धर्म समाज

इस दिन सूर्य देव करने जा रहे हैं राशि परिवर्तन

  • जानें आपके जीवन पर क्या होगा असर
पंचांग के अनुसार, 16 जुलाई यानी बुधवार को सूर्य देव कर्क राशि में गोचर करेंगे. इस दिन सूर्य का गोचर सुबह 05 बजकर 40 मिनट पर होगा. ऐसे में 16 जुलाई 2025 को कर्क संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा. आइए जानते हैं कि इस कर्क संक्रांति का आपकी राशि पर क्या असर हो सकता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कर्क संक्रांति का सभी 12 राशियों पर पर पड़ेगा अलग-अलग प्रभाव-
मेष राशि-
मेष राशि वालों के लिए सूर्य का यह गोचर आपके चौथे भाव में होगा, जो सुख, माता, भूमि और भवन का भाव है. इस दौरान आपको घरेलू जीवन में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं. माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. संपत्ति से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें|
वृषभ राशि-
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर तीसरे भाव में होगा, जो पराक्रम, छोटे भाई-बहन और संचार का भाव है. इस अवधि में आपके संचार कौशल में वृद्धि हो सकती है. भाई-बहनों के साथ संबंध मजबूत होंगे. यात्रा के योग बन सकते हैं|
मिथुन राशि-
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर दूसरे भाव में होगा, जो धन, वाणी और परिवार का भाव है. इस दौरान आपको आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी. वाणी पर नियंत्रण रखें, अन्यथा परिवार में मतभेद हो सकते हैं|
कर्क राशि-
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर आपकी अपनी राशि में (पहले भाव में) होगा, जो व्यक्तित्व और स्वास्थ्य का भाव है. इस अवधि में आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी. हालांकि, स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें, खासकर आंखों और सिर से संबंधित समस्याओं का ध्यान रखें|
सिंह राशि-
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर बारहवें भाव में होगा, जो व्यय, हानि और विदेश यात्रा का भाव है. इस दौरान आपको खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी. विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं, लेकिन सावधानी बरतें|
कन्या राशि-
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर ग्यारहवें भाव में होगा, जो आय, लाभ और बड़े भाई-बहन का भाव है. इस अवधि में आपकी आय में वृद्धि के योग बन सकते हैं. सामाजिक दायरे में सक्रिय रहेंगे और नए संबंध स्थापित होंगे|
तुला राशि-
तुला राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर दसवें भाव में होगा, जो करियर, पिता और मान-सम्मान का भाव है. इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में सफलता मिल सकती है. पिता के साथ संबंधों में सुधार होगा. पदोन्नति या नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं|
वृश्चिक राशि-
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर नवें भाव में होगा, जो भाग्य, धर्म और उच्च शिक्षा का भाव है. इस अवधि में आपको भाग्य का साथ मिलेगा. धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और उच्च शिक्षा के अवसर प्राप्त हो सकते हैं|
धनु राशि-
धनु राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर आठवें भाव में होगा, जो आयु, अनुसंधान और अचानक लाभ का भाव है. इस दौरान आपको स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा. गुप्त विद्याओं में रुचि बढ़ सकती है. अचानक धन लाभ के योग बन सकते हैं|
मकर राशि-
मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर सातवें भाव में होगा, जो विवाह, साझेदारी और सार्वजनिक संबंध का भाव है. इस अवधि में वैवाहिक जीवन में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं. साझेदारी के व्यापार में सावधानी बरतें|
कुंभ राशि-
कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव में होगा, जो रोग, शत्रु और ऋण का भाव है. इस दौरान आपको स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा. शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी और ऋण से मुक्ति मिल सकती है|
मीन राशि-
मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर पांचवें भाव में होगा, जो संतान, शिक्षा और प्रेम संबंध का भाव है. इस अवधि में संतान से संबंधित शुभ समाचार मिल सकते हैं. शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी और प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी|

Leave Your Comment

Click to reload image