फटा-फट खबरें

लक्ष्य प्रतिस्पर्धा केन्द्र में यू.पी.एस.सी., सी.जी.पी.एस.सी एवं व्यापम के तैयारी हेतु प्रवेश के लिए चयन परीक्षा कल

दंतेवाड़ा : - लक्ष्य प्रतिस्पर्धा परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र दंतेवाड़ा द्वारा 02 अगस्त 2021 से 16 अगस्त 2021 तक चयन परीक्षा हेतु आवेदन स्नातक अंतिम वर्ष व स्नातक के छात्र छात्राओं से ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से मंगाए गए। जिसमें कुल 1115 आवेदन पत्र प्राप्त हुए। जिसके निरंतर पूर्व निर्धारित चयन परीक्षा जो कि 25 अगस्त 2021 को समय सुबह 10%30 से दोपहर 1.00 बजे रखी गयी है, होनी है परीक्षा के प्रवेश पत्र ऑनलाइन माध्यम से छात्र दिए गए लिंक www.ignitedmindsias.com/chhattisgarh पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं, असुविधा की स्थिति में दिए गए नंबर 9752388303 पर फाट्सएप कर सहयोग प्राप्त कर सकते हैं। कोविड-19 की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्रों में समय से पूर्व पहुंचे।

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Tokyo Paralympics 2021 - 57 साल बाद टोक्यो की वापसी

झूठा-सच@जापान.टोक्यो ओलंपिक के बाद अब सभी की निगाहें पैरालंपिक खेलों पर लगी हैं। 57 साल बाद टोक्यो को दूसरी बार पैरालंपिक खेलों की मेजबानी करने का मौका मिला हैं.वही टोक्यो पैरालंपिक का आयोजन दर्शकों के बिना किया जाएगा। कोरोना महामारी की वजह से इन खेलों में स्टेडियम में एंट्री नहीं मिलेगी। स्कूली बच्चों को इसमें जाने की मंजूरी दी गई है लेकिन उसके लिए उन्हें सभी सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। यह फैसला पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सन्स ने लिया।

 

 

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Realme कंपनी अपने पहले लैपटॉप को 18 अगस्त को करेगी लॉन्च

 रियलमी के पहले लैपटॉप यानी Realme Book का इंतजार कर रहे यूजर्स के लिए अच्छी खबर है। कंपनी अपने पहले लैपटॉप को 18 अगस्त को लॉन्च करने वाली है। कंपनी ने यह जानकारी वीबो पर दी। लैपटॉप को कंपनी सबसे पहले चीन में लॉन्च करेगी। चीन में इस लैपटॉप को रियलमी 828 फेस्टिवल के दौरान पेश किया जाएगा। लैपटॉप के साथ कंपनी अपने पहले टैबलेट Realme Pad को भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। हालांकि, अभी कन्फर्म नहीं है कि इस टैब को कब लॉन्च किया जाएगा।


रियलमी बुक के लॉन्च से पहले डिजिटल चैट स्टेशन ने इसके ऑफिशियल पोस्टर को शेयर किया है। शेयर किए गए इस पोस्टर में लैपटॉप के लुक और डिजाइन को अच्छे से देखा जा सकता है। पोस्टर को देख कर कहा जा सकता है कि लैपटॉप में मेटैलिक चेसिस के साथ पतले बेजल दिए गए हैं। यह लैपटॉप बड़े साइज के टचपैड और बैकलिट कीबोर्ड से लैस है। लैपटॉप में कंपनी एक डेडिकेटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर भी ऑफर कर रही है। रियलमी बुक के कितने वेरियंट लॉन्च होंगे इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। रियलमी इंडिया और यूरोप के सीईओ माधव सेठ ने भी रियलमी के एक लैपटॉप मॉडल को टीज किया है। इस लैपटॉप का नाम Realme Book Slim है। एक लीक रिपोर्ट की मानें तो रियलमी के इस लैपटॉप का वजन 1.3 किलोग्राम है।

रियलमी बुक में कंपनी 16जीबी की DDR4 रैम के साथ 512जीबी की PCIe स्टोरेज ऑफर करने वाली है। लैपटॉप में Intel Xe ग्राफिक्स के साथ इंटेल 11th जेनरेशन कोर i5-1135G7 प्रोसेसर मिलेगा। डिस्प्ले की बात करें तो इसमें 14 इंच की 2K स्क्रीन मिलेगी। लैपटॉप में ओएस के तौर पर कंपनी विंडोज 10 होम दे सकती है। बैटरी की जहां तक बात है तो इसमें 54Wh की बैटरी मिलेगी जो 65 वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। लैपटॉप में दमदार साउंड के लिए हार्मन कार्डन के स्पीकर मिल सकते हैं। इसके अलावा कनेक्टिविटी लिए लैपटॉप में ट्रिपल माइक्रोफोन ऐरे, दो यूएसबी C 3.1 स्लॉट, एक यूएसबी 3.2 जेनरेशन 1 पोर्ट और एक 3.5mm ऑडियो जैक दिया जा सकता है। इस लैपटॉप की कीमत भारत में 55 हजार रुपये के आसपास हो सकती है।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 20वीं कड़ी 8 अगस्त को होगा प्रसारण

रायपुर:- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 20वीं कड़ी का प्रसारण 8 अगस्त रविवार को होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार आदिवासी अंचलों की अपेक्षाएं और विकास विषय पर प्रदेशवासियों से बातचीत करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम. रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चौनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के कृषि लघुवनोपज के वेल्यू एडिशन के लिए किया का आव्हान

  •  व्यापारी एवं उद्यमी ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए चैन सिस्टम विकसित करें   
  •  सरकार की मंशा गांव प्रोडक्शन और शहर ट्रेडिंग के केन्द्र बनें 
  •  लाभप्रद व्यवसाय के लिए गांवों और शहरों का एकजुट होना जरूरी 
रायपुर:-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के व्यापारियों एवं उद्यमियों को छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पाद एवं लघुवनोपज के वेल्यूएडिशन और व्यापार के लिए आगे आने का आव्हान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य की नयी औद्योगिक नीति में कई तरह की सहूलियतें दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण अंचल में फूड प्रोसेसिंग यूनिट, लघु वनोपज की प्रसंस्करण यूनिट सहित अन्य सामग्रियों के उत्पाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने व्यापारियों एवं उद्यमियों से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए चैन सिस्टम विकसित करने की भी बात कही। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल आज शाम यहां अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ चेम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि मंडल को सम्बोधित कर रहे थे।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गांवों के गौठानों में इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की जा रही है। यहां ग्रामीणों एवं महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कृषि एवं वनोत्पाद से संबंधित आयमूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि व्यापारी एवं उद्यमी अपनी डिमांड एवं क्वालिटी के आधार पर गांवों में कृषि एवं लघु वनोपज से संबंधित उत्पादों का वैल्यूएडिशन एवं प्रोडक्शन करा सकते हैं। इसके लिए ग्रामीणों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को ट्रेनिंग देकर उन्हें स्किल्ड करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे ग्रामीणों, महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पाद को आसानी से मार्केट उपलब्ध हो सकेगा। ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर सुलभ होंगे। व्यापारियों एवं उद्यमियों को वाजिब दाम पर उच्च क्वालिटी के प्रोडक्ट मिलेंगे, जिससे व्यापार में लाभ होगा। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कहा कि अमचूर जो औसतन 80 से 120 रूपए किलो में बिकता है। दंतेवाड़ा में सिर्फ अमचूर कटिंग में स्टेनलेस ब्लेड का उपयोग करने से यह अमचूर 600 रूपए किलो में बिकने लगा है। कोण्डागांव का तिखूर ड्रिंक वियतनाम जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे राज्य के व्यापारी और उद्यमी छत्तीसगढ़ के उत्पाद को देश-दुनिया में ट्रेडिंग करें। मुख्यमंत्री ने व्यापारियों एवं उद्यमियों को इसके लिए शासन की ओर से हर संभव मदद करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मिशन मिलेट शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि गांवों को शहरों से व्यापार-व्यवसाय के मामले में जोड़ने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के के प्रदेश कार्यालय भवन के निर्माण के लिए रायपुर में रियायती दर पर भूमि आबंटित करने, उरला औद्योगिक क्षेत्र को बिरगांव नगर निगम की सीमा से पृथक रखने, प्रदेश के सभी जिलों में थोक व्यापार के लिए होल सेल कारिडोर की स्थापना तथा फ्री होल्ड भूमि के संबंध में आवश्यक कार्यवाही की बात कही।
 
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एवं इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अमर परवानी ने राज्य के 8 लाख व्यापारियों की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अभिनंदन किया और कहा कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विजन अनुरूप राज्य के चहुंमुखी विकास में सहभागी बने यह हमारा प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि आपके नेतृत्व में उद्योग एवं व्यापार को प्रोत्साहन और बेहतर वातावरण का निर्माण हुआ है। उन्होंने व्यापार-व्यवसाय की बेहतरी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लिए गए फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यही वजह है, कि राज्य को जीएसटी में 33 प्रतिशत की ग्रोथ मिली है। उन्होंने राज्य में फूड प्रोसेसिंग एवं कृषि आधारित उद्योग, कुटीर एवं लघु उद्योग को बढ़ावा देने तथा गांव और गौठानों से व्यापारी और व्यवसायियों को जोड़ने के लिए चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा की जा रही पहल की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चेम्बर इसका भी आंकलन कर रहा है कि छत्तीसगढ़ से कौन-कौन से उत्पाद अन्य राज्यों एवं देशों को जाते हैं, उसे चिन्हित कर इसका राज्य में विपुल पैमाने पर उत्पादन करने की दिशा में चेम्बर परिवार काम करेगा। इस मौके पर चेम्बर ऑफ कॉमर्स की समस्याओं एवं मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर संरक्षक  महेन्द्र धाड़िवाल, सीतामल वाधवानी एवं  गर्ग ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष  रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष  गिरीश देवांगन सहित चेम्बर ऑफ कॉमर्स की कार्यकारणी के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थे। 
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खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने ई-पास मशीन का किया निरीक्षण

रायपुर : - छत्तीसगढ़ सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत ने आज रायपुर के पीडीएस दुकानों का निरीक्षण किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ नगर टिकरापारा उचित मूल्य की दुकान तथा अपना गार्डन के पास अम्लीडीह स्थित उचित मूल्य की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। खाद्य मंत्री ने इस दौरान दुकान संचालकों में हितग्राहियों को अच्छी गुणवत्ता की राशन सामग्री प्रदान करने के निर्देश दिये।


मंत्री अमरजीत भगत आज विशेष तौर पर वन नेशन वन राशन कार्ड के क्रियान्वयन हेतु दुकानों में लगाई गई इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का जायजा लेने निकले थे। उन्होंने उपरोक्त दुकानों में इन्स्टॉल की गई ई-पॉज़(इलेक्ट्रॉनिक पॉइन्ट ऑफ सेल) मशीन की जांच की। यह मशीन ट्रायल के तौर पर धमतरी और रायपुर की उचित मूल्य की दुकानों में लगाई गई हैं।

मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि पहले चरण में शहरी क्षेत्रों में मशीनें लगाने के बाद दूसरे चरण में जल्दी ही यह मशीनें ग्रामीण क्षेत्र की उचित मूल्य की दुकानों में लगाई जाएँगी। उन्होंने बताया “छत्तीसगढ़ में वन नेशन वन राशन कार्ड योजना का शुभारंभ किया जा रहा है। पहले चरण में इसकी शुरूआत नगरीय क्षेत्रों में हो रही है। इसी के तहत रायपुर और धमतरी की दुकानों में ई-पॉज़ मशीनें लगाई गई हैं। इसका नतीजा कैसा है, यह मशीन क्या परिणाम दे रही हैं, यह देखने हम गए थे। नतीजे संतोषप्रद हैं।’’

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा है कि वे पूरे प्रदेश में वन नेशन वन राशन कार्ड योजना आरंभ करने वाले हैं। इससे छत्तीसगढ़ के हितग्राही जब अन्य प्रदेशों में जाएँगे तो उन्हें राशन प्राप्त करने में आसानी होगी। इस दौरान मंत्रीअमरजीत भगत के साथ खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा, मार्कफेड की एमडी  किरण कौशल सहित जिले के खाद्य अधिकारी उपस्थित थे।
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वर्मी कंपोस्ट और केंचुआ बेचकर महिलाओं ने 6 महीनों में ही कमाए 6 लाख रूपए

  • मनरेगा से बने 30 टांकों में वर्मी कंपोस्ट और केंचुआ का उत्पादन 
  • समूह की महिलाएं ज्यादा कमाई के लिए बकरीपालन भी कर रहीं, 70 हजार रूपए की खरीदी बकरियां

रायपुर :- महिलाएं घर के भीतर और बाहर दोनों जगह मोर्चा संभाल रही हैं। घर के काम निपटाने के बाद वे स्वसहायता समूह बनाकर स्वरोजगार कर आर्थिक तौर पर भी स्वावलंबी बन रही हैं। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़ीं धमतरी जिले के कुरूद विकासखंड की गातापार (को) की महिलाएं अपनी उद्यमिता से सफलता की नई इबारत लिख रही हैं। वहां की कामधेनु कृषक अभिरूचि महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं ने वर्मी कंपोस्ट और केंचुआ उत्पादन का काम शुरू किया और छह महीनों में ही छह लाख रूपए की कमाई कर लीं। गांव में वर्मी कंपोस्ट निर्माण के लिए मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) से बनाए गए 30 टांकों ने उनकी सफलता की बुनियाद रखी। अपनी सीखने की ललक, हुनर और मेहनत से उन्होंने इसे परवान चढ़ाया।

सामान्य बचत से शुरूआत कर समूह के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने वाली इन महिलाओं का सफर वित्तीय वर्ष 2020-21 में तब शुरू हुआ, जब पंचायत की पहल पर मनरेगा से गांव में आठ लाख रूपए की लागत से सामुदायिक वर्मी कम्पोस्ट इकाई का निर्माण हुआ। ग्राम पंचायत ने चरणबद्ध तरीके से 30 टांके बनवाएं। इस काम में 88 मनरेगा श्रमिकों को सीधा रोजगार मिला। इस दौरान 561 मानव दिवसों का सृजन कर श्रमिकों को एक लाख रूपए से अधिक का मजदूरी भुगतान किया गया। टांकों के निर्माण के दौरान ही समूह की महिलाओं ने कृषि विभाग की मदद से जैविक खाद उत्पादन का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर लिया था। टांके बनने के बाद वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के लिए पंचायत ने तत्काल इन्हें कामधेनु कृषक अभिरूचि महिला स्वसहायता समूह को सौंप दिया। समूह ने इसी साल (2021 में) जैविक खाद बनाने का काम शुरू किया और पिछले छह महीनों में ही 295 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री कर एक लाख 33 हजार रूपए कमाए। जैविक खाद के साथ ही महिलाएं इसे तैयार करने में सहयोगी केंचुएं भी बेच रही हैं। बीते छह महीनों में 24 क्विंटल केंचुआ बेचकर महिलाओं ने चार लाख 62 हजार रूपए का शुद्ध मुनाफा कमाया है।

कामधेनु कृषक अभिरूचि महिला स्वसहायता समूह की अध्यक्ष मालती यादव बताती हैं कि उनके 11 सदस्यों वाले समूह ने पंचायत से टांका मिलने के बाद वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन शुरू किया था। प्रत्येक टांका में भराव की क्षमता 30 से 35 क्विंटल की है। समूह ने पिछले छह माह में 320 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बनाया है, जिसमें से 295 क्विंटल बेचा जा चुका है। इससे समूह को दो लाख 95 हजार रूपए मिले हैं। लागत एवं अन्य खर्चों को काटकर एक लाख 33 हजार रूपए की शुद्ध आमदनी हुई है।  

समूह की सचिव  निर्मला साहू बताती हैं कि वे लोग मनरेगा से निर्मित सामुदायिक वर्मी कम्पोस्ट इकाई में जैविक खाद के साथ ही केंचुआ उत्पादन भी कर रही हैं। उन्होंने अब तक 50 क्विंटल केंचुआ का उत्पादन कर लिया है। इनमें से 24 क्विंटल की बिक्री भी हो चुकी है, जिससे समूह को चार लाख 80 हजार रूपए प्राप्त हुए हैं। इकाई के संधारण एवं केंचुआ खरीदी पर हुए खर्चों को काटने के बाद समूह को इससे चार लाख 62 हजार रूपए की शुद्ध आय हुई है। समूह की सदस्य गौरी ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट से हुई कमाई से समूह ने बकरीपालन शुरू किया है। इसके लिए 70 हजार रूपए की बकरियां खरीदी गई हैं। उनका समूह भविष्य में पशुपालन के काम को आगे बढ़ाना चाहता है। इसके लिए 50 हजार रूपए अलग से रखे गए हैं। वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के लिए गौठान में भी 50 हजार रूपये लगाए हैं।
 
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ग्राम पंचायत बोलबाला के गोठान में मुर्गीपालन हेतु प्रशिक्षण आयोजित

कोण्डागांव  :- जिले के गोठानों में आजीविका की व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देश पर सभी गोठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सूकर पालन जैसी गतिविधियों को करने हेतु बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओं को प्रेरित किया जा रहा है। जिसके तहत् बुधवार को विकासखंड कोण्डागांव के ग्राम पंचायत बोलबाला के गोठान में मुर्गीपालन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।


इस अवसर पर उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाए डॉ शिशिरकान्त पांडेय के मार्गदर्शन में पशुधन विकास विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र कोण्डागांव के संयुक्त तत्वाधान में गोठान में निर्मित मुर्गी शेड में प्रगति स्व सहायता समूह की महिलाओं को मुर्गीपालन हेतु प्रशिक्षण दिया गया। उपरोक्त गोठान में समूह द्वारा ब्रायलर पालन किया जाना प्रस्तावित है। जिसके लिए इस सप्ताह के अंत तक चूजे लाये जाएंगे। प्रशिक्षण में पशु विषय विशेषज्ञ कृषि विज्ञान केंद्र डॉ हितेश मिश्रा ने चूजों के आगमन से लेकर उनके पोषण, रखरखाव एवं नियमित प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि चूजों के लिए उचित तापमान मैनेज करना अतिआवश्यक होता है एवं जिसके कुशल प्रबंधन से मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं विकासखण्ड प्रभारी डॉ नीता मिश्रा ने कुकाडगारकापाल में समूह की दीदियों द्वारा किये जा रहे मुर्गीपालन का उदाहरण देते हुए मुर्गीयो में रोगो की पहचान, रोग नियंत्रण व बचाव हेतु टीकाकरण के महत्व को समझाया तथा प्रायोगिक तौर पर लिटर, ब्रूडर गार्ड, लाइट प्रबंधन, दाना पानी देने का तरीका बताते हुए उत्तम मुर्गीपालन हेतु बायोसेक्युरिटी मापदंडो का पालन करने के संबंध में जानकारी दी गई। उक्त कार्यक्रम में सरपंच ग्राम पंचायत बोलबाला रतनू राम पोयाम, बी पी एम आजीविका मिशन रैनु नेताम, सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्र अधिकारी वारिश नंद, पीआरपी आजीविका मिशन रीता पटेल, पशु सखी यशोदा, हिरदु, बुधराम, प्रगति स्व सहायता समूह के अध्यक्ष कुंबति पोयाम, सचिव रामशिला पोयाम सहित सभी सदस्य उपस्थित रहे।

 

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मनरेगा से बने तालाब ने दिया आजीविका का नया साधन, बेटी की बीमारी में साबित हुई संजीवनी

रायपुर : -  मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) कई रूपों में लोगों का जीवन बदल रहा है। जरूरत के समय सीधा रोजगार देने के साथ ही आजीविका के साधनों को भी मजबूत कर रहा है। ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए रोजगार के वैकल्पिक साधन भी निर्मित कर रहा है। कोरिया जिले के किसान श्री धर्मपाल सिंह के जीवन में मनरेगा हवा का सुखद झोंका लेकर आया है। खेत में मनरेगा से बने तालाब में मछलीपालन कर वे अतिरिक्त कमाई कर रहे हैं। सिंचाई का साधन मिलने से खेती में अब जोखिम कम हो गया है। पैदावार बढ़ गई है और मुनाफा भी। बेहतर हुई माली हालत के कारण बेटी के थैलेसीमिया से पीड़ित होने पर अच्छा उपचार करा पाए। इलाज हेतु आर्थिक मदद के लिए किसी का मुंह नहीं ताकना पड़ा। मुश्किल वक्त में मनरेगा से बना तालाब संजीवनी बना।


मनेन्द्रगढ़ विकासखण्ड के मुसरा ग्राम पंचायत के आश्रित गांव बाही के साढ़े तीन एकड़ जोत के छोटे किसान हैं श्री धर्मपाल सिंह। मनरेगा से खेत में तालाब खुदाई के पहले उनकी कृषि बारिश के भरोसे थी। धान की खेती के बाद आजीविका के लिए वे मनरेगा के अंतर्गत होने वाले कार्यों तथा गांव के दूसरे बड़े किसानों के यहां मिलने वाले कामों पर निर्भर थे। अपनी पत्नी श्रीमती लक्ष्मी के साथ मजदूरी कर परिवार का पेट पालते थे। पांच सदस्यों के परिवार में जब उनकी तीसरी संतान दस साल की पूर्णिमा को थैलेसीमिया नामक रक्त न बनने की बीमारी हुई, तो परिवार परेशानी में आ गया। श्री धर्मपाल सिंह के सामने परिवार के भरण-पोषण के साथ बेटी के लगातार चलने वाले इलाज के लिए पैसों के इंतजाम की भी चुनौती थी।

स कठिन समय में सहायक मत्स्य अधिकारी श्री हिमांचल नाथ वर्मा की सलाह उम्मीद की किरण लेकर आई। उन्होंने आजीविका संवर्धन और आमदनी बढ़ाने के लिए श्री धर्मपाल सिंह को मछलीपालन की सलाह दी। मनरेगा के तहत खेत में तालाब निर्माण के लिए श्री धर्मपाल सिंह के आवेदन के ग्रामसभा में अनुमोदन के बाद वर्ष 2019-20 में इसके लिए तीन लाख रूपए मंजूर किए गए। तालाब खुदाई के लिए मछलीपालन विभाग को निर्माण एजेंसी बनाया गया। तालाब निर्माण के दौरान श्री धर्मपाल सिंह के परिवार को भी 84 मानव दिवस का सीधा रोजगार प्राप्त हुआ, जिसके लिए उन्हें 15 हजार रूपए की मजदूरी मिली।

खेत में तालाब के निर्माण से जहां कम बारिश की स्थिति में फसलों को बचाने का साधन मिल गया, तो वहीं इससे खेतों में नमी भी बनी रहने लगी। तालाब खुदाई के बाद पिछले साल से श्री धर्मपाल सिंह के खेतों में धान की अच्छी उपज होने लगी है। वे धान के बाद अब सब्जी की भी खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त कमाई होने लगी है। पिछले साल रबी सीजन में उन्होंने उड़द लगाकर एक क्विंटल उत्पादन प्राप्त किया था। तालाब में मछलीपालन का धंधा भी अच्छा चल रहा है। पिछले एक साल से बेटी के लगातार चल रहे इलाज में मछलीपालन से हो रही कमाई ने अच्छा संबल दिया है। थैलेसीमिया के कारण उसे हर माह खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। श्री धर्मपाल सिंह के मुश्किल समय में मनरेगा से निर्मित तालाब ने बड़ा सहारा दिया है।  बीते छह महीनों में उन्होंने मछली बेचकर 50 हजार रूपए कमाए हैं। इसकी बदौलत उन्होंने परिवार के भरण-पोषण और बेटी के इलाज के खर्च की चुनौतियों का मजबूती से सामना किया है
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छत्तीसगढ़: सेंट्रल लाइब्रेरी में युवा गढ़ रहें अपना सुनहरा भविष्य

छत्तीसगढ़:- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान यहां सेंट्रल लाइब्रेरी की सौगात दी थी। इस लाइब्रेरी का उपयोग कर युवा अब अपने सुनहरे भविष्य के लिए भरपूर मेहनत कर रहे हैं। प्रदेश की इस डिजीटल लाइब्रेरी की स्थापना के बाद यहां 680 से ज्यादा पंजीकृत सदस्य हैं जो इस सर्व सुविधायुक्त डिजीटल लाइब्रेरी में पठन-पाठन कर रहे हैं। बिलासपुर संभाग समेत पूरे प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए जाना जाता है, ऐसे में काफी समय से शहर में एक सर्व सुविधायुक्त लाइब्रेरी की कमी महसूस की जा रही थी। नगर पालिक निगम और बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा प्रदेश के पहले डिजिटल लाइब्रेरी की भी स्थापना की गई है। सेंट्रल लाइब्रेरी परिसर में पाठकों के पढ़ने के लिए अलग-अलग विषयों की पांच हजार पुस्तकें उपलब्ध है। जिसमें कला, विज्ञान, गणित, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कानून, मोटिवेशनल, मेडिकल, अध्यात्म, प्रतियोगी परीक्षाओं के स्टडी मटेरियल शामिल है। इसके अलावा साहित्य जगत, उपन्यास और ख्यातिलब्ध लेखकों की पुस्तकों का भी संग्रह रखा गया है। इसी तरह डिजिटल लाइब्रेरी में तीस कंप्यूटर सिस्टम इंस्टाल किया गया है जिसमें पांच हजार स्टडी मटेरियल उपलब्ध है। इसके जरिए लोग देश-दुनिया से जुड़ भी रहें है और डिजिटल तरीके से पढ़ाई भी हो रही है।


छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए रायगढ़ से आकर बिलासपुर में कोचिंग कर रही छात्रा सुश्री मनीषा पटेल विगत मार्च माह से सेंट्रल लाईब्रेरी में प्रतिदिन 7-8 घण्टे बैठकर अपनी पढ़ाई कर रही हैं। यहां का शांत वातावरण, साफ सफाई और अनुशासन उन्हें बहुत पसंद है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण चलते सार्वजनिक स्थलों पर जाने से लोग बच रहे है लेकिन सेंट्रल लाईब्रेरी में प्रोटोकाल का पालन कड़ाई से किया जा रहा है। जो सदस्य इसका उल्लंघन करता है उस पर अर्थदण्ड भी लगाया जाता है। इस व्यवस्था से लाईब्रेरी में संक्रमण का खतरा कम है। इसलिए वह प्रतिदिन बिना नागा के लाईब्रेरी का लाभ ले रही है। मेडिकल के छात्र डॉ. रजत अग्रवाल प्रीपीजी की तैयारी कर रहे है। वे जनवरी माह से रोज आते है और डिजिटल लाईब्रेरी का लाभ उठा रहे है।

उन्होंने बताया कि लाईब्रेरी का माहौल उन्हें बहुत पसंद है। घर में पढ़ाई सुविधाजनक नहीं है, यहां बैठकर वे पूरी एकाग्रता के साथ अध्ययन कर पाते है। सेंट्रल लाइब्रेरी में सदस्यता के लिए अलग-अलग वर्गों हेतु शुल्क निर्धारित किया गया है, जिसमें सामान्य नागरिकों के लिए, छात्रों के लिए, पूर्व शासकीय सेवक, वरिष्ठ नागरिक, कार्पोरेट से जुड़े लोगों के लिए अलग-अलग शुल्क अलग निर्धारित किया गया है. सदस्यता शुल्क माह, तिमाही, अर्धवार्षिक और आजीवन सदस्यता के आधार पर लिया जा रहा है। सेंट्रल लाइब्रेरी प्रदेश की पहली लाइब्रेरी है जहाँ बच्चों के लिए एक अलग जोन बनाया गया है। जहां बच्चों के पढ़ने के लिए एक अलग वातावरण है। जिसमें ई बुक, आडियों बुक, बोर्ड बुक, पिक्चर बुक, साथ में मस्ती के लिए उपकरण भी उपलब्ध हैं। सेंट्रल लाइब्रेरी में अगर कोई पुस्तकें दान करने का इच्छुक हो तो वह दान कर सकता है। इसके लिए सहायक प्रभारी श्री विकास पात्रे, मो. 7440944000 और लाइब्रेरियन श्री धनकुमार महिलांग फोन नंबर-07752434279 से संपर्क किया जा सकता है।
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बलौदाबाजार : सैनिक स्कूल अंबिकापुर में कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश हेतु परीक्षा परिणाम जारी

बलौदाबाजार  :- प्रदेश के एक मात्र सैनिक स्कूल अंबिकापुर में सत्र 2021-22 हेतु कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश हेतु परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया  है। अधिक जानकारी के संबंध में  सैनिक स्कूल अंबिकापुर की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट सैनिकस्कूलअम्बिकापुर डॉट वोआरजी डॉट इन में जाकर विस्तृत परीक्षा परिणाम एवं निर्देश देख सकतें है। इसके साथ ही स्कूल की दूरभाष क्रमांक 07774-261609 और मोबाईल नंबर 7747032999 से संपर्क किये जा सकते है।

 

 

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रायपुर : विभागीय परीक्षा का परिणाम घोषित

रायपुर :-  राज्य शासन के गृह विभाग द्वारा संचालित विभागीय परीक्षा 25 जनवरी से 1 फरवरी तक शासकीय छत्तीसगढ़ महाविद्यालय,रायपुर में आयोजित की गई थी। इसका परीक्षाफल घोषित किया गया है। उपायुक्त रायपुर संभाग आनंद मसीह ने बताया कि परीक्षा परिणाम का अवलोकन संभाग आयुक्त के कार्यालय में किया जा सकता है।

 

 
 

 

 

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राज्य खेल पुरस्कार के लिए 10 अगस्त तक कर सकते है आवेदन

रायपुर :-  छत्तीसगढ़ शासन खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा प्रतिवर्ष खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, निर्णायकों को खेल पुरस्कार प्रदान कर राज्य खेल अंलकरण सें सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार राज्य के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों, प्रशिक्षकों, निर्णायकों को प्रदान किये जाते हैं। इसके लिए विभाग द्वारा 7 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे, जिसे बढ़ा कर अब 10 अगस्त कर दिया गया है। आवेदन खेल एवं युवा कल्याण विभाग के जिला कार्यालय या संचालनालय में राज्य खेल संघों से अनुशंसा सहित आवेदन निर्धारित तिथि तक कार्यालयीन समय अवधि में जमा किए जा सकते हैं। खिलाड़ी को पृथक-पृथक वर्षों के लिए पृथक-पृथक आवेदन प्रस्तुत करना होगा। आवेदन पत्रों का प्रारूप मय विज्ञापन विभाग की वेबसाइट www.sportsyw.cg.gov.in पद  पर उपलब्ध है। 

राज्य खेल अंलकरण के अंतर्गत सीनियर वर्ग के ऐसे खिलाड़ियों को शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार से अलंकृत किया जाएगा, जिनके द्वारा राष्ट्रीय चैैम्पियनशिप में या राष्ट्रीय खेलों में कोई पदक प्राप्त किया गया हो या अधिकृत अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया गया हो। इसी प्रकार जूनियर वर्ग के उन खिलाड़ियों को शहीद कोैशल यादव पुरस्कार से अंलकृत किया जाएगा, जिनके द्वारा जूनियर वर्ग के राष्ट्रीय चैैम्पियनशिप में कोई पदक प्राप्त किया गया हो। ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने विगत 5 वर्षों में  चार बार सीनियर वर्ग राष्ट्रीय चैैम्पियनशिप में छत्तीसगढ़ की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाले महिला, पुरूष खिलाड़ियो को शहीद पंकज विक्रम सम्मान से सम्मानित किया जाता है।
 
प्रशिक्षकों, निर्णायकों को वीर हनुमान सिंह पुरस्कार से अलंकृत किया जायेगा। खेल से जुड़े 55 वर्ष या अधिक उम्र के अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भाग लिया हो या राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त किया हो या संबंधित ने ऐसी कोई उल्लेखनीय सेवा खेल के क्षेत्र में की हो, जिसके आधार पर उन्हें सम्मानित किये जाने हेतु विचार किया जाए, उन्हें शहीद विनोद चौबे सम्मान से अलंकृत किया जावेगा। इसी प्रकार सीनियर व जूनियर वर्ग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता पदक प्राप्त दल को मुख्यमंत्री ट्राफी प्रदान की जाती है। पुरस्कार के नियम छत्तीसगढ़ राजपत्र मे प्रकाशित किए गए है, नियमों के अंतर्गत पात्रता रखने वाले आवेदकों को पुरस्कार के लिए प्रावीण्यता के आधार पर चयन किया जाएगा।
 
शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार हेतु 03 लाख रूपये, शहीद कौशल यादव पुरस्कार हेतु एक लाख 50 हजार रूपये, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार हेतु एक लाख 50 हजार रूपये, शहीद विनोद चौबे सम्मान एवं पंकज विक्रम सम्मान हेतु 25-25 हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसी प्रकार सीनियर एवं जूनियर वर्ग के दलीय खेलों के लिए मुख्यमंत्री ट्राफी प्रदान की जायेगी, जिसमें ऐसे दलीय खेल जिसके सदस्यों की संख्या 04 है, उन्हें सीनियर वर्ग में दो लाख रूपये एवं जूनियर वर्ग में एक लाख रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा तथा ऐसे दलीय खेल जिनमें सदस्यों की संख्या 04 से अधिक है, उन्हें सीनियर वर्ग में 5 लाख रूपये तथा जूनियर वर्ग में 3 लाख रूपए का पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। पुरस्कार के अतिरिक्त मानपत्र, अलंकरण फलक, ब्लेजर एवं टाई प्रदान की जाएगी।
 
राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त विजेताओं को प्रोत्साहन नियम के तहत नगद राशि पुरस्कार अलंकरण प्रदान किया जाता है। वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में (1 अप्रैल से 31 मार्च तक 2 वर्ष के लिए) जिन खिलाड़ियों ने सब जूनियर, जूनियर एवं सीनियर वर्ग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त किया है, वे खिलाड़ी जिला कार्यालय एवं अपने खेल संघों से आवेदन फार्म प्राप्त कर निर्धारित तिथि तक अपना आवेदन जमा कर सकेंगे।
 
इसी प्रकार खेलवृत्ति (डाईट मनी) के लिए जिन खिलाड़ियों  ने विगत वर्ष अधिकृत राज्य स्तरीय प्रतियोगिता मे पदक प्राप्त किया हो या राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व किया हो, खेलवृत्ति हेतु आवेदन कर सकेंगे। खेलवृत्ति के अधिकतम आयु 19 वर्ष से अधिक नही होने चाहिए। खेल संघों से प्रोत्साहन के लिए उनके द्वारा वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में (1 अप्रैल से 31 मार्च दो वर्ष के लिए) अर्जित की गई उपलब्धि के लिए प्रेरणा निधि के आवेदन जिला कार्यालय या संचालनालय में निर्धारित तिथि तक जमा कर सकेंगे।
 
पुरस्कार, नगद राशि, खेलवृत्ति प्रेरणा निधि हेतु आवेदन फॉर्म संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण या विभाग के सभी जिला कार्यालय एवं राज्य खेल संघों से प्राप्त किये जा सकते है। शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार के आवेदन संघों के माध्यम से नियमानुसाार निर्धारित प्रक्रिया के तहत राज्य खेल संघों की अनुशंसा सहित प्राप्त किये जायेंगे। खेल संघ पृथक-पृथक वर्षवार दो पुरस्कारों (एक महिला, एक पुरुष खिलाड़ी) के लिये वरीयता के आधार पर 2-2 खिलाड़ियों के नाम की अनुशंसा कर सकेंगे। पंकज विक्रम पुरस्कार के आवेदन संचालनालय एवं जिला कार्यालय में खिलाड़ियों से सीधे स्वीकार नही किये जायेंगे।  
 
पुरस्कार नियम में प्रावधानों के अनुरूप जिन खिलाड़ियों की मान्यता प्राप्त संघ द्वारा पुरस्कार के लिए अनुशंसा नहीं की गई है और तुलनात्मक रूप से उनकी उपलब्धि अधिक है, तो ऐसे खिलाड़ी तत्संबंधी विवरण प्रस्तुत कर, निर्धारित प्रारूप में अपना व्यक्तिगत विवरण लेख करते हुए अब 10 अगस्त 2021 तक, कार्यालयीन समय में संचालनालय, खेल एवं युवा कल्याण, सरदार वल्लभ भाई पटेल, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम, जी.ई. रोड, रायपुर या खेल विभाग के जिला कार्यालयों में अपना आवेदन सीधे जमा कर सकते हैं।
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आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया फिर शुरू

सूरजपुर:-  आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत जिला में आयुष्मान कार्ड बनायें जा रहें हैं। इस कार्ड को दिखाते ही राज्य के अनुबंधित में सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में शत-प्रतिशत निःशुल्क इलाज मिलेगा। आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया फिर शुरु प्रदेश के च्वाइस सेंटर में निःशुल्क कार्ड बनायें जाएंगे। भारत सरकार एवं राज्य शासन के निर्देशानुसार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत जिले के अनुमति प्राप्त च्वॉइस सेंटर में पात्र हितग्राहियों की पात्रता अनुसार आयुष्मान कार्ड सह पंजीयन बनाने का काम 30 अप्रैल तक संचालित था। परंतु कोविड-19 के प्रसार को देखते हुए इस कार्य को स्थगित किया गया था।


इसे अब पुनः प्रारंभ कर दिया गया है, जिससे हितग्राही आपातकालीन अथवा जरूरत के आधार पर जिलें, प्रदेश तथा प्रदेश के बाहर पंजीकृत अथवा सूचीबद्ध शासकीय, निजी अस्पताल में भर्ती होकर 5 लाख रूपये या 50 हजार रूपये तक की प्रति वर्ष स्वास्थ्य लाभ लेकर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। जिन पात्र हितग्राहियों ने पूर्व में विभिन्न चिन्हांकित चॉइस सेंटर में अपना पंजीयन करायें थे उसी चॉइस सेंटर में अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड पुनः दिखाकर निःशुल्क पी.व्ही.सी. कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। राज्य नोडल एजेंसी ने बताया कि पूर्व में 1 मार्च से 31 मार्च तक आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी थी। जिसे बढ़ाकर 30 अप्रैल तक किया गया था। इस अवधि में आपके द्वार आयुष्मान योजना के तहत पंजीयन के मामले में छग १० देश में सर्वश्रेष्ठ रहा था। इस अवधि से सबसे अधिक कार्ड बनाये गये। आयुष्मान कार्ड एवं पंजीयन की अधिक जानकारी के लिए कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सूरजपुर या टोल फ्री नंबर 104 में संपर्क कर सकते है।

इसे पुनः प्रारंभ करने संचालक स्वास्थ्य सेवाए मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य नोडल एजेंसी द्वारा प्राप्त निर्देश एवं कलेक्टर के मार्गदर्शन में ऐसे हितग्राही जिन्होंने अभी तक आयुष्मान कार्ड पंजीयन नहीं करवायें है वे अपना राशन कार्ड व आधार कार्ड लेकर नजदीकी चॉइस सेंटर में जाकर कार्ड बनवा सकते है। अब तक जिले में 364593 आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके है तथा जनवरी 2021 से माह जुलाई तक 3657 हितग्राहियों को इस योनजा के माध्यम से इलाज की सुविधा प्रदान किया गया है। जब भी अस्पताल आये तो अपना राशन कार्ड व आधार कार्ड अवश्य ले कर जायें।
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रायपुर : बस्तर क्षेत्र के विकास के लिए बनेगी विशेष कार्ययोजना

  •   लक्ष्यों का निर्धारण और उनकी उपलब्धि के लिए मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

 रायपुर :-  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान बस्तर संभाग के सातो जिलों में विशेष कार्ययोजना बनाकर लक्ष्य आधारित क्रियान्वयन के निर्देश विभिन्न विभागों को दिए थे। इसी संदर्भ में आज मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आदिवासी विकास विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, जल संसाधन विभाग, वन विभाग, खाद्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग के सचिवों सहित बस्तर संभाग के संभागायुक्त, समस्त कलेक्टर, मुख्य वन सरंक्षक, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत और समस्त वनमण्डलाधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 

मुख्य सचिव  जैन ने योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए लक्ष्य आधारित कार्ययोजना बनाने की बात कही है। बस्तर संभाग के ग्रामीण क्षेत्रों में देवगुड़ी एवं घोटूल के विकास एवं पुनर्निर्माण के संबंध में समीक्षा करते हुए  जैन ने कहा है कि वनवासियों के आस्था से जुड़े इन स्थानों का विकास धार्मिक आयोजनों के साथ ही सामुदायिक उपयोग के लिए भी किया जा सके इस हेतु कार्ययोजना अगस्त माह तक राज्य स्तर पर प्रस्तुत करना है। कार्ययोजना के निर्माण के लिए देवगुड़ी-घोटुल में जन सुविधा के लिए जरूरी संसाधन जैसे-पेयजल की व्यवस्था, सामुदायिक बैठकों के लिए शेड निर्माण, बाउण्ड्री, शौचालय आदि जरूरी तथ्यों को शामिल किया जाए। साथ ही देवगुड़ी-घोटुल के लिए जमीन का चिन्हांकन गांव वालों की सहमति से किया जाए।
 
इसी से लगकर सुपोषित बाड़ी विकसित करने की कार्ययोजना को भी शामिल की जाए। इसके लिए उन्होंने विभिन्न विभागों में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध फंड के साथ ही बस्तर विकास प्राधिकरण और राज्य शासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी राशि का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं। वनाधिकार मान्यता पत्रों के वितरण की समीक्षा करते हुए श्री जैन ने कहा कि आगामी विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त के दिन हितग्राहियों को वनाधिकार मान्यता पत्रों का वितरण किया जाना है। इस हेतु सभी जिले मान्यता पत्रों की स्वीकृति और उनके वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित कर ले।  जैन ने सीएसआर मद के कार्यों में आवश्यकतानुसार संशोधन की प्रक्रिया पूरी करने और राज्य स्तरीय हाई पॉवर कमेटी से इसका अनुमोदन प्राप्त करने के निर्देश दिए है। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय खनिज विकास निगम की परिक्षेत्र विकास निधि हेतु गठित हाई पॉवर कमेटी की बैठक में एनएमडीसी की सीएसआर मद से क्षेत्रों के विकास के लिए जरूरी विकास कार्यों की स्वीकृति दी गयी है।
 
 सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा कनिष्ठ सेवा चयन आयोग की प्रगति और आयोग के माध्यम से बस्तर क्षेत्रों में तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की भर्ती की समीक्षा करते हुए  जैन ने रिक्त पदों पर भर्ती के लिए मार्गदर्शिका बनाने के निर्देश बस्तर संभागायुक्त को दिए है। उन्होंने कहा है कि विभागों के लिए ऐसे पद जिन पर तत्काल रूप से भर्ती आवश्यक है इन्हें प्रथम चरण में शामिल करते हुए वित्त विभाग की अनुमति के लिए प्रस्तुत किया जाना है। इसके लिए  जैन ने राज्य में संचालित हो रहे व्यावसायिक भर्ती परीक्षा मण्डल (व्यापम) की भर्ती प्रक्रिया का अवलोकन करने कहा है। भर्ती प्रक्रिया में समस्त आवश्यक बाते जैसे-विज्ञापन का प्रारूप, आवेदन का प्रारूप, योग्यता, स्कूटनी, परीक्षा, आवेदन की सरल प्रक्रिया आदि पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। अगस्त माह के अंत तक बस्तर संभाग में रिक्त तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी पदों में करिष्ठ सेवा चयन आयोग के माध्यम से भर्ती के लिए जरूरी दिशा निर्देश निर्धारित करने के निर्देश मुख्य सचिव ने दिए हैं।
 
बस्तर क्षेत्र में उद्योगों की स्थापना के लिए जमीन का चिन्हांकन और उनका उद्योगों के अनुरूप विकास करने के निर्देश जैन ने दिए है। इसके लिए विशेष रूप से कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर और बस्तर जिले को कार्ययोजना बनाने कहा गया है। बस्तर संभाग में प्रवाहित होने वाली इंद्रावती नदी सहित अन्य नदियों पर सिंचाई के लिए मेगा लिफ्ट योजनाओं के निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाने कहा गया है। इसके लिए जल संसाधन-राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से स्थल निरीक्षण और क्षेत्र के हितग्राहियों से चर्चा के निर्देश दिए गए है|
 
सड़क किनारे के वृक्षारोपण को सुरक्षित रखने के लिए बांस के ट्री-गार्ड के निर्माण और उनके विक्रय की राशि के भुगतान की समीक्षा करते हुए  जैन ने कहा कि समूहांे द्वारा निर्मित ट्री-गार्ड के खरीदी की शेष बकाया राशि का भुगतान 15 अगस्त तक कर लिए जाए और इस वर्ष के लिए ट्री-गार्ड की खरीदी की कार्ययोजना जिलेवार बना लिए जाए। वन क्षेत्रों से घास की कटाई और चारागाह विकास की समीक्षा करते हुए जैन ने पिछले वर्ष और इस वर्ष के हरे चारे की उत्पादन का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत करने कहा है। साथ ही चारागाह में लगाए गए नेपियर घास के उत्पादन और कटाई पर विशेष ध्यान देने कहा है। समर्थन मूल्य में मक्के की खरीदी में जिला स्तर पर आ रही प्रमुख समस्याओं और उनका निराकरण के निर्देश जैन ने दिए है।
 
मक्का उत्पादक किसानों को विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी मोबाईल संदेश के माध्यम से  देने कहा है। खाद्य विभाग के सचिव को नियमित रूप से मक्का उत्पादक जिलों का भ्रमण और किसानों से चर्चा करने के निर्देश दिए गए है। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिीनिक योजना की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने कहा है कि बस्तर क्षेत्र के सभी हाट बाजारों में मेडिकल टीम नियमित और निश्चित रूप से पहुंचे इसके लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव  सुब्रत साहू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव वन  मनोज पिंगुआ, सचिव सामान्य प्रशासन  डी.डी. सिंह, मिशन संचालक स्वास्थ्य डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण में होगी प्रदेश के युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका : सीएम भूपेश बघेल

रायपुर : - मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कहा है कि नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण में प्रदेश के युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। युवाओं को शिक्षा और रोजगार की बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना छत्तीसगढ़ सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार का यह प्रयास है युवाओं को सकारात्मक वातावरण मिले जिससे उनकी रचनात्मक शक्ति का उपयोग प्रदेश और देश के विकास में किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज यहाँ अपने निवास कार्यालय से छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के नवनियुक्त पदाधिकारियों के पदभार ग्रहण कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे। राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ युवा आयोग के अध्यक्ष श्री जितेंद्र मुदलियार, सदस्य श्री उत्तम वासुदेव और श्री अजय सिंह ने पदभार ग्रहण किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल ने की। उन्होंने नवनियुक्त अध्यक्ष और सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि वे प्रदेश की युवा शक्ति को रचनात्मक दिशा देने में सफल होंगे। 

 
इस अवसर पर वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, विधायक सर्वश्री दलेश्वर साहू, भुनेश्वर बघेल, श्रीमती छन्नी साहू, श्री शोभाराम बघेल, श्री राजमन बेंजाम, श्री विक्रम शाह मण्डावी, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री शैलेष नितिन त्रिवेदी, राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री राम गोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री संदीप साहू, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष श्री धनेश पाटिला, राजनांदगांव की महापौर श्रीमती हेमा देशमुख खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित थीं।
 
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह अच्छा संयोग है कि आज पूर्व विधायक श्री उदय मुदलियार की जयंती है और आज ही के दिन उनके चिरंजीवी श्री जितेन्द्र मुदलियार छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सम्भाल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय श्री उदय मुदलियार एक मिलनसार और जिंदादिल जनप्रतिनिधि थे। उनकी शहादत हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। छत्तीसगढ़ के विकास में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमने युवा शक्ति के बल पर नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण का सपना देखा है। युवा प्रतिभाओं को तराशना और उन्हें उपयुक्त मंच प्रदान करना हम सबकी जिम्मेदारी है। राज्य सरकार की प्राथमिकता में युवाओं के चरित्र का निर्माण भी शामिल है।
 
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस और रचनात्मक सुविधा से भरपूर हमारे युवा भविष्य के छत्तीसगढ़ के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिस उम्मीद के साथ उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है उन पर वे खरा उतरेंगे और छत्तीसगढ़ की प्रगति में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री अमरजीत भगत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। यही गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का असली स्वरूप है। उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने भी अध्यक्ष और सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में राजनांदगांव जिले से आए अनेक जनप्रतिनिधि और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। 

 

 

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छत्तीसगढ़ के नाशपाती का स्वाद पहुंचा दूर-दूर तक

छत्तीसगढ़/रायपुर :-  राज्य सरकार द्वारा भी नवाचारों को लगातार प्रोत्साहित करने के साथ अधिक से अधिक लोगों तक इसका लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। नवाचारों के दिशा में कदम बढ़ाते हुए जशपुर जिले के किसानों ने नाशपाती की खेती को बड़े पैमाने पर अपनाया है। यहां के बगीचा-सन्ना क्षेत्र के किसान बहुत अधिक मात्रा में इसकी खेती करते है। जिले के लगभग 17 सौ किसान नाशपाती का उत्पादन से जुड़े हैं। यहां 750 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 700 टन नाशपाती का उत्पादन होता है।

दीर्घवर्ती फसल के रूप में नाशपाती का उत्पादन कर किसान हर साल अच्छा मुनाफा कमाते हैं। दिल्ली,रांची जैसे बड़े शहरों के साथ उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में यहां के नाशपाती की मांग होने लगी है। इसका लाभ महिलाओं को प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को इसके वैल्यू चेन मार्केटिंग से जोड़ा गया है। इससे यहां की महिलाओं को न सिर्फ रोजगार का एक नया साधन उपलब्ध हुआ है बल्कि वे जशपुर के नाशपाती का स्वाद दूर दराज तक पहुंचाने में सहयोग कर रही हैं। इसी कड़ी में बगीचा तहसील की मां खुडिया रानी महिला कृषक उत्पादक संगठन से जुड़ी महिलाएं वैल्यू चेन मार्केटिंग के तहत् जिले में अधिक मात्रा में होने वाले नाशपाती को दूसरे राज्यों और जिलों तक पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं। उनके द्वारा सन्ना के किसानों से 27 क्विंटल नाशपाती की खरीदी कर उसे पड़ोसी जिला रायगढ़ में विक्रय किया गया है।

समूह की महिलाओं ने बताया कि जशपुर जिले  में वन सम्पदा की कोई कमी नहीं है। वह इससे अपनी आमदनी को बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने नाशपाती फल को सप्लाई कर इसकी शुरूआत की है। उन्होंने बताया कि उन्हें पहली बार में ही 7 हजार 500 रुपए का लाभ प्राप्त हुआ है। जिससे समूह की महिलाओं में काफी प्रसंन्नता व्याप्त है। वह इस कार्य को आगे बड़े पैमाने पर करने की तैयारी कर रही है जिससे उन्हें अत्यधिक लाभ हो सके।
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समूह की महिलाओं के लिए सेंट्रिंग सामान बना आय का जरिया

महासमुन्द : - छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ’’बिहान’’ अंतर्गत विकासखण्ड सरायपाली के ग्राम पंचायत किसड़ी के जय माॅ दुर्गा महिला स्व-सहायता समूह द्वारा सेंट्रिंग सामान से आजीविका संबंधित गतिविधि का कार्य कर रही है।जय माॅ दुर्गा महिला स्व-सहायता समूह द्वारा इण्डियन ओवरसीज बैंक से एक लाख का बैंक लिंकेज के माध्यम से सेंट्रिंग का सामान खरीदकर स्थानीय स्तर पर आवास निर्माण कार्य में लगाकर अच्छी आय प्राप्त कर रही हैं। साथ ही आस-पास के गांवों में भी सेंट्रिंग सामान को किराया देकर आमदनी प्राप्त कर रहे हैं, जिसके कारण उनके आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। इस कार्य से वे बहुत खुश है। 

आज समूह की महिलाओं के पास आमदनी के कई जरिये हैं। जिससे वे नियमित रूप से ऋण की राशि भुगतान कर रही है। कभी चन्द रुपए के लिए कड़ी धूप या बरसते पानी में रोजी रोटी कमाकर अपने परिवार का जीवन यापन करने वाली यह महिलायें आज सच्ची लगन और ईमानदारी से हजार रुपए हर दिन कमा कर क्षेत्र के लोगों के लिए मिसाल बनी हुई है। आत्म विश्वास से लबरेज ये महिला समूह आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से सशक्त हो गई है। सेंट्रिंग सामान से उन्हें स्थानीय स्तर पर घर से ही काम मिल जाने के कारण समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो रही हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को समय-समय पर आजीविका संबंधित कार्यों की जानकारी संबंधित अधिकारी- कर्मचारियों द्वारा दी जाती है |

 

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