारीक पीस लें. इसके बाद गोंद समेत सारी सामग्री को भुने आटे में मिक्स करें. अब इन सारी चीजों को अच्छी तरह से मिक्स करें और इस मिश्रण से नींबू के आकार के गोल लड्डू बनाएं. मिश्रण के हल्का गरम रहते ही लड्डू बना लीजिए वरना ये बिखरने लगता है. अगर जरूरत पड़े तो थोड़ा घी पिघलाकर डाल सकते हैं.
आप चाहें तो लड्डू बनाने के लिए बूरा की जगह चाशनी में सारी सामग्री डालकर लड्डू तैयार कर सकती हैं. लेकिन इसमें घी की मात्रा आधा कप ही काफी रहेगी. चाशनी से बने लड्डू आसानी से बंध जाते हैं
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मुंबई : क्रूज ड्रग्स मामले में 25 करोड़ रूपए का सच

झूठा सच@मुंबई :- मुंबई ड्रग्स मामले में समीर वानखेड़े द्वारा  25 करोड़ रुपये की डिमांड की बात में  कितनी सच्चाई हैं यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन इन आरोपों के बीच जिस प्रकार से समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखी है उससे इस मामले में एक नया नाटकीय मोड़ सामने आया हैं .


वानखेड़े ने की कार्रवाई ना करने की अपील  

चिट्ठी में लिखा कि गलत तथ्यों के जरिए मुझे कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फंसाने की कोशिश हो रही है,जिससे मेरे खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. वहीं इसके बाद बिना नाम लिए  वानखेड़े ने मंत्री नवाब मलिक पर भी निशाना साधा है.उनकी तरफ से चिट्ठी में लिखा गया है कि मीडिया में कुछ लोगों द्वारा मुझे जेल में  भेजने और मेरी गिरफ्तारी जैसी बातें बोली जा रही हैं. मेरी आपसे अपील है कि गलत तथ्य और गलत इरादों के जरिए लगाए गए आरोपों के दम पर आप कोई कानूनी कार्रवाई ना करें.

NCB ने किया आरोपों को सिरे से खारिज
वैसे प्रभाकर सैल ने जो आरोप लगाए हैं, उस पर एनसीबी ने भी सफाई पेश कर दी है. उनकी तरफ से कहा गया है कि जिसने आरोप लगाया है वो खुद इस केस में एक गवाह है. और जब ये मामला कोर्ट में चल रहा हो, ऐसे में कोई बयान भी कोर्ट में जाकर ही देना चाहिए. किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लेना गलत है. एनसीबी ने ये भी कहा है कि समीर वानखेड़े ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है


 
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67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उत्कृष्ट फिल्मों और कलाकारों मिला पुरुस्कार

 झूठा सच @नई दिल्ली :- नई दिल्‍ली में आयोजित 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने  सुपर स्टार रजनीकांत को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दादा साहब फाल्के फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 


इसके अलावा प्रियदर्शन की मलयालम फिल्म 'मरक्कर अरबीकादिलिंते सिंघम' को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का और  संजय पूरन सिंह चौहान को हिंदी फिल्म 'बहत्तर हुरैन' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशन का पुरस्कार दिया गया। अभिनेता मनोज बाजपेयी को हिंदी फिल्म 'भोंसले' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार और धनुष को तमिल फिल्म 'असुरन' के लिए पुरस्कार दिया गया। कंगना रनौत को उनकी फिल्म 'मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी' और 'पंगा' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्‍कार मिला। तमिल फिल्म 'सुपर डीलक्स' के लिए विजया सेतुपति को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता और पल्लवी जोशी को हिंदी फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया।

बी. प्राक को हिंदी फिल्म 'केसरी' के गाने "तेरी मिट्टी" के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक का पुरस्कार मिलेगा। सावनी रवींद्र को मराठी फिल्म 'बार्डो' के गीत "रण पेटला" के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार दिया गया। डी. इम्मान को तमिल फिल्म 'विश्वसम' में उनके गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रबुद्ध बनर्जी को बांग्ला फिल्म 'ज्येष्ठपुत्र' में पार्श्व संगीत के लिए पुरस्कार मिला। मलयालम फिल्म 'कोलांबी' के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार प्रभा वर्मा को दिया गया। तेलुगु फिल्म 'महर्षि' के लिए राजू सुंदरम को सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का पुरस्कार मिला। सिक्किम को सर्वाधिक फिल्म अनुकूल राज्य का पुरस्कार मिलेगा। सर्वश्रेष्ठ गैर फीचर फिल्म का पुरस्कार हेमंत गाबा की फिल्म 'एन इंजीनियर्ड ड्रीम' को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक का पुरस्कार सोहिनी चट्टोपाध्याय को दिया गया। गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म 'राधा' को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ कला और संस्कृति फिल्म का पुरस्कार उड़िया गैर-फीचर फिल्म 'श्रीक्षेत्र रु सहिजाता' को दिया गया। गैर-फीचर फिल्मों के लिए सर्वश्रेष्ठ कथन का पुरस्कार सर डेविड एटनबरो द्वारा 'वाइल्ड कर्नाटक' (अंग्रेजी) को दिया गया। गैर-फीचर फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार बिशाखज्योति द्वारा 'क्रांति दर्शी गुरुजी- अहेड ऑफ टाइम्स' (हिंदी) को दिया गया। सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार संजय सूरी द्वारा लिखित 'ए गांधीयन अफेयर: इंडियाज क्यूरियस पोर्ट्रेट ऑफ लव इन सिनेमा' को दिया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए, उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों की फिल्मों को पुरस्कार जीतते हुए देखकर खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि फिल्में जलवायु परिवर्तन सहित हमारे समय के प्रासंगिक मुद्दों से निपटती हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रतिष्ठित दादा भाई फाल्‍के पुरस्‍कार प्राप्‍त करने वाले अभिनेता रजनीकांत को बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि इन पांच दशकों में रजनीकांत संस्‍था बन गए। उन्‍होंने कहा कि सिनेमा केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं बल्कि समाज को महत्‍वपूर्ण संदेश देने में भी महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। 
   
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उपवास में खुद को कैसे रखें फिट और ग्लो

नवरात्रि पर लोग 9 दिनों के उपवास रखकर माता की पूजा अर्चना में लगे रहते है। लेकिन उपवास के दौरान सही डाईट नहीं लेने के कारण उपवास करने वालों में थकान, एनर्जी की कमी और सुस्ती महसूस करने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिससे हमारी स्थिति बिगाड़ सकती है। इसके लिए जरूरी है कि अपनी हेल्थ का पुरा ध्यान रखे और इस बात की जानकारी भी रखें कि उपवास के दौरान क्या खाए, कब खाए और कितना खाए इससे शरीर को जरूरी न्यूट्रिशन्स और हाइड्रेशन मिलते रहेंगे। जिससे आप स्वस्थ्य रहकर उपवास के दौरान शरीर की जरूरतों को पुरा करते हुए नवरात्रि के व्रत और उपासना का लाभ उठा सकेंगे।
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इस नंबर को न करें डायल, वरना फोन हो जाएगा रिसेट

नई दिल्ली। दुनिया भर में अरबों लोग एंड्रॉयड फोन्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन फोन्स में ऐसे कई छुपे हुए फीचर्स होते हैं, जिनके बारे में शायद ही हमें पता होता है। अमूमन देखा जाता है कि हमारे मोबाइल फोन्स में जब हम कुछ कोड नंबर्स को डायल करते हैं, तो फोन से जुड़ी कई जानकारियां हमारे सामने आ जाती हैं। उदाहरण के तौर पर जब हम मोबाइल फोन के डायल स्क्रीन पर *#06#  डायल करते हैं, तो फोन की ई एम आई संख्या स्क्रीन पर हमें देखने को मिलती है। इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे नंबर के बारे में बताने वाले हैं, जिसे भूल कर भी नहीं डायल करना चाहिए। अगर आप इस नंबर को डायल करते हैं, तो पल भर में ही आपका फोन रिसेट हो जाएगा। फोन रिसेट होने के बाद आपका सारा जरूरी डाटा वाइप आउट हो सकता है। इसी सिलसिले में आइए जानते हैं उस नंबर के बारे में, जिसे डायल करने से फोन रिसेट हो जाता है।
हमारे एंड्रॉयड मोबाइल के भीतर ऐसे कई डायल कोड होते हैं, जिनकी मदद से फोन के विषय में काफी कुछ जाना जा सकता है। अगर आप अपने एंड्रॉयड मोबाइल में *#07#  डायल करते हैं तो आपको उसकी Specific Absorption Rate (SAR) वैल्यू के बारे में पता चल जाएगा। 
इसके अलावा आप #*#225#*#* कोड को डायल करके इस चीज को चेक कर सकते हैं कि आपके मोबाइल कैलेंडर ने कितनी स्टोरेज को कवर किया हुआ है। वहीं *#*#4636#*#* कोड के जरिए फोन की बैटरी और नेटवर्क स्टेटिस्टिक्स के बारे में जानकारी जुटा सकते हैं। 
वहीं अगर आप गलती से *2767*3855# नंबर को डायल करते हैं, तो आपका फोन रिसेट हो जाएगा। इससे आपका सारा जरूरी डाटा फोन से डिलीट हो सकता। ऐसे में बिना सोचे समझे इस नंबर को कभी भी डायल करने की भूल न करें।
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